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Winter Blues: विंटर ब्लूज आलस्य, ऊर्जा की कमी, अधिक नींद को दें मात, आप भी जानें कैसे.
नई दिल्ली। यह साल का अंत है और मौसम दिन-ब-दिन ठंडा होता जा रहा है। सर्दियों के दौरान, हम अपने कंबलों में लिपटे हुए अधिक समय घर के अंदर बिताते हैं, एक कप चाय पीते हैं और अपनी पसंदीदा फिल्में या श्रृंखला देखते हैं।
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विंटर ब्लूज़ आलस्य, ऊर्जा की कमी, अधिक नींद और जंक फूड के सेवन को आमंत्रित करता है। हम बाहर जाने या नियमित गतिविधियों को करने में रुचि खो देते हैं।
जैसे-जैसे हम इन महीनों के दौरान कम सक्रिय एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें होते जाते हैं, हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। यदि आप भी बहुत कम या एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें उदास महसूस करते हैं, तो यह आपकी जीवनशैली की आदतों या दोषपूर्ण सर्दियों की दिनचर्या के कारण हो सकता है। इसलिए, समग्र स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
स्वस्थ खाने से लेकर छुट्टियों की योजना बनाने तक, यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनका पालन करके आप सर्दी की उदासी को दूर कर सकते हैं:
1. अपने जीवन को प्रकाशित करें
विंटर ब्लूज़ आपके जीवन को उबाऊ बना सकता है। हम में से कई लोग पूरा दिन अपने कमरों के अंदर बिताते हैं। इन प्रभावों का प्रतिकार करने के लिए, जितना संभव हो बाहर निकलें और अपने आप को प्राकृतिक रोशनी में उजागर करें, अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं ताकि आपका मूड अच्छा हो और आपका जीवन रोशन हो।
Winter Health Tips: सर्दियों में लंबे समय तक धूप सेंकना हो सकता है खतरनाक, बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल
Winter Health Tips सर्दियों में धूप में बैठने सोने गप्पे हांकने में मजा तो बहुत आता है लेकिन क्या आप जानते हैं सूरज की इन हानिकारक किरणों से बचाव नहीं किया तो ये आपकी स्किन डैमेज कर सकती हैं?
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Winter Health Tips: सर्दियों में धूप में बैठने का मजा ही अलग होता है। बैठे-बैठे कब घंटों निकल जाते हैं इसका एहसास ही नहीं होता लेकिन ये मज़ा कहीं सज़ा न बन जाए इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। ज्यादा समय तक सूरज में रहने से स्किन डैमेज होने की खतरा बढ़ जाता है। सूरज की हानिकारक किरणों की वजह से फाइन लाइंस, टैनिंग, झुर्रियां, झाइयां जैसी कई समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। असमय चेहरे पर बुढ़ापा नजर आने लगता है। तो इन सभी समस्याओं से बचे रहने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें।
सर्दियों की धूप से एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें कैसे करें त्वचा की सुरक्षा
सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणें स्किन के फाइबर्स को डैमेज करने का काम करती हैं, इन्हें इलास्टिन कहा जाता है। इनके डैमेज होने से त्वचा का बहुत ज्यादा नुकसान होता है। तो इसके लिए इन टिप्स को करें फॉलो:-
जब भी धूप में बाहर जाएं सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बिल्कुल मिस न करें। सनस्क्रीन खरीदते वक्त ध्यान रखें कि यह एसपीएफ 30 वाला ही हो। बाहर निकलने से कम से कम आधे घंटे पहले सनस्क्रीन लगा लें।
दोपहर में बाहर निकलना करें अवॉयड
सुबह की धूप सबसे अच्छी होती है। तो अगर आपको धूप सेंकना हो तो सुबह का समय बेस्ट है। दोपहर की धूप बहुत हानिकारक होती है, तो कोशिश करें इस समय बाहर निकलने से बचें। अगर बहुत जरूरी है निकलना तो अपने आपको सर्दियों में भी पूरी तरह से कवर करके ही निकलें।
बाहर निकलने से पहले फेस और हाथों को अच्छी तरह से कवर करें। इसके लिए वैसे तो ग्लव्स हैं लेकन फुल स्लीव्स टॉप, शर्ट या कुर्ते भी पहनने का ऑप्शन है। आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें पहनें। इससे आपकी स्किन हानिकारक धूप से बच सकती है। धूप सेंकते समय सीधा सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से बचें।
VIRAL VIDEO: भोपाली गुंडे की नई करतूत, बीच सड़क दिखाया 'फूल और कांटे' वाला स्टंट
Updated Dec 14, 2022 | 12:00 PM IST
जानकारी मिली है कि भोपाल के अलग-अलग पुलिस थानों में मौलान के खिलाफ 65 मामले दर्ज हैं.
- बीच सड़क फूल और कांटे वाला स्टंट
- नामजद अपराधी के खिलाफ FIR दर्ज
- भोपाल की सड़कों पर मचाया उत्पात
VIRAL VIDEO Phool Aur Kante Stunt: इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें भोपाल की सड़कों पर उत्पात मचाते गुंडों को साफ देखा जा सकता है. जुबैर मौलाना नाम के एक अपराधी उसके अन्य साथी कई सारी गाड़ियों के साथ फूल और कांटे वाला स्टंट करने नजर आए. इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात ये है कि बीच सड़क इनकी गाड़ियों के आगे एक शेवरोले बीट रिवर्स में चलाई जा रही थी. मौलाना और उसके साथी वाहनों से बाहर लटककर ना सिर्फ खुदकी, बल्कि बाकी राहगीरों की जान भी खतरे में डालते नजर आए.
इन्फोसिस वाले नारायण मूर्ति सदैव से कम्युनिस्ट थे, अब खुलकर सामने आ गए हैं
Narayan Murthy on India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज पूरी दुनिया भारत को एक अलग नजरिए से देखती है। बड़े से लेकर हर छोटे स्तर तक के कार्यों को मोदी सरकार ने महत्व दिया है लेकिन शायद देश के अरबपति नारायण मूर्ति को ये सबकुछ दिख नहीं रहा है, इसीलिए तो वो भारत की एक अलग ही छवि अपने मन-मस्तिष्क में लेकर घूम रहे हैं और वही छवि दुनिया के आगे प्रस्तुत भी कर रहे हैं। आईटी की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति ने अपने एक हालिया बयान में भारत में वास्तविकता का अर्थ भ्रष्टाचार, गंदी सड़कें और प्रदूषण बताया है। उनके बयान से तो एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें ऐसा ही लगता है कि मानों नारायण मूर्ति हमेशा से ही एक गुप्त कम्युनिस्ट थे परंतु अब वे खुलकर सामने आ रहे हैं।
एन आर नारायण मूर्ति का बयान (Narayan Murthy on India)
Narayan Murthy on India: हाल ही में विजयनगरम जिले के राजम में जीएमआर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रजत जयंती वर्ष समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए नारायण मूर्ति ने कहा कि वास्तविकता यह है कि आप क्या बनाते हैं? भारत में वास्तविकता का अर्थ होता है भ्रष्टाचार, गंदी सड़कें, प्रदूषण और कई बार बिजली न होना। वहीं सिंगापुर में वास्तविकता का अर्थ है स्वच्छ सड़कें, प्रदूषण मुक्त वातावरण और बहुत सारी बिजली की उपलब्धता। इसलिए उस नई वास्तविकता को बनाने की जिम्मेदारी आपकी है।
Narayan Murthy on India: नारायण मूर्ति के इस बयान पर अगर ध्यान दिया जाए तो उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, गंदी सड़कें, प्रदूषण और कई बार बिजली न होना भारत की वास्तविकता है। लेकिन क्या ये सभी बातें सही हैं? चलिए एक बार को मान लेते हैं कि देश के एक दो शहरों में प्रदूषण का स्तर अधिक है, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन उनका ये कहना कि देश की सड़कें स्वच्छ नहीं हैं या एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, ये सभी बातें कहां तक सही हैं?
सच्चाई से परिचित नहीं हैं नारायण मूर्ति
वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी और केंद्रीय भूतल और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को बनाया गया। तब से ही देश में सड़कों की स्थिति में काफी बदलाव देखने को मिला है, जिससे आप भी सहमत होंगे। सभी हाईवे, एक्सप्रेसवे, सड़कों आदि की स्थिति में सुधार देखने को मिला है। ये केवल दिल्ली, मुंबई जैसे बड़ों शहरों तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि छोटे शहरों की स्थिति भी आज सुधरी है। इतना ही नहीं भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क बनाने में कामयाब हुआ है।
कुछ दिनों पूर्व ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ऑस्ट्रेलिया गए थे और यहां उन्होंने एक भाषण में बताया था कि मुझे मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनवाने का अवसर मिला है और इस प्रोजेक्ट की तरह बांद्रा-वर्ली सी लिंक प्रोजेक्ट के साथ-साथ कई प्रोजेक्ट पूर्ण कामयाबी के साथ पूरे कर लिए है। आगे नितिन गडकरी ने कहा था कि भारत का रोड नेटवर्क दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा चुका है। गडकरी के इस बयान से ये बात भी स्पष्ट हो जाती है कि परिवहन विभाग देश की स्थिति में निरंतर सुधारने में जुटा हुआ है। नारायण मूर्ति की इस तरह की बातों से तो ऐसा ही लगता है कि मानों वो कई सालों में इन्फोसिस से बाहर ही नहीं निकले हैं। इसलिए शायद उन्होंने जमीनी स्तर पर होने वाले विकास पर ध्यान नहीं दिया।
जब सुनाया था वामपंथी से सफल पूंजीवादी बनने का किस्सा
कुछ वर्षों पुराना एक किस्सा में नारायण मूर्ति से बताया था कि कैसे एक समय तक वो भी भ्रमित वामपंथी हुआ करते थे फिर घटना ने उन्हें सफल पूंजीवादी में बदल एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें दिया था, जिसके बाद उन्होंने इंफोसिस को बनाया।
साल 2020 में आईआईटी मुंबई के द्वारा आयोजित टेक फेस्ट में उपस्थित होने वाले लोगों को एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए अपना एक अनुभव साझा किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि वो एक भ्रमित वामपंथी से कैसे एक दृढ़ दयालु पूंजीवादी बन गए थे।
नारायण मूर्ति ने 1974 में एक सर्बिया और बुल्गारिया के सीमाई कस्बे निस की घटना बताई थी, जब ट्रेन में सफर के दौरान एक लड़की से चर्चा करना उनको बहुत भारी पड़ गया था। मूर्ति ने बताया, ‘हम दोनों बुल्गारिया में लोगों के जीवन के बारे में चर्चा कर रहे थे। लेकिन शायद उस लड़की के साथ मौजूद लड़के को किसी बात पर मेरे से नाराजगी हो गयी और उसने पुलिस बुला ली। जिसके बाद बुल्गारिया के सुरक्षाकर्मियों ने मेरा पासपोर्ट और सामान छीनकर मुझे एक छोटे से कमरे में डाल दिया था। मैंने इस दौरान पांच दिन बिना खाए-पिए निकाले। बाद में उन्होंने मुझे एक मालगाड़ी में गार्ड वाले कंपार्टमेंट में बैठा दिया। वहां बैठने के बाद एक गार्ड ने कहा कि मित्र तुम भारत देश से हो इस कारण तुम्हें छोड़ा जा रहा है, लेकिन तुम्हारा पासपोर्ट इस्तांबुल पहुंचने के बाद ही मिलेगा। नारायण मूर्ति आगे कहते हैं कि इस घटना ने मुझे एक भ्रमित वामपंथी से दृढ़ दयालु पूंजीवादी बनने का संकेत दिया।
ProjectSyndicate द्वारा BTCUSD – Technische Analyse – 2022-12-21 18:12:05
-ट्रेडिंग व्यू पर शीर्ष लेखक
-2000+ विचार प्रकाशित
बाजारों में -15+ साल का अनुभव एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें
-पेशेवर चार्ट का टूटना
– आपूर्ति / मांग क्षेत्र
-TD9 मायने रखता है / कॉम्बो समीक्षा
-की एस/आर स्तर
-मेरे चार्ट पर जंक नहीं है
-लगातार अद्यतन
– एफएक्स/क्रिप्टो/यूएस स्टॉक को कवर करना
– पहले / विश्लेषण के बाद
-24/7 अपटाइम इतना लगातार अद्यतन
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