Published on: December 08, 2022 21:44 IST
शेयरों के एक कारोबार की अवधि का सामान्य मूल्य
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IPO के एक साल बाद ₹1100 के नीचे आया ये शेयर, अब भी खुश हैं निवेशक!
दिसंबर 2021 में MapmyIndia की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी। इससे पहले कंपनी का आईपीओ आया था। इस आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 1,000-1,033 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
बीते साल के कुछ आईपीओ ऐसे थे जिन्होंने निवेशकों को मालामाल किया। एक आईपीओ MapmyIndia की पैरेंट कंपनी CE Info System का भी था। जब इस आईपीओ की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई, इसके बाद से ही स्टॉक 1100 रुपये के पार कारोबार कर रहा था। हालांकि, अब एक साल बाद शेयर का भाव 1100 रुपये से नीचे आ गया है। हालांकि, अब भी शेयर का भाव आईपीओ के इश्यू प्राइस से ज्यादा है।
दिसंबर 2021 में हुई थी लिस्टिंग: दिसंबर 2021 में MapmyIndia की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी। इससे पहले कंपनी का आईपीओ आया था। इस आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 1,000-1,033 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। शेयर का ऑल टाइम हाई 1,918.35 रुपये है, जो जनवरी 2022 में था।
अभी शेयर का भाव: सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को शेयर का भाव लुढ़क कर 1080.05 रुपये तक आ गया। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर का भाव 2.35% कम है। हालांकि, अब भी भाव इश्यू प्राइस से ज्यादा है।
बता दें कि डिजिटल मैपिंग फर्म MapmyIndia को सितंबर तिमाही में मामूली मुनाफा हुआ है। इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा 25.37 करोड़ रुपये रहा। यह एक तिमाही पहले की तुलना में केवल 4.1% की वृद्धि है। कंपनी ने एक साल पहले समान तिमाही में 25.39 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था।
Stock Exchange: जाने, शेयर बाजार में क्या है अपर सर्किट और लोअर सर्किट?
हम बताते हैं कि लोअर सर्किट और अपर सर्किट क्या है। लेकिन, स्टॉक ट्रेडिंग में लोअर सर्किट और अपर सर्किट को जानने से पहले यह जानते हैं कि शेयर का मूल्य घटने और बढ़ने के पीछे का सही कारण क्या होता है?
शेयर बाजार में क्या है अपर सर्किट
हाइलाइट्स
- भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कुछ सरकारी बैंकों के शेयरों में भारी तेजी दिखी
- इस दिन कुछ सरकारी बैंकों के शेयरों में भारी तेजी देखी गई
- कुछ बैंकों के कारोबार पर सर्किट ब्रेकर भी लगा
- आपको मालूम है कि क्या होता है शेयरों के एक कारोबार की अवधि का सामान्य मूल्य सर्किट ब्रेकर
- क्यों घटता-बढ़ता है शेयर का मूल्य?
सामान्य निवेशक इस बात को लेकर कभी कभी बहुत हैरान रहते हैं कि शेयर का मूल्य किस शेयरों के एक कारोबार की अवधि का सामान्य मूल्य हिसाब से बढ़ता और घटता रहता है। शेयर का मूल्य दो कारणों से बढ़ता या घटता रहता है। पहला कारण शेयर की सप्लाई और डिमांड और दूसरा कारण कंपनी द्वारा मुनाफा कमाना या कंपनी का घाटा। लेकिन, अगर हम स्टॉक ट्रेडिंग में देखें तो शेयर की सप्लाई और डिमांड की वजह से अधिकतर शेयर का मूल्य घटता बढ़ता रहता है। जब भी शेयर की डिमांड बढ़ती है यानी ज्यादा लोग खरीदते हैं तो उसका दाम बढ़ जाता है। और, जब लोग शेयर को बेचना स्टार्ट कर देते हैं तब शेयर का मूल्य घटने लगता है यह इस तरह से काम करता है। - क्या है लोअर सर्किट?
मान लीजिए आपके पास किसी कंपनी का शेयर हैं। किसी वर्ष के दौरान उस कंपनी को किसी कारणवश घाटा लगना शुरू हो जाता है। ऐसे में आप उस कंपनी का शेयर बेचने लगेंगे। ऐसे ही बहुत से लोग जो उस कंपनी के शेयर को लिए होंगे वह भी बेचना शुरू कर देंगे। जब सब बेचना शुरू कर देंगे तो एक ही दिन में उस कंपनी का शेयर शून्य तक पहुंच सकता है। ऐसी स्थिति में शेयर का मूल्य एक निश्चित सीमा तक गिरे इसके लिए NSE तथा BSE स्टॉक एक्सचेंज ने कुछ नियम बनाए हैं। जिनके अंतर्गत जब किसी कंपनी में अचानक सब लोग शेयर बेचना शुरू कर दें तो एक निश्चित सीमा तक ही उस शेयर का मूल्य घटेगा। उसके बाद उस शेयर की ट्रेडिंग बंद हो जाएगी। यह जो मूल्य घटने की सीमा है, उसे ही लोअर सर्किट शेयरों के एक कारोबार की अवधि का सामान्य मूल्य कहते हैं। - लोअर सर्किट का इस्तेमाल कब होता है?
लोअर सर्किट के तीन चरण होते हैं। यह 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट पर लगता है। यदि 10 फीसदी की गिरावट दिन में 1 बजे से पहले आती है, तो बाजार में एक घंटे के लिए कारोबार रोक दिया जाता है। इसमें शुरुआती 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है। यदि 10 फीसदी का सर्किट दोपहर 1 बजे के बाद लगता है, तो कारोबार 30 मिनट के लिए रुक जाता है। इसमें शुरुआती 15 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है। यदि 2.30 बजे के बाद 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगता है, तो कारोबार सत्र के अंत तक यानी 03.30 बजे तक जारी रहता है। - क्या है 15 फीसदी का सर्किट नियम?
यदि 15 फीसदी की गिरावट 1 बजे से पहले आती है, तो बाजार में दो घंटे के लिए कारोबार रोक दिया जाता है। इसमें शुरुआती 1 घंटा और 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है। यदि 15 फीसदी का सर्किट दोपहर 1 बजे के बाद लगता है, तो कारोबार एक घंटे के लिए रुक जाता है. इसमें शुरुआती 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है। यदि 2.30 बजे के बाद 15 फीसदी का लोअर सर्किट लगता है, तो कारोबार के अंत तक यह लगा रहता है। - क्या है अपर सर्किट
अपर सर्किट को एक उदाहरण के जरिए समझते हैं। मान लीजिए कि आपके पास किसी कंपनी के शेयर हैं। उस कंपनी को खूब मुनाफा होता है या किसी कारणवश उस कंपनी में निवेशकों की रूचि बढ़ जाती है। ऐसे में उस कंपनी के शेयर का दाम खूब चढ़ने लगता है। ऐसे में किसी कंपनी के शेयर का मूल्य एक ही दिन में आसमान में पहुंच जाएगा। इसी हालत से बचने के लिए शेयर बाजार में अपर सर्किट का प्रावधान है। उस निश्चित मूल्य सीमा तक उस कंपनी के शेयर का दाम पहुंचते ही उसमें अपर सर्किट लग जाएगा और उसकी ट्रेडिंग बंद हो जाएगी। जिस तरह से लोअर सर्किट पर 10, 15 और 20 फीसदी का नियम लागू होता है, वही नियम अपर सर्किट पर भी लागू होता है। - कारोबार रुकने के बाद कब और कैसे शुरू शेयरों के एक कारोबार की अवधि का सामान्य मूल्य होता है?
सर्किट लगने पर कारोबार रुक जाता है। जब बाजार दोबारा खुलता है तो पहले 15 मिनट का प्री-ओपन सत्र होता है। इसके बाद सामान्य कारोबार शुरू होता है और यह अगला सर्किट लगने या सत्र के अंत (जो भी पहले हो) तक जारी रहता है। - सर्किट का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
सर्किट के स्तर स्टॉक एक्सचेंज द्वारा तय किए जाते हैं। इन्हें निवेशकों और ब्रोकरों के हितों को ध्यान में रख कर लगाया जाता है ताकि उन्हें बाजार के बड़े झटकों से बचाया जा सके। बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान कारोबारियों को करारा झटका लगता है। ऐसी स्थिति में बाजार पर दबाव बढ़ जाता है। - भारतीय शेयर बाजार में कब से हुआ सर्किट का प्रावधान?
भारतीय शेयर बाजार में अपर सर्किट और लोअर सर्किट का इतिहास 28 जून 2001 से शुरू होता है। उसी दिन बाजार नियामक सेबी ने सर्किट ब्रेकर की व्यवस्था की थी। यह व्यवस्था लागू होने के बाद इसका पहली बार इस्तेमाल 17 मई 2004 को हुआ था।
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Landmark Cars IPO: आज खुलेगा लैंडमार्क कार्स का आईपीओ, जानिए क्या है कंपनी का मुख्य कारोबार?
Landmark Cars IPO: बाजार में चर्चा है कि आईपीओ के लिए 30 रुपये प्रति शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) चल रहा है। खुदरा निवेशक 14,674 रुपये के 29 शेयरों के न्यूनतम एक लॉट और 1,90,762 रुपये के अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं।
552 करोड़ रुपये का लैंडमार्क कार्स का आईपीओ आज पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। अपने आईपीओ से पहले, लैंडमार्क कार्स ने एंकर निवेशकों के लिए 32,66,797 शेयरों के आवंटन की घोषणा की, इनका मूल्य करीब 165.29 करोड़ रुपये है। पब्लिक इश्यू में 150 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का एक नया इश्यू और 402 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले शेयरधारकों में संजय करसनदास ठक्कर, आस्था और गरिमा मिश्रा शामिल हैं। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 481-506 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
बाजार में चर्चा है कि आईपीओ के लिए 30 रुपये प्रति शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) चल रहा है। खुदरा निवेशक 14,674 रुपये के 29 शेयरों के न्यूनतम एक लॉट और 1,90,762 रुपये के अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। कंपनी के कर्मचारियों को प्रति शेयर 48 रुपये की छूट दी जाएगी।
लैंडमार्क कार्स मर्सिडीज-बेंज, होंडा, जीप, वोक्सवैगन और रेनॉल्ट के लिए डीलरशिप के साथ प्रीमियम ऑटोमोटिव खुदरा व्यापार से जुड़ी हुई है। यह भारत में अशोक लेलैंड के वाणिज्यिक वाहन की भी रिटेलन है। कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग ऋण के भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है। आईपीओ 15 दिसंबर को समाप्त होगा, शेयरों के आवंटन को 20 दिसंबर तक अंतिम रूप दिया जाएगा, 22 दिसंबर तक शेयरों का क्रेडिट और 23 दिसंबर तक शेयर बाजार में इसकी लिस्टिंग की उम्मीद है।
विस्तार
552 करोड़ रुपये का लैंडमार्क कार्स का आईपीओ आज पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। अपने आईपीओ से पहले, लैंडमार्क कार्स ने एंकर निवेशकों के लिए 32,66,797 शेयरों के आवंटन की घोषणा की, इनका मूल्य करीब 165.29 करोड़ रुपये है। पब्लिक इश्यू में 150 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का एक नया इश्यू और 402 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले शेयरधारकों में संजय करसनदास ठक्कर, आस्था और गरिमा मिश्रा शामिल हैं। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 481-506 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
बाजार में चर्चा है कि आईपीओ के लिए 30 रुपये प्रति शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) चल रहा है। खुदरा निवेशक 14,674 रुपये के 29 शेयरों के न्यूनतम एक लॉट और 1,90,762 रुपये के अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। कंपनी के कर्मचारियों को प्रति शेयर 48 रुपये की छूट दी जाएगी।
लैंडमार्क कार्स मर्सिडीज-बेंज, होंडा, जीप, वोक्सवैगन और रेनॉल्ट के लिए डीलरशिप के साथ प्रीमियम ऑटोमोटिव खुदरा व्यापार से जुड़ी हुई है। यह भारत में अशोक लेलैंड के वाणिज्यिक वाहन की भी रिटेलन है। कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाए गए धन का उपयोग ऋण के भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है। आईपीओ 15 दिसंबर को समाप्त होगा, शेयरों के आवंटन को 20 दिसंबर तक अंतिम रूप दिया जाएगा, 22 दिसंबर तक शेयरों का क्रेडिट और 23 दिसंबर तक शेयर बाजार में इसकी लिस्टिंग की उम्मीद है।
Auto सेक्टर से जुड़ी यह कंपनी ला रही IPO, जानिए किस तारीख से आप लगा पाएंगे पैसा
निर्गम का आधा हिस्सा पात्र संस्थागत निवेशकों के लिए, 35 प्रतिशत खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए और शेष 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित है।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: December 08, 2022 21:44 IST
Photo:FILE आईपीओ
वाहन ‘डीलरशिप’ कारोबार से जुड़ी लैंडमार्क कार्स लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) आवेदन के लिए 13 दिसंबर को खुलेगा। कंपनी ने 552 करोड़ रुपये की शुरुआती शेयर बिक्री के लिए मूल्य दायरा 481-506 रुपये प्रति शेयर तय किया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि तीन दिन का आईपीओ 15 दिसंबर को बंद होगा। एंकर यानी बड़े निवेशक 12 दिसंबर को शेयरों के लिए बोलियां लगा सकेंगे। निर्गम में 150 करोड़ रुपये तक के नये शेयर जारी किये जायेंगे। इसमें 402 करोड़ रुपये तक बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। कंपनी निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज भुगतान और सामान्य कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
खुदरा निवेशकों के लिए आईपीओ का 35% हिस्सा
निर्गम का आधा हिस्सा पात्र संस्थागत निवेशकों के लिए, 35 प्रतिशत खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए और शेष 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है। निवेशक न्यूनतम 29 शेयरों के लिए और उसके बाद उसके गुणकों में बोली लगा सकते हैं। टीपीजी समर्थित लैंडमार्क कार्स भारत में मर्सिडीज-बेंज, हुंदै, जीप, फॉक्सवैगन और रेनो के लिए डीलरशिप के साथ वाहनों के खुदरा कारोबार से जुड़ी है। कंपनी का शेयर 23 दिसंबर को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होगा।
धर्मज क्रॉप गार्ड के निवेशकों को तगड़ा मुनाफा
वहीं, दूसरी ओर आज धर्मज क्रॉप गार्ड का शेयर कारोबार के पहले दिन अपने निर्गम मूल्य 237 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले 12 प्रतिशत से अधिक लाभ के साथ सूचीबद्ध हुआ। शेयर निर्गम मूल्य से 12.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ 266.05 रुपये पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शेयर 12.66 प्रतिशत चढ़कर 267 रुपये के भाव पर बंद हुआ। बीएसई में शेयर 12.44 प्रतिशत की तेजी के साथ 266 रुपये प्रति शेयर पर अपनी शुरुआत की। अंत में यह 266.40 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एनएसई में 279 रुपये और बीएसई में 278.90 रुपये के उच्च स्तर पहुंच गया गया। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, कारोबार के अंत में कंपनी का बाजार मूल्यांकन 900.36 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के 251 करोड़ रुपये के आईपीओ को 35.49 गुना अभिदान मिला था। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 216-237 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 703