यह पूछे जाने पर कि यह कदम क्या सफलतापूर्वक लागू हो पाएगा, राधिका पांडे कहती हैं, “पहले जब इस कदम को लागू करने की कोशिश की गई थी, तो वह बहुत सीमित थी। उसको किसी से गंभीरता से लिया भी नहीं। लेकिन इस बार आरबीआइ एक सोचे-समझे सिस्टम और फ्रेमवर्क के साथ इसे आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी लागू कर रहा है। कैसे एक्सचेंज रेट फिक्स होगा, बैंक Vostro Acount कैसे ओपन करेंगे, साथ ही सरप्लस रुपये को करेंट और कैपिटल अकाउंट में यूज किया जा सकेगा, इन सभी बातों का जिक्र शुरुआती फ्रेम वर्क में किया गया है। इससे अचानक कोई बदलाव तो नहीं होगा, लेकिन दीर्घकालिक अवधि के लिए यह बहुत सहायक होगा, खासकर छोटी इकोनॉमी वाले देशों के साथ लेने-देन में।
बाजार को नहीं भाया RBI का फैसला, रेपो रेट का बोझ बढ़ा तो गिरकर बंद हुआ मार्केट
Nostradamus Predictions 2023 : आज का नास्त्रेदमस. क्वीन एलिजाबेथ की मौत से लेकर कोरोना वायरस तक, कर चुका है कई सटीक भविष्यवाणियां!
नई दिल्ली. शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा. बेहद ही मामूली बढ़त के साथ खुला बाजार आज एक बार फिर लाल निशान पर बंद हुआ. आरबीआई की रेपो रेट में वृद्धि की घोषणा के कुछ देर के लिए बाजार में रौनक लौटी था लेकिन ये ज्यादा देर नहीं रह सकी. सेंसेक्स आज 215.68 अंक (0.34 फीसदी) अंक टूटकर 62410.68 पर आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी बंद हुआ. वहीं, निफ्टी ने 82.25 अंक (0.44 फीसदी) गंवाए और 18560.50 के स्तर पर कारोबार बंद किया.
आज सुबह कारोबार की शुरुआत सेंसेक्स ने 9.56 अंक (0.02 फीसदी) की बेहद मामूली बढ़त के साथ 62635 के स्तर पर की थी. वहीं, निफ्टी ने 1.40 अंक (0.01 फीसदी) उठकर 18644.20 पर ट्रेड शुरू किया था. आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 35 बेसिस पॉइंट की घोषणा के बाद बाजार में कुछ देर के लिए आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी तेजी आई थी और सेसेंक्स ने इस दौरान 62759 आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी का स्तर छू लिया था. निफ्टी भी इस दौरान 18668 के स्तर तक पहुंचा था.
RBI ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए रुपये में सेटलमेंट को दी मंजूरी, जानिए…
नई दिल्ली, RBI ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एक्सपोर्ट और इंपोर्ट का सेटलमेंट भारतीय रुपये में करने की इजाजत दे दी। रुपये की लगातार गिरती कीमत और बढ़ते व्यापार घाटे के दवाब के बीच आरबीआइ के इस फैसले का बड़ा ही दूरगामी महत्व है। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक के इस फैसले से डॉलर की मांग में कमी आएगी और इससे रुपये की गिरती कीमतों में काबू में रखने में मदद मिलेगी। साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय करेंसी के रूप में रुपये की स्वीकार्यता भी बढ़ेगी। इन सब अटकलों के बीच बड़ा सवाल यह है कि क्या वाकई आरबीआइ के इस कदम का जमीनी हकीकत पर कोई असर पड़ेगा। क्या रुपये को अंतरराष्ट्रीय बाजार में भुगतान के एक नए टूल के रूप ने दूसरे देश स्वीकार कर पाएंगे? इस आर्टिकल में हमने कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश की है।
शेयर बाजारों में मामूली बढ़त, विदेशी निकासी से तेजी पर लगा अंकुश
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी दोनों बृहस्पतिवार को मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों के पैसा निकालने तथा वायदा एवं विकल्प खंड में मासिक निपटान के आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी अंतिम दिन बाजार करीब करीब स्थिर बंद हुआ।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान सीमित दायरे में रहा और अंत में 4.89 अंक यानी आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 55,949.10 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 2.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की हल्की तेजी के साथ नये रिकार्ड स्तर 16,636.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एक प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचयूएल में भी प्रमुख रूप से तेजी आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी रही।
कोरोना की दूसरी लहर पर शक्तिकांत दास: अच्छे मानसून की उम्मीदों से गांवों की मांग में मजबूती रहेगी, सप्लाई की मांग कृषि पर टिकी है- रिजर्व बैंक गवर्नर
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर कोरोना की दूसरी लहर में आज बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे मानसून की उम्मीदों से गांवों की मांग में मजबूती बनी रहेगी। आज सुबह अचानक उन्होंने 10 बजे स्पीच देने का फैसला किया।
- आरबीआई अपने रिसोर्सेज को सभी मोर्चे पर तैनात करेगा, वीडियो केवाईसी को लागू करें
- अप्रैल की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी में दिए गए अनुमानों से किसी बड़े बदलाव की उम्मीद न करें
15,000 करोड़ रुपये के पशुपालन इंफ्रा डेवलपमेंट फंड को मंजूरी
सरकार ने बुधवार को ब्याज सब्सिडी योजना के साथ 15,000 करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचा विकास कोष की घोषणा की.
सरकार ने कहा कि इसका उद्देश्य डेयरी, आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी मांस प्रसंस्करण और पशु चारा संयंत्रों में निजी कारोबारियों आरबीआई के कदम से रुपये में मामूली तेजी और एमएसएमई के निवेश को प्रोत्साहित करना है. इस पहल के कारण 35 लाख रोजगार सृजित होने की संभावना है.
यह फंड, कोविद -19 वायरस की रोकथाम के लिए लागू किये गये लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए मई में घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज का हिस्सा है.
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि डेयरी उत्पादक, मांस प्रसंस्करण और पशु चारा संयंत्रों की स्थापना के लिए किसान उत्पादक संगठनों, एमएसएमई और निजी कंपनियों को 3-4 प्रतिशत की ब्याज सहायता दी जायेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास कोष (एएचआईडीएफ) को मंजूरी दी गई.
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