Cryptocurrency: 30 फीसदी टैक्स के प्रावधान के अमल में आने के बाद, क्या घट रहा क्रिप्टोकरेंसी के प्रति निवेशकों का रुझान?
Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है.क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है.
By: ABP Live | Updated at : 10 May 2022 12:48 PM (IST)
Cryptocurrency: एक अप्रैल 2022 से शुरु हुए नए वित्त वर्ष से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स ( Tax) का प्रावधान लागू हो चुका है. लेकिन निवेशकों की मुश्किल ये है कि क्रिप्टोकरेंसी में हाल के दिनों में बड़ी गिरावट आई है. अगर आपने एक साल पहले एक लाख रुपये बिट्कॉइन में लगाया हुआ होता तो उसका वैल्यू घटकर आज की तारीख में 56,000 रुपये केवल रह गया है. निवेशकों को 44,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. लेकिन उनकी मुश्किल ये है कि दूसरे इनकम के सोर्स से इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है.
क्रिप्टो नुकसान के बावजूद देना होगा TDS
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी कैपिटल गेस टैक्स ( Capital Gain Tax) लगाने का ऐलान किया था. लेकिन आपको बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. ऐसे क्रिप्टो में निवेश करने वाले निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा जिससे सरकार क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगा सके. क्रिप्टो को लाभ में बेचने पर 30 प्रतिशत का टैक्स देना होगा. लेकिन लाभ में नहीं बेचने पर भी एक प्रतिशत का टीडीएस देना होगा जिससे ये पता चलेगा कि कहां-कहां क्रिप्टो का लेनदेन हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी पर एक फीसदी टीडीएस लगाये जाने का प्रावधान एक जुलाई 2022 से लागू होने जा रहा है.
क्रिप्टो में लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान नहीं
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है. उदाहरण के जरिए आपको समझाते हैं मान लिजिए किसी निवेशक ने बिट्कॉइन और एथेरियम दोनों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. और उसे बिट्कॉइन में निवेश से 1 लाख रुपये का फायदा होता है और एथेरियम में निवेश से 1 लाख का नुकसान होता है तो भी निवेशक को 1 लाख रुपये पर 30 फीसदी के दर से टैक्स का भुगतान करना होगा. दरअसल प्रॉपर्टी, शेयरों में निवेश से होने वाले प्रॉफिट लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है. सरकार ने साफतौर पर कहा है कि इनकम टैक्स 1961 की प्रस्तावित धारा 115BBH के प्रावधानों के अनुसार, वीडीए (वर्चुअल डिजिटल एसेट्स) के हस्तांतरण से होने वाले नुकसान को दूसरे वीडीए के हस्तांतरण से उत्पन्न आय के खिलाफ सेट-ऑफ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. धारा 115BBH इनकम टैक्स एक्ट में एक नया प्रस्तावित खंड है जो क्रिप्टोकरेंसी जैसे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाले लाभ को परिभाषित करता है.
क्रिप्टो को लेकर घट रहा निवेशकों का उत्साह
एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों को नुकसान हो रहा. इसके बावजूद टैक्स का भार उन पर आ रहा है. जिससे अप्रैल से 30 फीसदी टैक्स का प्रावधान अमल में आने के बाद से क्रिप्टो में निवेश करने को लेकर निवेशकों के उत्साह में कमी आई है. क्रिप्टो के निवेशक अब रोजाना ट्रेंडिंग से पहेज कर लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं. इससे देसी क्रिप्टो एक्सचेंज के वॉल्यूम और रेवेन्यू में गिरावट आई है. निवेशक अब गेमिंग और मेटावर्स से जुड़े क्रिप्टोकॉइन्स में निवेश की संभावना तलाश रहे हैं.
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Published at : 10 May 2022 12:48 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin income tax Income Tax Laws cryptocurrency news Tax on Cryptocurrency TDS On Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Cryptocurrency News: 31 मार्च तक क्रिप्टोकरेंसी बेच देने में है फायदा, जानिए इसके बाद क्यों बढ़ जाएगी आपकी मुसीबत
Cryptocurrency News: अगर आपको क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान होता है, तो एक अप्रैल के बाद आप अपने उस नुकसान को दूसरे एसेट्स से हुए मुनाफे से एडजस्ट नहीं कर पाएंगे। यह नियम उन निवेशकों के लिए काफी नुकसानदायक होगा, जो एक अप्रैल के बाद घाटा खाकर क्रिप्टो को बेचेंगे। अगर ऐसे निवेशक 31 मार्च से पहले अपनी क्रिप्टो को बेच देते हैं, तो उनका घाटा अन्य कैपिटल गेन्स के साथ एडजस्ट हो जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स
एक अप्रैल से एक नुकसान यह भी
वहीं, अगर आपको क्रिप्टो में नुकसान होता है, तो एक अप्रैल के बाद आप अपने उस नुकसान को दूसरे एसेट्स से हुए मुनाफे से एडजस्ट नहीं कर पाएंगे। यह नियम उन निवेशकों के लिए काफी नुकसानदायक होगा, जो एक अप्रैल के बाद घाटा खाकर क्रिप्टो को बेचेंगे। अगर ऐसे निवेशक 31 मार्च से पहले अपनी क्रिप्टो को बेच देते हैं, तो उनका घाटा अन्य कैपिटल गेन्स के साथ एडजस्ट हो जाएगा।
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सरकार नहीं दे रही क्रिप्टो इंडस्ट्री के सुझावों पर ध्यान
टैक्स एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये नए नियम क्रिप्टो निवेशकों को हतोत्साहित करने के लिए लाए गए हैं। बता दें कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स नियमों में संशोधन के क्रिप्टो इंडस्ट्री के सुझावों को नहीं माना है। इस तरह सरकार आम बजट में लाए गए नियमों को बदलने के लिए तैयार नहीं है। इसका मतलब है कि अगले वित्त वर्ष से क्रिप्टोकरेंसीज पर भारी टैक्स लगना तय है।
कितना लगेगा टैक्स
टैक्स से कैसे आपका क्रिप्टो का रिटर्न कम हो जाएगा। आइए समझते हैं। मान लीजिए आपने एक लाख रुपये की क्रिप्टोकरेंसीज खरीदीं और उसे आपने एक लाख बीस हजार रुपये में बेच दिया। इस तरह आपको इस निवेश पर 20 हजार रुपये का फायदा हुआ। लेकिन यह पूरा मुनाफा आपको नहीं मिलेगा इस पर 30 फीसद टैक्स लगेगा। यानी 6,000 रुपये आपको टैक्स के रूप में देने पड़ जाएंगे। वहीं, क्रिप्टो बेचने से आपको फायदा हो या नुकसान, एक फीसद टीडीएस तो कटेगा ही कटेगा।
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क्रिप्टो बाजार में नया-नया आजमाना चाहते हैं हाथ तो छोटे निवेशक ऐसे करें शुरुआत, समझें पूरा नफा-नुकसान
देश में क्रिप्टोकरेंसी में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश है.
अगर आप कुछ सावधानी वाले तरीकों का पालन करते हैं, तो आप कम से कम पैसे के साथ भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने में सक्षम . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 17, 2022, 16:07 IST
नई दिल्ली. क्या क्रिप्टोकरेंसी एक अच्छा निवेश है? यह क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवालों में से एक है. निवेश करने के लिए हर किसी के पास बड़ी रकम नहीं होती है. शुक्र है कि क्रिप्टो एक ऐसा निवेश विकल्प है जिसका उपयोग सीमित वित्तीय संसाधनों वाले लोग भी कर सकते हैं. यह धारणा कि पैसा बनाने के लिए आपको बहुत अधिक पैसे की जरूरत होती है, पूरी तरह गलत है. देश के जाने माने क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स के सीईओ व सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी बता रहे कि छोटे और नए निवेशकों को यहां हाथ आजमाने के लिए क्या सावधानी रखनी चाहिए.
छोटे पैमाने से करें शुरुआत
शेयर बाजार की तरह क्रिप्टो बाजार भी अस्थिर है, जिसका अर्थ है कि परिसंपत्ति की कीमतों में तेजी से बदलाव आएगा. लिहाजा क्रिप्टोकरेंसी में केवल यह सुनिश्चित करने के बाद निवेश करें कि आपके पास बिना कोई कर्ज लिए कम से कम छह महीनों के खर्च के लिए पर्याप्त पूंजी है.
किस क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना है
हां, बाजार में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी हैं. दूसरों को देखकर पांच अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना अच्छा विचार नहीं है. सही क्रिप्टोकरेंसी चुनने के लिए आपको काफी शोध की जरूरत होगी. समाचारों पर नज़र रखें, प्रदर्शन करने वाली शीर्ष पांच क्रिप्टोकरेंसी की सूची बनाएं और निवेश से पहले उनकी ग्रोथ पर नजर रखें.
सबसे विश्वसनीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चुनें
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए सर्वोत्तम क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की पूरी सूची की जांच करें, जिसमें लेनदेन लागत, फायदे और नुकसान शामिल हैं. इन एक्सचेंजों को विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और उनकी अस्थिर प्रकृति का प्रबंधन Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? करने के लिए तैयार किया गया है. ठीक उसी तरह जैसे बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान उधार देने, उसे बनाए रखने और मॉर्गेज के जरिए पूंजी मुहैया कराने के लिए बने हैं.
एक क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट चुनें
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो आपकी निजी और सार्वजनिक जानकारियों को जुटाता है और ब्लॉकचेन से जोड़ता है, जहां आपकी क्रिप्टो संपत्ति जमा होती है. दुर्भाग्य से बहुत से लोग क्रिप्टोकरेंसी वॉलट को क्रिप्टोकरेंसी स्टोरेज समझ लेते हैं. ब्लॉकचेन पर क्रिप्टोकरेंसी तक पहुंचने के लिए आपको एक क्रिप्टो एड्रेस मुहैया कराया जाता है.
रुपये की औसत लागत
किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय हमें रुपये की औसत लागत की गणना जरूर करनी चाहिए. इसके जरिये कोई निवेशक यह जान सकता है कि करेंसी में लगाए पैसे पर उसे समय के साथ क्या रिटर्न मिल रहा और यह निवेश की लागत के अनुपात में कितना कम या ज्यादा है. अभी बिटक्वॉइन को रुपये की औसत लागत के हिसाब से सबसे बेहतर माना गया है, लेकिन आगे भी इसका प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है.
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Bitcoin क्या है ? बिटकॉइन की पूरी जानकारी
Bitcoin क्या है ? जानिए बिटकॉइन की पूरी जानकारी – बिटकॉइन एक Digital Currency है जिसे हम आम भाषा में Internet Currency भी कह सकते है. इस Currency को हम अपने घर या अपने Wallet में स्टोर नहीं कर सकते है क्योंकि ये किसी तरह का नोट या कोई Coin नहीं है. इसलिए बिटकॉइन को आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है. बिटकॉइन एक Decentralized तरह से है मतलब इस Currency को कण्ट्रोल करने के लिए कोई Authority , Government या कोई बैंक नहीं है.
ये Peer To Peer Network Base पर काम करता है. और बिटकॉइन यूजर इस पर विश्वास करते है कि ये एक Currency है. इस तरह से ये एक Global Currency बन गया है. बिटकॉइन का अविष्कार Santoshi Nakomoto ने साल 2009 में किया था इसके बाद से ये काफी Popular Currency बन गया है.
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Bitcoin की कीमत कितनी है
अगर बिटकॉइन की Value की बात करे तो आज की तारीख (जनवरी 2017) में 1 बिटकॉइन की कीमत कीमत लगभग 70,000 Indian Currency है. ऐसा नहीं है कि आपको अगर Bitcoin Buy करना चाहते है तो आपको 1 Bitcoin ही खरीदना पड़ेगा. दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट Santoshi है और 1 Bitcoin = 10,00,00,000 (करोड़) Santoshi होता है.
जैसे Indian Currency में 1 रूपए = 100 पैसे होते है l बैसे ही 10 करोड़ Santoshi से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है l मतलब आप 1 बिटकॉइन को 8 डेसीमल तक ब्रेक कर सकते है l आप 0.0001 Bitcoin भी यूज़ कर सकते है.
Bitcoin Wallet
अगर हम इसे अपने घर या पॉकेट वॉलेट में नहीं रख सकते तो बिटकॉइन को कहा store कर सकते है l तो इसे Store करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होती है. Internet में बहुत सारे Application . Software . और Cloud-Based Wallet है जिनमे आप Account बनाकर बिटकॉइन को स्टोर कर सकते है.
तो Bitcoin Wallet काम कैसे करता है ? तो सबसे पहली चीज वह Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? आपको एक Uniq Address उपलब्ध कराता है. मान लीजिये आपने कही से Bitcoin Buy किया है तो आपको उसे मंगाने के लिए एक Address की जरुरत होगी. तो ऐसे में आप बिटकॉइन को अपने Wallet में मंगाकर स्टोर कर सकते है. जैसे आपने बिटकॉइन को बेचा है और उससे कुछ रूपए कमाए है तो उन रुपयों को Bank में Transfer करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होगी.
Bitcoin कैसे खरीदे
बैसे तो बिटकॉइन खरीदने के बहुत से तरीके है जैसे –
- बिटकॉइन को आप अपनी Local Currency से खरीद सकते है.
- किसी Service से या किसी चीज को या बेचकर आप उस चीज के बदले बिटकॉइन ले सकते है.
- इसके आलावा आप किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन की मदद से Bitcoin Earn कर सकते है.
- तो सबसे इम्पोर्टेन्ट आप बिटकॉइन Miner कर सकते है.
Bitcoin Miner क्या है
Mining के बारे में जानने से पहले हम आपको ये बता दे कि हर Country में नोट छापने की एक Limitation होती है उसी तरह बिटकॉइन बनाने की भी एक Limitation होती है. और Limitation ये है कि मार्केट में 21 million से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है और अभी की बात करे तो मार्केट में लगभग 13 million Bitcoin है l तो नए बिटकॉइन है वो Mining के जरिये आते है.
Bitcoin Mining क्या है ? मान लीजिये आपने किसी को कुछ बिटकॉइन भेजे है. तो भेजने के इस Process को Verify करते है और Verify करने वालो को Miners कहते है. जिनके पास High Power Computer होते है. और इन Computer से Bitcoin Transection को Verify करते है.
Miners क्या Verify करते है ? जब हम किसी से बिटकॉइन लेते है तो इसमें कोई किसी Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? तरह की हेरा फेरी या Cheating तो नहीं की गयी है. Verify करने पर रिवॉर्ड के तौर पर उन्हें नए बिटकॉइन मिलते है. तो इस तरह मार्केट में नए बिटकॉइन आते है. अगर आपके पास Heavy computer है तो आप भी Mining कर सकते है.
Bitcoin के क्या फायदे है
- बिटकॉइन आदान प्रदान करने में कम फीस लगती है.
- बिटकॉइन को आप दुनिया में कही भी बेच या खरीद सकते है. वो भी बिना किसी परेशानी के.
- आप इसमें Long Term Investment कर सकते है क्योंकि अभी तक के रिकॉर्ड में बिटकॉइन बढ़ रहा है.
- बिटकॉइन में Government आप पे नजर नहीं रखती है.
तो बिटकॉइन में किसी Government की नजर नहीं होने के कारण कुछ लोग इसका गलत यूज़ भी करते है जैसे काले धन में या Drugs बगेरा में. बिटकॉइन के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान भी है.
Bitcoin के क्या नुकसान है
- इसमें कोई Control Authority , Bank , या कोई Government नहीं है जिसकी बजह से इसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है.
- अगर आपका Bitcoin Account हैक हो जाता है तो आप बिटकॉइन बापस नहीं ले सकते है और इसमें Government आपकी किसी भी तरह से मदद नहीं करेगी.
अब आप जान गए होंगे कि Bitcoin क्या है. हम इसको कैसे और कहा से खरीद सकते है. और बिटकॉइन से हमें क्या फायदा है और बिटकॉइन से क्या नुकसान हो सकते है.
Digital Currency Vs Cryptocurrency: डिजिटल करेंसी के क्या हैं फायदे? जानें क्रिप्टो करेंसी से कैसे अलग
नई दिल्ली: क्रिप्टो या डिजिटल मुद्राओं को लेकर दुनियाभर में दीवानगी है और भारत में भी एक अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष में इसका देसी संस्करण Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? पेश किया जाएगा, जो भौतिक रूप से प्रचलित मुद्रा के डिजिटल रूप को प्रतिबिंबित करेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश आम बजट के मुताबिक ‘डिजिटल रुपया’ नामक यह मुद्रा, रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी किया जाएगा और इसे भौतिक मुद्रा के साथ बदला जा सकेगा.
वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में डिजिटल रुपये को लेकर कई घोषणाएं की गई हैं. लेकिन कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी को समझते हैं.
डिजिटल और क्रिप्टो करेंसी में अंतर
विशेषज्ञों के मुताबिक डिजिटल रुपये की अवधारणा बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से प्रेरित है, लेकिन केंद्रीय बैंक के नियमों के साथ. यानी बिटक्वाइन अनियंत्रित होती है जबकि डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की ओर से जारी की जाती है. क्रिप्टोकरेंसी का प्रबंधन एक कंप्यूटर एल्गोरिथम द्वारा किया जाता है. वहीं डिजिटल करेंसी को अथारिटी द्वारा नियंत्रित किया जाता है.
डिजिटल रुपये को सरकार की मान्यता मिली होती है. इसके साथ ही डिजिटल रुपया केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होगी और इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है. प्रस्ताव है कि देश में डिजिटल करेंसी को बैंक नोट की परिभाषा में रखा जाए. इसके लिए RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया है.
डिजिटल करेंसी के फायदे
- तेज लेन-देन और नोट छापने की तुलना में कम खर्चीला
- बाजार में करेंसी को सरकार सही से नियंत्रित कर पाएगी
- बैंक खाते की जरूरत नहीं
- ऑफलाइन लेन-देन संभव होगा.
- हर डिजिटल रुपये पर सरकार की नजर होगी
- कोई गैरकानूनी लेन-देन नहीं हो पाएगा
इसी के साथ आम बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों पर लेन-देन को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का फैसला लिया गया है. अपने बजट भाषण में सीतारमण ने ऐसी संपत्तियों को कर के दायरे में लाने के लिये इस संपत्ति की श्रेणी में एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया.
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