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शेयर्स की कीमतों का निर्धारण
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Arvind Kumar Oct 14, 2022 |
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Question Description
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CNG-PNG: प्राकृतिक गैस के लिए तय हो सकती मूल्य सीमा, सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में आएगी नरमी
सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में नरमी आ सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के ओल्ड फील्ड से निकलने वाली प्राकृतिक गैस के लिए मूल्य सीमा तय की जा सकती है। शेयर्स की कीमतों का निर्धारण किरीट पारेख की अगुवाई में नियुक्त गैस मूल्य शेयर्स की कीमतों का निर्धारण समीक्षा समिति इसकी सिफारिश कर सकती है। हालांकि, मुश्किल क्षेत्रों से निकलने वाली गैस के लिए मूल्य निर्धारण फॉर्मूले को नहीं बदला जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि किरीट पारेख समिति को भारत में गैस-आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बाजार-उन्मुख, पारदर्शी और भरोसेमंद मूल्य निर्धारण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुझाव देने का काम सौंपा गया था। अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए समिति दो अलग-अलग मूल्य निर्धारण व्यवस्था का सुझाव दे सकती है। ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल) के ओल्ड फील्ड से निकलने वाली गैस के लिए मूल्य सीमा तय करने की सिफारिश की जा सकती है। इन क्षेत्रों में लंबे समय से लागत वसूली जा चुकी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कीमतें उत्पादन लागत से नीचे नहीं गिरेंगी, जैसा कि पिछले साल हुआ था। या मौजूदा दरों की तरह रिकॉर्ड ऊंचाई तक भी नहीं बढ़ेंगी।
विस्तार
सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में नरमी आ सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के ओल्ड फील्ड से निकलने वाली प्राकृतिक गैस के लिए मूल्य सीमा तय की जा सकती है। किरीट पारेख की अगुवाई में नियुक्त गैस मूल्य समीक्षा समिति इसकी सिफारिश कर सकती है। हालांकि, मुश्किल क्षेत्रों से निकलने वाली गैस के लिए मूल्य निर्धारण फॉर्मूले को नहीं बदला जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि किरीट पारेख समिति को भारत में गैस-आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बाजार-उन्मुख, पारदर्शी और भरोसेमंद मूल्य निर्धारण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुझाव देने का काम सौंपा गया था। अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए समिति दो अलग-अलग मूल्य निर्धारण व्यवस्था का सुझाव दे सकती है। ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) शेयर्स की कीमतों का निर्धारण और ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल) के ओल्ड फील्ड से निकलने वाली गैस के लिए मूल्य सीमा तय करने की सिफारिश की जा सकती है। इन क्षेत्रों में लंबे समय से लागत वसूली जा चुकी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कीमतें उत्पादन लागत से नीचे नहीं गिरेंगी, जैसा कि पिछले साल हुआ था। या मौजूदा दरों की तरह रिकॉर्ड ऊंचाई तक भी नहीं बढ़ेंगी।
पूरे देश में पेट्रोल, डीजल कीमतों का रोज निर्धारण 16 जून से
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी), अर्थात् इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने उदयपुर में पेट्रोल और डीजल के खुदरा बिक्री मूल्य (आरएसपी) को पायलट आधार पर दैनिक संशोधित किया था। जमशेदपुर, पुडुचेरी, चंडीगढ़ और विशाखापत्तनम को 1 मई 2017 से लागू किया गया। इसके सफल कार्यान्वयन के बाद, सार्वजनिक क्षेत्र के ओएमसी ने अब 16 जून, 2017 से पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के आरएसपी में दैनिक संशोधन शुरू करने का निर्णय लिया है।
पेट्रोल और डीजल के दैनिक मूल्य में संशोधन, मौजूदा बाजार परिस्थितियों के खुदरा कीमतों को अधिक प्रतिबिंबित करेगा, पेट्रोल और डीजल के आरएसपी में उतार-चढ़ाव को शेयर्स की कीमतों का निर्धारण कम करेगा। इसके अलावा, इससे प्रणाली में पारदर्शिता हो जाएगी। यह रिफाइनरी / डिपो से रिटेल आउटलेट्स के लिए उत्पादों का उचित प्रवाह भी सक्षम करेगा। कई विकसित देश पहले ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को दैनिक आधार पर संशोधित कर रहे हैं।
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