Kumar Mangalam Birla: आदित्य बिड़ला इंश्योरेंस ब्रोकर्स को बेचने की तैयारी में कुमार मंगलम, ये है सबसे बड़ी वजह
Insurance Brokerage Unit: आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड अपनी इंश्योरेंस ब्रोकरेज यूनिट आदित्य बिड़ला इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड को बेचने जा रही है.
By: ABP Live | Updated at : 13 Dec 2022 05:47 PM (IST)
इंश्योरेंस ब्रोकर्स (PC- Freepik)
Selling Aditya Birla Insurance Brokerage Units : आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) से बड़ी खबर सामने आ रही है. देश के दिग्गज उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) 19 साल पुराने इंश्योरेंस ब्रोकरेज कारोबार को बेचने की तैयारी में है. कुमार मंगलम की अगुवाई वाला आदित्य बिड़ला ग्रुप अपने फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनस (Financial Services Business) को रिस्ट्रक्चर करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है.
क्या है फैसला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड (Aditya Birla Capital Ltd) अपनी इंश्योरेंस ब्रोकरेज यूनिट आदित्य बिड़ला इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड (Aditya Birla Insurance Brokers Ltd) को बेचने की तैयारी में है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेड ने इसके लिए संभावित खरीदारों के साथ बातचीत की है.
रिस्ट्रक्चर होगा बिजनेस
सूत्रों के अनुसार, 31 मार्च, 2021 को खत्म होने वाले वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू मात्र 6 अरब रुपये था. शेयरहोल्डर्स का रिटर्न बढ़ाने के लिए आदित्य बिड़ला कैपिटल की सीईओ विशाखा मूल्ये (CEO Vishakha Mulye) कंपनी के बिजनस को रिस्ट्रक्चर करने का प्रयास कर रही हैं. कंपनी का बिजनेस एसेट मैनेजमेंट से लेकर मोर्टगेज फाइनेंसिंग तक फैला है.
कब शुरू हुआ कारोबार
आदित्य बिड़ला कैपिटल 19 साल पहले इस बिजनेस में उतरी थी, लेकिन वह कोई खास मुकाम हासिल नहीं कर सकी है. यह देश की सबसे बड़ी कंपोजिट इंश्योरेंस कंपनियों में शामिल है. इस कंपनी ने लाइफ और नॉन-लाइफ दोनों तरह की पॉलिसी की सुविधा के लिए काम किया हैं. कंपनी के देश में 11 जगह ऑफिस हैं. जहां 350 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं. आदित्य बिड़ला इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड विभिन्न कंपनियों और लोगों को ब्रोकिंग और एडवाइजरी सर्विसेज देती है. साथ ही यह इंश्योरेंस कंपनियों को रि-इंश्योरेंस सॉल्यूशंस भी देती है.
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कैसा रहा शेयर प्राइस
साल 2017 में आदित्य बिड़ला कैपिटल शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था, लेकिन इसके शेयर की कीमत कभी भी अपनी लिस्टिंग प्राइस से ऊपर नहीं गई है. कंपनी 31 मार्च तक अपनी इंश्योरेंस ब्रोकरेज यूनिट को बेचने की डील पूरी करना चाहती है. इस बारे में अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. वही आदित्य बिड़ला ग्रुप के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें है.
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Published at : 13 Dec 2022 05:47 PM (IST) Tags: Kumar Mangalam Birla Aditya Birla Capital shares Aditya Birla Aditya Birla Capital Stocks Aditya Birla Capital Aditya Birla Insurance Brokers Ltd हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
सन फार्मा में फिर अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें से क्यों बढ़ रही है ब्रोकरेज फर्मों की दिलचस्पी?
बुधवार को ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने शेयर के लिए अपनी रेटिंग 'होल्ड' से 'बाय' कर दी.
बुधवार को ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने शेयर के लिए अपनी रेटिंग 'होल्ड' से 'बाय' कर दी. कहा गया है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति सुधरती दिख रही है. ब्रोकरेज ने सन फार्मा के लिए 535 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है.
रेटिंग को इसलिए भी अपग्रेड किया गया है, क्योंकि जेफरीज को लगता है कि सन फार्मा के स्पेशलिटी प्लांट रेवेन्यू कमाना शुरू कर देंगे. बुधवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.3 फीसदी की बढ़त के साथ 453.35 रुपये पर बंद हुआ.
बीते दो महीनों में यह शेयर 10 फीसदी से ज्यादा टूटा है. एक व्यक्ति के कंपनी की पोल खोलने (व्हिसल ब्लोअर) और जांच की आशंका से ऐसा हुआ. कंपनी के लिए मुख्य जोखिम उसके हलोल प्लांट का काम पूरा होने की सुस्त रफ्तार है.
बुधवार को ब्रोकरेज फर्म कार्वी ने भी सन फार्मा के लिए अपनी रेटिंग 'बाय' कर दी. बीते हफ्ते कोटक इक्विटी ने उचित वैलुएशन का हवाला देते हुए शेयर की रेटिंग बढ़ाई थी.
बाजार नियामक सेबी ने 2017 में व्हिसल ब्लोअर की शिकायत पर कंपनी के खिलाफ जांच शुरू की थी. सन फार्मा ने सभी आरोपों का खंडन किया है.
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शेयर में निवेश करने में कितने तरह के खर्च होते हैं?
शेयरों में निवेश करने वाले ज्यादातर छोटे निवेशकों को शेयर खरीदने या बेचने पर आने वाले खर्च के बारे में जानकारी नहीं होती है, जबकि हर निवेशक के लिए यह जानना जरूरी है।
हाइलाइट्स
- शेयर खरीदने या बेचने के हर ट्रांजेक्शन (transaction) पर कई तरह के खर्च शामिल होते हैं।
- इन खर्चों के चलते शेयर ट्रांजेक्शन की लागत (cost) बढ़ जाती है।
- ब्रोकरेज फर्म भी हर ट्रांजेक्शन के लिए अपनी फीस (Fees) वसूलते हैं
सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स
यह अनिवार्य चार्ज है, जो फीसदी के रूप में लगता है। शेयरों की डिलीवरी (delivery) वाले ट्राजेक्शन पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) की दर 0.1 फीसदी है।
स्टैंप ड्यूटी और जीएसटी
स्टैंप ड्यूटी राज्य सरकार वसूलता है,क्योंकि शेयरों के ट्रांजेक्शन में सिक्योरिटी (security) एक पार्टी से दूसरे पार्टी को ट्रांसफर (transfer) होती है। जीएसटी (सेंट्रल एंड स्टेट जीएसटी) ट्रांजेक्शन के लिए ब्रोकरेज चार्ज के फीसदी के रूप में लगता है। इसकी मौजूदा दर सीजीएसटी (CGST) के लिए 9 फीसदी और एसजीसीटी (SGST) के लिए 9 फीसदी है।
डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट चार्ज
यह चार्ज डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट-एनएसडीएल (NSDL) या सीडीएसल (CDSL) की तरफ से लगाया जाता है। निवेशक के शेयर सुरक्षित रखने के एवज में डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट ये चार्ज वसूलते हैं।
कैपिटल गेंस टैक्स
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने शेयर कितने समय तक रखा है। एक साल से कम समय तक रखे गए शेयर से हुए मुनाफे पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (short term capital gains tax) लगता है। अगर आपने शेयर एक साल से ज्यादा समय तक रखा है तो उसके बेचने पर अगर मुनाफा एक साल में एक लाख रुपये से ज्यादा है तो आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (Long term capital gains tax) देना पड़ता है।
बिना ब्रोकरेज 7 हजार रुपये में किराये पर आलीशान घर, मिलेंगी लग्जरी सुविधाएं
बडे़ शहरों में किराये पर दो कमरों का घर मिलना भी बड़ा मुश्किल होता है। आप जितना बड़ा घर लेंगे, उसके लिए उतना ही ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है। लेकिन अगर आपको सभी सुविधाओं से युक्त घर रहने के लिए सस्ते में मिलें और उसके लिए ब्रोकरेज नहीं देना पड़े तो कहना ही क्या। अब इस तरह की सुविधाएं लोगों को देने के लिए कई कंपनियां आगे आई हैं और काफी सस्ते दामों पर छात्रों व अन्य लोगों को घर देने लगी हैं।
यह कंपनियां दे रही हैं सुविधा
सस्ते में किराये पर छात्रों व अन्य लोगों को फिलहाल दो कंपनियां इस तरह की सुविधाएं दे रही हैं। फिलहाल विश्व के कई अन्य देशों में इस तरह का चलन हैं, लेकिन भारत के रियल एस्टेट बाजार में यह पूरी तरह से एक नया प्रयोग है। हालांकि स्थापित कंपनियों के बजाए फिलहाल नए स्टार्टअप इस तरह की सुविधाएं देने में आगे आ रहे हैं।
छात्रों को 7 हजार में मिल रहा है कमरा
नोएडा में स्थित स्टार्टअप कंपनी प्लेसियो पढ़ाई के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को मात्र 7 हजार रुपये प्रति महीने के शुरुआती किराये में छात्रों को सभी सुविधाओं से युक्त कमरे दे रही है। कंपनी ने इसके लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, लखनऊ और इंदौर में कई आवासीय सोसाइटी में घर व फ्लैट लिए हैं।
कंपनी छात्रों को सुविधाओं के तौर पर बोर्डिंग, खाना, सुरक्षा, एसी, इंटरनेट व हाउसकीपिंग दे रही है। किराया 7 हजार रुपये से शुरू होकर के 25 हजार रुपये तक है। छात्रों को उनकी पसंद के अनुसार सिंगल, डबल व ट्रिपल बेडरूम की सुविधा दे रही है।
ऐप के जरिए होटल रूम बुक करने वाली ओयो ने भी देश के कई शहरों में किराये पर घर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए कंपनी ने केवल 7999 रुपये का मासिक किराया रखा है, जहां पर लोगों को सभी जरूरत का सामान भी प्रयोग करने के लिए भी मिलेगा। कंपनी ने अपनी नई सेवा को ओयो लिविंग नाम दिया है।
इन शहरों में मिलेगा सस्ते में घर
ओयो ने जिन शहरों में अपनी इस सुविधा को शुरू किया है उनमें नोएडा, गुड़गांव, बंगलूरू और पुणे शामिल हैं। अभी कंपनी के पास 2 हजार बेड हैं, जिसको 2019 तक 50 हजार बेड किया जाएगा। वहीं यह सुविधा देश के 10 बड़े शहरों में उपलब्ध कराई जाएगी।
एक आदमी से किराया 8 हजार रुपये
प्रत्येक व्यक्ति से 7999 रुपये किराया लिया जाएगा। बदले में कंपनी वाई-फाई सुविधा, टीवी, पॉवर बैकअप, सीसीटीवी और अन्य जरूरी सुविधाएं देगी। इसके अलावा लोगों से किसी तरह का कोई ब्रोकरेज (एडवांस पैसा) और लॉक-इन पीरियड (11 महीने का समय) नहीं लिया जाएगा।
बडे़ शहरों में किराये पर दो कमरों का घर मिलना भी बड़ा मुश्किल होता है। आप जितना अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें बड़ा घर लेंगे, उसके लिए उतना ही ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है। लेकिन अगर आपको सभी सुविधाओं अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें से युक्त घर रहने के लिए सस्ते में मिलें और उसके लिए ब्रोकरेज नहीं देना पड़े तो कहना ही क्या। अब इस तरह की सुविधाएं लोगों को देने के लिए कई कंपनियां आगे आई हैं और काफी सस्ते अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें दामों पर छात्रों व अन्य लोगों को घर देने लगी हैं।
यह कंपनियां दे रही हैं सुविधा
सस्ते में किराये पर छात्रों व अन्य लोगों को फिलहाल दो कंपनियां इस तरह की सुविधाएं दे रही हैं। फिलहाल विश्व के कई अन्य देशों में इस तरह का चलन हैं, लेकिन भारत के रियल एस्टेट बाजार में यह पूरी तरह से एक नया प्रयोग है। हालांकि स्थापित कंपनियों के बजाए फिलहाल नए स्टार्टअप इस तरह की सुविधाएं देने में आगे आ रहे हैं।
छात्रों को 7 हजार में मिल रहा है कमरा
नोएडा में स्थित स्टार्टअप कंपनी प्लेसियो पढ़ाई के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को मात्र 7 हजार रुपये प्रति महीने के शुरुआती किराये में छात्रों को सभी सुविधाओं से युक्त कमरे दे रही है। कंपनी ने इसके लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, लखनऊ और इंदौर में कई आवासीय सोसाइटी में घर व फ्लैट लिए हैं।
कंपनी छात्रों को सुविधाओं के तौर पर बोर्डिंग, खाना, सुरक्षा, एसी, इंटरनेट व हाउसकीपिंग दे रही है। किराया 7 हजार रुपये से शुरू होकर के 25 हजार रुपये तक है। छात्रों को उनकी पसंद के अनुसार सिंगल, डबल व ट्रिपल बेडरूम की सुविधा दे रही अपनी ब्रोकरेज अभी शुरू करें है।
ओयो ने भी शुरू की सुविधा
ऐप के जरिए होटल रूम बुक करने वाली ओयो ने भी देश के कई शहरों में किराये पर घर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए कंपनी ने केवल 7999 रुपये का मासिक किराया रखा है, जहां पर लोगों को सभी जरूरत का सामान भी प्रयोग करने के लिए भी मिलेगा। कंपनी ने अपनी नई सेवा को ओयो लिविंग नाम दिया है।
इन शहरों में मिलेगा सस्ते में घर
ओयो ने जिन शहरों में अपनी इस सुविधा को शुरू किया है उनमें नोएडा, गुड़गांव, बंगलूरू और पुणे शामिल हैं। अभी कंपनी के पास 2 हजार बेड हैं, जिसको 2019 तक 50 हजार बेड किया जाएगा। वहीं यह सुविधा देश के 10 बड़े शहरों में उपलब्ध कराई जाएगी।
एक आदमी से किराया 8 हजार रुपये
प्रत्येक व्यक्ति से 7999 रुपये किराया लिया जाएगा। बदले में कंपनी वाई-फाई सुविधा, टीवी, पॉवर बैकअप, सीसीटीवी और अन्य जरूरी सुविधाएं देगी। इसके अलावा लोगों से किसी तरह का कोई ब्रोकरेज (एडवांस पैसा) और लॉक-इन पीरियड (11 महीने का समय) नहीं लिया जाएगा।
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