अनाज के व्यापारी को फायदा ये होगा कि उसे अनाज फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार एक फिक्स प्राइस पर मिल जायेगा…क्योकि वो ऐसा सोचता है कि फ्यूचर में अनाज का भाव कम हो सकता है …
What is Futures Trading in Hindi | फ्यूचर्स ट्रेडिंग क्या है? | Future Trading Meaning in Hindi
Future Trading in Hindi: Future trading is an important method of trading in the stock market. Let us understand in detail in this article what is futures trading? (What is Futures Trading in Hindi) and what is the meaning of Futures Trading.
Future Trading in Hindi: निवेशक निवेश को हेज (Hedge) करने के लिए फ्यूचर ट्रेडिंग का विकल्प चुनते हैं और उन्हें पहले से तय की गई निर्धारित तिथि पर पहले से निर्धारित कीमत पर खरीदते हैं। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार खरीदार (Buyer) को खरीदना चाहिए और विक्रेता (Seller) को समाप्ति तिथि से पहले बेचना चाहिए। यह सिर्फ एक प्राथमिक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट है, आइए हम और अधिक चर्चा करें और फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट (Meaning of Future Contract in hindi) और फ्यूचर ट्रेडिंग के अर्थ (Future Trading Meaning in Hindi) को समझें और यह कैसे काम करता है।
निफ्टी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस से कैसे कमाएं मुनाफा?
अगर कारोबार के बारे में आपका ठोस नजरिया है और आप जोखिम ले सकते हैं तो थोड़ी कीमत चुका कर आप निफ्टी ऑप्शंस और फ्यूचर्स पर दांव खेल सकते हैं.
कॉल ऑप्शन इस खरीदने वाले को तय अवधि के दौरान पहले से तय कीमत पर निफ्टी खरीदने का अधिकार देता है. बायर को चाहे तो अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकता है. वह चाहे तो अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं भी कर सकता है. इसी तरह पुट ऑप्शन इसे खरीदने वाले को इंडेक्स बेचने का अधिकार देता है. इंडेक्स फ्यूचर्स के सौदों का निपटारा कैश में होता है.
प्रश्न: निफ्टी फ्यूचर्स एंड ऑप्शन सौदा कैसे काम करता है?
उत्तर: इसे उदाहरण के साथ फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार समझते हैं. मान लीजिए ट्रेडर ए को लगता है कि निफ्टी 10,7000 के स्तर तक चढ़ेगा. इसके लिए वह कुछ मार्जिन चुकाता है, जो कॉन्ट्रैक्स की कुल लागत का छोटा हिस्सा होता है. वह जिससे सौदा करता है, वह ट्रेडर बी है, जो इस स्तर पर निफ्टी बेचता है.
डेरीवेटिव के प्रकार (TYPES OF DERIVATIVE)
अगर बात करे तो फॉरवर्ड डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट (Forward Derivative Contract) के बारे में तो इसकी अंग्रजी परिभाषा ये कहती है कि –
Forwards Are Customized Contract Made Today Between Buyer And Seller For The Transaction Which Will Happen In Future,
फॉरवर्ड buyer और seller के बीच होने वाला एक व्यक्तिगत कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिस कॉन्ट्रैक्ट में असली TRANSACTION फ्यूचर में किसी दिन होने वाला होता है,
जैसे – अनाज उगाने वाला किसान अपने फसल को बेचने के लिए अगर किसी अनाज के व्यापारी से एक कॉन्ट्रैक्ट या अग्रीमेंट करता है कि किसान उस अनाज के व्यापारी को फ्यूचर में माल बेचेगा, जिसकी कीमत आज तय हो जाएगी, और उसी कीमत पर किसांन अपना वो माल उस व्यापारी को बेचेगा,
फ्यूचर डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट (Future Derivative Contract)
सिम्पली फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट, फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट का next version है, जिसमे फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट में आने वाली प्रोब्लेम्स को सोल्व करने के लिए बनाया गया है, अगर इसके परिभाषा की बात करे तो फ्यूचर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार कॉन्ट्रैक्ट भी Buyer और Seller के बीच होने वाला एक व्यक्तिगत नहीं बल्कि स्टैण्डर्ड कॉन्ट्रैक्ट होता है, और इस कॉन्ट्रैक्ट में असली TRANSACTION फ्यूचर में किसी दिन होने वाला होता है,
फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की खास बात ये है कि –
- कॉन्ट्रैक्ट standardized हो, मतलब हर एक के लिए बराबर हो, पहले से तय एक जैसे नियम हो,
- कॉन्ट्रैक्ट किसी मार्केट (स्टॉक एक्सचेंज) में लिस्टेड हो, जहा से कोई भी खरीद सके, बेच सके,
- एक्सचेंज एक गारंटर के रूप हो ताकि कोई पार्टी डिफ़ॉल्ट ना करे,
- कॉन्ट्रैक्ट का जो पूरा टाइम पीरियड है उसके अन्दर वो कॉन्ट्रैक्ट किसी और को ट्रान्सफर किया जा सता हो ,
आप्शन डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट (Option Derivative Contract)
आप्शन डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट भी बिल्कुल एक फ्यूचर डेरीवेटिव कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसमे हमारे पास फ्यूचर में किसी डेट को कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार सौदा करने का अधिकार होता है, लेकिन ऑब्लिगेशन नहीं होता है …यानी ये जरुरी नहीं होता कि हमें वो सौदा करना ही करना है…
अगर हमें उस फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट से फायदा हो रहा है तो हम उस कॉन्ट्रैक्ट को एक्सीक्यूट या फिर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार सेटल करके लाभ कमा सकते है ..
लेकिन अगर उस कॉन्ट्रैक्ट में हमें कोई फायदा नहीं होने वाला, लोस होने वाला है तो फिर हम उस कॉन्ट्रैक्ट को नहीं करेंगे…….इस तरह का आप्शन यानि विकल्प देता है …आप्शन कॉन्ट्रैक्ट…
और इसीलिए इस कॉन्ट्रैक्ट का नाम है आप्शन कॉन्ट्रैक्ट ..
क्योकि …आप्शन कॉन्ट्रैक्ट एक तरह क फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट होता है , जिसमे हमें राईट तो होता है ..यानि हम अगर चाहे तो सौदे को एक्सीक्यूट कर सकते है, लेकिन अगर हम नहीं चाहे तो हमारे ऊपर कोई ऑब्लिगेशन नहीं है कि उस सौदे को सेटल या कम्पलीट करना ही करना है …
फ्यूचर ट्रेनिंग की जरूरत क्यों पड़ी?
फ्यूचर ट्रेडिंग में पैसे न होने की स्थिति में व प्रॉडक्ट तैयार न होने के कारण फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट होते हैं जिसमे अगर आप आज किसी प्रॉडक्ट का सौदा करते हैं तो बाद में उसी निश्चित समय और फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार मूल्य का लेन देन करके इसे समाप्त किया जाता है फ्यूचर ट्रेडिंग शुरू होने के कारण आने वाले भविष्य की कीमतें और अनुमान आसानी से मिल जाते हैं जिससे कि जिस सेग्मेंट में फ्यूचर ट्रेडिंग की जाती है वह स्थिर बना रहता है लेकिन स्पॉट ट्रेडिंग के समय ऐसा नहीं होता है. फ्यूचर ट्रेडिंग में आपको किसी न्यूनतम पूंजी की जरूरत नहीं होती है यह आपके सौदे पर डिपेंड करता है फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार यहाँ पर आप अपने ब्रोकर से मार्जिन लेकर भी सौदा कर सकते हैं और सौदा खत्म होने पर ब्रोकर को मार्जिन वापस देना होता है.
तरलता: फ्यूचर ट्रेडिंग में हर रोज़ नए नए सौदे होते हैं जिससे ट्रेडर को फ्यूचर ट्रेडिंग में काफी ज्यादा तरलता मिलती है
फ्यूचर ट्रेडिंग में हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
फ्यूचर ट्रेडिंग में हमें जितना अधिक प्रॉफिट होता है उतना ही इसमें रिस्क भी होता है अगर आप पहली बार फ्यूचर ट्रेनिंग कर रहे हैं तो आपको फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी होना बहुत ज़रूरी है.
- स्टार्टिंग में अगर मार्केट आपके हिसाब से नहीं हैं तो आप काफी ज्यादा देनदारियों में उलझ सकते हैं.
- फ्यूचर ट्रेडिंग करने में आपको शुरुआत में अपने पैसे का इन्वेस्टमेंट काफी सावधानी से करना है.
- आपको अपने द्वारा लिए गए निर्णय और होने वाली ट्रेड के मूल्यों के प्रति काफी सजग रहना बहुत जरूरी होता है.
- अगर आपको फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो इसमें आपको काफी ज्यादा नुकसान भी हो सकता है.
- यदि आप किसी भी कॉन्ट्रैक्ट के बीच में छोड़कर जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ पेमेंट करना पड़ता है जो आपके लिए नुकसानदायक होता है.
आज आपने क्या सीखा
दोस्तों, हम उम्मीद करते हैं कि हमारा ये (Future trading kya hai) आर्टिकल आपके लिए काफी हेल्पफुल होगा और आपको पसंद भी आया होगा क्योंकि इसमें हमने आपको फ्यूचर ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी इन्फॉर्मेशन दी है
हमारी यह (Future trading kya hai) जानकारी आपको कैसे लगी कमेंट करके जरूर बताएगा और जो कैंडिडेट फ्यूचर ट्रेडिंग करना चाहते हैं उनके साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 256