सरकार के आधिकारिक समर्थन के बिना क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य मूल्य के संदर्भ में अनिश्चित है

दुनिया भर में इसके चलन को देखते हुए भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने के तरीकों पर चर्चा और बहस करना शुरू कर दिया है. आरबीआई खुद इस साल ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके भारत की अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) को जारी करने पर काम कर रहा है.

सरकार के आधिकारिक समर्थन के बिना क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य मूल्य के संदर्भ में अनिश्चित है

रिथवी सोमानी :- क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के चलन और रेगुलेशन के प्रति भारत का रुख सब की समझ से बाहर है. 2013 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक एहतियाती प्रेस विज्ञप्ति जारी कर निवेशकों को इस आभासी मुद्रा क्रिप्टोकरेंसी की अस्थिरता और वैधता को लेकर चेतावनी जारी की. क्रिप्टोकरेंसी उसके इस्तेमाल करने वालों के लिए भी गुमनाम जैसा ही होता है, ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यूजर्स को इससे नुकसान के बारे में 2013 से लेकर अब तक आगाह करता आ रहा है.

2018 में जब क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अटकलें सामने आने लगीं तब रिजर्व बैंक ने पहला औपचारिक सर्कुलर जारी किया जिसमें बैंकों और दूसरे वित्तीय खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन में लगे या शामिल लोगों को किसी भी तरह की सुविधा देने से मना किया. तब नतीजा ये हुआ कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जैसी सेवा देने वाले स्टार्टअप और कंपनियां बंद होने लगीं. हालांकि आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग (Cryptocurrency Trading) पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया. इसका मतलब लगाया गया कि आपसी लेनदेन में व्यापारी अपने नेटवर्क में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर सकते थे.

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक का उलटा रुख अख्तियार कर लिया. इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया बनाम भारतीय रिजर्व बैंक (2020 एससीसी ऑनलाइन एससी 275) के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से प्रतिबंध को खारिज कर दिया. कहा गया कि भले ही रिजर्व बैंक को वित्तीय क्षेत्र को रेगुलेट करने का अधिकार है लेकिन आभासी मुद्राओं पर प्रतिबंध लगाना एक शरारती कदम है. इस फैसले के बाद आरबीआई ने बैंकों से क्रिप्टो लेनदेन से संबंधित किसी भी सुविधा के लिए अपने केवाईसी और लोगों की जानकारी को लेकर गंभीरता से सोचने और जांच की एक और परत जोड़ने का आदेश दिया.

सेबी और दूसरे रेगुलेटर क्रिप्टो पर क्या कहते हैं?

भारतीय सुरक्षा और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने क्रिप्टोकरेंसी के किसी भी रूप में लेनदेन करने वाले लोगों और कंपनियों पर परेशानी व्यक्त की. हाल ही में त्योहारों के दौरान और खेल आयोजनों में विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आक्रामक केंपेन और विज्ञापन अभियान चलाए गए जिससे क्रिप्टोकरेंसी में रेगुलेशन की परेशानी को हाइलाइट किया गया. बेहतर टीआरपी (बार्क) वाले टीवी चैनल या ज्यादा सर्कुलेशव वाले अखबार, डिजिटल प्लेटफॉर्म, बॉलीवुड हस्तियां, कुछ मिस करने को लेकर क्रिप्टो से संबंधित विज्ञापन जिनमें टर्म और कंडिशन काफी छोटे अक्षरों में लिखा होता हो देखने के बाद सेबी, रिजर्व बैंक और एडवरटाइजिंस काउंसिल ऑफ इंडिया समेत इस मामले से जुड़े दूसरे नियामक उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए आगे आए.

केंद्र का रुख अभी स्पष्ट नहीं

कथित तौर पर अत्यधिक लाभ और सुरक्षा के साथ अचानक क्रिप्टो विज्ञापनों की बाढ़ ने खुद प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बैठक करने को मजबूर कर दिया. बावजूद इसके, क्रिप्टोकरेंसी के प्रति सरकार की धारणा अब भी स्पष्ट नहीं है. सरकार ने “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 का क्रिप्टोक्यूरेंसी खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? और विनियमन” बिल पेश करने की अपनी योजना को अंतिम समय में बदल लिया. इस बिल में क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी तरह के लेनदेन को अवैध बनाने का प्रावधान है. अब तक इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि विधेयक को दोबारा अपडेट करके संसद में कब और कैसे पेश किया जाएगा.

क्रिप्टोकरेंसी पर आगे क्या?

दुनिया भर में इसके चलन को देखते हुए भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? के लिए तरीकों पर चर्चा और बहस करना शुरू कर दिया है. आरबीआई खुद इस साल ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके भारत की अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) को जारी करने पर काम कर रहा है. आधारभूत सुरक्षा की परतें होने के बावजूद रिजर्व बैंक की चिंता निराधार नहीं हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और वॉलेट या उपयोगकर्ता के खाते हमेशा ब्लॉकचेन लेज़रों की तरह सुरक्षित नहीं होते हैं. यही कारण है कि पहले से बेची गई क्रिप्टोकरेंसी की चोरी की खबर कभी कभी आ जाती है.

मगर इसके साथ ही क्रिप्टोकरेंसी की सुरक्षा और गोपनियता किसी भी तरह की धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग या टैक्स में चोरी का पता लगाना मुश्किल कर देती है. एक केंद्रीय सर्वर में नहीं रख कर क्रिप्टोकरेंसी को एक विस्तृत गुमनाम नेटवर्क में रखा जाता है. अगर कभी किसी कारण से पर्सनल कंप्यूटर का डाटा मिट जाता है तो उसका कोई बैकअप कंप्यूटर की मेमोरी में नहीं रहता जिससे क्रिप्टोकरेंसी उपयोगकर्ता को परेशानी आती है.

ऐसा कहा जाता है कि कई क्रिप्टोकरेंसी को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि उसकी उपलब्धता (लिक्विडिटी) कम रहे. जटिल कंप्यूटर तकनीक को आगे बढ़ाना आसान नहीं होता और क्रिप्टोकरेंसी के संग्रह में काफी पेचीदगी होती है. इसलिए ऐसी स्थितियां होती हैं कि आपूर्ति मांग से कम रहती है. आम मुद्रा से एक्सचेंज के दौरान क्रिप्टोकरेंसी का भाव इसी कमी के मुताबिक तय होता है. इसी कारण बिटक्वाइन जैसी जानी-मानी क्रिप्टोकरेंसी के रेट में भी काफी तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलती है.

अपने पैसे को रखने के लिए ये बड़ी जोखिम वाला साधन है

क्रिप्टो किसी तरह का निवेश नहीं है, यह एक डिजिटल मुद्रा हैं जिसमें भविष्य में नकदी में बदलने का कोई साधन नहीं है. बगैर आधिकारिक समर्थन के क्रिप्टो जैसी मुद्रा अस्थिर हैं जिनका मूल्य कोई भी वित्तीय प्रणाली या संगठन सुनिश्चित नहीं करता. क्रिप्टो में मूल्य समुदाय निर्धारित करता है ऐसे में आने वाले समय में इसकी कीमत बेतहाशा भी बढ़ सकती है और शून्य भी हो जा सकती है. साफ है, निवेश के लिए क्रिप्टो एक बहुत ही बड़ी जोखिम वाला साधन है. बिटकॉइन, ईथर या डॉगकोइन जैसे क्रिप्टो में भी काफी ज्यादा जोखिम है. उन्हें अब भी खुद को एक औपचारिक मुद्रा के रूप में स्थापित करना है.

इनके अलावा डिजिटल मुद्राओं के पीछे उतने ही मूल्य की सोने, चांदी जैसी संपत्ति या कोई वस्तु नहीं होती जिनसे उनके मूल्य का निर्धारण हो. यह बिल्कुल सट्टे की तरह है और खुदरा निवेशकों को इससे तब तक दूर रहने की सलाह दी जाती है जब तक कि भारत सरकार इन्हें रेगुलेट करने का कोई सिस्टम लेकर सामने नहीं आती. क्रिप्टोकरेंसी में रातों रात भाव बढ़ने का मामला एक सपने की तरह होता है और जहां तक मूल्य का सवाल है, यह अब तक अनिश्चित है.

pm mudra yojna : इन स्मॉल बिजनेस को शुरू करने सरकार देगी पैसा, बस आपको पूरी करनी होगी यह शर्ते

pm mudra yojna : इन स्मॉल बिजनेस को शुरू करने सरकार देगी पैसा, बस आपको पूरी करनी होगी यह शर्ते

pm mudra yojna : पीएम मुद्रा ऋण योजना एक सरकारी योजना है जिसके लिए आप आवेदन कर सकते हैं यदि आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं और आपको धन की आवश्यकता है। यह एक सरकारी योजना है जिसके माध्यम से सरकार आपको पैसे उधार देती है और फिर आप उस पैसे का उपयोग व्यापार के लिए कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सरकार आपको कौन सी बिजनेस लोन सुविधा देगी।

आपको बता दें कि इस योजना के तहत आपको सरकार की ओर से 50 हजार से 10 लाख रुपये तक का कर्ज मिल सकता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता के बारे में शिक्षित करना और उन्हें ऋण की मदद से सशक्त बनाना है।

यदि घर का कोई सदस्य अपने घर की किसी महिला सदस्य के नाम मुद्रा ऋण योजना (pm mudra yojna) के तहत आवेदन करता है तो उसे भी यह ऋण सरकार की ओर से मिलेगा। हम आपको सूचित करते हैं कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। अगर आपकी उम्र 18 साल से कम है तो सरकार आपको यह लोन नहीं देगी। हम आपको सूचित करते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा स्वरोजगार के लिए इस योजना के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है।

यह सुविधा इन व्यवसायों के लिए है

आपको बता दें कि इस योजना के तहत पापड़ निर्माण इकाई में 8.18 लाख रुपये का कर्ज मिलता है। मुद्रा योजना आपको 3.32 लाख रुपये का बैंक टर्म लोन और करी और चावल पाउडर व्यवसाय के लिए 1.68 लाख रुपये का कार्यशील पूंजी ऋण देती है।
इसके साथ ही लकड़ी के फर्नीचर व्यवसाय के लिए 7.48 लाख रुपये का बैंक ऋण उपलब्ध है। इसके अलावा, बैंक आपको सरकारी लाइट इंजीनियरिंग यूनिट के व्यवसाय के लिए मुद्रा योजना (pm mudra yojna) के तहत 2.21 लाख रुपये का टर्म लोन देता है। इस योजना के माध्यम से छोटे व्यापारी आसानी से ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

हम आपको बता दें कि जो लोग बिजनेस शुरू करना चाहते हैं वे मुद्रा योजना लोन (pm mudra yojna) के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन मुद्रा लोन आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। हम आपको बता दें कि यह लोन आप किसी भी राष्ट्रीय या निजी बैंक से प्राप्त कर सकते हैं। आप आसानी से लोन लेकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं।

तो यह थी मुद्रा लोन योजना (pm mudra yojna) के बारे में जानकारी। आशा है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा। इस तरह के और लेख पढ़ने के लिए कृपया हमें कमेंट करके बताएं और हमारी वेबसाइट hindinews11 से जुड़े रहें।

ऑनलाइन पेमेंट के लिए बेस्ट गेटवे कौन सा है?

जब किसी भी ऑनलाइन साईट पर आप भुगतान करने लगते हैं तो आप पेमेंट गेटवे पर ही जाकर कार्ड डीटेल और पासवर्ड आदि डालते हैं.

ऑनलाइन पेमेंट के लिए बेस्ट गेटवे कौन सा है?

जब आप किसी ऑनलाइन साईट पर पेमेंट करते हैं तो मर्चेंट की साईट आपके डेबिट/क्रेडिट कार्ड की डीटेल पेमेंट गेटवे को कन्फर्मेशन के लिए भेजती है. उसके बाद पेमेंट गेटवे ही इस जानकारी को बैंक से वेरिफाई करता है और आपके खाते से रकम निकाल कर मर्चेंट के खाते में पहुंचाता है.

वैसे तो ऑनलाइन शॉपिंग या बिल पेमेंट में आपकी मदद करने के लिए बहुत से पेमेंट गेटवे हैं, लेकिन उनमें से कुछ लोकप्रिय गेटवे के बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं:

साइट्रस पे पेमेंट गेटवे
साइट्रस पे इस समय देश में पेमेंट गेटवे के मामले में सबसे ऊपर है. इस गेटवे के जरिये आप वीजा, मास्टरकार्ड और अमेरिकन एक्सप्रेस जैसे सभी कार्ड से पेमेंट कर सकते हैं. यह इस्तेमाल के लिए सुरक्षित भी है. साइट्रस पे साइट्रस कैश जैसी ऑनलाइन वॉलेट सेवा और बिल पेमेंट के लिए साइट्रस क्यूब जैसी सेवा भी देता है.

सीसी एवेन्यू
ऑनलाइन पेमेंट के लिए सीसी एवेन्यू भी एक महत्वपूर्ण गेटवे है. इसके माध्यम से आपको ऑनलाइन पेमेंट करने के कई विकल्प मिलते हैं. सीसी एवेन्यू जेसीबी, मास्टर कार्ड, वीजा, अमेरिकन एक्सप्रेस, डिनर्स क्लब और इजीक्लिक जैसे कार्ड को सपोर्ट करता है.

सीसी एवेन्यू के साथ खास बात यह है कि इसके माध्यम से देश-विदेश की 18 भाषा में पेमेंट संबंधी निर्देश देखे जा सकते हैं. इसके अलावा आप सीसी एवेन्यू के माध्यम से दुनिया की 27 मुद्रा में पेमेंट कर सकते हैं.

इनमें यूरो, सिंगापूर डॉलर, भारतीय रुपया, जापानी येन, अमेरिकी डॉलर, संयुक्त अर्ब अमीरात के दिरहम, पाउंड स्टर्लिंग, हांग कांग डॉलर, कतर के रियाल, बहरीन की दीनार, बाथ, श्रीलंका के रुपये, मलेशिया की रिंगित, टाका, न्यूजीलैंड डॉलर, कनाडाई डॉलर, नेपाली रुपये, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर, ओमान की रियाल, स्विस फ्रेंक और कुवैती दीनार के साथ चीन की मुद्रा युआन में भी पेमेंट कर सकते हैं.

पेयू बिज इंडिया
पेयू बिज इंडिया पेमेंट गेटवे हर तरह के कारोबार को ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार करने में मदद करता है. इसके जरिये आप कार्ड, नेटबैंकिंग, वालेट, इंटरनेशनल कार्ड, EMI, IVR आदि से पेमेंट कर सकते हैं. पेयू बिज इंडिया 13 मुद्रा में पेमेंट स्वीकार करता है. देश के प्रमुख बैंकों का ऑनलाइन पेमेंट का प्रबंधन पेयू बिज इंडिया ही करता है.

कंपनी मोबाइल बैंकिंग पर काफी ध्यान दे रही है और एन्ड्रॉयड फोन से पेयू बिज इंडिया पर सिर्फ एक टैप से पेमेंट किया जा सकता है.

डायरेक्पे पेमेंट गेटवे
ऑनलाइन पेमेंट के लिए डायरेक्पे कई तरह के डेबिट/क्रेडिट कार्ड को सपोर्ट करता है. डायरेक्पे की मदद से मर्चेंट मोबाइल और नेटबैंकिंग, दोनों से पेमेंट स्वीकार कर सकता है.

यह ऑनलाइन कारोबार करने वालों और ई-कॉमर्स के लिए बेहतरीन समाधान है. डायरेक्पे से भी कई विदेशी मुद्रा में पेमेंट किया जा सकता है. एक पेमेंट गेटवे के रूप में इसे इस्तेमाल करना आसान है और यह सुरक्षित भी है.

जाकपे
यह भी भारत का एक लोकप्रिय पेमेंट गेटवे है जो सभी विदेशी और घरेलू क्रेडिट कार्ड से पेमेंट स्वीकार करता है. इसके माध्यम से डिनर्स, डिस्कवर, वीजा और मास्टरकार्ड से पेमेंट किया जा सकता है.इस्तेमाल करने के लिहाज से जाकपे सुरक्षित और आसान पेमेंट गेटवे है.

यह आम लोगों का बिल निकालने और जमा करने के लिहाज से लोकप्रिय पेमेंट गेटवे है.बिल डेस्क से बहुत से भारतीय बैंक कनेक्टेड हैं, जिस वजह से इससे पेमेंट की प्रक्रिया आसान, तेज और सुरक्षित हो जाती है. आप बिल डेस्क के जरिये पेमेंट का रिमाइंडर और एलर्ट भी सेट कर सकते हैं.

एटम पेनेट्ज
एटम पेनेट्ज के जरिये आप 100 से ज्यादा पेमेंट विकल्प के साथ पेमेंट कर सकते हैं. एटम भी वीजा, मास्टर कार्ड, जेसीबी, अमेरिकन एक्सप्रेस, डिस्कवर और डिनर्स जैसे क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करता है. मर्चेंट के लिए एटम एक्सप्रेस पेमेंट, खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? मल्टीबैंक EMI, प्रमोशन एवं डिस्काउंट ईंजन जैसी आमदनी बढ़ाने वाले विकल्प भी पेश करता है.

पेयूमनी
भारत में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने में पे यू मनी पेमेंट गेटवे की बड़ी भूमिका है.यह नैस्पर ग्रुप की कंपनी है और देश में 4000 से अधिक मर्चेंट को सेवा देती है. पे यू मनी ने देश के कई शीर्ष बैंकों के साथ करार किया है और इससे लोगों को पैसे भेजने/पाने में मदद खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? मिलती है.

ई पैसा
यह कारोबारियों के हिसाब से बेहतरीन पेमेंट गेटवे है. यह कारोबारी जरूरतों के हिसाब से पैसे के प्रबंधन को आसान बनाता है.मर्चेंट ई पैसा का यूज कर इन्वेंटरी के प्रबंधन से खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? चेक आउट की प्रक्रिया को तेज करने और टैबलेट या स्मार्टफोन पर पेमेंट स्वीकार कर सकते हैं.
कारोबारी ई पैसा के जरिये क्रेडिट/डेबिट कार्ड, वॉलेट, ऑनलाइन या बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से भी पेमेंट ले सकते हैं.

जसपे
मोबाइल पेमेंट के लिए जसपे पेमेंट गेटवे एक्सप्रेस चेक आउट और सिक्योर 1-क्लिक फीचर देता है. इसमें आपके मैसेज से वन टाइम पासवर्ड लेकर प्लेटफॉर्म पर खुद डालने की वजह से पेज के लोड होने का समय घट जाता है.

ट्रांसक्यूट
इस पेमेंट गेटवे की मदद से मर्चेंट अपने ग्राहक से ऑनलाइन पेमेंट ले सकते हैं. इसके माध्यम से वीजा या मास्टर कार्ड क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया जा सकता है. इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है और इसके इंटीग्रेशन में भी बहुत कम समय लगता है.

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गर्भावस्था के सबसे बेहतरीन व्यायाम: फोटो

गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने के कई फायदे हैं और यह आपके शरीर को प्रसव और शिशु के जन्म के वृहद शारीरिक प्रयास के लिए तैयार करने में मदद करते हैं। यहां जानें कि प्रेग्नेंसी में कौन से व्यायाम सबसे सुरक्षित और प्रभावी हैं।

यह स्लाइडशो हमारी विशेषज्ञ डॉक्टर अश्विनी नाबर द्वारा अनुमोदित है।

गर्भावस्था के दौरान व्यायाम आपको प्रसव और शिशु के जन्म की मेहनत के लिए तैयार करता है। यह आपको गर्भावस्था के दर्द और पीड़ा से राहत देता है और जन्म के बाद दोबारा शरीर को उसी आकार में आने में मदद करता है।

मगर, गर्भावस्था में सभी तरह के व्यायाम सुरक्षित नहीं हैं। यहां जानें कि गर्भवती महिलाओं के लिए कौन से व्यायाम अच्छे माने जाते हैं और साथ ही हमेशा अपने शरीर की क्षमता के अनुसार व्यायाम करें। धीमी शुरुआत करें और जब भी जरुरत महसूस हो बीच में आराम कर लें।

श्रोणि मंजिल की मांसपेशियों के व्यायाम (मांसपेशियों की मजबूती)

श्रोणि मंजिल के व्यायाम नियमित रूप से करने से आपको गर्भावस्था के दौरान और शिशु के जन्म के बाद पेशाब के रिसाव होने की समस्या से बचने में मदद मिलेगी। ये प्रसव के बाद उबरने में भी मदद करती हैं।

श्रोणि मंजिल के व्यायाम आसानी से सीखे जा सकते हैं और घर पर या पूरे दिन कुछ और काम करते हुए भी किए जा सकते हैं। आपको इन व्यायामों के लिए किसी विशेष अवस्था में आने या किसी उपकरण के इस्तेमाल की जरुरत नहीं होती है।

दिन में तीन बार आठ से 12 बार श्रोणि क्षेत्र को भींचने के व्यायाम करने का प्रयास करें। यदि आपको पेशाब रिसाव की समस्या है, तो आप ये व्यायाम ज्यादा बार कर सकती हैं।

चहल-कदमी (एरोबिक)

पैदल चलना गर्भावस्था में आदर्श व्यायाम है। यह आपके हृदय को व्यायाम कराता है, और आपके जोड़ों को परेशानी नहीं होती। प्रसव के दौरान प्रसव में तेजी लाने के लिए भी चहलकदमी करने की सलाह दी जाती है।

चहलकदमी करना निशुल्क खुद के लिए सबसे सुरक्षित मुद्रा कौन सी है? है, यह आपको ताजा हवा में निकलने का अवसर देता है और व्यस्त दिनों में भी आप सुबह या शाम पार्क में टहलकर इसे आसानी से कर सकती हैं।

यदि आपके पति भी आपके साथ टहलने जाएं, तो शिशु के जन्म से पहले आप दोनों के लिए बातचीत करने और साथ समय बिताने का यह अच्छा मौका हो सकता है।

योग (मांसपेशियों की मजबूती)

गर्भावस्था में योग मसल (मांसपेशियां) टोन और लचीलापन बरकरार रखने में मदद कर सकता है। यह आपकी अवस्था या मुद्रा में भी सुधार लाता है। प्रबल व्यायामों की तुलना में योग से आपके जोड़ों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता।

यदि आपने पहले कभी योग व्यायाम नहीं किए हैं, तो भी आप गर्भावस्था में इसकी शुरुआत कर सकती हैं। आप योग श्वसन व्यायाम भी सीख सकती हैं, जो आपको प्रसव के दौरान आरामपूर्वक रहने में मदद कर सकते हैं।

तैराकी (एरोबिक)

तैराकी बाजूओं और टांगों का अच्छा व्यायाम है और इससे आपके दिल और फेफड़ों की भी कसरत होती है। पानी आपके बढ़ते पेट के वजन को सहारा देता है, जिससे आपको तैराकी करते समय हल्का महसूस होता है।

तैरानी कमर दर्द और टांगों में सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

तैराकी के लिए ऐसे तरणताल (स्वीमिंग पूल) का चयन करें, जहां स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता हो, क्योंकि गर्भावस्था में इंफेक्शन आसानी से हो सकता है। हालांकि, तैराकी को सुरक्षित माना जाता है, मगर हॉट टब या जकुज़ी की सलाह नहीं दी जाती है।

पिलाटे (मांसपेशियों की मजबूती)

पिलाटे व्यायाम आपके पेट, पीठ और श्रोणि मंजिल की मांसपेशियों को मजबूती देते हैं और आपके जोड़ों पर दबाव नहीं डालते।

विशेषकर गर्भवती महिलाओं के लिए आयोजित पिलाटे कक्षाओं में जाने से आप एकदम उन्हीं मांसपेशियों की कसरत कर सकेंगी, जिनपर गर्भावस्था और प्रसव के दौरान सबसे ज्यादा तनाव पड़ता है। प्रेग्नेंसी बढ़ने के साथ-साथ प्रशिक्षक आपको अपने व्यायाम के तरीके में भी बदलाव करने में भी सहायता करेंगे।

जॉगिंग या दौड़ना (एरोबिक)

यदि आपको दौड़ने का अनुभव है, तो जॉगिंग अपने दिल और शरीर की कसरत का एक तेज और प्रभावी तरीका है और इसे गर्भावस्था में भी जारी रखा जा सकता है।

बस यह ध्यान रखें कि आप अपने शरीर के संकेतों को पहचानें और जब भी ऊर्जा कम होने लगे तो दौड़ने की अवधि घटा लें। जॉगिंग के लिए समतल रास्ते को चुनें जहां आप संतुलन बनाए रख सकें। गर्भावस्था में गिरना और मोच आना काफी आसान होता है।

यदि आपको दौड़ने का अनुभव नहीं है, तो गर्भावस्था में इसे शुरु करना सही नहीं है। इससे आपके घुटनों और श्रोणि मंजिल पर दबाव पड़ सकता है। बेहतर है कि आप अन्य हल्के व्यायामों जैसे कि चहलकदमी या तैराकी आदि को चुनें।

नृत्य (एरोबिक/मांसपेशियों की मजबूती)

नृत्य आपके शरीर में लचीलापन लाता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। साथ ही आपके दिल और फेफड़ों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।

यदि आपको डांस करने की आदत है, तो आप अपनी डॉक्टर से पूछ लें कि गर्भावस्था के दौरान कौन सी डांस स्टाइल सुरक्षित है और फिर आप अपनी नियमित कक्षाओं को जारी रख सकती हैं।

यदि आपको नृत्य की आदत नहीं है, तो हल्की-फुल्के तरीके के डांस को चुनें, जिसमें कूदना न पड़े और आपके शरीर पर अधिक तनाव भी न पड़े।

हालांकि, डांस करना गर्भावस्था में सुरक्षित माना जाता है, मगर यह व्यायाम का एक ऐसा तरीका हो सकता है जिसे बढ़ते पेट के साथ कर पाना मुश्किल हो।

ऐसे किसी भी प्रकार का डांस न करें जिनमें कूदना, उछलना और अचानक व तेजी से अपनी दिशा बदलना हो, जैसे कि मुड़ना या घुमना। ऐसा करने पर आप असंतुलित होकर गिर सकती हैं।

हमेशा एक ही ​दिशा में रहकर डांस करें। पीछे की तरफ झुकना, प्रबलता से श्रोणी क्षेत्र को मोड़ना और मजबूती से कूल्हों को हिलाने-डुलाने में पीठ और श्रोणी क्षेत्र के जोड़ों में खिंचाव पैदा होने का खतरा रहता है। गर्भावस्था में शिशु के जन्म के लिए जगह बनाने के लिए ये जोड़ पहले से ही शिथिल होते हैं।

वजन (वेट लिफ्टिंग) उठाना (मांसपेशियों की मजबूती)

यदि वजन उठाना (वेट लिफ्टिंग) पहले से ही आपके व्यायाम में शामिल है, तो इसे अब बंद करने का कोई कारण नहीं है। हालांकि, आपको ज्यादा भारी वजन अब नहीं उठाना चाहिए, क्योंकि अब गर्भवती होने पर आपके जोड़ों पर आसानी से असर पड़ सकता है और आपको मोच आने की संभावना बढ़ जाती है।

हल्का वजन उठाना अपनी मांसपेशियों को टोन और मजबूत करने का एक बेहतरीन तरीका है, बशर्ते आप इसे सावधानीपूर्वक करें। व्यायाम के दौरान खुद को बहुत ज्यादा न थकाएं फिर शरीर का तापमान न बढ़ने दें।

वेट लिफ्टिंग एक ऐसा व्यायाम है जिसे आपको शायद गर्भावस्था के अंत में करना बंद करना होगा।

आपका बढ़ा हुआ पेट कुछ उपकरणों के बीच बाधा बन सकता है, इसलिए आपको शायद फ्री वेट को चुनना पड़े।

इस चरण पर हो सकता है गलती से आपसे वजन अपने पेट पर गिर जाए, इसलिए वजन उठाते या उन्हें बदलते समय आपको अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।

आपके असंतुलित होने और गिरने की संभावना भी ज्यादा होती है। साथ ही, किसी भी उपकरण को उठाकर अपने शरीर के पास लाना भी मुश्किल होगा, क्योंकि आपका बढ़ा हुआ पेट इसमें अवरोध पैदा कर सकता है। यदि आप अपनी बाजुओं को थोड़ा फैलाकर वजन उठाती हैं, तो इससे आपकी पीठ पर बहुत ज्यादा जोर पड़ता है।

Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience.

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