सेबी ने कहा था कि किसी भी गैर-लाभकारी ऑर्गनाइजेशन को चैरिटेबल ट्रस्ट के तौर पर 3 साल के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जरूरी शर्तों में कहा गया था कि इन गैर-लाभकारी ऑर्गनाइजेशन ने बीते वित्त वर्षों में 50 लाख किसी की भी सलाह पर निवेश करना रुपये खर्च किया हो साथ ही 10 लाख रुपये की फंडिंग हासिल की हो।
SIP Plan Calculator: सिर्फ 17 रुपये का निवेश आपको बना देगा करोड़पति, जानिए कैसे
आप हर महीने 500 रुपये का निवेश 30 साल तक के लिए करते हैं, तो कुल 1.8 लाख रुपये जमा करते हैं. 30 साल बाद आपका फंड बढ़कर 1.16 करोड़ होगा.
By: ABP Live | Updated at : 30 Oct 2022 10:29 AM (IST)
Best SIP Investment Plan 2022: अगर आप निवेश करने का प्लान बना रहे है, तो किसी की भी सलाह पर निवेश करना सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan-SIP) एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. अगर आप चाहे तो निवेश के लिए किसी जानकार की भी सलाह ले सकते हैं. हम इस मामले में आपको कुछ जानकारी इस खबर में दे रहे है.
अगर आप हर किसी की भी सलाह पर निवेश करना रोज एक छोटा निवेश करके बड़ा फंड (Large Fund With Small Investment) तैयार करना चाहते है. तो हम आपको सिर्फ 500 रुपये महीने के प्लान के बारे बताने जा रहे हैं. अगर आप इसे रोजाना के हिसाब से देखें तो यह 16.66 रुपये करीब लगभग 17 रुपये होता है.
500 रुपये की SIP
शुरुआत में आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. पिछले कुछ सालों में म्यूचुअल फंड ने 20 फीसदी से भी ज्यादा का रिटर्न दिया है. 500 रुपये महीने की एसआईपी (SIP) से आप करोड़पति बन सकते है. इसके लिए आपको हर रोज 17 रुपये (500 रुपये महीने) का निवेश म्यूचुअल फंड में करना होगा.
इतना मिलेगा रिटर्न
हर दिन 17 रुपये यानी महीने में 500 रुपये 20 साल तक जमा करने पर आप 1.2 लाख रुपये जमा करते हैं. 20 साल में सालाना 15 प्रतिशत के रिटर्न पर आपका फंड बढ़कर 7 लाख 8 हजार रुपये होगा. 20 प्रतिशत सालाना रिटर्न की बात करें तो यह फंड बढ़कर 15.80 लाख रुपये हो जाएगा.
News Reels
ऐसे बने करोड़पति
आप हर महीने 500 रुपये का निवेश 30 साल तक के लिए करते हैं, तो कुल 1.8 लाख रुपये जमा करते हैं. अब यदि 30 साल तक इस पर आपको 20 प्रतिशत सालाना का रिटर्न मिले तो आपका फंड बढ़कर 1.16 करोड़ हो जाएगा.
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.
ये भी पढ़ें-
Published at : 30 Oct 2022 10:29 AM (IST) Tags: Mutual fund SIP Calculator हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी किसी की भी सलाह पर निवेश करना न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of the information and views provided in (and other contents of) the किसी की भी सलाह पर निवेश करना articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.
Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action on the basis of such information or other contents.
पैसा कहां और कैसे लगाएं तो फायदा मिलेगा, इनवेस्टर्स को SEBI चीफ की 'गोल्डन' सलाह पढ़िए
SEBI Advice To Investors: इनवेस्टर्स को सेबी प्रमुख ने सलाह देते हुए कहा कि वे अटकलों के आधार पर निवेश करने से बचें। कहीं भी अपनी जमापूंजी लगाने से पहले पूरी सतर्कता बरतें।
हाइलाइट्स
- सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) की चीफ ने इनवेस्टर्स को दी किसी की भी सलाह पर निवेश करना सलाह
- अटकलों के आधार पर निवेश करने से बचें, इनवेस्टमेंट में सतर्कता बरतें
- नियमित बचत और डायवर्स पोर्टफोलियो में इनवेस्टमेंट को ध्यान में रखें
- इनेवस्टर्स को अपना फायनेंशियल प्लान बनाना चाहिए, SEBI की सलाह
सेबी ने इस वर्ष जुलाई में सोशल स्टॉक एक्सचेंज शुरू करने के लिए नियमों को नोटिफाई किया था। सोशल स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा प्लैटफॉर्म है जो निवेशकों को सामाजिक उद्यमों में शेयर खरीदने की अनुमति देता है। पिछले महीने सेबी ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर गैर-लाभकारी ऑर्गनाइजेशन (एनपीओ) के रजिस्ट्रेशन और डिस्क्लोजर के लिए न्यूनतम शर्तों के साथ एक अडिशनल फ्रेमवर्क जारी किया था।
Black money in Swiss banks: अब पकड़ में आएंगे काले धन के कारोबारी! स्विट्जरलैंड ने साझा की लिस्ट
सेबी ने कहा था कि किसी भी गैर-लाभकारी ऑर्गनाइजेशन को चैरिटेबल ट्रस्ट के तौर पर 3 साल के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जरूरी शर्तों में कहा गया था कि इन गैर-लाभकारी ऑर्गनाइजेशन ने बीते वित्त वर्षों में 50 लाख रुपये खर्च किया हो साथ ही 10 लाख रुपये की फंडिंग हासिल की हो।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
क्या आपको नई टैक्स व्यवस्था के तहत ELSS में निवेश करना चाहिए?
1 अप्रैल 2020 से प्रभावी नई टैक्स व्यवस्था व्यक्तिगत और HUF करदाताओं को कुछ छूटों को छोड़ने पर टैक्स की कम दर और छूट प्राप्त करने पर टैक्स की अधिक दर (पुरानी टैक्स व्यवस्था) के बीच चुनाव करने का विकल्प प्रदान करती है। हो सकता है नई टैक्स व्यवस्था सभी के अनुकूल न हो। निर्णय लेने के लिए करदाताओं को पुरानी और नई व्यवस्था, दोनों के तहत होने वाली टैक्स बचत का मूल्यांकन करना होता है।
होम या एजुकेशन लोन, टैक्स कटौती योग्य जीवन बीमा पॉलिसियाँ, 15 लाख से ज़्यादा वेतन वाले करदाताओं या उनके लिए जो छूटों के माध्यम से बहुत ज़्यादा बचत कर सकते हैं, पुरानी व्यवस्था अधिक उपयुक्त हो सकती है इसलिए ये करदाता पुरानी व्यवस्था के तहत टैक्स बचाने के लिए ELSS में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। नई व्यवस्था निश्चित रूप से आपको बहुत सारी कागज़ी कार्रवाई से बचाती है जो साल के अंत में निवेश के प्रमाण जमा करने के संबंध में करनी पड़ती है लेकिन पुरानी व्यवस्था भी निवेश और बचत से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने में आपकी मदद करती है। यह आपको सालाना तौर पर ये निवेश या बचत करने के लिए मजबूर करती है चाहे वह ELSS, पेंशन योजना या PPF हो। हो सकता है कुछ करदाता पहले से ही ELSS में SIPs कर रहे हों। उन्हें अपनी SIPs बंद करने से पहले दोनों व्यवस्थाओं के तहत टैक्स लाभ का मूल्यांकन करना चाहिए।
कौन सी टैक्स व्यवस्था ज़्यादा टैक्स बचाने में आपकी किसी की भी सलाह पर निवेश करना मदद करेगी, यह पूरी तरह से आपकी आय और वेतन संरचना पर निर्भर करेगा? अगर आप दोनों व्यवस्थाओं के तहत खुद अपनी टैक्स की देनदारी का हिसाब लगाने में असमर्थ हैं तो आपको किसी टैक्स सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए। इस तरह की तुलना केवल ELSS में निवेश जारी रखने के आपके निर्णय में आपका मार्गदर्शन कर सकती है जो न केवल टैक्स बचाने में मदद करता है बल्कि आपको इक्विटीज़ के बढ़ने की क्षमता पेश करता है। भले ही नई टैक्स व्यवस्था आपके लिए बेहतर हो, फिर भी पैसा बनाने के नज़रिए से आप ELSS में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अस्थिर बाज़ार में रकम निकालता है, तो लॉक-इन अवधि निवेश में बने रहने और छोटी अवधि में अस्थिरता से गुज़रने में आपकी मदद करेगी। क्योंकि ELSS फंड्स में 3 साल की लॉक-इन अवधि होती है, इसलिए अगर आप आज निवेश करते हैं, तो एकमुश्त निवेश की स्थिति में आप केवल 3 साल बाद ही अपनी रकम निकाल सकते हैं। लॉक-इन अवधि हर SIP भुगतान पर भी लागू होती है। अगर आप 12 महीने में निवेश की गई रकम निकालना चाहते हैं, तो आपको SIP की आख़री किश्त के 3 साल पूरे होने तक इंतज़ार करना होगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 819