अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि गुड कोलेस्ट्रॉल का सेवन करें। photo-freepik

Cholesterol Level: जानिए क्या है कोलेस्ट्रॉल लेवल की हाई बॉर्डरलाइन, स्वस्थ इंसान का कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए

How To Control Cholesterol: शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें, जिससे कोलेस्ट्रॉल कम रहे. जानिए कोलेस्ट्रॉल का सही लेवल.

By: ABP Live | Updated at : 16 Oct 2022 05:52 PM (IST)

Cholesterol Level For Healthy Person: हमारे शरीर में अच्छा और बुरा दो तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है. इसका सही बैलेंस जरूरी है. हालांकि कई बार खान-पान में लापरवाही या किसी दूसरे कारण की वजह से खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है. यही लीवरेज अच्छा है या बुरा वजह है कि कोलेस्ट्रॉल को एक साइलेंट किलर माना जाता है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा पैदा हो जाता है. दरअसल कोलेस्ट्रॉल हमारी बॉडी के सभी कोशिका में मौजूद है जो खाने को पचाने, हार्मोन बनाने और विटामिन डी पैदा करने में अहम भूमिका निभाता है. शरीर कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन करता है और भोजन से भी कोलेस्ट्रॉल मिलता है.

कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार का होता है

हमारे शरीर में 2 तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है. लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) यानि जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं.

स्वस्थ शरीर में कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल का लेवल?

  • शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल लिपिड प्रोफाइल टेस्ट से पता चलता है.
  • अगर आपका LDL यानि बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल 100 से कम है तो कोई परेशानी नहीं है.
  • अगर आप हार्ट के मरीज हैं और आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल 100 से लेकर 129 mg/dL है तो ये खतरनाक है.
  • अगर आपको किसी तरह की कोई बीमारी नहीं है और आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल 100 से लेकर 129 mg/dL है तो ये ठीक है.
  • टेस्ट में कोलेस्ट्रॉल लेवल 130 से 159 mg/dL आता है तो इसे हाई और बॉर्डरलाइन वाला माना जाता है.
  • जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल लेवल 160 से 189 mg/dL है तो ये हाई और खतरनाक की लिस्ट में आता है.
  • 190 से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल लेवल होना बहुत ज्यादा हाई माना गया है. ये सेहत के लिए घातक है.

बैड कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करें

अपने डेली खान-पान में कुछ बदलाव करके आप कॉलेस्ट्रॉल को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि आप ज्यादा से ज्यादा फाइबर वाले फूड खाएं. खाने में ओट्स, साबुत अनाज, जौ शामिल करें. सब्जियों में फलियां, बैंगन, भिंडी खाएं. इसके अलावा रोजाना नट्स खाएं. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए कैनोला ऑयल, सोया बेस्ड फूड और फैटी फिश डाइट में शामिल करें.

कॉलेस्ट्रॉल घटाने के उपाय

डाइट के साथ हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से भी कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है. इसके लिए रोजाना थोड़ी देर एक्सरसाइज या वॉक करें. स्मोकिंग और ड्रिंक से दूर रहें. अपने वजन को मेंटेन रखें. इससे आपकी ओवरऑल फिटनेस बनी रहेगी.

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Published at : 16 Oct 2022 05:52 PM (IST) Tags: Fitness Food cholesterol Health हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi

Blood Sugar Level: डायबिटिक और स्‍वस्‍थ इंसान का कितना होता है नॉर्मल ब्‍लड शुगर लेवल, कैसे करें जांच

क्या आप जानते हैं कि एक डायबिटीज के मरीज और एक साधारण व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल कितना होना चाहिए। अगर नहीं तो यह डायबिटीज की जटिलताओं को बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।

what are the ideal blood sugar levels for normal and diabetic in hindi

Blood Sugar Level: डायबिटिक और स्‍वस्‍थ इंसान का कितना होता है नॉर्मल ब्‍लड शुगर लेवल, कैसे करें जांच

​ब्लड शुगर चार्ट

डायबिटीज के मरीजों के रक्त शर्करा के स्तर को सही रखने के लिए ब्लड शुगर चार्ट बेहद जरूरी है। दरअसल इस चार्ट के जरिए ब्लड शुगर लेवल टेस्ट के बाद कितना होना चाहिए, यह पता चलता है। आपको बता दें कि डॉक्टर ब्लड शुगर लेवल चार्ट में A1C के बारे में बताते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल का स्तर प्रति औसत और प्रतिशत पर मिलीग्राम डेसीलीटर पर देते हैं। दरअसल यह एक व्यक्ति के बीते तीन महीने के औसत रक्त शकर्रा के स्तर को बताता है।

​स्वस्थ और डायबिटीज रोगी का टार्गेट ब्‍लड शुगर चार्ट

  1. भोजन से पहले: स्वस्थ व्यक्ति का टार्गेट ब्‍लड शुगर लेवल 100 mg/dl से कम होना चाहिए। वहीं, डायबिटिक का ब्लड शुगर लेवल 80-130 mg/dl तक होना चाहिए।
  2. भोजन के 1-2 घंटे बाद: स्वस्थ व्यक्ति का ब्‍लड शुगर लेवल 140 mg/dl से कम, तो वहीं डायबिटिक का 180 mg/dl से कम होना चाहिए।
  3. बीते तीन महीने में ब्लड शुगर लेवल का A1C लेवल: स्वस्थ व्यक्ति में 5.लीवरेज अच्छा है या बुरा 7 प्रतिशत से कम और डायबिटिक में 180 mg/dl से कम होना चाहिए।

​लोगों में अलग-अलग ब्लड शुगर लेवल होने की वजह

ब्लड शुगर हर व्यक्ति का अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर नाश्ते और भोजन से पहले रक्त शर्करा का स्तर कम होता है। वहीं भोजन के बाद रक्त शर्करा का स्तर अधिक होता है। वहीं डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले अधिक होता है। इसके अलावा कई दूसरे कारण भी हैं जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल भिन्न हो सकता है, यह कारण कुछ इस प्रकार हैं।

  • उम्र और लाइफ एक्सपेक्टेंसी
  • दूसरी स्वास्थ्य संबंधित समस्या
  • डायबिटीज की बीमारी कितने समय से है
  • हृदय रोग
  • छोटी रक्त धमनियां
  • तनाव
  • दूसरी बीमारियां
  • आंख, गुर्दे और मस्तिष्क से संबंधित समस्या
  • बुरी आदतें और जीवन शैली

ब्लड शुगर लेवल चार्ट हर व्यक्ति का अलग हो सकता है। यही बात अमेरिका के कई डायबिटीज के संस्थान भी मानते हैं, कि हर व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल अलग अलग हो सकता है।

​स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल किस समय कितना होना चाहिए?

  1. नाश्ते या फास्‍ट से पहले ब्लड शुगर लेवल का स्तर 60-90 mg/dl
  2. भोजन से पहले रक्त शर्करा का स्तर 60-90 mg/dl
  3. खाना खाने के एक घंटे बाद 100 - 120 mg/dl

मधुमेह के उपचार की प्रक्रिया की शुरुआत में ही डॉक्टर हर व्यक्ति की स्थिति के आधार पर ब्लड शुगर लेवल की रेंज निर्धारित करते हैं। हालांकि गर्भावस्था के दौरान हुई डायबिटीज की समस्या में ब्लड शुगर लेवल की रेंज अलग हो सकती हैं।

​ब्लड शुगर लेवल कब होता है खतरनाक, ऐसे में क्‍या करें

  1. 50 mg/dl या इससे कम - यह स्तर एक खतरनाक स्थिति की ओर इशारा करता है। तुरंत दवा लें या डॉक्टर से संपर्क करें।
  2. 70-90 mg/dl - यह ब्लड शुगर लेवल का बेहद लो स्तर है। तुरंत चीनी का सेवन करें या डॉक्टर से संपर्क करें।
  3. 90 mg/dl - यह स्तर साधारण है।
  4. 120-160 mg/dl- यह साधारण से कुछ ऊपर है, लेकिन यह स्तर होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
  5. 160-240 mg/dl - यह रक्त शर्करा का बेहद उच्च स्तर है। इसे तुरंत कम करने के उपाय अपनाए।
  6. 240 - 300 mg/dl - ब्लड शुगर लेवल का यह स्तर अधिक खतरनाक है। इसे नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर के पास जाएं।
  7. 300 mg/dl या ज्यादा - यह सबसे खतरनाक स्तर है, बिना देर करे डॉक्टर से संपर्क करें।

​ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के उपाय

  • कार्ब्स को पूरी तरह बंद ना करें।
  • अधिक से अधिक पानी पीएं। या फिजिकल एक्टिविटी करें।
  • फाइबर युक्त पदार्थों का सेवन

ध्यान रहे कि यह तरीके मेडिकल उपचार नहीं है और इन्हें उपचार प्रक्रिया के अंदर आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है। ऐसा इसलिए क्योंकि डायबिटीज के हर मरीज की स्थिति दूसरे से अलग होती है।

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Cholesterol Level : उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल, यहां जानिए

हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर बॉडी में कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। जिमसें सांस लेने में तकलीफ होना, थकान महसूस होना आदि शामिल हैं।

Cholesterol Level : उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल, यहां जानिए

अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि गुड कोलेस्ट्रॉल का सेवन करें। photo-freepik

खराब खानपान व व्यस्त जीवनशैली के कारण लोगों में गंभीर बीमारियों की समस्या दिन-ब -दिन बढ़ते ही जा रही है। इन्हीं गंभीर बीमारियों में से एक है कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना। कोलेस्ट्रॉल मोम के जैसा एक पदार्थ होता है जो रक्त के अंदर पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में जमा वसा को पचाने के साथ -साथ नई कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है। लेकिन जब बॉडी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो उससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं।

दरअसल कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण ह्रदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है, साथ ही हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर बॉडी में ब्लड का फ्लो भी कम होने लगता है, जिसके कारण त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होता है। लेकिन अधिकांश लोग उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कितना होना चाहिए इस बात से अनजान होते हैं। आइए जानते हैं उम्र के हिसाब से आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
(Causes of high cholesterol)

खराब खानपान के कारण।

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अधिक वजन बढ़ने के कारण।

फिजिकल वर्क की कमी के कारण।

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने के कारण।

उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल लेवल
( cholesterol level according to age)

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, लोगों को अपनी उम्र के हिसाब से सही कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता होना चाहिए। ताकि वह कोलेस्ट्रॉल लेवल को ध्यान में रखते हुए अपने खानपान और अपनी सेहत का अच्छे से ख्याल रख सकें। इसके अलावा समय -समय पर कोलेस्ट्रॉल लेवल की भी जांच कराना भी आवश्यक माना जाता है। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि आपकी उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए।

एक मिनट में कितनी बार ले रहे सांस? जानें Oxygen level जांचने का सही तरीका

एक मिनट में कितनी बार ले रहे सांस? जानें Oxygen level जांचने का सही तरीका

aajtak.in

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  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 10:07 AM IST

देशभर में करीब साढ़े 3 लाख नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. इसके गंभीर मामलों में संक्रमितों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच, हर इंसान ऑक्सीजन लेवल को लेकर स्ट्रेस में है. डॉक्टरों के मुताबिक, लोगों को ये समझना बेहद जरूरी है कि नॉर्मल ऑक्सीजन लेवल क्या है. कोरोना काल में कितना होना चाहिए हेल्दी ऑक्सीजन लेवल? डॉ राजेश मल्होत्रा, चीफ, कोविड विभाग, एम्स ने बताया कि अक्सर लोग ऑक्सीमीटर ग़लत तरीके से उपयोग करते हैं और जो वैल्यू आती है उससे घबरा जाते हैं. इसलिए ऑक्सीमीटर का सही से यूज़ करना चाहिए.

Amid the covid-19 surge, everyone is curious to know about their oxygen saturation. The oxygen level can be estimated from a pulse oximeter. It is used to measure the oxygen level (oxygen saturation) of the blood. A pulse oximeter is useful for estimating blood oxygen levels. Dr Rajesh Malhotra, Chief, Covid department, AIIMS says that Oxygen saturation gives information about the amount of oxygen carried in the blood. The pulse oximeter should be used in the right way to know your exact level of oxygen.

Reasons Of High Cholesterol: इन 10 कारणों से गोली की स्पीड से बढ़ता है आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल, आज से ही सुधारें अपनी ये आदतें

Causes Of High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण आपकी लाइफस्टाइल से जुड़े भी हैं. यहां ऐसे 10 कारकों के बारे में बताया गया है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं.

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Causes Of High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण आपकी लाइफस्टाइल से जुड़े भी हैं.

खास लीवरेज अच्छा है या बुरा बातें

  • हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण आपकी लाइफस्टाइल से जुड़े हो सकते हैं.
  • शराब पीना आपके हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकता हैं.
  • हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल 40 की उम्र से ऊपर के लोगों में देखा जाता है.

High Cholesterol Risk Factors: कोलेस्ट्रॉल अच्छा या बुरा हो सकता है. यह आपके शरीर में वसायुक्त अणु हैं जिनकी जरूरत आपकी कोशिकाओं को कार्य करने के लिए होती है. हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल (High Cholesterol Level) एथेरोस्क्लेरोसिस के आपके जोखिम को बढ़ाते हैं. ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोलेस्ट्रॉल, कैल्शियम और व्हाइट ब्लड सेल्स के जमा होने से धमनियों की दीवारों में सजीले टुकड़े बन जाते हैं. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण कई हो सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से बहुत कम लोगों को इनके बारे में पता होता है. हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण (Cause Of High Cholesterol) आपकी लाइफस्टाइल से जुड़े भी हैं. यहां ऐसे 10 कारकों के बारे में बताया गया है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं.

10 बड़े जोखिम कारक जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाते हैं | 10 Big Risk Factors That Raise Cholesterol Levels

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धूम्रपान: धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है क्योंकि इससे कैंसर और हृदय की समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, यह हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को जन्म दे सकता है.

शराब: बहुत अधिक शराब पीना आपके हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के पीछे के कारकों में से एक हो सकता है.

आयु: हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल 40 की उम्र से ऊपर के लोगों में देखा जाता है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है , लीवर ठीक से काम करने में असमर्थ हो सकता है और एलडीएल को हटाने में सक्षम नहीं हो सकता है जो कि खराब कोलेस्ट्रॉल है.

पारिवारिक इतिहास: हाई कोलेस्ट्रॉल का पारिवारिक इतिहास रखने वालों को अपने स्वास्थ्य पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए क्योंकि वे बड़े जोखिम में हो सकते हैं.

कुछ दवाएं: ट्राइग्लिसराइड्स हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकती हैं. इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाएं लें.

तनाव: लंबे समय तक तनाव के कारण लोग धूम्रपान या शराब पीना शुरू कर सकते हैं और इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है.

हाइपोथायरायडिज्म और डायबिटीज: अगर आपको डायबिटीज या हाइपोथायरायडिज्म है तो आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल असामान्य हो सकता है.

खाने की खराब आदतें: प्रोसेस्ड या ट्रांस फैट से भरी चीजें को खाने वाले व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है. सेचुरेटेड फैट डेयरी प्रोडक्ट्स में मौजूद होते हैं. पैकेज्ड स्नैक्स या डेसर्ट में ट्रांस फैट होता है.

मोटापा: बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) बढ़ने से हाई कोलेस्ट्रॉल की संभावना बढ़ सकती लीवरेज अच्छा है या बुरा है. अपने बॉडी वेट को कंट्रोल में रखें.

फिजिकल एक्टिविटी की कमी: व्यायाम करने से आपको अच्छे शेप में रहने में मदद मिल सकती है. यह आपकी वेलबीइंग को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है. नियमित व्यायाम शरीर में "अच्छे" कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने में मदद कर सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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