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भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य जानने के लिए करें इंतजार

सन 1992 के क्रिकेट विश्व कप के एक मैच में गाबा के मैदान पर जब दक्षिण अफ्रीकी क्षेत्ररक्षक जॉन्टी रोड्स ने पाकिस्तान के इंजमाम उल हक को पैविलियन की राह दिखाई तो सबकुछ इतना पलक झपकते हुआ कि आंखों देखा हाल सुनाने वाले भी चकित रह गए। क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारतीय केंद्रीय बैंक की प्रतिक्रिया भी काफी हद तक वैसी ही है। इसके तेज उभार को देखते हुए रिजर्व बैंक चकित है: यह मुद्रा है? भुगतान व्यवस्था है? या संपत्ति है? ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म चेनालिसिस के मुताबिक देश में गत एक वर्ष में क्रिप्टो निवेश 200 गुना बढ़कर 20 करोड़ डॉलर से 40 अरब डॉलर पहुंच गया है। देश में 1.5 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी कारोबारी हैं, यह तादाद अमेरिका की दो तिहाई और ब्रिटेन से छह गुना अधिक है।
आरबीआई ने 31 मई को कहा कि अप्रैल 2018 के उसके जिस परिपत्र ने बैंकों को आभासी मुद्रा और किसी भी तरह के Cryptocurrency का भविष्य Cryptocurrency का भविष्य बिटकॉइन में कारोबार से प्रतिबंधित किया था अब वह वैध नहीं है और किसी बैंक को इसका सहारा लेकर क्रिप्टो को नकारना नहीं चाहिए। चूंकि सर्वोच्च न्यायालय ने इस परिपत्र को निरस्त किया था इसलिए निवेशक भी खुश थे।
परंतु यह खुशी क्षणिक थी क्योंकि केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि बैंकों को ऐसे मामलों में उचित सतर्कता बरतते हुए ग्राहक को जानें (केवाईसी), मुद्रा विरोधी, आतंकवादियों को वित्तीय सहायता रोकने और धनशोधन रोकने संबंधी कानून तथा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों का भी ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में बैंकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी कारोबार लगभग असंभव हो गया।
आरबीआई ने अप्रैल 2018 समेत तीन विज्ञप्तियां जारी करके विनियमित संस्थानों और जनता को क्रिप्टोकरेंसी के जोखिम से अवगत कराया। ऐसे में कई बड़े सरकारी और निजी बैंकों ने इनसे दूरी बना ली। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ क्यों है? दरअसल वह न तो जिंस है और न ही मुद्रा, न ही भुगतान व्यवस्था का अंग। बिटकॉइन, इथीरियम, लाइटकॉइन, कार्डानो, पोल्काडॉट, स्टेलर आदि को वर्गीकृत करना मुश्किल है।
नियामक इसे मुद्रा नहीं मानता क्योंकि इसे किसी केंद्रीय बैंक ने जारी नहीं किया और इसे कोई संप्रभु समर्थन हासिल नहीं है। इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव है, भंडारण मूल्य कमजोर है और यह व्यापक रूप से स्वीकार्य नहीं है। यह क्रेडिट-डेबिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग की तरह भुगतान प्रणाली का अंग भी नहीं है।
लेनदेन गुमनाम होने के कारण वे सार्वजनिक निगरानी के दायरे में नहीं होते। इसका केवाईसी मानकों पर गहरा असर होता है और धनशोधन तथा आतंकियों की मदद का जोखिम भी पैदा हो जाता है। गुमनामी की प्रकृति, पूंजी नियंत्रण व्यवस्था के अनुरूप नहीं है क्योंकि लेनदेन की पड़ताल संभव नहीं। अगस्त 1993 से ही देश में चालू खाते की पूर्ण परिवर्तनीयता है लेकिन पूंजी खाते की परिवर्तनीयता अभी प्रक्रियाधीन है। यह परिवर्तनीयता हमें यह आजादी देती है कि रुपये को किसी भी अंतरराष्ट्रीय रूप से स्वीकार्य मुद्रा में बदलें। यह हर जगह निवेश का अबाध लेनदेन सुनिश्चित करती है।
आरबीआई के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी को परिसंपत्ति नहीं माना जा सकता क्योंकि वहां भविष्य में नकदी प्रवाह की व्यवस्था नहीं, उसका मूल्य अटकलों के कारण चढ़ता गिरता है। उपभोक्ताओं को भी कोई संरक्षण नहीं है। एक बार पासवर्ड गलत हाथ में पडऩे पर कुछ भी हो सकता है। इनमें ऊर्जा खपत बहुत अधिक होती है।
फरवरी में राज्य सभा में एक प्रश्न के उत्तर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था, ‘आर्थिक मामलों के सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय अंतर मंत्रालयीन समिति का गठन किया गया ताकि वह आभासी मुद्राओं का अध्ययन करके रिपोर्ट दे। समिति ने कहा कि सरकार द्वारा प्रचलित आभासी Cryptocurrency का भविष्य मुद्रा के अलावा ऐसी तमाम मुद्राओं पर भारत में रोक लगाई जाए।’ आरबीआई के अलावा पूंजी बाजार नियामक और बीमा नियामक के अधिकारी भी समिति में थे। समिति के मन में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई संशय थे कि यह वित्तीय क्षेत्र को अस्थिर कर सकती है। हालांकि वह ऐसी मुद्रा के पीछे की तकनीक यानी ब्लॉकचेन के खिलाफ नहीं थी।
ब्लॉकचेन प्रणाली में सूचना बहुत सुरक्षित रहती है। समिति भूमि रिकॉर्ड रखने जैसे उद्देश्यों के लिए ब्लॉकचेन तकनीक की क्षमताओं का लाभ उठाने के पक्ष में है। समिति ने केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा की अनुशंसा की है। यह डिजिटल मुद्रा आरबीआई द्वारा जारी वॉलेट या इलेक्ट्रॉनिक बटुआ होगा। फेडरल रिजर्व, बैंक ऑफ इंगलैंड और यहां तक कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक सभी बहुत धीमी गति से इस दिशा में (केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा) बढ़ रहे हैं जबकि चीन पहले ही डिजिटल युआन को प्रायोगिक तौर पर जारी कर चुका है।
आरबीआई के गहन पूर्वग्रह के बाद भी भारतीयों का क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ा है, हालांकि हम अन्य देशों से पीछे हैं। चेनालिसिस के मुताबिक हम बिटकॉइन के मामले में 2020 में 25 देशों में से 18वें स्थान पर रहे। अमेरिका 4.1 अरब डॉलर के साथ शीर्ष पर है, जबकि चीन 1.1 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर है। जापान 90 करोड़ डॉलर के साथ तीसरे, ब्रिटेन 80 करोड़ डॉलर के साथ चौथे और रूस 60 करोड़ डॉलर के साथ पांचवें स्थान पर है। ब्लूमबर्ग ने हाल में क्रिप्टो में 10 लाख डॉलर निवेश करने वाले एक बैंकर के हवाले से कहा कि फिलहाल आय कर के कोई स्पष्ट नियम नहीं हैं और उसे डर है कि अगर उसका नाम बड़े क्रिप्टो निवेशक के रूप में आया तो अतीत से प्रभावी कर लग सकता है। अगर कोई प्रतिबंध लगता है तो वह अपना कारोबार सिंगापुर के बैंक खाते में स्थानांतरित कर लेगा।
संसद के बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल करेंसी नियमन विधेयक 2021 पेश होना था लेकिन सरकार अभी भी चर्चा ही कर रही है। अनुमान है कि सरकार सभी क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाकर अपनी डिजिटल मुद्रा लाएगी। परंतु क्या सरकार क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाएगी? यह जानने के लिए हमें प्रतीक्षा करनी होगी।

50 हजार रुपये लगाकर कैसे इस शख्स ने खड़ी कर दी 50 करोड़ के रेवेन्यू वाली कंपनी

50 हजार रुपये लगाकर कैसे इस शख्स ने खड़ी कर दी 50 करोड़ के रेवेन्यू वाली कंपनी

भारत में अभी भी जहां एक ओर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को उभरती हुई टेक्नोलॉजी में गिना जाता है वहीं दूसरी ओर एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 50,000 रुपये का निवेश कर इस टेक्नोलॉजी की बदौलत 50 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी खड़ी कर दी. जानिए .ये शख्स कौन है, और कैसे उन्होंने ये कंपनी खड़ी की?

Markets&Markets की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल ब्लॉकचेन मार्केट का आकार 68.4% के CAGR (compound annual growth rate) से 2026 तक 67.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. भारत में अभी भी जहां एक ओर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को उभरती हुई टेक्नोलॉजी में गिना जाता है वहीं दूसरी ओर एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 50,000 रुपये का निवेश कर इस टेक्नोलॉजी की बदौलत 50 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी खड़ी कर दी.

उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले अभिजीत शुक्ला Tarality Ecosystems Pvt. Ltd. और Revolution Games के सीईओ और डायरेक्टर हैं. झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से बी.टेक कर चुके अभिजीत को बैंकिंग और फाइनेंस इंडस्ट्री में भी काम करने का अनुभव है. वे बतौर लीड कंप्यूटर साइंटिस्ट कई संवेदनशील और महत्वपूर्ण सरकारी परियोजनाओं पर काम कर चुके हैं जैसे पंचायत राज मंत्रालय, नेशनल एसेट ऑफ डायरेक्ट्री, GPDP की कार्रवाई, स्वामित्व परियोजना, आदि.

अभिजीत ने बीते Cryptocurrency का भविष्य साल दिसंबर महीने में Tarality Ecosystems Pvt. Ltd. को इन्कॉर्पोरेट किया. यह एक क्रिप्टो प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए टोकन खरीदे और बेचे जा सकते हैं.

Tarality का बिजनेस मॉडल?

Tarality का लक्ष्य निवेशकों के लिए टोकन खरीदना और बेचना आसान बनाना है. प्लेटफ़ॉर्म क्रिप्टोकरेंसी खरीदने, बेचने और ट्रेड करने के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त अनुपालन मानकों के साथ एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है. कंपनी पारदर्शिता और Binance स्मार्ट सीरीज का उपयोग करने में अग्रणी है. वास्तव में, Tarality की Revolution Games इसे आगे ले जाने में सक्षम है. Revolution Games में आप अपनी पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों को एड करना शुरू कर सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल एक क्रिप्टो माइनिंग प्लेटफॉर्म के रूप में, एक मर्चेंट पेमेंट सिस्टम के रूप में, बिल पेमेंट सिस्टम, डेफी, डेक्स, और एक बैंकिंग सिस्टम के रूप में भी किया जा सकता है.

कैसे काम करती है Tarality

Binance Smart Chain (BSC) स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए सबसे अत्याधुनिक ब्लॉकचेन समाधान है जो कम फीस और क्विक ट्रांजेक्शन को सक्षम बनाता है. इसे उपयोग करने के लिए सरल और सहज बनाया गया है, इसलिए आप कुछ ही समय में अपनी पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों को जोड़ना शुरू कर सकते हैं. यहां, यूजर्स को टोकन के जरिए रिवार्ड दिया जाता है. गेम जीतने पर आपको एक टोकन मिलता है और एडमिनिस्ट्रेटर भी अधिकांश एक्टिव यूजर्स पर कुछ टोकन एयर ड्रॉप करते हैं.

इन्वेस्टमेंट और रेवेन्यू?

अभिजीत शुक्ला बताते हैं, " शुरुआत में हमने 50,000 रुपये का निवेश किया है. कुछ प्रयास करने के बाद हमें बाजार से कुछ सकारात्मक परिणाम मिलते हैं. उसके बाद हमने अपनी कुछ एसेट्स बेची और हमने लगभग 30 - 40 लाख का शुरुआती निवेश किया." कंपनी ने अभी तक कोई फंडिंग नहीं जुटाई है.

रेवेन्यू मॉडल TARAL टोकन है जो प्लेटफ़ॉर्म यूजर्स को मुहैया करता है. यूजर्स टोकन खरीद सकते हैं और उन्हें ट्रेड कर सकते हैं और फिर टोकन को बेच सकते हैं. Tarality के अपने ऐप पर विज्ञापनों के जरिए कमाई करता है. विज्ञापन Cryptocurrency का भविष्य देखकर यूजर TARAL टोकन भी कमा सकते हैं. Tarality मेटावर्स यूजर्स को NFT (non-fungible token) खरीदने की अनुमति देता है.

रेवेन्यू को लेकर बोलते हुए अभिजीत बताते हैं, "फिलहाल हमने 50 करोड़ का नेट रेवेन्यू हासिल किया है. इस वित्त वर्ष के अंत तक हमें लगभग 100 करोड़ का रेवेन्यू हासिल करने की उम्मीद है."

कंपनी की यूएसपी के बारे में बात करते हुए शुक्ला बताते हैं," TARAL अगली पीढ़ी के क्रिप्टो बैंकिंग जैसे स्टेकिंग, स्वैपिंग, एक्सचेंज, बैंकिंग और इंश्योरेंस के कई मॉड्यूल उपलब्ध कराने में अग्रणी है. वहीं, Revolution Games में कुछ ट्रिक्स भी हैं. यह हमारे खेल-प्रेमी समुदाय के सदस्यों की आवश्यकताओं पर केंद्रित है क्योंकि यह एक स्पोर्ट्स कम्यूनिटी द्वारा विकसित किया गया था. एथलीटों के साथ-साथ, यह खेलों में समूहों और संगठनों पर भी लागू होता है. खेल टीमों के प्रशंसक भी उन टीमों के एनएफटी तक पहुंच सकते हैं, उन्हें मिंट कर सकते हैं, और उन्हें खरीद सकते हैं, बेच सकते हैं. ऐसे करके वे उनसे पैसा कमाना चाहते हैं."

भविष्य की योजनाएं

TARAL का उद्देश्य NFT स्पोर्ट्स की दुनिया में Revolution Games की स्थापना के माध्यम से अपनी जगह बनाना है. Revolution Games का मिशन अपने प्लेटफॉर्म का उपयोग गेम्स के लिए एक इकोसिस्टम बनाना है. यह एक एन्क्रिप्टेड दुनिया में वर्टिकल स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए एक सर्विस प्लेटफॉर्म बनाने की भी योजना बना रहा है. Revolution Games का विजन इसे वैश्विक मानदंडों के साथ सुरक्षा और अनुपालन की सेटिंग में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने, बेचने और ट्रेड करने के लिए सही बाज़ार में व्यवस्थित करना है.

भारत में नियमन के बाद कैसा होगा क्रिप्टो करेन्सी का सफ़र, जानिए ज्योतिष के अनुसार

Crypto Currency

क्रिप्टो करेन्सी यानी कि एक तरह की डिजिटल करेन्सी जिसका लेखा-जोखा डिजिटल रूप से क्रिप्टो बेचने वाली संस्था के पास होता है। यह करेन्सी भौतिक रूप में नहीं होती है। कई देशों ने इस पर लगाम लगा रखी है तो अधिकतर देशों ने इसे बैन किया है। भारत में भी इस पर संसद के शीत सत्र में चर्चा होने की सम्भावना है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, पश्चिमी देशों में इस करेन्सी के तेजी से बढ़ने के आसार कम हैं। वहाँ डॉलर का आधिपत्य बरकरार रहेगा। परन्तु, यूरोपीय देशों में यह तेज़ी से प्रगति कर सकता है, ख़ासकर अल-सल्वाडोर के आस-पास।

विश्वभर के विभिन्न देशों जैसे- तुर्की, अल्जीरिया, इराक, इरान, मिस्र, कोलंबिया और बोलिविया में सभी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी या तो बैन है, या फिर बहुत से देशों में इनके नियमन की व्यवस्था है। अल-सल्वाडोर के अतिरिक्त, कई देशों ने तो क्रिप्टो करेंसी को पूर्ण रूप से वैधायिक मान्यता भी दी है। अल-सल्वाडोर की राशि मेष होने के कारण यहाँ पर यह करेन्सी चलना स्वाभाविक है। परन्तु, कई देशों में इसका विपरीत प्रभाव भी दिखेगा। भारत में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन किए जाने की सम्भावना है। वित्तीय मामलों की संसदीय समिति ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए हुई चर्चा में पाबंदी लगाने के बजाय नियमन का प्रस्ताव रखा।

भारत में भौतिक रूप से धन का अत्यधिक महत्व है। द्रव्य के रूप में धन की विशेष व्याख्या है। बिटक्वाइन और क्रिप्टो की राशि रुपए से कम ही मेल खाती है। परन्तु, सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में “दि क्रिप्टो करेन्सी एण्ड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेन्सी बिल 2021” पेश करने वाली है। यह बिल भारत में प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर बैन या नियमन करेगा। साथ ही, यह बिल भारतीय रिजर्व बैंक की ऑफिसियल डिजिटल करेन्सी हेतु फ्रेमवर्क भी बनाएगा। यदि, भारत स्वयं की डिजिटल करेन्सी बनाता है, तो इसके भविष्य में तेज़ी से आगे बढ़ने की सम्भावना है।

इस करेन्सी के अचानक पचास प्रतिशत तक गिरने की सम्भावना रहेगी। इस करेन्सी से लेन-देन करने वालों को छोड़कर, रुपए के बदले बाहरी करेन्सी ख़रीदने वालों को नुक़सान होने की अत्यधिक सम्भावना है। 2009 में जनवरी की 9 तारीख़ को इसका उदय होने के कारण मकर राशि के प्रभाव से इसे ख़रीदने वालों में वृश्चिक व मकर राशि के जातकों को नुक़सान हो सकता है। परन्तु, शनि की महादशा से बचे जातकों को लाभ होगा। मेष, कुम्भ व मीन राशि वालों को इस मुद्रा से डरने की ज़रूरत नहीं है।

देश के उत्तरीय भाग में यह मुद्रा, दक्षिण की अपेक्षा अधिक तेज़ी से आगे बढ़ेगी। परन्तु, वैश्विक स्तर पर औसतन इस मुद्रा के बढ़ने व प्रचलन के अधिक आसार हैं। इस मुद्रा के स्वाभाविक रूप से प्रचलन में आने की काम सम्भावना दिख रही है। हाँ पर, क्रिप्टो के नियमन और अगले वर्ष चैत्र माह (मार्च-अप्रैल) के बाद कई हद तक इसके बढ़ने के आसार हैं।

Tarot Card Rashifal (22nd december): टैरो कार्ड्स से करें अपने भविष्य के दर्शन

मेष- आज किसी सामाजिक गतिविधि में व्यस्त रहेंगे। कार्यक्षेत्र में अपने अच्छे काम की वजह से वाहवाही का पात्र बनेंगे। व्यापार में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। युवा सोच-विचार में अपना समय खराब कर देंगे। थकान और ऊर्जा में कमी महसूस होगी।

वृष- आज अचानक किसी से मुलाकात व्यापार के लिए शुभ साबित होगी। ऑफिस में हर काम को बड़ी ही सावधानी से करेंगे। युवा करियर के लिए निर्णय लेते समय भावनाओं से अधिक विचारों को महत्व देंगे। परिवार वाले संतान की प्रगति को देखकर खुश होंगे।

मिथुन- आज ऑफिस में सफलता के साथ लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति भी पहले से बेहतर बनी रहेगी। नया बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेना पड़ सकता है। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को लेकर परेशान रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से खुशनुमा माहौल बना रहेगा।

कर्क- आज कार्यक्षेत्र में दिन अच्छा व्यतीत होगा। व्यापार को लेकर हर एक विचार और निर्णय को परख Cryptocurrency का भविष्य कर ही आगे बढ़ें। युवा अपने ही लिए फैसले को लेकर कंफ्यूज रहेंगे। परिवार के साथ बैठकर किसी विशेष मुद्दे पर चर्चा करेंगे। माइग्रेन की तकलीफ तंग करेगी।

सिंह- आज मार्केटिंग से जुड़े हुए लोगों को काम में फायदा मिलेगा। नौकरीपेशा लोग अपने काम को लेकर सतर्क रहेंगे। युवा कोई निर्णय जल्दबाजी में लेने से बचें। विद्यार्थिओं को अध्यापको से खूब प्रशंसा मिलेगी। परिवार की जरूरतों को पूरा करने में धन खर्च करेंगे।

कन्या- आज व्यावसायिक गतिविधियों में ज्यादा से ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। कार्यक्षेत्र में रुका हुआ काम सहकर्मियों की मदद से पूरा कर लेंगे। छात्रों को माता-पिता का पूरा सहयोग मिलेगा। आपके रूखे व्यवहार के कारण घर का माहौल खराब रहेगा।

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तुला- आज किसी नए काम को शुरू करने के लिए अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेना जरूरी है। निजी कामों की वजह से बिजनेस को समय नहीं दे पाएंगे। छात्रों को कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। परिवार में प्रेम-प्यार बना रहेगा। सेहत के प्रति लापरवाही न बरतें।

वृश्चिक- आज आर्थिक स्थिति को सही करने के लिए Cryptocurrency का भविष्य कोई बड़ा कदम उठाएंगे। कार्यक्षेत्र में अपने काम के प्रति ईमानदार रहें। परीक्षाओं में छात्रों की मेहनत रंग लाएगी। किसी वजह से रिश्तेदारों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। कमर की तकलीफ बढ़ने की संभावना है।

धनु- आज किसी करीबी दोस्त के साथ व्यापार शुरू करने का मन बनाएंगे। ऑफिस में अधिकारियों के साथ पंगा लेना भारी पड़ेगा। युवा उन्नति की सीढ़ियां चढ़ेंगे। छात्र अपने विषय को बदलने का मन बनाएंगे। विवाह संबंधी समस्याओं में सफलता मिलेगी।

मकर- आज अनुभवी लोगों की सलाह बिजनेस में फायदा लेकर आएगी। ऑफिस में मेहनत के मुताबिक सफलता नहीं मिलेगी। छात्रों के लिए यह समय कोई खुशखबरी लेकर आएगा। अतिरिक्त कार्यभार को अपने ऊपर लेने से बचें, सेहत पर असर पड़ेगा।

कुम्भ- आज बिजनेस में अपनी सकारात्मक सोच से समस्या का हल ढूंढ लेंगे। कार्यक्षेत्र में किसी को भी अपनी नई स्कीम बताने से बचें। कोई और इसका फायदा उठा सकता है। परिवार में खुशी भरा माहौल रहेगा। किसी भी तरह का जोखिम लेने से परहेज करें।

मीन- आज पैसों से संबंधित चिंता दूर हो जाएगी। ऑफिस में इधर-उधर की बातों की बजाय काम पर ध्यान दें। ऑनलाइन बिजनेस करने वालों का अच्छा फायदा होगा। छात्र मेहनत से समस्या को सुलझा लेंगे। पैर दर्द की तकलीफ हो सकती है।

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Cryptocurrency में फीस लेने वाले पहले कलाकार बने Raftaar, भविष्य की संभावनाओं पर कही ये बात

नई दिल्ली: रैपर रफ्तार (Raftaar) ऐसे पहले भारतीय कलाकार बन गए हैं जिन्होंने Cryptocurrency को फीस के तौर पर स्वीकार करने की बात कही है. यानि रफ्तार से परफॉर्म कराने के बाद उनके ऑर्गनाइजर्स या क्लाइंट उन्हें Cryptocurrency की फॉर्म में फीस पे कर सकेंगे. बता दें कि Cryptocurrency को लीगल ट्रेड बनाए जाने को लेकर अभी दुनिया भर में संदेह की स्थिति बनी हुई है.

क्रिप्टो की तारीफ में कही ये बातें
मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक रफ्तार ने कहा, ‘मैं हमेशा से Cryptocurrency का भविष्य ही ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का बड़ा प्रशंसक रहा हूं. मुझे हमेशा ही ये लगा है कि पता नहीं क्यों आर्टिस्ट और मैनेजर्स इस माध्यम की क्षमता का पता नहीं लगा पाए हैं. फिर भी मैंने आखिरकार इस दिशा में छोटे कदम उठाए हैं और इस सपने को सच करने के लिए मेरे मैनेजर अंकित खन्ना को सारा क्रेडिट जाता है.’

शो के लिए ली किप्टो में भीस
बात करें रफ्तार की उस परफॉर्मेंस की जिसके लिए रैपर ने Cryptocurrency स्वीकार की है तो इस वर्चुअल परफॉर्मेंस को जुलाई के दूसरे हफ्ते में स्वीकार किया जाएगा. 100 लोगों की प्राइवेट गैदरिंग के लिए ये परफॉर्मेंस होगी जो कि 60 मिनट तक चलेगी. ब्लॉकचेन तकनीक को मुख्य धारा में लाने की कोशिश कर रहे रफ्तार के मैनेजर अंकित ने कहा है कि इससे बिना किसी मीडिएटर के सीधे फैंस तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

मैनेजर ने कही ये बात
अंकित खन्ना ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में कहा कि इस तकनीक की मदद से म्यूजिक इंडस्ट्री में काफी बदलाव आएगा. अंकित ने बताया कि इसका फायदा फैंस को भी होगा. उन्होंने कहा- अब कलाकार अपने फैन्स तक बिना किसी मध्यस्थ की मदद के पहुंच पाएंगे. मैं इस काम में रफ्तार के सपोर्ट के लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं. बता दें कि रैपर रफ्तार (Raftaar) के कई गाने सुपरहिट रहे हैं और वह कुछ टीवी शोज में बतौर जज भी नजर आते रहे हैं.


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