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Sovereign Gold Bond Scheme: सोने में निवेश के लिए सोमवार से सुनहरा मौका, खुल रहा SGB का सब्सक्रिप्शन

Sovereign Gold Bond Scheme: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश की सरकारी स्कीम है जिससे कई तरह के फायदे निवेशकों को सरकार की तरफ से दिये जाते हैं. सोमवार से 5195 रुपए प्रति ग्राम कीमत सरकार ने तय की है

Sovereign Gold Bond Scheme: एक बार फिर सोने में निवेश के लिए सावरेन गोल्ड बांड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme) आपके सामने है. सोमवार से इस बॉन्ड में निवेश किया जा सकेगा. इसके लिए आरबीआई (Reserve Bank of India, RBI) ने 5,197 रुपये प्रति ग्राम का मूल्य तय किया है. आरबीआइ के मुताबिक, इस योजना में निवेश के लिए सब्सक्रिप्शन पांच दिन तक यानी 22 से 26 अगस्त तक खुला रहेगा. समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक RBI ने बताया कि ऑनलाइन खरीदारी और भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को 50 रुपये प्रति ग्राम की उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम छूट दी जाएगी.

सब्सक्रिप्शन 22 अगस्त से 26 अगस्त तक

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India, RBI) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना में निवेशक 22 अगस्त से फिर निवेश कर सकेंगे. यह सावरेन गोल्ड बांड योजना 2022-23 (Sovereign Gold Bond Scheme)की दूसरी कड़ी के तहत सब्सक्रिप्शन 22 अगस्त से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी.

समाचार एजेंसी पीटीआइ ने आरबीआइ के बयान के हवाले से बताया है कि ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से गोल्ड बांड के लिए आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम कम देना होगा. ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बांड का निर्गम मूल्य (issue price of Gold Bond) 5,147 रुपये प्रति ग्राम है. केंद्र सरकार देश में सोने की मांग को कम करने को लेकर सबसे पहले गोल्ड बॉन्ड योजना नवंबर, 2015 में लाई थी.

निवेश उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम का सुरक्षित तरीका

अमूमन सुरक्षित निवेश के लिए लोग सोने की खरीद को तरजीह देते हैं. हालांकि सोने की सुरक्षा और रखरखाव में दिक्कतें आती हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर यह योजना लाई गई थी. सावरेन गोल्ड बांड योजना निवेश का बेहद सुरक्षित तरीका है. इसमें गोल्‍ड की सुरक्षा की झंझट नहीं होती है. सावरेन गोल्ड बांड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme, SGB) की मैच्योरिटी आठ साल होती है. एकबार जब आप बांड खरीद लेते हैं तो कम से कम पांच साल इसे नहीं बेच सकते हैं .

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25 हजार रुपए की मामूली सैलरी कमाने वाले भी बना सकते हैं 50 लाख, बस उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम बचत के लिए अपनाना होगा ये फॉर्मूला

आपकी बचत और उस बचत का सही निवेश ही आपके जीवन को बेहतर कर सकता है. इसलिए कहीं भी निवेश करने से पहले बचत करने का तरीका सीखें, ताकि आप अपने भविष्‍य को बेहतर बना सकें.

25 हजार रुपए की मामूली सैलरी कमाने वाले भी बना सकते हैं 50 लाख, बस बचत के लिए अपनाना होगा ये फॉर्मूला (Zee Biz)

अगर सही समय पर सही जगह उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम पर निवेश शुरू कर दिया जाए, तो लखपति या करोड़पति बनना बड़ी बात नहीं है. लेकिन निवेश से उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम पहले जरूरी है कि आप बचत करना सीखें. ऐसे तमाम लोग हैं जिनकी सैलरी काफी कम होती है उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम और उन्‍हें पूरे परिवार की जरूरतों को उस छोटी सी सैलरी से पूरा करना होता है. ऐसे लोगों का तर्क होता है कि आखिर इतनी छोटी सी सैलरी में बचत कैसे करें?


बचत के लिए आजमाएं ये फॉर्मूला

इस मामले में शिखा कहती हैं कि आप चाहे ज्‍यादा कमाते हों या कम, आपको बचत हर हाल में करनी चाहिए. इस बचत के लिए 50-30-20 का नियम अपनाना चाहिए. आप जितने रुपए भी कमाते हैं, उसमें से करीब 50 फीसदी हिस्‍सा तो घर-परिवार के जरूरी खर्चों में ही खत्‍म हो जाता है. इसके लिए आप कुछ नहीं कर सकते. लेकिन बकाया 50 प्रतिशत को आपको मैनेज करना होगा. इसमें से 30% आप अपने शौक को पूरा करने में कर सकते हैं, जैसे आप परिवार के साथ मूवी देखना चाहते हैं, घूमना चाहते हैं, शॉपिंग करना चाहते हैं या कोई भी काम जो बहुत जरूरी नहीं, बस आप शौक के लिए करना चाहते हैं और 20% हिस्‍सा, इसे हर हाल में बचाएं.

मान लीजिए कि आपकी मासिक सैलरी 25 हजार रुपए है. इसमें आपका 50% यानी 12,500 रुपए तो सीधेतौर पर घरेलू जरूरतों को पूरा करने में चला जाता है. 30% यानी 7500 रुपए आप अपने किसी शौक या घर के कुछ अन्‍य बचे हुए कामों को पूरा करने में खर्च कर सकते हैं. यानी कुल 20 हजार रुपए आप घर की जरूरतों को पूरा करने में ले सकते है और अपने हिसाब से खर्च कर सकते हैं. लेकिन 25 हजार का 20% हिस्‍सा यानी 5000 रुपए आपको हर हाल में बचाने हैं. इनका इस्‍तेमाल आप निवेश में करेंगे.

5000 के निवेश से भविष्‍य में जोड़ लेंगे मोटा पैसा

शिखा कहती हैं कि अगर आप हर महीने ये 5000 रुपए बचा लेते हैं तो भी आप कुछ सालों में मोटा पैसा जोड़ सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको SIP में निवेश करना होगा. आज के समय में SIP को निवेश के लिए सबसे बेहतर स्‍कीम्‍स में माना जाता है क्‍योंकि इसमें औसतन 12 फीसदी का रिटर्न मिल जाता है और कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. कई बार तो 14 से 15 फीसदी तक भी रिटर्न मिल जाता है. ऐसे में आप 5 हजार के मासिक निवेश से 50 लाख रुपए तक भी बना सकते हैं.

SIP में आप जितने लंबे समय के लिए पैसा लगाएंगे, उतना ज्‍यादा फायदा आपको मिल सकता है. SIP कैलकुलेटर के मुताबिक अगर आप 5,000 रुपए मासिक निवेश 10 सालों उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम तक करते हैं और मिनिमम 12 फीसदी सालाना रिटर्न मिलता है, तो आप 11.6 लाख रुपए का अनुमानित फंड बना सकते हैं. इसमें निवेश की कुल रकम 6 लाख रुपये और वेल्‍थ गेन 5.6 लाख रुपए का होगा. 15 साल के लिए निवेश करते हैं और 12 फीसदी रिटर्न पाते हैं तो 25.2 लाख रुपए का अनुमानित फंड बना लेंगे. इसमें निवेश की कुल रकम 9 लाख रुपए और उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम वेल्‍थ गेन 16.2 लाख रुपए का होगा. वहीं अगर 20 सालों के लिए 5000 रुपए का मासिक निवेश करते हैं, तो 12 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से आप 50 लाख रुपए का अनुमानित फंड बना लेंगे. इसमें निवेश की कुल रकम 12 लाख रुपए और वेल्‍थ गेन 38 लाख रुपए का होगा.

4 रिवर्स यह आपके रियल एस्टेट निवेश लक्ष्य को प्रभावित करते हैं

अचल संपत्ति निवेश धन बनाने के सबसे सिद्ध तरीकों में से एक है। हर कोई संपत्ति खरीदना चाहता है, जिसका मूल्य समय के साथ सराहना करता है कुछ लोग सोने पर हड़ताल कर सकते हैं, जबकि कुछ सही अवसर के लिए प्रतीक्षा उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम कर रहे हैं। धन निर्माण समय लेता है; यह एक लंबी यात्रा है। जो लोग शुरू में शुरू करते हैं, वे समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने के बेहतर मौके रखते हैं। इसी समय, आप उन लोगों में आयेंगे, जिन्होंने संपत्तियों को हर साल और फिर फ्लिप करके भविष्य में बनाया है। जिस भी तरह से यह काम करता है, वहाँ कुछ आम लीवर हैं, प्रत्येक रियल एस्टेट निवेशक को कारगर बनाने की आवश्यकता होती है, जबकि एक ठोस रणनीति विकसित होती है। तो, उन आम लीवर क्या हैं जो लंबे समय में अपने अचल संपत्ति निवेश लक्ष्यों को प्रभावित करते हैं? लीवर 1: आय आपकी सभी अचल संपत्ति निवेश लक्ष्यों को इस कारक के लिए उबाल लें आपकी वर्तमान आय क्या है और यह भविष्य में कैसा दिखेगा? आपके तत्काल निवेश लक्ष्यों को आपकी वर्तमान आय और अल्पकालिक अनुमानों के आधार पर होना चाहिए। दीर्घकालिक आय संभावनाओं के आधार पर संपत्ति खरीदने के फैसले करना उचित नहीं है। आज हम सभी एक अनिश्चित संसार में रहते हैं और भविष्य की आय के स्तरों को निर्धारित करने के लिए कठिन (शायद असंभव) है। यदि आप एक निवेश की संपत्ति की तलाश में हैं, तो आपको तीन से पांच साल की अवधि में पूरे ऋण का भुगतान करने में सक्षम होना चाहिए। कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कितना महान है, अपने भविष्य के आय अनुमानों के आधार पर कोई संपत्ति खरीदना न करें। यह दृष्टिकोण आपको अप्रत्याशित जोखिमों के प्रबंधन में मदद करेगा। लीवर 2: व्यय आप कितना खर्च करते हैं, जिस पर आपका पूरा नियंत्रण है जैसा कि पौराणिक निवेशक वॉरेन बफेट भर में आता है, इसलिए बचत के लिए निर्धारित राशि निकालने के बाद एक को छोड़ दिया जाना चाहिए। यह वास्तव में एक सुनहरा नियम है हम में से कितने लोग इसका पालन करते हैं? अधिकतर, हम जितनी राशि बचाते हैं वह सभी व्यय के बाद छोड़ दिया जाने वाला आय शेष है। खुदरा निवेशक आम तौर पर खर्चों के लिए बजट नहीं करते हैं और इसी वजह से उनकी बचत दर लगातार बढ़ती रहती है। लीवर 3: उचित निवेश के लिए सुनहरा नियम समय सभी निवेश लक्ष्यों को समयबद्ध होना चाहिए। सफल रीयल एस्टेट निवेशकों को मन में एक एक्जीट स्ट्रैटेजी के साथ संपत्ति खरीदने पड़ते हैं। जाहिर है यह सब बाजार बलों पर निर्भर करता है कि आपकी प्रविष्टि और बाहर निकलने की योजना कितनी अच्छी तरह से काम करती है, मन में एक रोडमैप अभी भी सही निर्णय लेने में आपकी सहायता कर सकता है चाहे आप फ्लिप, किराया या संपत्ति को पकड़ना चाहते हैं, यह सभी उस समय पर निर्भर करता है जब आप अपनी अचल संपत्ति निवेश लक्ष्यों को पोषण करने में निवेश करना चाहते हैं। लीवर 4: लक्ष्य अपने अचल संपत्ति निवेश लक्ष्यों को प्राप्त करने के अपने लक्ष्यों को सीधे ऊपर के सभी तीन levers के लिए आनुपातिक हैं: आय, व्यय और समय आप अपनी संपत्ति निवेश कोष कैसे विकसित करेंगे? आपको कमाई और लगातार बचत करने की आवश्यकता कितनी है? एक बिंदु तक पहुंचने की समय सीमा क्या होगी, जहां आप कुछ प्रकृति की संपत्ति खरीद सकते हैं? इन कारकों में से एक है जो आपको अपने निवेश लक्ष्यों को विकसित करने में मदद करता है।

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