मैंने एक हाथ-घड़ी खरीदी, जिसके बारे में विक्रेता ने कहा था कि आप पानी में डूबकी लगाते समय इसे पहन सकते हैं, उसमें पानी भर गया।

खरीदारी से सम्बंधित आपके अधिकार

किसी दोषपूर्ण वस्तु को आप वापस कर सकते हैं, यद्यपि आप:

  • उसे पहन चुके है या काम में ला चुके हैं
  • उसके टैग व लेबल हटा चुके हैं, या
  • मूल पैकेज से उसे निकाल चुके हैं।

एक शर्ट मैंने खरीदा और दो-एक बार पहनने के बाद जब धोया, तो पहली बार धोते ही उसका रंग उतरने लगा। हालांकि मैंने लेबल में लगे अनुदेशों का पालन किया था।

यह दिखाए गए नमूने या प्रदर्शित मॉडल के अनुरूप नहीं है

जब आप किसी वस्तु को नमूने या प्रदर्शित मॉडल के आधार पर खरीदते हैं, तो यह उस नमूने के अनुरूप होनी चाहिए। यदि वस्तु बिलकुल ही भिन्न है तो उसे आप नहीं खरीदते। आप रिफंड के हकदार हैं।

मैंने कपडे के नमूने के आधार पर एक काउच खरीदा। किन्तु जब यह आया तो नमूने के रंग से भिन्न था।

यह विवरण के अनुरूप नहीं है

वस्तु इसके विवरण (जैसे, लेबल या टीव़ी विज्ञापन) के अनुरूप होनी चाहिए। जब यह अपने विवरण से इतनी भिन्न है कि आप इसे खरीदते ही नहीं, तो आप उसके रिफंड के हक़दार हैं।

मैंने स्टोर के कैटेलोग में ‘चमड़े का’ बताया गया एक वॉलेट खरीदा। जब घर आया तो वस्तुतः विनाइल था।

यह वैसा काम नहीं करती जैसा विक्रेता ने कहा था

यदि कोई वस्तु वैसा काम नहीं करती हो जैसा कि विक्रेता ने आपको बताया था तो आप उसे वापस कर सकते हैं।

मैंने एक हाथ-घड़ी खरीदी, जिसके बारे में विक्रेता ने कहा था कि आप पानी में डूबकी लगाते समय इसे पहन सकते हैं, उसमें पानी भर गया।

यह मेरी अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं करती

उस वस्तु को आप वापस कर सकते हैं जो विनिर्दिष्ट काम या उद्देश्य को पूरा नहीं करती, यदि:

  • खरीदने से पहले, आपने विक्रेता को यह बता दिया था कि इससे आप क्या काम लेना चाहते हैं, और
  • वस्तु को चुनते समय आपने स्टोर के परामर्श पर भरोसा किया था।

मैंने एक कार विक्रेता से कहा था कि मुझे नाव ढोनेवाली कार चाहिए। विक्रेता ने मुझे यह कहते हुए कार बेची कि यह वैसा काम करेगी। उसी रात को सुरक्षा मैन्युअल पढने पर Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे मुझे मालूम हुआ कि नयी कार पर नाव को सुरक्षित रूप से ढोया नहीं जा सकता।

मैंने अपना विचार बदल दिया

किसी वस्तु को खरीदने के बाद यदि आपने उसे न खरीदने का मन बना लिया तो स्टोर उसे वापस नहीं भी ले सकता। फिर भी, कुछ स्टोर ‘खरीदने का मन बदलने’ के आधार पर उसका रिफंड देने, वस्तु को बदलने या ‘क्रेडिट नोट’ देने की नीति अपनाते हैं।

मेरे पास रसीद नहीं है

आपको यह प्रमाणित करना होगा कि उसी स्टोर से वस्तु खरीदी गई है। यदि आपके पास कैश रजिस्टर रसीद न हो, तो आप उदाहरण के तौर पर ये दिखा सकते Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे हैं:

  • क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट
  • ले-बाय अग्रीमेंट
  • फोन पर या ऑन-लाइन खरीदी की पुष्टि या रसीद नं।

मुझे यह उपहार के रूप में मिली है

उपहार प्राप्तकर्ताओं को रिफंड के वही अधिकार हैं जो सीधे स्टोर से खरीदने वाले ग्राहकों को मिलते हैं – परन्तु किसी वस्तु को वापस तभी किया जा सकता है जब आपके पास उसकी खरीदी का प्रमाण हो। ऊपर देखें।

मैंने इसे सेल में खरीदा है

पूरी कीमत देकर खरीदी गई वस्तुओं के समान सेल में खरीदी गई वस्तुओं के रिफंड के सम्बन्ध में भी आपको वे ही अधिकार प्राप्त हैं। इसीलिए ‘बेची गई वस्तुओं का रिफंड नहीं मिलेगा’ सूचक साइन बोर्ड लगाना गैर-कानूनी है।

फिर भी, यदि स्टोर ने पहले ही आपको बताया हो कि वस्तु दोषपूर्ण है, अथवा वस्तु की जाँच करते समय आपने उसके दोषों को नज़रंदाज़ किया हो तो आप रिफंड का दावा नहीं कर सकते – जैसे, किसी शर्ट पर टैग लगा हो ‘दोषपूर्ण सिलाई हेतु कीमत कम’।

‘ऑन सेल’ वस्तुओं के अन्य उदाहरण वे वस्तुएं हैं:

  • जिनकी कीमत में छूट दी गई है।
  • जो ‘सेम्पल्स व सेकंड्स’ के रैक पर रखी गई हैं
  • जो फैक्ट्री आउटलेट से खरीदी गई हैं।

मैंने इसे सेकंड हैण्ड खरीदा है

स्टोर से: नयी वस्तुओं की तरह सेकंड हैण्ड खरीदी गई वस्तुओं पर भी आपको रिफंड पाने के वही अधिकार प्राप्त हैं, लेकिन आपको सेल होने के समय वस्तु के टिकाऊ होने, उसकी कीमत और स्थिति को ध्यान में लेना होगा।

निजी विक्रेता से: विक्रेता के लिए यह अनिवार्य नहीं है कि वह आप द्वारा खरीदी गई वस्तु के लिए रिफंड दे। उसे बदल दे या उसकी मरम्मत कर दे (जैसे, गराज़ सेल या किसी वर्गीकृत विज्ञापन के जारिए क्या गया सेल)।

मैंने इसे ‘ऑन लाइन’ खरीदा है

यदि आपने किसी ऑस्ट्रेलियाई बिज़नस ऑन लाइन के जारिये खरीदी की है तो आपको किसी दुकान से खरीदी गई वस्तु के समान ही रिफंड पाने के अधिकार प्राप्त होंगे, बशर्ते वस्तु किसी निजी विक्रेता से न खरीदी गई हो। ऊपर देखें।

समाधान का हकदार हूँ। मुझे रिफंड मिलेगा, वस्तु की मरम्मत होगी या उसे बदल लिया जाएगा

यह समस्या पर आधारित है। यदि

बड़ी – इसका समाधान नहीं हो सकता या समाधान में काफ़ी समय लगेगा या इसका निवारण बहुत मुश्किल है

  • वस्तु वापस कर दें और उसका रिफंड लेने या उसे बदलने का विकल्प चुने, या
  • वस्तु रख लें और उसकी कीमत में कमी के लिए मुआवजा लें।

छोटी – व्याजवी समय में इसका समाधान किया जा सकता है

आपको समस्या के समाधान के लिए स्टोर को मौक़ा देना होगा। यह वे तय करेंगे कि आपको रिफंड देना है, वस्तु की मरम्मत करनी है या इसे बदल देना है। यदि स्टोर वस्तु की मरम्मत करना चाहता है तो उत्पादक को उक्त वस्तु वापस करना (और उनसे निपटना) उनकी ज़िम्मेदारी होगी।

शेयर बाजार में शुरू करना चाहते हैं कामयाबी का सफर, इन 5 कदमों से मिलेगी मंजिल

बाजार में निवेशकों को कई तरह की सावधानियां रखनी जरूरी होती हैं। इसमें सबसे अहम है कि आप लालच में आकर निवेश का कोई फैसला न करें और अनजाने लोगों से मिली सलाहों सोशल मीडिया से मिल रही सलाहों से दूर रहें।

नई दिल्‍ली, ब्रांड डेस्‍क। आपने अक्सर न्यूज चैनल में या खबरों में ऐसी तस्वीरें देखी होगी जिसमें बीएसई के बाहर लोग खड़े होकर बड़ी स्क्रीन पर बाजार की खबरें देखते हुए या शेयर के भाव पढ़ते हुए दिखते हैं। क्या आप भी ऐसे लोगों में शामिल है जो बाजार से बाहर रहकर बाजार पर उम्मीद भरी नजर लगाए खड़े हैं। छोड़िए अब ये इंतजार और हमारे साथ करिए शेयर बाजार में एंट्री और बनिए उन सभी सफल कहानियों का हिस्सा जिनकी वजह से बाजार आपकी राह रोक लेता है। आगे बढ़ने से पहले ये बताना भी जरूरी है कि बाजार में सफल कहानियों का हिस्सा बनना किसी भी कीमत पर आसान काम नहीं है। लेकिन थोड़ी तैयारी कुछ प्लानिंग और उस प्लानिंग पर मेहनत आपको सफल बना सकती है। आज हम आपको बाजार में अपनी शुरूआत करने की एक आसान योजना बता रहे हैं जिस पर आप आगे बढ़ सकते हैं।

Stock Market Investment: what is stop loss order

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ट्रेडिंग अकाउंट खोलना

शेयर बाजार में कामयाबी तभी मिलती है जब आप सही समय पर कदम उठाएं। इसलिए निवेश शुरू करने से पहले आप तय कर लें कि आपके पास सही टूल्स मौजूद हों। इसमें सबसे अहम होता है ट्रेडिंग अकाउंट। Trading Account का मतलब वो अकाउंट जिसकी मदद से आप सौदे कर सकें। देश भर में छोटे-बड़े कई ब्रोकिंग फर्म मौजूद हैं जो कि तेजी के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोलती हैं। हालांकि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपके दस्तावेज कितने पूरे हैं। वास्तव में इस प्रक्रिया में तीन अकाउंट शामिल होते हैं। पहला बैंक खाता जो पैसों से जुड़ा होता है, दूसरा डीमैट खाता जहां सिक्योरिटी जमा होती है और तीसरा ट्रेडिंग खाता जहां से आप ट्रेड करते है। हर ब्रोकिंग फर्म के ट्रेडिंग अकाउंट के अलग अलग फंक्शन होते हैं और उन्हें पूरा समझने में आपको वक्त लग सकता है। वहीं ट्रेडिंग अकाउंट को ऑपरेट करते वक्त छोटी से गलती आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए बाजार में निवेश से पहले अच्छे ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना उसके फंक्शन समझना और ब्रोकर्स के द्वारा दी जा रही सुविधाओं को जानना बेहद अहम है। ये प्रक्रिया आपको बाजार में सौदा करने और बाजार के फंक्शन को समझने में भी मदद करेगी।

बजट तय करना

निवेश का दूसरा कदम है बजट तैयार करना। शेयर बाजार के जानकार हमेशा सलाह देते हैं कि नए निवेशक को बाजार में सीमित रकम के साथ ही उतरना चाहिए, और ये रकम वो होनी चाहिए जिसका आपके दूसरे खर्चों पर असर न पड़ता हो। वहीं जानकार किसी और निवेश को तोड़ कर बाजार में निवेश से साफ मना करते हैं वहीं कर्ज लेकर भी बाजार में निवेश को सही नहीं माना जाता । इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए नए निवेशक को बाजार में निवेश के लिए एक रकम तय करनी चाहिए, और जब तक आपको खुद पर भरोसा न हो जाए आपको इसी बजट में बने रहना चाहिए।

स्टॉक का चुनाव

एक बार जब आप बाजार में एंट्री के लिए तैयार हों तो उसके बाद अगला कदम आता है कि आप निवेश कहां करें। बाजार में निवेश से फायदा दो बातों पर निर्भर करता है। पहला-आपने किस स्टॉक में निवेश किया है और दूसरा-आपने कब इस स्टॉक में निवेश किया है। स्टॉक और उस समय की पहचान बेहद मुश्किल काम है। इसके लिए आप शुरुआत में बाजार के किसी जानकार की सलाह ले सकते हैं, और समय के साथ बाजार को लेकर अपनी समझ विकसित कर सकते हैं। शुरुआत में निवेश का हर फैसला अच्छी तरह से सोच समझ कर करें क्योंकि ऐसा देखा गया है कि आम निवेशक जिन्हें शुरूआती सौदों में नुकसान हुआ है उनमें से अधिकांश वापस बाजार में नहीं उतरते या फिर निवेश को लेकर आत्मविश्वास खो देते हैं। ध्यान रखें कि शुरुआती सौदे भले ही ऊंचे रिटर्न न दें लेकिन वो ऐसे हों जिसकी वजह से बाजार पर आपका भरोसा बना रहे।

खरीद और बिक्री की प्रक्रिया

आज कल ट्रेडिंग अकाउंट से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है और आप एक मिनट में सौदे कर सकते हैं। प्रक्रिया में आपको ये बताना होता है कि Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे आप कितने शेयर लेना चाहते हैं और किस भाव पर लेना चाहते हैं और बीएसई या एनएसई किससे खरीद करना चाहते हैं। एक बार ये तय होने पर ब्रोकर अपने ब्रोकरेज के साथ आपको सौदे की पूरी जानकारी दे देगा,आपके अप्रूवल के साथ आपका ऑर्डर बाजार पहुंच जाएगा। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि ये आपका ऑर्डर है और ये तभी पूरा होगा जब कोई दूसरा आपका ऑर्डर स्वीकार करेगा। अगर सौदा पूरा होता है तो आपके खाते में शेयर ट्रांसफर होने में 2 दिन लगते हैं। ये प्रक्रिया बेहद आसान लेकिन काफी अहम होती है और इसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती। ध्यान रखें कि ऑर्डर भरते वक्त अगर आपसे कोई गलती हुई तो इसका नुकसान आपको ही उठाना होगा।

बाजार में निवेश की रणनीति

एक बार stock का चुनाव करने के बाद आपको तय करना होता है कि आपकी निवेश रणनीति क्या होगी। बाजार में निवेश की रणनीति इस बात पर तय होती है कि आप बाजार में कब तक बने रहना चाहते हैं। आप कुछ मिनटों में सौदा कर सकते हैं तो वहीं आप दशकों तक भी पैसा लगाए रख सकते हैं। जानकार सलाह देते हैं कि शुरुआती निवेशक day trading या short term investment Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे को पहले समझें, सही गाइडेंस के साथ ट्रेडिंग के हुनर सीखें फिर आगे बढ़ें इससे आपके सफल काराबोरी बनने की संभावनाएं मजबूत होंगी। एक दिन के कारोबार या एक हफ्ते के कारोबार में स्टॉक Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे में किसी भी फैक्टर का असर देखने को मिल सकता है जो कि जरूरी नहीं कंपनी के अपने प्रदर्शन से संबंधित हो, ऐसे में बाजार की समझ विकसित होने तक नए निवेशक बाजार को वक्त देने की रणनीति पर काम करें।

बाजार में निवेश से जुड़ी सावधानियां

बाजार में निवेशकों को कई तरह की सावधानियां रखनी जरूरी होती हैं। इसमें सबसे अहम है कि आप लालच में आकर निवेश का कोई फैसला न करें और अनजाने लोगों से मिली सलाहों, सोशल मीडिया से मिल रही सलाहों से दूर रहें। वही नए निवेशकों को बिना सोचे समझे तेज और आक्रामक सौदों से भी बचना चाहिए। सलाह दी जाती है कि जब तक बाजार को लेकर आप पूरी जानकारी न हासिल कर लें तब तक किसी भरोसेमंद सलाहकार की मदद से शेयर बाजार में धीरे धीरे आगे बढ़ें। 5paisa भी आपके लिए एक ऐसा ही भरोसेमंद सलाहकार है जो बाजार को लेकर आपकी समझ विकसित करने और आपको एक कामयाब निवेशक बनाने में मदद करता है। 5paisa कई ऐसे टूल्स ऑफर करता है जहां आप खुद बाजार को समझ सकते हैं, स्टॉक का चुनाव कर सकतें और अपने बल पर सीखने के साथ निवेश के फैसले ले सकते हैं। ऐसा ही एक टूल FinSchool है जो आपको बेहद आसान तरीके से बाजार को समझने में मदद करेगा. आप बाजार में नए हैं या फिर बाजार को लेकर एडवांस कोर्स करना चाहते हैं, फिनस्कूल पर आपको अपनी जरूरत की Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे हर जानकारी मिलेगी। फिनस्कूल जैसे टूल्स के साथ 5paisa की गाइडेंस में आप आने वाले समय में बाजार के हर हिस्से से मुनाफा पाने की स्थिति में पहुंच सकते हैं।

Intraday Trading से कमाना चाहते है खूब पैसा? तो इन 9 टिप्स को करें फॉलो

Intraday Trading से कमाना चाहते है खूब पैसा? तो इन 9 टिप्स को करें फॉलो

Intraday Trading: शेयर मार्केट में हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग करके पैसा कमाना चाहता है, लेकिन यह उतना भी आसान नहीं और न ही उतना कठिन है। तो अगर आप भी Intraday Trading से पैसा कमाना चाहते है तो यहां बताएं गए 9 टिप्स को फॉलो करें।

Make Money from Intraday Trading: इंट्राडे ट्रेडिंग उसी दिन (स्टॉक एक्सचेंज के खुलने और बंद होने के घंटों के भीतर) शेयरों को खरीदने और बेचने का कार्य है, जिसका उद्देश्य उसी दिन प्रॉफिट बुक करने के लिए बाजार की अस्थिरता का लाभ उठाना है। यह बहुत अधिक रिटर्न की क्षमता के साथ आता है, इस प्रकार का व्यापार भी बहुत जोखिम भरा होता है। खरीदे गए शेयर को उसी दिन बेचे जाने की आवश्यकता होती है, वरना वे आपके एकाउंट में आटोमेटिक रूप से वितरित हो जाते हैं।

ट्रेडर्स को प्रॉफिट बुक करने के लिए छोटे प्राइस में उतार-चढ़ाव, चार्ट पढ़ने और उच्च मात्रा पर भरोसा करना पड़ता है। हालांकि यह बहुत लुभावना Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे लग सकता है, लेकिन Intraday Trading में भाग लेने से पहले एक ट्रेडर को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए उन 9 टिप्स को जानें जो आपकी मदद कर सकती हैं।

1) हाई वॉल्यूम डेटा और उच्च अस्थिरता वाले शेयरों का चयन करें

प्रॉफिट बुकिंग के अपने अवसरों को अधिकतम करने के लिए, आपको बाजार के रुझान और तरलता को भुनाने की आवश्यकता होगी। हाई वॉल्यूम डेटा वाले शेयरों को खोजने पर ध्यान दें क्योंकि उनके पास हाई लिक्विडिटी है और दिन का कारोबार आसान हो सकता है। केवल कुछ शेयरों का चयन करने का प्रयास करें, क्योंकि अधिक शेयर की निगरानी करना आपके लिए कठिन हो सकता है।

इसके अलावा ट्रेड वॉल्यूम और अस्थिरता (Volatility) की तलाश करें। हाई ट्रेड वॉल्यूम वाला कोई भी शेयर दिन के अंत में खुली स्थिति को बंद करने के लिए एक अच्छा विकल्प दर्शाता है। कम अस्थिर स्टॉक का मतलब होगा कि आपको शेयरों की डिलीवरी लेनी पड़ सकती है और दिन के अंत में प्रॉफिट बुकिंग के लिए अपने प्रस्ताव में सेंध लगाना पड़ सकता है।

2) इंट्राडे ट्रेडिंग को सम्मान के साथ करें

अपने Intraday Trading को केवल मनोरंजन या शौक के रूप में मानने से आपके लिए अच्छा रिटर्न मिलने की Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे संभावना नहीं है।

इंट्राडे ट्रेडिंग को अपना एक बिजनेस मानें। यह व्यवसाय के समान है, इन दोनों में खर्च, टैक्स, रिस्क, लॉस, अनिश्चितता और बहुत कुछ है। व्यापार के विभिन्न पहलुओं को जानें और अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए समान स्तर का समर्पण और सम्मान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

3) ट्रेडिंग प्लान पर टिके रहें

किसी भी Intraday Trader के लिए ट्रेडिंग प्लान महत्वपूर्ण है। सही प्लान के बिना किया गया कोई भी Intraday Trading आपके प्रॉफिट कमाने की संभावनाओं को गंभीर रूप से बाधित करेगा। एक बिजनेस प्लान और कुछ नहीं बल्कि एक स्पष्ट और संक्षिप्त विचार है कि क्या करना है, कब एंट्री करना है और कब मार्केट से एग्जिट करना है।

आप या तो अपनी रणनीति बना सकते हैं या विशेषज्ञों द्वारा सूचीबद्ध रणनीतियों में से एक का पालन कर सकते हैं। एक रणनीति से चिपके रहने से यह सुनिश्चित होगा कि आप अपनी भावनाओं को व्यापार में नहीं लाते हैं और आपके मन में एक अंतिम परिणाम होता है।

4) एक Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे स्टॉप लॉस बनाएं

Intraday Trading में एक सही रणनीति का लक्ष्य मुनाफे को अधिकतम करना और नुकसान को कम करना है। शेयर मार्केट अनिश्चितता से भरा है, और आप हमेशा सही परिणाम की भविष्यवाणी नहीं कर सकते। किसी भी संभावित नुकसान की स्थिति से खुद को बचाना योजना का हिस्सा होना चाहिए। यहीं पर स्टॉप लॉस एक प्रभावी समाधान बन सकता है।

स्टॉप लॉस एक ऐसा तरीका है जिसमें शेयर एक बार पूर्व निर्धारित मूल्य स्तर तक पहुंचने के बाद बेचे जाते हैं। जब कोई ट्रेडर स्टॉप-लॉस ऑर्डर में प्रवेश करता है, तो उसके शेयर आटोमेटिक रूप से बंद हो जाएंगे यदि वह गिरता है और स्टॉप-लॉस पर निर्धारित मूल्य स्तर तक पहुंच जाता है। यह रणनीति खुली स्थिति को बंद करने और संभावित रूप से नुकसान को कम करने में मदद कर सकती है।

5) पहले घंटे से बचें

बाजार अक्सर दिन के पहले घंटे में और कभी-कभी आखिरी घंटे में भी अत्यधिक अस्थिर होता है। ज्यादातर रैलियां सुबह के कारोबार के दौरान देखी जाती हैं। यह अक्सर कुछ चुनिंदा लोगों के पक्ष में बाजार को तिरछा कर सकता है। यही कारण है कि कीमतों में उतार-चढ़ाव पर ध्यान देना और प्रवेश करने के लिए सही समय चुनना आपके इंट्राडे ट्रेडिंग को सफल बनाने के लिए जरूरी है। यह सुनिश्चित करने के लिए सुबह 11 बजे के बाद खरीदारी करें कि शुरुआती रैली आपको अपनी योजनाओं से नहीं रोके।

6) अपने डर और लालच को मैनेज करें

मनुष्य के रूप में हम भय और लालच से प्रेरित होते हैं। डर अक्सर लोगों को बाजार में थोड़े से बदलाव के साथ भी अपनी स्थिति का व्यापार करने के लिए मजबूर कर देता है और उन्हें संभावित रूप से बड़े लाभ से वंचित कर सकता है, जबकि लालच लोगों को शेयरों में हाई प्रॉफिट मार्जिन उत्पन्न करने की उम्मीद में शेयरों पर पकड़ बनाए रख सकता है, जबकि शेयरों को देखते हुए पहले ही चरम पर पहुंच चुके हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग हाई प्रॉफिट बुकिंग की आशा के साथ जोखिम लेने और जोखिम के पहलू को कम करने के बारे में है। Intraday Trading में अपने डर और लालच को मैनेज करना बेहद जरूरी है। एक मजबूत ट्रेडिंग प्लान के साथ बैलेंस खोजना और योजना के बाहर किसी भी विचार को पंख नहीं देना आवश्यक है। अपनी योजना पर टिके रहें और भय या लालच के शिकार होने से बचने के लिए सावधानी पूर्वक कदम उठाएं।

7) अपने इमोशन को साइड में रखें

Intraday Trading Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे के पीछे इरादा मुनाफा कमाना है और इसके लिए आपको एक निवेशक के रूप में एक अच्छी स्ट्रेटेजी की जरूरत होती है जिसका आप ठीक से पालन कर सकें। शेयर मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग में इमोशन के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्हें दूर रखना ही समझदारी होगी। लक्ष्य पर अपना ध्यान केंद्रित रखें और भावनात्मक रूप से संचालित रणनीति के बजाय फैक्ट आधारित निर्णय लें। बाजार में सही एंट्री और एग्जिट पॉइंट की तलाश करें और इसका अधिकतम प्रॉफिट उठाएं।

8) लगातार सीखते रहें

लगातार सीखना और समझना शेयर ट्रेडिंग यात्रा का हिस्सा है और कुछ ऐसा जो हर Trading करते वक्त क्या सावधनिया रखे व्यापारी नियमित रूप से करता है। वॉरेन बफेट, द ओरेकल ऑफ ओमाहा जैसे सर्वश्रेष्ठ निवेशक तकनीकी पहलुओं, बाजारों, रणनीतियों, रुझानों, इंट्राडे टिप्स और बहुत कुछ के बारे में जानने के लिए हर दिन सीखने के लिए जाने जाते हैं।

बाजार के बारे में आप जो कुछ भी कर सकते हैं उसे सीखने और आर्थिक अवधि और रुझानों को देखने पर ध्यान दें। इन चीजों के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त करने से आपको अपनी रणनीति विकसित करने में मदद मिलेगी और भावनात्मक आवेग में आने के बजाय अच्छी तरह से योजना बनाई जाएगी।

9) समझें कि जोखिम अनिवार्य हैं

शेयर मार्केट अक्सर उतरता-चढ़ता रहता है। हर बार सही परिणाम की भविष्यवाणी करना निश्चित नहीं है। कई बार आपकी Intraday Trading से आपको भारी मुनाफा होगा। इसी तरह कुछ दिन ऐसे भी आ सकते हैं जब आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे समय में एक योजना बनाना और उस पर टिके रहना महत्वपूर्ण है। वास्तविक गोल निर्धारित करें और इमोशन के बजाय अपने ज्ञान के आधार पर निर्णय लेते रहें।

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