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जागरण टुडे टीम

Road Touch Property at Nagpur Buttibori
Address: Dli 74, Mouza - Wathoda, Tah. And Dist Nagpur(Nagpur), Wathoda, Nagpur, Maharashtra
Nit sanctioned with (RL) full developed plots available in new nagpur butibori industrial area 1 संपत्ति में निवेश and 2.
Buttibori growth center has 3 major central government premises in the premises.
1) midc phase 1
Another growth center for nagpur is buttibori five star industrial area which is largest industrial area inasia.
Functional companies in buttibori
A) mantri realitiese it sez
B) hcl it sez, Universal it sez.
C) logistic park ( Concor, All cargo, Gati)
D) indorama cynthetics, Morarjitexttiles, Univerth textiles.
Electrolux,Kec,Acc, Reliance energy etc.
2 ) midc phase 2
Further midc has acquired 1500hec. More area in near butibori. To make this industrial area largest in the world.
A) automobile: Hyundai, Mahindra, Maruti suzuki, Has forayed at butibori to set up a plant.
B) it park: Gitanjali gems sez, Reliance sez, Suyog realtors sez, K. Raheja sez, Midc sez
3) drdo (Defence research & development & organisation)
A) brahmos missile manufacturing unit.
B) dhruv & tejas missile manufacture unit
C) sukhoi sez.
All above projects are situated near 2 to 5 kilometers away from our premises.
Wonderful and excellent location for investing money in new nagpur (Buttibori).
Once who will see the plot. he will definitely like locations and all things.
who want to invest in property Near Nagpur its a best opportunity provided by our company to investors. so must visit once.
Contact 8983530532

संपत्ति में निवेश

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प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले बरतें ये सावधानियां, बनीं रहेंगी मुनाफे की संभावनाएं

टीम डिजिटल। समय के साथ भारत में रियल एस्टेट सेक्टर निवेश के एक भरोसेमंद विकल्प के रुप में आकार ले रहा है। प्रसिद्ध रियल एस्टेट डेवलपर और एक्ता कॉन्टेक प्राइवेट लिमिटेड (Ekta Contech) के मैनेजिंग डॉयरेक्टर प्रिंस राज श्रीवास्तव (Prince Raj Shrivastava) भी रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को पैसिव इनकम का एक बेहतरीन जरिया मानते हैं। उनका कहना है कि बाजार में निवेश के दूसरे विकल्पों में से रियल एस्टेट में निवेश करना ज्यादा सुरक्षित और सहज है।

हालाकि प्रिंस राज रियल एस्टेट में निवेश को लेकर कुछ सावधानियां बरतने की सलाह भी देते हैं। उनके अनुसार एक मुआफिक निवेश वहीं कहलाता है जिसमे आपको सही रेट, अच्छी लोकेशन, भरोसेमंद ब्रोकर और मुनासिब सुविधाएं एक साथ मिल जाती है। प्रिंस बताते हैं कि हमेशा प्रॉपर्टी खरीदते समय ऐसे क्षेत्र का चुनाव करें जहां विकास हो रहा है, ना कि ऐसा क्षेत्र जो पहले से ही विकसित हो । विकासशील जगहों पर प्रॉपर्टी के दामों में तेजी से वृद्धि होती है और कम समय में ज्यादा मुनाफे की संभावनाएं बनी रहती हैं।

प्रिंस राज के मुताबिक चुनिंदा बिल्डरों के प्रोजेक्टस को शॉर्टलिस्ट कर उनके प्रोजेक्टस का सर्वे करें। हो सके तो उन घरों के खरीददारों से बातचीत कर बिल्डिंग की क्वालिटी और अन्य विषयों पर सुझाव लें। इस जानकारी के आधार पर आप आगे बढ़ सकते हैं या उस प्रोजेक्ट को साइड कर सकते हैं। सभी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखने के बाद जब आप किसी एक प्रॉपर्टी का चुनाव कर लें तो उसके बाद आप रेरा से उसका अप्रूवल जरुर चेक करें। ऐसे करने पर आप बिल्डर की हिस्ट्री जानकर उसके वादों और दावों को बेहतर ढंग से जान सकते हैं। ये सब होने के बाद आप अब लोन के लिए अपलाए कर सकते हैं। प्रिंस राज सलाह देते हैं कि लोन के लिए भारतीय स्टेट बैंक में आवेदन करें। ऐसा इसलिए क्यों कि भारतीय स्टेट बैंक बिल्डर और उनके प्रोजेक्ट से जुड़े कागजात को बारिकी से चैक करने के बाद ही लोन का अप्रूवल देता है। एक बार भारतीय स्टेट बैंक से लोन पास हो जाने के बाद आप इसी बैंक या कहीं से भी निसंकोच लोन ले सकते हैं और निवेश के इस धारा को बेफिक्र होकर अपना सकते हैं।

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Mohammed bin Rashid ने दुबई में संपत्ति निवेश कोष के लिए प्रोत्साहन शुरू करने का डिक्री जारी किया

दुबई, 19 जुलाई, 2022 (डब्ल्यूएएम) -- उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दुबई के शासक His Highness Sheikh Mohammed bin Rashid Al Maktoum ने दुबई में संपत्ति निवेश कोष के लिए प्रोत्साहन की शुरुआत करते हुए 2022 की डिक्री संख्या (22) जारी की है। डिक्री का उद्देश्य वैश्विक रियल एस्टेट निवेश गंतव्य के रूप में दुबई की स्थिति को बढ़ाने और अमीरात के लिए वैश्विक संपत्ति निवेश कोष को आकर्षित करना है। डिक्री में सरकारी अधिकारियों के साथ निजी विकास क्षेत्रों और दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर (DIFC) सहित मुक्त क्षेत्रों द्वारा लाइसेंस प्राप्त और विनियमित सभी रियल एस्टेट निवेश फंड शामिल हैं। डिक्री दुबई में सभी अचल संपत्ति को भी कवर करती है, जिसमें DIFC को छोड़कर निजी विकास क्षेत्रों और मुक्त क्षेत्रों में स्थित संपत्तियां शामिल हैं। नए डिक्री के अनुसार, दुबई भूमि विभाग में एक 'संपत्ति निवेश कोष का रजिस्टर' स्थापित किया जाएगा। डिक्री रजिस्टर में सूचीबद्ध करने के लिए नियमों, शर्तों और प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार करती है। रजिस्टर में सूचीबद्ध होने की इच्छा रखने वाले फंड को सक्षम सरकारी अधिकारियों द्वारा लाइसेंस प्राप्त होना चाहिए, जिसमें सिक्योरिटीज एंड कमोडिटीज अथॉरिटी और दुबई फाइनेंशियल सर्विसेज अथॉरिटी DIFC के वित्तीय सेवाओं के स्वतंत्र नियामक शामिल हैं। रजिस्टर में लिस्टिंग के लिए आवेदन के समय फंड के स्वामित्व वाली अचल संपत्ति का मूल्य एईडी180 मिलियन या उससे अधिक होना चाहिए। आवेदन के समय फंड को दुबई के वित्तीय बाजारों में ट्रेडिंग से निलंबित नहीं किया जाना चाहिए। डिक्री एक 'संपत्ति निवेश कोष के लिए समिति' की स्थापना का भी निर्देश देती है, जिसका उद्देश्य उन क्षेत्रों और संपत्तियों की पहचान करना है, जिनमें निधियों को पूर्ण स्वामित्व या पट्टे के माध्यम से 99 साल से अधिक की अवधि के लिए निवेश करने की अनुमति है। जिन संपत्तियों में फंड निवेश करते हैं, उनका मूल्य एईडी50 मिलियन या उससे अधिक होना चाहिए। संपत्तियों को वाणिज्यिक संपत्तियों के रूप में सूचीबद्ध किया जाना चाहिए और 2010 की डिक्री संख्या (4) का अनुपालन करना चाहिए। समिति से अनुमोदन के बाद ही संपत्तियों के स्वामित्व को छोड़ने की अनुमति दी जाती है। रजिस्टर में सूचीबद्ध संपत्ति निवेश फंड डिक्री द्वारा निर्दिष्ट प्रोत्साहन प्राप्त करने के हकदार हैं। 2022 की डिक्री संख्या (22) दुबई की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष को डिक्री द्वारा निर्दिष्ट प्रोत्साहनों में संशोधन करने या नए जोड़ने के लिए अधिकृत करती है। दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर के अध्यक्ष को DIFC के अधिकार क्षेत्र में संचालित संपत्ति निवेश कोष के लिए प्रोत्साहन में संशोधन करने के लिए भी अधिकृत किया गया है। डिक्री दुबई भूमि विभाग को संपत्ति निवेश कोष के स्वामित्व वाली संपत्तियों के मूल्य का निर्धारण करने के लिए दुबई रियल एस्टेट नियामक एजेंसी (RERA) द्वारा मान्यता प्राप्त मूल्यांकन विशेषज्ञ नियुक्त करने का भी निर्देश देती है। दुबई की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष द्वारा 2022 की डिक्री संख्या (22) के अनुसार जारी किए गए प्रस्तावों के अलावा, दुबई भूमि विभाग के महानिदेशक नए डिक्री के प्रावधानों को लागू करने के लिए आवश्यक अन्य प्रस्तावों को जारी करने के लिए अधिकृत हैं। नए डिक्री के विपरीत कोई भी कानून रद्द कर दिया जाएगा। डिक्री आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से प्रभावी होगा। अनुवाद - एस कुमार.

रेजिडेंशियल या कमर्शियल, जानें कौन-सी प्रॉपर्टी खरीदना ज्यादा फायदेमंद?

शरद अग्रवाल

कई बार जब हम लोग सिर्फ इन्वेस्टमेंट के लिए प्रॉपर्टी खरीदते हैं, तो अक्सर उलझन में होते हैं कि रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश किया जाए या कमर्शियल प्रॉपर्टी में, किसमें निवेश करना बेहतर होगा, रिटर्न अच्छा मिलेगा जैसे कई सवाल भी घेरे होते हैं. आइये जानते हैं कि किस विकल्प के साथ क्या फायदा है, एक्सपर्ट इस बारे में क्या कहते हैं.

आपकी जरूरत क्या है?

आपकी जरूरत क्या है? : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले सबसे पहले हमें ये तय करना होता है कि आपकी जरूरत क्या है, क्योंकि रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी और कमर्शियल प्रॉपर्टी दोनों का ही अपना अलग चार्म है. अगर आपके पास पहले से खुद का मकान है और वो आपकी प्राथमिकता नहीं है तो इंवेस्टमेंट पर रिटर्न के हिसाब से रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की जगह कमर्शियल प्रॉपर्टी हमेशा बेहतर होती है, क्यों?

रिटर्न के लिए कमर्शियल प्रॉपर्टी बेहतर क्यों?

रिटर्न के लिए कमर्शियल प्रॉपर्टी बेहतर क्यों? : दरअसल, रियल एस्टेट में निवेश करने पर अगर रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट के लिहाज से देखें तो कमर्शियल प्रॉपर्टी में ये बेहतर होता है. आम तौर पर मकान के किराये के बदले दुकान का किराया ज्यादा होता है, क्योंकि ऐसी प्रॉपर्टी किराये पर लेने वाला व्यक्ति उससे अपनी आय बढ़ाता है. वहीं बाजार में कमर्शियल प्रॉपर्टी का दाम रेजिडेंशियल के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ता है. ऐसे में यदि उसे री-सेल भी किया जाए तो वो बेहतर रिटर्न देता है.

रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी मांगती है निवेश?

रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी मांगती है निवेश?: रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी किराये पर उठाने के बाद भी मकान मालिक का निवेश मांगती है, क्योंकि मकान किरायेदार को देने के बाद भी उसकी डेन्टिंग-पेंटिंग के कई खर्चे मकान मालिक के हिस्से आते हैं. इसके अलावा आमतौर पर मकानों के किरायेदार हमेशा बेहतर ऑप्शन की तलाश में रहते हैं तो उनके ज्यादा लंबे समय तक एक जगह रहने की संभावना नहीं होती. वहीं कमर्शियल प्रॉपर्टी किराये पर लेने वाला व्यक्ति उस जगह अपना कामकाज करता है तो वो ये छोटी-मोटी रिपेयरिंग के काम को खुद से ही पूरा कर लेता है. यदि कोई ऑफिस, रिटेल चेन, बैंक ऐसी जगह को किराये पर लेती है तो बहुत जल्दी उसे खाली नहीं करती. वहीं दुकान या ऑफिस को सजाने पर खर्च भी वहीं करता है, इसमें मालिक का निवेश नहीं होता.

रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदने का माइंडसेट

रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदने का माइंडसेट : रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी त्रेहान आइरिस के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अमन त्रेहान का कहना है कि इंडिया में रियल एस्टेट बाजार हमेशा से ‘खुद का मकान’ की सोच पर चलता है. लेकिन विदेशों में ये एक आवश्यकता नहीं है. अब लेकिन यहां संपत्ति में निवेश भी युवा निवेशक इसे लेकर नई तरह से सोचना शुरू कर रहा है. वजह लोगों को लगने लगा है कि रहा तो कम किराये के मकान में भी जा सकता है, और इसका किराया कमर्शियल प्रॉपर्टी से आने वाली रेंटल इनकम से हासिल किया जा सकता है. वहीं जब रीसेल की बात आएगी तो कमर्शियल प्रॉपर्टी पर निवेश अच्छा मिलेगा.

फेस्टिव सीजन में इंवेस्टमेंट के फायदे?

फेस्टिव सीजन में इंवेस्टमेंट के फायदे? : इस बारे में रियल एस्टेट सेक्टर की स्व-नियमन संस्था Naredco के प्रेसिडेंट राजन बंदेलकर का कहना है कि फेस्टिव सीजन में रियल एस्टेट में निवेश करना बेहतर होता है. इसकी वजह अभी होम लोन की ब्याज दरें सबसे निचले स्तर पर हैं, जबकि फेस्टिव सीजन में कई ऑफर्स भी मिलते हैं. बाकी प्रॉपर्टी संपत्ति में निवेश मार्केट में कीमतें स्थिर बनी हुई हैं और कई डेवलपर्स हर तरह की प्रॉपर्टी पर अच्छे ऑफर्स भी दे रहे हैं.

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