World Hindi News: दुबई में बिल्डिंग से गिरकर 5 साल की भारतीय बच्ची की मौत

World Hindi News: एक पड़ोसी ने कहा, यह एक बहुत छोटी सी खिड़की है और एक बच्चे के लिए इसमें प्रवेश करना लगभग शारीरिक रूप से असंभव है.

Published: December 14, 2022 3:37 PM IST

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World Hindi News: दुबई के अल कुसैस में एक इमारत से गिरकर भारतीय मूल के पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. खलीज टाइम्स की खबर के मुताबिक, लड़की 10 दिसंबर की रात करीब 9.30 बजे अल बुस्टन सेंटर के पास अपार्टमेंट की नौवीं मंजिल से खुली एक खिड़की से गिर गई. एक पड़ोसी प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक ने कहा, यह एक बहुत छोटी सी खिड़की है और एक बच्चे के लिए इसमें प्रवेश करना लगभग शारीरिक रूप से असंभव है.

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मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ, लेकिन यह बेहद दुखद है, उन्होंने कहा, बच्ची बहुत प्यारी थी, हमेशा मुस्कुराती रहती थी. अखबार ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में कागजी लिखा पढ़ी के बाद, परिवार बच्ची के अंतिम संस्कार के लिए भारत लाएगा. यूएई में इस साल होने वाली पांच साल की बच्ची की मौत इस तरह की तीसरी दुर्घटना है.

पिछले महीने शारजाह में एशियाई मूल के तीन साल के एक बच्चे की मौत अल तावुन इलाके में एक इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने से हो गई थी. फरवरी में, शारजाह के किंग फैसल स्ट्रीट पर स्थित एक आवासीय टावर की 32वीं मंजिल से गिरने के बाद एक 10 वर्षीय एशियाई बच्चे की मौत हो गई थी. (एजेंसी इनपुट्स)

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विधानसभा में सूपड़ा साफ होने के बाद बसपा के लिए बड़ी चुनौती बने निकाय चुनाव, जाने क्या है पूरी रणनीति

हालांकि निकाय चुनाव के समीकरण अलग है। अनुसूचित जाति के साथ अन्य वोटरों को जोड़कर बसपा सोशल इंजीनियरिंग करती रही है पर अब यह फार्मूला फेल हो चुका है।

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लखनऊ. नगर निकाय चुनाव बसपा के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि पार्टी इसमें अपनी परफार्मेंस बेहतर करने का प्रयास करेगी। प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक वर्ष 2017 में प्रदेश के 16 नगर निगमों में से 14 पर प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक भाजपा का कब्जा था, जबकि मेरठ और अलीगढ़ में बसपा के महापौर थे।

इस बार के विधानसभा चुनाव में जिस तरह बसपा की दुर्गति प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक हुई उससे निकाय चुनाव में बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। हालांकि निकाय चुनाव के समीकरण अलग है। अनुसूचित जाति के साथ अन्य वोटरों को जोड़कर बसपा सोशल इंजीनियरिंग करती रही है पर अब यह फार्मूला फेल हो चुका है।

ऐसे में वह क्या करे, क्या न करे इसी पर विचार कर रही है। वहीं, पार्टी सिपहसालार हर उम्मीदवार को सुप्रीमो से मिलाना चाहते हैं, लेकिन सुप्रीमो का कहना है कि साफ छवि वालों को ही टिकट मिलेगा। गलत व्यक्ति को लाने पर कोऑडिनेटर पर ही एक्शन होगा।
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Noida: फोन पर पहले डांटा, फिर थाना प्रभारी को कर दिया सस्पेंड

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Noida News: रबूपुरा थाने में तैनात महिला पुलिसकर्मी के साथ अज्ञात बदमाश द्वारा लूटपाट के मामले में गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा लिया गया एक्शन चर्चा में बना हुआ है। पुलिस कमिश्नर ने लापरवाही बरतने पर रबूपुरा थाने के प्रभारी को फोन पर ही सस्पेंड करने का आदेश दे दिया।

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बता दें कि रबूपुरा में तैनात महिला कांस्टेबल अलका चौधरी 13 दिसंबर 2022 रात 7.30 बजे थाना दादरी से अपनी स्कूटी से डयूटी के लिए रबूपुरा कोतवाली आ रही थी। तभी खेड़ा पुल के पास महिला कांस्टेबल के साथ एक बदमाश ने रास्ता पूछने के बहाने उनके बदतमीजी की और महिला कांस्टेबल को झाडिय़ों में खींचने का प्रयास किया। बदमाश महिला कांस्टेबल का मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। इस मामले में महिला कांस्टेबल ने थाने में सूचना दी।

आरोप है कि थाना प्रभारी विवेक कुमार श्रीवास्तव ने न तो इस मामले की एफआईआर दर्ज की और घटना को रफा-दफा करने का प्रयास किया। लेकिन सोशल मीडिया पर घटना का खुलासा होने के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक ने सख्त एक्शन लिया। मीडिया की मौजूदगी में थाना सेक्टर-20 में नवीनीकृत बैरकों का उदघाटन करने पहुंची पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी ग्रेटर नोएडा से फोन पर बात की और रबूपुरा थाना प्रभारी की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि ”यह कोई एक्सक्यूज नहीं है, मैं आपके एसएचओ को सस्पेंड करती हूं, मुझे ऐसे एसएचओ नहीं चाहिए।”प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक

पुलिस कमिश्नर की फोन पर की गई कार्यवाही का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो देखने वाले अधिकतर शहरवासी कह रहे हैं कि पुलिस कमिश्नर की यह सख्ती दूसरे लापरवाह पुलिस अधिकारियों के लिए एक सबक है। इस मामले में एसीपी-4 के निर्देशन में आरोपी को पकडऩे के लिए टीम बनाई गई है।

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वहीं, पार्टी सिपहसालार हर उम्मीदवार को सुप्रीमो से मिलाना चाहते हैं, लेकिन सुप्रीमो का कहना है कि साफ छवि वालों को ही टिकट मिलेगा। गलत व्यक्ति को लाने पर कोऑडिनेटर पर ही एक्शन होगा।

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लखनऊ. गुजरात-हिमाचल विधानसभा और दिल्ली एमसीडी के चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने यूपी में प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी और सांसद संजय सिंह ने कहा कि महापौर, चेयरमैन और वार्डों के आरक्षण की आपत्तियों का निस्तारण होने के साथ ही प्रत्याशियों के चयन का काम शुरू कर दिया जाएगा।

पार्टी कार्यालय में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव को देखते हुए पार्टी ने बूथ स्तर कर के संगठन को मजबूत किया है। सभी सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारे जाएंगे। चुनाव में शहरों की बेहतर सफाई व्यवस्था भी मुख्य मुद्दा रहेगा।

चुनाव में अगर पार्टी जीतेगी तो यूपी में भी मोहल्ला क्लीनिक खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली एमसीडी में 15 साल से कब्जा जमाए भाजपा को जनता ने जहां नकार दिया है और गुजरात में 13 प्रतिशत वोट पाकर पार्टी महज 10 साल में राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है। इसलिए यूपी के निकाय चुनाव में भी पार्टी को बड़ी सफलता मिलेगी।

नगर निकाय चुनाव बसपा के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि पार्टी इसमें अपनी परफार्मेंस बेहतर करने का प्रयास करेगी। वर्ष 2017 में प्रदेश के 16 नगर निगमों में से 14 पर भाजपा का कब्जा था, जबकि मेरठ और अलीगढ़ में बसपा के महापौर थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में जिस तरह बसपा की दुर्गति हुई उससे निकाय चुनाव में बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। हालांकि निकाय चुनाव के समीकरण अलग है।

अनुसूचित जाति के साथ अन्य वोटरों को जोड़कर बसपा सोशल इंजीनियरिंग करती रही है पर अब यह फार्मूला फेल हो चुका है। ऐसे में वह क्या करे, क्या न करे इसी पर विचार प्राइस एक्शन स्कूल की अंतिम तकनीक कर रही है। वहीं, पार्टी सिपहसालार हर उम्मीदवार को सुप्रीमो से मिलाना चाहते हैं, लेकिन सुप्रीमो का कहना है कि साफ छवि वालों को ही टिकट मिलेगा। गलत व्यक्ति को लाने पर कोऑडिनेटर पर ही एक्शन होगा।

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