इथेरियम के दाम
भारत में इथेरियम के दाम देखें तो ये 103,819.क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? 04 रुपये प्रति कॉइन पर आ गए हैं. इसके अलावा बीते 24 घंटे में इसमें 2.51 फीसदी की गिरावट देखी गई है. वहीं बीते एक हफ्ते में इसमें 3.04 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार चला है.

Cryptocurrency Rate Today 6 December: जानें क्रिप्टो के बाजार का हाल और बिटकॉइन, इथेरियम सहित अन्य क्रिप्टो के रेट

By: ABP Live | Updated at : 06 Dec 2022 02:25 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

क्रिप्टोकरेंसी (फाइल फोटो)

Cryptocurrency Rate Today 6 December: क्रिप्टकरेंसी के बाजार में आज तेजी देखी जा रही है और इसके ग्लोबल मार्केट कैप में कुछ सुधार देखा गया है. क्रिप्टोकरेंसी के रेट में आज बिटकॉइन 17,000 डॉलर के ऊपर चल रही है और इथेरियम 1260 डॉलर के ऊपर ट्रेड कर रही है. ग्लोबल मार्केट कैप की बात करें तो ये कुछ रिकवरी के साथ 854,345,106,174 डॉलर पर आ गया है. इसमें बिटकॉइन का हिस्सा 38.3 फीसदी पर है और इथेरियम का हिस्सा 18.1 फीसदी पर है.

ग्लोबल बाजार में क्रिप्टोकरेंसी के दाम
ग्लोबल बाजार में क्रिप्टोकरेंसी के दाम 17,009.75 डॉलर प्रति टोकन के रेट पर है. इसके 24 घंटे के दाम में 1.85 फीसदी का उछाल है और एक हफ्ते के रेट में 3.12 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार हो रहा है.

बिटकॉइन को किसी भी प्राइस खरीदना नहीं चाहते मशहूर इनवेस्टर Jim Rogers

बिटकॉइन को किसी भी प्राइस खरीदना नहीं चाहते मशहूर इनवेस्टर Jim Rogers

बिटकॉइन का मौजूदा प्राइस लगभग 24,000 डॉलर है

खास बातें

  • Rogers ने कहा कि सरकारें करेंसी पर अपना एकाधिकार नहीं गंवाएंगी
  • वह चाहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकारों की ओर से गारंटी दी जाए
  • पिछले कुछ महीनों से बिटकॉइन के प्राइस में गिरावट है

पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज की लोकप्रियता बढ़ी है. हालांकि, कुछ बड़े इनवेस्टर्स इस सेगमेंट से दूरी रखना चाहते हैं. इनमें अमेरिकी इनवेस्टर Jim Rogers भी शामिल हैं. उनका कहना है कि वह क्रिप्टोकरेंसीज को किसी भी प्राइस पर नहीं खरीदेंगे. हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने इसमें इनवेस्टमेंट के लिए कुछ गुंजाइश रखी है.

हाल ही में एक इंटरव्यू में Rogers ने कहा कि वह Bitcoin को तभी खरीदेंगे जब यूरोपियन यूनियन से इसे करेंसी के तौर पर स्वीकृति मिलती है. वह चाहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकारों की ओर से गारंटी दी जाए. उनका कहना है कि सट्टेबाजी के लिए बिटकॉइन ठीक है लेकिन एक करेंसी के तौर पर यह नाकाम हो जाएगा. Rogers ने कहा कि सरकारें करेंसी पर अपना एकाधिकार नहीं गंवाएंगी. ऐसी टिप्पणियों से Rogers ने बिलिनेयर Ray Dalio की राय से सहमति जताई है. लगभग दो महीने पहले Rogers ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बिटकॉइन के लगभग एक दशक पहले कुछ डॉलर के प्राइस पर छोड़ने की उन्होंने गलती की थी.

भारत में कैसे खरीदें बिटकॉइन?

बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसमें 2009 में इसकी शुरुआत से अब तक कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल के शुरुआत से अब तक इसमें 120 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इस असेट क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? क्लास को बीच में झटके लगे हैं। फिर भी डिजिटल करेंसी ने पूरी दुनिया में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर ली। अब तो दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक भी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरीके से डिजिटल करेंसी को मुख्य धारा की मुद्रा के तौर पर मान्यता दी जाए। संस्थागत रूप से मिल रही स्वीकृति बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी की अहम वजहों में से एक रही है।

पूरी दुनिया में इन्फ्लेशन (महंगाई) की बढ़ती चिंताओं के बीच बिटकॉइन को सेफ हैवेन असेट (सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प) माना जा रहा है। न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन ETF(एक्सचेंज ट्रेड फंड) के हाल में हुए आगाज ने भी बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल में सहयोग किया है। इसके साथ ही अक्टूबर का महीना पूरे स्टॉक मार्केट लिए भी रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इसके अलावा 35 करोड़ यूजर वाले पे पल (PayPal) ने भी क्रिप्टो में होने वाली पेमेंट को मंजूरी दे दी है। इन सब कारणों के चलते 9 नवंबर 2021 को बिटकॉइन की कीमतें 68,641.57 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं।

बिटकॉइन के 75 प्रतिशत निवेशकों को नुकसान हुआः रिपोर्ट

बिटकॉइन में निवेश करने वाले लगभग 75 प्रतिशत लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है. एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने 95 देशों में सात साल में हुए निवेश के बाद यह नतीजा निकाला है.

क्रिप्टोकरंसी 'बिटकॉइन' में निवेश करने वाले हर चार में तीन लोगों ने घाटा उठाया है. सोमवार को प्रकाशित हुए एक नए अध्ययन में 2015 से 2022 के बीच 95 देशों में बिटकॉइन निवेशकों से बातचीत के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है.

पिछले कुछ समय में एक के बाद एक कई बड़ी क्रिप्टोकरंसी और उनसे जुड़ीं कंपनियां मुंह के बल क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? गिरी हैं जिसके बाद क्रिप्टो-निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है. हाल ही में एफटीएक्स नामक क्रिप्टो कंपनी के दीवालिया हो जाने से इस निवेश क्षेत्र में लोगों के भरोसे की चूलें हिल गई हैं.

बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स, जिसे दुनिया क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? के केंद्रीय बैंक का केंद्रीय बैंक भी कहा जाता है, कहता है कि बीते सात साल में बिटकॉइन के निवेशकों ने भारी नुकसान झेला है. अपने अध्ययन में उसने कहा, "कुल मिलाकर देखा जाए तो बिटकॉइन के तीन चौथाई निवेशकों ने अपना धन खोया है.”

युवाओं में ज्यादा रुझान

इस अध्ययन का एक निष्कर्ष यह भी है कि स्मार्टफोन ऐप के जरिए निवेश ने बड़ी संख्या में लोगों को इस मुद्रा में धन लगाने के लिए आकर्षित किया. 2015 में स्मार्टफोन से निवेश करने वालों की संख्या 1,19,000 थी जो 2022 में बढ़कर 3.25 करोड़ पर पहुंच गई.

इस बारे में शोधकर्ताओं ने लिखा, "हमारा विश्लेषण दिखाता है कि दुनियाभर में बिटकॉइन की कीमत का संबंध क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? छोटे निवेशकों के इसमें निवेश से है.” साथ ही उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? कीमत बढ़ती जा रही थी और छोटे निवेशक बिटकॉइन खरीद रहे थे, "सबसे बड़े निवेशक इसे बेच रहे थे और छोटे निवेशकों के दम पर मुनाफा कमा क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? रहे थे.”

शोधकर्ताओं के पास हर निवेशक के नफे-नुकसान के आंकड़े तो नहीं थे लेकिन वे नए निवेशकों द्वारा खासतौर पर स्मार्टफोन ऐप से निवेश करने से लेकर पिछले महीने तक के बिटकॉइन की कीमत का विश्लेषण कर इन नतीजों पर पहुंचे हैं. उन्होंने यह भी पाया कि क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों में सबसे बड़ी संख्या, लगभग 40 प्रतिशत लोग 35 वर्ष से कम आयु के पुरुष थे, जिसे आबादी का "सबसे ज्यादा जोखिम उठाने वाले” हिस्से के रूप में देखा जाता है.

भारत में भी बढ़े निवेशक

वैश्विक क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज कूकॉइन द्वारा जारी किया गया डाटा बताता है कि भारत में "लंबी अवधि में मुनाफा पाने की" भावना से निवेश करने वाले ज्यादा हैं. भारत में 11.5 करोड़ क्रिप्टो निवेशक हैं, यानी 18 से 60 वर्ष की आयु वाले लोगों क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? में लगभग 15 फीसदी ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया है.

यह रिपोर्ट 18 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के 2042 लोगों के बीच किए गए एक सर्वेक्षण पर आधारित है. इन निवेशकों में 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग 30 से कम आयु के हैं और मानते हैं कि भविष्य में क्रिप्टोकरंसी मुनाफे का सौदा साबित होगी. 54 प्रतिशत निवेशकों को उम्मीद है कि उन्हें मुनाफा होगा. 56 प्रतिशत मानते हैं कि क्रिप्टोकरंसी ही भविष्य की मुद्रा है.

Cryptocurrency Bill: आ रहा क्रिप्टो पर बैन वाला बिल: बिटकॉइन में पैसा लगाने वालों का क्या होगा? क्या फंस जाएगा? समझिए सबकुछ

  • नरेंद्र मोदी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर ला रही है बिल
  • चीन ने कुछ समय पहले ही क्रिप्टेकरेंसी पर बैन लगाया था
  • सरकार से मांग की जा रही है कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह बैन की जगह नियम बने

तो कुछ छूट भी मिलेगी!
हालांकि, इस प्रस्तावित विधेयक में भारत में सभी तरह की निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने की बात कही गई है। हालांकि, इसमें कुछ अपवाद भी है, ताकि क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित प्रौद्योगिकी एवं इसके उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। बिल में इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी के क्रिएशन के लिए एक फ्रेमवर्क बनाने की भी मांग की गई है।

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