Divyang Dixit , 6 years ago 0 1 min read

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कांस्य युग का इतिहास || कांस्य युग की वैज्ञानिक उपलब्धियां || कांस्य युग की सभ्यता कैसी थी || Bronze Age in English|| Bronze age pdf download || कांस्य युग का इतिहास pdf download || कांस्य युग का काल || कांस्य युग का इतिहास बीटीसी gk || kansya yug in hindi || kansya yug in english pdf ||

कांस्य युग का इतिहास –

कांस्य युग का इतिहास – कांस्य युग का तात्पर्य उस समय से है जब मनुष्य ने कांसा नामक मिश्र धातु का उपयोग शुरु किया। कांसा तांबे और रांगा धातुओं की मिश्र धातु है। इतिहास में घाटे में बीटीसी कांस्य युग, ताम्रपाषाण युग के बाद आया था और लौह युग के पहले तक था। पाषाण युग मे मानव को किसी भी धातु की जानकारी नही थी।

ताम्र पाषाण युग मे ताबे की खोज हो चुकी थी। इस काल मे मनुष्य ताबे और पत्थर दोनो से बने हथियार प्रयोग करता था।

लौह युग आते आते मानव ने ताबा, टिन, लोहा और अन्य अनेक धातुओ की खोज कर ली थी। तथा उनका उपयोग सीख लिया था।

कांस्य युग की वैज्ञानिक उपलब्धियां –

कांस्य युग की महान वैज्ञानिक उपलब्धियो मे शहरी सभ्यता का विकास था। इस काल मे मानव शहरी सभ्यताओ मे बसने लगा था। इस वजह से अनेक पौराणिक सभ्यताओ का विकास कास्य युग मे हुआ।

कांस्य युग की महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है इस समय अलग-अलग सभ्यताओं में अलग-अलग लिपियों का विकास हुआ। आज हम इन लिपियो द्वारा सभ्यताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करते है।

कांस्य युग का इतिहास – कासे का इस्तेमाल अलग-अलग सभ्यताओं में अलग-अलग समय पर शुरू हुआ। इस कारण से हर सभ्यता में कांस्य युग का समय अलग अलग था।

कांस्य युगीन सभ्यता के उदाहरण –

विश्व के अनेक सभ्यताओं में कासे का इस्तेमाल अलग-अलग समय में हुआ। हड़प्पा सभ्यता, मेसोपोटामिया सभ्यता, सुमेरियन सभ्यता आदि कांस्य युगीन सभ्यता के जीवंत उदाहरण है।

कांस्य युग में अनेक शहरी सभ्यताओं का विकास हुआ। सिंधु घाटी सभ्यता में, हड़प्पा सभ्यता प्रमुख शहरी सभ्यताओ में से एक है। हड़प्पा संस्कृत के स्थलों की खुदाई से कासा से बनी हुई अनेक प्राचीन वस्तुएं मिली। इस परिपक्व सभ्यता का मुख्य क्षेत्र सिंध और पंजाब में सिंधु घाटी था।

Bronze age in English –

Bronze age is a historical time which was known for घाटे में बीटीसी the use of “Bronze”. This Age brought the next revolution in tool making and using capacity. The period supported and urban population, skilled craftsman, traders, priests, writers etc.

Period of Bronze Age –

The time near about 5000 years ago, that is around 3000 B.C. to 1200 B.C. known as Bronze Age. Bronze age is second in three main periods of human civilisation.

Civilisation of Bronze Age –

Ancient sumetian civilization of middle east Asia was the first to enter in Bronze age.

Harappan Civilization of Indus valley was the fine example of Bronze age.

Technological advancement of Bronze Age –

In this age humans made many technological advancement. This was the time when different writing system was developed in many parts of world.

** कांस्य युग का इतिहास **

कांस्य युग का इतिहास का इतिहास से संबंधित परीक्षा में आने वाले प्रश्न –

1. सिंधु घाटी सभ्यता में कांसे की नर्तकी की मूर्ति कहां से मिली थी –

a). मोहनजोदडो घाटे में बीटीसी b). हडप्पा

Ans. मोहनजोदडो

अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें..

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प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति को उतार मौत के घाट, गिरफ्तार

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प्रयागराज के करछना में एक पत्नी ने अपने प्रेमी ममेरे भाई के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी. पति के शव को उसने गंगा नदी में फेंक दिया. जांच में जुटी पुलिस ने आरोपी प्रेमी, पत्नी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

प्रयागराज : जिले के करछना थाना इलाके से लव अफेयर में हत्या करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस के खुलासे में सामने आया है कि पत्नी ने अपने प्रेमी ममेरे भाई के साथ मिलकर पति विनोद की हत्या करवा दी. उसके बाद उसके शव को गंगा नदी में फेंक दिया.

दरअसल, सोमवार की रात विनोद की बाइक करछना के पनासा टोन्स पुल पर मिली थी. जिसके बाद से ही पुलिस लापता विनोद की तलाश कर रही थी. शुक्रवार को पुलिस ने सीडीआर के सहारे हत्यारों को पकड़ा, तो विनोद का नर कंकाल और अधजले कपड़े बरामद हो गए. विनोद के दांत और जले कपड़ों से परिजनों ने नर कंकाल विनोद के होने की पुष्टि कर दी. मामले में पुलिस ने विनोद की पत्नी, ममेरे भाई सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

महिला का ममेरे भाई से है अफेयर

पुलिस के अनुसार महिला का अपने ममेरे भाई से अफेयर है. जो शादी के डेढ़ साल बाद भी चल रहा है. 7 जून को महिला के प्रेमी ने उसके पति विनोद को फोन करके घाटे में बीटीसी बुलाया, फिर शराब पिलाई. जब वह नशे में हो गया तो ब्लेड से गला रेत दिया. इसके बाद शव को गंगा नदी में फेंक दिया.

महिला कर रही थी बीटीसी, शहर में रहती थी अकेले

प्रयागराज के यमुनापार के मेजा थाना के देवहटा रामनगर, सिरसा निवासी विनोद कुमार यादव (26 वर्ष) मुंबई में प्राइवेट काम करता था. लॉकडाउन के दौरान वह घर आया था. उसकी शादी डेढ़ साल पहले हुई थी. उसकी पत्नी प्रयागराज शहर में रहकर बीटीसी की पढ़ाई कर रही थी.

शादी के बाद भी ममेरे भाई से चल रहा था अफेयर

विनोद की पत्नी पूजा यादव का मायका मिर्जापुर के कलना, गैपुरा में है. मिर्जापुर के रहने वाले ममेरे भाई से ही उसका शादी के पहले से अफेयर चल रहा था. विनोद के साथ पूजा की शादी होने से उसका ममेरा भाई विक्की यादव बौखला गया था. उसे किसी भी सूरत में अपनी प्रेमिका को दूसरे के साथ देखना मंजूर नहीं था. दोनों फोन पर बात करते रहते थे.

मोबाइल से खुला राज

विनोद के गायब होने के बाद जांच में जुटी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने पहले तो टोंस नदी में उसके शव की खोजबीन कराई. जब शव नहीं मिला तो उसका मोबाइल सर्विलांस पर लगाया, तो पता चला कि 7 जून को विनोद की बात उसकी पत्नी के आशिक से हुई थी. जब उस नंबर को पुलिस ने खंगाला तो उसकी लोकेशन गाजियाबाद मिली. पुलिस ने गाजियाबाद से उस युवक को पकड़ा और विनोद के गायब होने वाली तारीख और समय का मिलान किया, तो पता चला है कि करछना के पनासा नदी पर बने पुल पर उस युवक की भी लास्ट लोकेशन थी. पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल लिया.

पहले दी शराब पार्टी, फिर काट दिया गला

हिरासत में लिए गए विक्की यादव ने बताया कि विनोद की पत्नी उसकी फुफेरी बहन लगती है. उससे उसका अफेयर है. शादी के बाद भी दोनों की बातचीत होती है. उस दिन वह अपने रिश्तेदार संदीप कुमार के साथ करछना के पनासा टोंस नदी पर बने पुल पर, विनोद को फोन करके बुलाया था. वहां उसने विनोद के साथ शराब पी. वहीं विनोद को ज्यादा शराब पिलाई और खुद कम पिया. शराब पीने के बाद ब्लेड से उसने विनोद का गला रेत दिया, और शव को नदी में फेंक दिया. वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए उसकी बाइक को नदी पर बने पुल पर लाकर खड़ी कर दी थी और खून बिखेर दिया था. प्रेमी के बयान के बाद पुलिस ने विनोद की पत्नी और रिश्तेदार संदीप कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि विनोद का शव गंगा नदी से बरामद कर लिया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

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कांस्य युग का इतिहास –

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ताम्र पाषाण युग मे ताबे की खोज हो चुकी थी। इस काल मे मनुष्य ताबे और पत्थर दोनो से बने हथियार प्रयोग करता था।

लौह युग आते आते मानव ने ताबा, टिन, लोहा और अन्य अनेक धातुओ की खोज कर ली थी। तथा उनका उपयोग सीख लिया था।

कांस्य युग की वैज्ञानिक उपलब्धियां –

कांस्य युग की महान वैज्ञानिक उपलब्धियो मे शहरी सभ्यता का विकास था। इस काल मे मानव शहरी सभ्यताओ मे बसने लगा था। इस वजह से अनेक पौराणिक सभ्यताओ का विकास कास्य युग मे हुआ।

कांस्य युग की महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है इस समय अलग-अलग सभ्यताओं में अलग-अलग लिपियों का विकास हुआ। आज हम इन लिपियो द्वारा सभ्यताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करते है।

कांस्य युग का इतिहास – कासे का इस्तेमाल अलग-अलग सभ्यताओं में अलग-अलग समय पर शुरू हुआ। इस कारण से हर सभ्यता में कांस्य युग का समय अलग अलग था।

कांस्य युगीन सभ्यता के उदाहरण –

विश्व के अनेक सभ्यताओं में कासे का इस्तेमाल अलग-अलग समय में हुआ। हड़प्पा सभ्यता, मेसोपोटामिया सभ्यता, सुमेरियन सभ्यता आदि कांस्य युगीन सभ्यता के जीवंत उदाहरण है।

कांस्य युग में अनेक शहरी सभ्यताओं का विकास हुआ। सिंधु घाटी सभ्यता में, हड़प्पा सभ्यता प्रमुख शहरी सभ्यताओ में से एक है। हड़प्पा संस्कृत के स्थलों की खुदाई से कासा से बनी हुई अनेक प्राचीन वस्तुएं मिली। इस परिपक्व सभ्यता का मुख्य क्षेत्र सिंध और पंजाब में सिंधु घाटी था।

Bronze age in English –

Bronze age is a historical time which was known for the use of “Bronze”. This Age brought the next revolution in tool making and using capacity. The period supported and urban population, skilled craftsman, traders, priests, writers etc.

Period of Bronze Age –

The time near about 5000 years ago, that is around 3000 B.C. to 1200 B.C. known as Bronze Age. Bronze age is second in three घाटे में बीटीसी main periods of human civilisation.

Civilisation of Bronze Age –

Ancient sumetian civilization of middle east Asia was the first to enter in Bronze age.

Harappan Civilization of Indus valley was the fine example of Bronze age.

Technological advancement of Bronze Age –

In this age humans made many technological advancement. This was the time when different writing system was developed in many parts of world.

** कांस्य युग का इतिहास **

कांस्य युग का इतिहास का इतिहास से संबंधित परीक्षा में आने वाले प्रश्न –

1. सिंधु घाटी सभ्यता में कांसे की नर्तकी की मूर्ति कहां से मिली थी –

a). मोहनजोदडो b). हडप्पा

Ans. मोहनजोदडो

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पत्राचार से बीटीसी करने वाले भर सकेंगे आवेदन, हाई कोर्ट का आदेश!

Divyang Dixit , 6 years ago 0 1 min read

इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ घाटे में बीटीसी ने पत्राचार के माध्यम से विशिष्ट बीटीसी शिक्षामित्रों को बड़ी राहत दी है। अब पत्राचार के माध्यम से बीटीसी करने वाले शिक्षामित्र भी प्राइमरी स्कूल में टीचर के पद पर आवेदन कर सकते हैं।

रोबोएप (आरबीए) ने डीओजीई और एसआईबी प्रेरित मेमेकोइन दीवार पर जाने के रूप में झपट्टा मारा

कई लोगों को altcoins के लिए उच्च उम्मीदें होती हैं जब क्रिप्टो बाजार फिर से बुलिश हो जाते हैं। विशेष रूप से मेमेकोइन्स को एक महत्वपूर्ण धक्का की आवश्यकता होती है, लेकिन निवेशकों और सट्टेबाजों ने इन परिसंपत्तियों में रुचि खो दी है।

द्वारा Advertiser, in क्रिप्टो · 23 Month5 2022, 16:40 · 0 टिप्पणियाँ

रोबोएप (आरबीए) ने डीओजीई और एसआईबी प्रेरित मेमेकोइन दीवार पर जाने के रूप में झपट्टा मारा

डॉग-थीम वाले मेम-सिक्के अभी भी डॉगकोइन (डीओजीई) और शीबा इनु (एसएचआईबी) द्वारा घाटे में बीटीसी प्राप्त विशाल ऊंचाई प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन गति को चिंगारी करने में विफल रहे हैं। तो रोबोएप ने क्रिप्टो स्पेस में इतना कर्षण क्यों हासिल किया है?

मेमे सिक्के कैसे साथ मिल रहे हैं?

यह क्रिप्टो मार्केट रिबाउंड को देखने के लिए उत्साहजनक है। हाल की मंदी की स्थितियों में स्पष्ट कारण और प्रभाव नहीं था, जिसका अर्थ है कि यह कई व्हेल और बड़े व्यापारियों द्वारा व्यापक बाजार हेरफेर का परिणाम है।

कई आशावादी हैं क्योंकि कीमतें फिर से बढ़ रही हैं। एक तेजी से बीटीसी और ईटीएच वर्तनी अक्सर altcoins में फैलती है, हालांकि हमेशा ऐसा नहीं होता है।

सिद्धांत घाटे में बीटीसी रूप में, आने वाले दिनों में मेम सिक्कों की लोकप्रियता में भारी वृद्धि देखी जा सकती है। हालांकि, वे संपत्ति हैं जो पिछले सप्ताह में सबसे अधिक मूल्य खो चुके हैं। उदाहरण के लिए, डॉगकोइन (DOGE) ने अपने मूल्य का 18% से अधिक खो दिया है। केवल सात दिनों में, बेबी डॉगकोइन (बेबीडोगे), कैटेचिन और द डोगे एमएफटी सभी ने अपने मूल्य का 20% से अधिक खो दिया। उन अंतरों को जल्द ही पाटा जाना चाहिए, लेकिन दैनिक मूल्य गति पर्याप्त रूप से तेज नहीं है।

शीबा इनु (SHIB) एकमात्र मेम सिक्का है जो यथोचित रूप से अच्छा कर रहा है, भले ही इसका मूल्य दो डिप्स पहले से 15% से अधिक गिर गया हो। हालाँकि इसका साप्ताहिक प्रदर्शन भी है, SHIB की दैनिक गति बेहद मंदी है। यह सुझाव दे सकता है कि लोग मेम के सिक्कों या सिर्फ कुत्ते-थीम वाले सिक्कों में रुचि खो रहे हैं।

वर्तमान घाटे और तेजी की कमी के बावजूद, कई लोग अभी भी DOGE, SHIB और ELON जैसे मेमे सिक्कों के बारे में आशावादी हैं। विचार करें कि समुदाय के सदस्यों के महीनों के बाद रॉबिनहुड ने शीबा इनु को कैसे सूचीबद्ध किया, यह साबित करते हुए कि कड़ी मेहनत बंद हो जाती है। हालाँकि, इस खबर के परिणामस्वरूप SHIB पंप नहीं आया है जिसकी कई लोगों ने उम्मीद की थी, हालांकि यह आने वाले हफ्तों में हो सकता है।

वैकल्पिक रूप से, जैसे ही क्रिप्टो मुख्यधारा में पहुंचता है, क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा के वैध रूप के रूप में मान्यता प्राप्त हो रही है; और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि मेमे सिक्के, जो डिजिटल संपत्ति का मजाक उड़ाने के लिए एक मजाक के रूप में शुरू हुए, उसमें थोड़ा हिस्सा खेलते हैं।

हालांकि, आरबीए, एक आगामी मेम टोकन जो अभी प्रेस्ले में चला गया है, में मेमे सिक्के को सुदृढ़ करने की बोल्ड योजना है।

विशिष्ट मेम सिक्कों के विपरीत, आरबीए का उद्देश्य अपनी वृद्धि को चलाने के लिए उपयोगिता रखना है। इसने पहले ही अपने एनएफटी मार्केटप्लेस, स्वैप और ईस्पोर्ट्स को लॉन्च करने की योजना की घोषणा कर दी है। हालांकि, यह प्राथमिक कारण नहीं है कि निवेशक प्रेस्ले खरीदने के लिए आते रहे हैं।

जो लोग रोबोएप की सेवाओं का उपयोग करना चाहते हैं, उन्हें प्लेटफॉर्म की आरबीए मुद्रा का उपयोग करना होगा। रोबोएप प्लेटफॉर्म पर प्रत्येक लेनदेन से एक छोटा शुल्क लिया जाएगा, जिसमें से आधा जला दिया जाएगा और दूसरे आधे को टोकन के मूल्य को बढ़ाने के लिए वॉलेट धारकों को वापस कर दिया जाएगा।

रोबोएप इस अपस्फीति तंत्र के लिए प्रत्येक लेनदेन के साथ आरबीए टोकन आपूर्ति को कम करके अपने टोकन की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित करता है।

समुदाय के प्रति समर्पण के कारण आरबीए भी भीड़ से बाहर खड़ा है। रोबोएप पूरी तरह से अपने बढ़ते समुदाय द्वारा चलाया जाएगा, क्योंकि डेवलपर्स के पर्स नहीं होंगे। श्वेत पत्र के अनुसार, लक्ष्य डेवलपर्स को व्यक्तिगत लाभ के बजाय आम अच्छे के लिए समुदाय के घाटे में बीटीसी साथ काम करने के लिए सशक्त बनाना है।

रोबोएप पर ध्यान देने के कारण, यह स्पष्ट है कि निवेशकों को मेमे टोकन के लिए उच्च उम्मीदें हैं। विश्लेषक भविष्यवाणी कर रहे हैं कि आरबीए के लक्ष्यों को देखते हुए इसका मूल्य लॉन्च पर आसमान छू जाएगा।

अंतिम विचार

पारंपरिक क्रिप्टो परिसंपत्तियों के विपरीत, डॉगकोइन और शीबा इनु जैसी मुद्राएं समान पैटर्न का पालन नहीं करती हैं। वे अपना रास्ता अपनाते हैं, जिससे अप्रत्याशित परिणाम हो सकते हैं, बेहतर या बदतर के लिए। हालाँकि, RoboApe का लॉन्च मेमे सिक्कों के लिए एक गेमचेंजर हो सकता है।

अगले कुछ सप्ताह इन क्रिप्टो के लिए दिलचस्प होंगे, क्योंकि कुछ भी हो सकता है।

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