Cryptocurrency Prices Today: Bitcoin में 5% की तेजी, Tether में आई गिरावट, जानिए अन्य क्रिप्टो का हाल

मौजूदा समय में बिटकॉइन 51,900 रुपये पर कारोबार कर रहा है। बाजार में इसकी हिस्सेदारी 43.36 फीसदी है

Cryptocurrency Prices Today: क्रिप्टोकरेंसी में इन दिनों तेजी का माहौल बना हुआ है और यह 8 नवंबर को भी हरे निशान में कारोबार कर रहा है। ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप 210.87 लाख करोड़ रुपये है। जो कि पिछले दिन के मुकाबले3.37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में कुल क्रिप्टोमार्केट वॉल्यूम 7,02,549 अरब रुपये है जो कि पिछले दिन के मुकाबले 1.31 फीसदी कम है।

मौजूदा समय में बिटकॉइन (Bitcoin) 51,99,000 रुपये पर कारोबार कर रहा है और इसकी हिस्सेदारी 43.26 फीसदी है जो कि दिन भर में 0.83 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। मेमे क्रिप्टोकरेंसी Shiba Inu WazirX exchange में सबसे ऊपर है। इसके बाद दूसरे नंबर में बिटकॉइन और तीसरे नंबर में हीलियम (Helium) है।

वहीं Dogecoin मौजूदा समय में 0.004365 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जो कि कल के मुकाबले 5.41 फीसदी नीचे है। ऑस्ट्रेलिया के बैंकिंग वॉचडॉग यानी रेगुलेटरी कॉमनवेल्थ बैंक (Commonwealth Bank) ने रिटेल निवेशकों के लिए बिटकॉइन में ट्रेडिंग की योजना बनाई है। CBA ने कहा कि ऑस्टेलिया में क्रिप्टोकरेंसी के लिए किसी भी रेगुलेशन का स्वागत करेगा। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में क्रिप्टोकरेंसी के लिए अभी कोई रेगुलेटरी नियम नहीं है।

बिटकॉइन मौजूदा समय में 51,99,000 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसमें पिछले 24 घंटे में 5.11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह Ethereum 3,74,497 रुपये पर नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में इसमें 3.19 फीसदी का इजाफा देखने को करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज मिल रहा है। Tether भी मौजूदा समय में 79.74 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसमें पिछले 24 घंटे में 0.30 फीसदी की गिरावट दिख रही है।

CG में क्रिप्टोकरंसी पर बड़ी कार्रवाई: चायनीज मॉडल की तस्वीर के सहारे राजनांदगांव के करोबारी को ठगा, पुलिस ने फ्रीज किए विदेशी अकाउंट

राजनांदगांव की पुलिस ने क्रिप्टोकरंसी के फर्जीवाड़े केस में बड़ी कार्रवाई की है। चायना के मशहूर “शा झू पान“ मामले में राजनांदगांव के SP, IPS संतोष सिंह ने करोड़ों रुपये की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज करवाई है। बताया जा रहा है कि ये अपनी तरह का पहला मामला है जिसमें राजनांदगांव में FIR की गई है।

SP संतोष सिंह ने चायनीज का खाता फ्रीज करवा दिया।

SP संतोष सिंह ने बताया कि ग्लोबल एंटी स्कैम ऑर्गेनाजेशन के मुताबिक ’शू झू पान’ स्कैमर्स दुनिया भर में लोगों से हर साल अरबों डॉलर की धोखाधड़ी करते हैं। ये मशहूर क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी गैंग “शा झू पान“ (चीनी में अर्थ - रोमांटिक घोटाला) के नाम से ऑपरेट करता है। राजनांदगांव के रहने वाले डॉ अभिषेक पाल ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से इस केस की शिकायत की थी।

इस मॉडल की तस्वीर के सहारे ठगी।

ताइवान की मॉडल के हुस्न का जाल
कारोबारी को “एना-ली“ नाम की गैंग मेंबर में ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर दोस्त बनाया। एना ली ने ताइवान की इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी की तस्वीरों के सहारे फर्जी आइडी से भरोसे में लिया। क्रिप्टोकरंसी में डील की बातें की, कुछ फायदा भी पहुंचाया जिससे शिकायतकर्ता को भरोसा हो जाए।

बातों में आकर अभिषेक पाल ने एना ली की बताई मेटाट्रेडर-5 नाम की कंपनी में 35,000 $ अमरीकी यानी की करीब 31 लाख रुपये का निवेश किया। इसमें मुनाफा हुआ तो रकम बढ़कर 68 लाख करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज हो गई। मगर बाद में, जब पीड़ित ने अपना रूपये निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और ठगी की।

फेक आइडी बनाकर भरोसे में लिया।

शिकायत मिलने के बाद खुद राजनांदगांव के SP संतोष सिंह ने इसकी जांच की। यह पता चला कि संदिग्ध “एना-ली“ ने ताइवान की मॉडल की तस्वीर लगाकर लोगों को ठग रही है। क्रिप्टोकरेंसी के खातों के ट्रांजेक्शन को पता किया गया। जानकारी मिली कि खातों से रकम का लेन-देन चायना के लियू कियांग, विंग सैन त्से और गुओ पैन नाम के लोग कर रहे हैं। राजनांदगांव पुलिस की पहल पर तीनों के खातों जिसमें करीब 4 करोड़ रुपए थे इसे फ्रीज कर दिया गया है। राजनांदगांव की पुलिस रकम जब्त करने और ठगों को पकड़ने की दिशा में काम कर रही है।

होती है अरबों डॉलर की ठगी
“शू झू पान“ स्कैम के शिकार भारत के कई लोग हो सकते हैं। ये एशियाई देशों में डिजिटल करंसी फ्रॉड करने वाला बड़ा ग्रूप है। ये हर साल अरबों डॉलर की ठगी करते हैं। दक्षिण-पूर्व एशिया में ये काफी एक्टिव बताय जाता है। इस गैंग के लोग पीड़ित को धोखा देने के लिए पीड़ित के साथ धीरे-धीरे दोस्ती का संबंध बनाते हैं। ये किसी बड़े कॉर्पाेरेट की तरह अपने कार्यालय चलाते हैं। जांच में ये बात सामने आई है कि 2000 से अधिक फर्जी सेल कंपनियां भी चलाई जा रही हैं। जिनका पता लंदन का है। सभी कंपनियों के डायरेक्टर चीन के निवासी है। 2021 में अमेरिकी खूफिया एजेंसी करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज FBI ने केवल अमेरिका में इस तरह के घोटालों से 1 बिलियन अमरीकी डालर के नुकसान की सूचना दी है।

कारोबारी अपनी कमाई इसके जरिए बढ़ाने की ताक में रहते हैं।

क्या होती है डिजिटल करेंसी?
क्रिप्टो करेंसी दरअसल, वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान, अंतर सिर्फ इतना है कि यह आभाषी है और दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है। जहां एक ओर किसी भी देश की करेंसी के लेन-देन के बीच में एक मध्यस्थ होता है, जैसे भारत में केंद्रीय बैंक, लेकिन क्रिप्टो के कारोबार में कोई मध्यस्थ नहीं होता और इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है। यही कारण है कि इसे अनियमित बाजार के तौर पर जाना जाता है, जो पल में किसी को अमीर बना देता है और एक झटके में उसे जमीन पर गिरा देता है। लेकिन बावजूद इस उतार चढ़ाव के इसको लेकर लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है।

पुलिस की अपील
राजनांदगांव SP संतोष सिंह ने बताया कि इंटरनेट पर मिले किसी व्यक्ति के अनुरोध पर ऐसे किसी भी स्कीम में निवेश न करें। कोई इतना बड़ा मुनाफा देने वाली कोई स्कीम है तो समझिए वो ज्यादातर घोटाले होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी स्वयं अत्यधिक अस्थिर और जोखिम भरी संपत्ति हैं। निवेश करने से पहले उचित शोध कर लेने से व्यक्ति ऐसे घोटालों के जाल में फंसने से बच सकता है।

क्रिप्टो करेंसी वाली कंपनी पर ED ने कसा शिकंजा,करीब 65 करोड़ रुपये किए फ्रीज

नई दिल्ली। चलाने वाली कंपनी WazirX पर कार्रवाई करते हुए 64.67 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं। कंपनी की ये रकम बैंक खातों में जमा थी, जिसे फ्रीज कर दिया गया है। एजेंसी ने ये कार्रवाई मोबाइल ऐप के जरिए लोन देकर फर्जीवाड़ा करने वाली कंपनियों की मदद करने और उनके पैसों को Crypto Currency में बदल कर विदेश भेजने के आरोप में करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज की है। एजेंसी मोबाइल ऐप के जरिए लोन देकर भारी ब्याज वसूलने वाली कंपनियों के खिलाफ जांच कर रही है। ये सभी कंपनियां RBI के बैकिंग कानून का उल्लघन कर अवैध तरीके से लोगों को पैसे ब्याज पर दे रही थी और भारी ब्याज के साथ पैसे वसूल रही थी। ये कंपनियां पैसे लेने वाले लोगों के फोन का डाटा भी चोरी कर रही थी और फिर पैसे वापिस लेने के लिए जानकारों को धमकाने के साथ ब्लैकमेल भी कर रही थी।

अवैध तरीके से चल रही थीं कंपनियां
ये सब कपंनियां अवैध तरीके से चल रहीं थीं और सब के पीछे चीनी कंपनियों के पैसे थे। इन ऐप के जरिए लोन देने वाली कंपनियों को NBFC यानी Non Banking Finance Company लाइसेंस नहीं मिला तो ये बंद हो चुकी कंपनियों के साथ गलत तरीके से MoU कर काम कर रहीं थीं।

ऑपरेशन में नहीं हैं ज्यादातर कंपनियां
एजेंसी ने जब इन कंपनियों की जांच करनी शुरू की तो पता चला कि ज्यादातर कंपनियों ने अपना काम बंद कर दिया है और पैसे को Crypto Currency में बदल कर विदेश भेज दिया है। जब एजेंसी ने Crypto में काम करने वाली कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि सबसे ज्यादा Crypto WazirX में खरीदे गए हैं और इसे विदेश में डॉयवर्ट कर दिया गया है।

दोनों के बयानों में सामने आया बड़ा फर्क
ED ने अपनी जांच में पाया कि Zanmai Labs Pvt Ltd ही WazirX Crypto Exchange चलाती है. इसका Crowdfire Inc. USA, Binance(Cayman Island) Zettai Pte Ltd Singapore के साथ एग्रीमेंट है। इससे पहले जब ED ने WazirX के मैनेजिंग डायरेक्टर निश्चल शेट्टी से करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज पूछताछ की थी तो उसने कहा था कि कंपनी सिर्फ भारतीय करेंसी में एक्सचेंज करती है और Binance के साथ सिर्फ IP जैसे एग्रीमेंट हैं। लेकिन अब Zamai ने कहा कि वो सिर्फ भारतीय करेंसी में एक्सचेंज देखते हैं और बाकी सब Binance कंपनी WazirX पर देखती है। यानी दोनों विरोधाभासी बयान दे रहे हैं।

दफ्तर को लेकर संशय बरकरार
WazirX क्लाउड बेस कंपनी है और इसके सभी कर्मचारी घर से काम करते हैं। कंपनी के रजिस्टर्ड दफ्तर में सिर्फ दो कुर्सियां है और Crypto से जुड़े जितने भी ट्राजेक्शन Binance देखती है जिसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है कि इसका दफ्तर कहां है और कौन कर्मचारी है? यहां तक की कंपनी के [email protected] पर मेल भेज कर जवाब मांगने की कोशिश की जिसका कोई जवाब नहीं आया। इसके अलावा एजेंसी ने WazirX को लोन देने वाले कंपनी और उनके पैसों को Crypto के जरिए विदेश भेजने पर जवाब देने के लिए काफी मौके दिए। लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। यहां तक की कंपनी का रिकॉर्ड Blockcjain पर भी मौजूद नहीं है। WazirX ने बताया कि जुलाई 2020 से पहले बैंक खातों के जरिए Crypto Exchange करने का कंपनी के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है और ना ही किसी तरह का वेरिफिकेशन करवाया गया।

जब कंपनी की तरफ से एजेंसी को जांच में कोई सहयोग नहीं दिया गया तो एजेंसी ने 3 अगस्त को मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत कंपनी में छापेमारी की। इस छापेमारी में एजेंसी को पता चला कि WazirX ने 16 ऐप के जरिए लोन देने वाली कंपनियों के पैसों को Crypto में बदल कर विदेश भेजने में मदद की है और कंपनी के डायरेक्टर समीर महात्रे के पास कंपनी के डाटाबेस का रिमोट एक्सेस है। लेकिन बावजूद इसके वो किसी तरह की जानकारी एजेंसी के साथ साझा नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से एजेंसी ने Zanmai Labs Pvt Ltd और WazirX पर कार्रवाई करते हुए कंपनी के बैंक खातों में जमा 64.67 करोड़ रुपयों को फ्रीज कर लिया है।

क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामला : पुलिस ने करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज 4 करोड़ की रकम की सीज, जानिए कौन है मास्टर माइंड ?

राजनांदगांव में पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी से धोखाधड़ी करने के मामले को सुलझा लिया (Crypto currency fraud case in Rajnandgaon) है. इस केस के तार इंटरनेशनल ठगों से जुड़े हुए हैं. पुलिस का दावा है कि कुल 4 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज की गई है.

राजनांदगांव : राजनांदगांव पुलिस ने सीमा-पार क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी 'शू झू पान' मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरंसी सीज की है. Global anti scam organization के अनुसार 'शू झू पान' स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की धोखाधड़ी करते हैं. वही राजनांदगांव में भी एक पीड़ित ने पूरे मामले में कुछ माह पूर्व कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं इस पूरे मामले में राजनांदगांव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 4 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरंसी फ्रीज की (Seizure of four crores in accounts in Rajnandgaon) है.

क्या है पूरा मामला : कोतवाली थाना पुलिस ने 3 महीने के भीतर प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखधड़ी “शू झू पान“ (चीनी में अर्थ - रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा लिया है.पीड़ित डॉ अभिषेक पाल राजनांदगांव निवासी की शिकायत पर थाना कोतवाली में एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी. जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव गौरव राय ने मामले की विवेचना की .

कैसे दिया धोखा : मामले में संदिग्ध “एना-ली“ ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ अभिषेक पाल से दोस्ती की. फिर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया. एना ली ने पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए मनाया. फिर एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जो कि लंदन में पंजीकृत एक शेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए कहा. इसके लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट insafx.com के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा (Crypto currency fraud case in Rajnandgaon)दिया.

पीड़ित ने लाखों का किया था निवेश: पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35,000 $ अमरीकी डालर की राशि 31 लाख रुपए का निवेश किया था. बाद में उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 107825 $ अमरीकी डालर हो गया था. बाद में,जब पीड़ित ने अपना रूपए निकालने की कोशिश की,तो संदिग्ध ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और उससे 107825 $ अमरीकी डालर की ठगी की. संदिग्ध “एना-ली“ ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए ताइवान के ताइपे नामक जगह की एक इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी तेह की तस्वीरों का उपयोग करके एक नकली खाता बनाया था.वहीं पुलिस ने पूरे मामले में 3 उपयोगकर्ताओं के खाते जिसमें 4 करोड़ रुपए की राशि है. उसे फ्रीज किया गया है. जिसे पुलिस ने जब्त करने की कार्रवाई की है.

क्या है पुलिस की सलाह : राजनांदगांव सीएसपी गौरव राय (Rajnandgaon CSP Gaurav Rai) के मुताबिक '' राजनांदगांव के पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी.पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी के धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं इससे बचने के लिए पुलिस लोगों से अपील भी कर रही है. फिलहाल क्रिप्टो करेंसी फ्रिज पर आगे की कार्रवाई राजनांदगांव पुलिस द्वारा की जा रही है.''

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