Dividend क्या होता है – Dividend Meaning In Hindi

डिविडेंड क्या होता है? – Dividend Meaning In Hindi

Dividend क्या होता है – Dividend meaning in Hindi , Dividend kya hai in Hindi, ,Dividend Kaise le ,- दोस्तों यदि आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हो तो आपने वहां पर कंपनी के डिविडेंड के बारे में तो सुना ही होगा यदि आप इसके मतलब को नहीं जानते हो तो आपके लिए बहुत ही अच्छा होने वाला है आज हम इस लेख में जानने वाले हैं कि dividend kya hai in hindi , dividend ka hindi name ,dividend yield in india dividend ke fayde in hindi ,dividend in hindi meaning चलिए जानते हैं

दोस्तों अक्सर हम जब भी शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं या इन्वेस्ट करते हैं तो हम एक अच्छे रिटर्न की आस रखते हैं और कई लोग तो अच्छा इनकम कमाने के लिए ट्रेडिंग भी करते हैं और अपने पैसे को क्रिप्टोकरंसी या फॉरेक्स एक्सचेंज में लगाते हैं शेयर मार्केट सेबी के रूल एंड रेगुलेशन में चलता है

Dividend क्या होता है – Dividend meaning in Hindi – अक्सर कई लोग चलाना फिक्स रिटर्न पाने के लिए अपने पैसों की FD अर्थात फिक्स्ड डिपॉजिट कराते हैं, कई सारे लोग म्युचुअल फंड्स में भी इन्वेस्टमेंट करते हैं और कई सारे लोग एक लंबे समय के लिए अपने पैसों को इन्वेस्ट कर देते हैं ताकि लंबे समय तक उन पैसों से एक अच्छा रिटर्न आता रहे और वह पैसे काम पर भी लगे रहे

Dividend क्या होता है - Dividend Meaning In Hindi

Dividend क्या होता है – Dividend Meaning In Hindi

Dividend क्या होता है – Dividend Meaning डिविडेंड के फायदे और नुकसान In Hindi

डिविडेंड को हिंदी में लाभांश कहते है। जब भी किसी कंपनी को अपने व्यापार से अतिरिक्त लाभ होता है तो उस लाभ में से एक छोटा सा हिस्सा अपने शेयर धारकों में बाँट देती है जिसे Dividend (लाभांश) कहते है।


लाभांश यानि लाभ का एक छोटा सा अंश। जब कंपनी अपने लाभ के हिस्से को अपने शेयर धारकों को बांटती है तो उसे लाभांश कहते है। डिविडेंड किसी व्यक्ति के पास कंपनी के कुल कितना शेयर्स है उस आधार पर दिया जाता है

मान लीजिये आपके पास ITC के 100 शेयर है और ITC अपने एक शेयर पर 5 रुपये का लाभांश दे रही है तो आपको (100 * 5)= 500 रुपये का लाभांश मिलेगा।( Meaning Of Dividend In Hindi )

SBI Q4FY22: एसबीआई का मुनाफा 41% बढ़कर 9113.5 करोड़ हुआ, NPA घटा; 7.10 रुपये डिविडेंड घोषित

SBI की नेट इंटरेस्ट इनकम में सालाना आधार पर 15.3 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली. SBI ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 7.10 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है.

SBI Q4FY22: एसबीआई का मुनाफा 41% बढ़कर 9113.5 करोड़ हुआ, NPA घटा; 7.10 रुपये डिविडेंड घोषित

SBI का वित्त वर्ष 2022 की चौथी यानी मार्च तिमाही में मुनाफा सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़ गया है. (reuters)

SBI Q4FY22 Results: स्टेट बैंक आफ इंडिया (SBI) का वित्त वर्ष 2022 की चौथी यानी मार्च तिमाही में मुनाफा सालाना आधार पर 41 फीसदी बढ़ गया है. इस दौरान बैंक को 9113.5 करोड़ का मुनाफा हुआ है. जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक का मुनाफा 6,450.75 करोड़ रुपये रहा था. इस दौरान बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम में सालाना आधार पर 15.3 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली. बैंक की एसेट क्वालिटी में भी लगातार सुधार हो रहा है. SBI ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 7.10 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है.

NII में 15.3 फीसदी उछाल

SBI का नेट इंटरेस्ट इनकम मार्च तिमाही में 15.3 फीसदी बढ़कर 31,198 करोड़ रुपये रहा है. एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम 27,067 करोड़ रुपये था. बैंक के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2022 के लिए निवेशकों को 7.10 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है. बैंक के प्रोविजंस एक साल पहले की समान तिमाही की तुलना में एक तिहाई रह गए हैं. प्रोविंजस मार्च तिमाही में 3,262 करोड़ के रहे, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 9,914 करोड़ के थे.

एसेट क्वालिटी में सुधार

मार्च तिमाही में SBI के एसेट क्वालिटी में सुधार देखने को मिला है. बैंक का ग्रॉस NPA तिमाही आधार पर 4.5 फीसदी से घटकर 3.97 फीसदी रह गया है. जबकि नेट NPA तिमाही आधार पर 1.34 फीसदी से घटकर 1.02 फीसदी रह गया है. पूरे वित्त वर्ष 2022 में बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 55.19 फीसदी बढ़कर 31,676 करोड़ रुपये रहा है.

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लोन सेग्मेंट में अच्छी ग्रोथ

SBI के होमलोन सेग्मेंट में सालाना आधार पर 11.50 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है. कॉरपोरेट लोन में भी 11.15 फीसदी ग्रोथ रही है. बैंक का कुल डिपॉजिट 10.06 फीसदी बढ़ा है. जबकि सेविंग्स अकाउंट डिपॉजिट 10.45 फीसदी बढ़ गया है. टर्म डिपॉजिट में 11.54 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है. लोन के इंटरेस्ट से होने वाली इनकम 8.65 फीसदी बढ़ गई है.

SBI के शेयरों में गिरावट

नतीजों के बाद SBI के शेयरों में गिरावट है. शेयर करीब 3 फीसदी टूटकर 449 रुपये के भाव तक कमजोर हुआ. जबकि आज शेयर 477 रुपये तक पहुंचा था. गुरूवार को शेयर 463 रुपये पर बंद हुआ था. इस साल शेयर में 4 फीसदी गिरावट रही है. जबकि एक साल में शेयर ने करीब 25 फीसदी रिटर्न दिया है.

Dividend kya hota he/डिविडेंड क्या होता है ?

dividend kya hota he ?

नमस्ते दोतो। आज हम dividend kya hota he के बारे में देखने वाले हे। डिविडेंड के फायदे और नुकसान आज डिविडेंड की पूरी abcd हम आज पढ़ने वाले हे। अगर आपको अछि लगे तो कृपया इसे अपने फॅमिली के साथ या दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा। तो चलिए हम आज किन किन टॉपिक के बारे में देखने वाले हे।

  1. dividend kya hota he ?
  2. क्या डिविडेंड देना अनिवार्य हे ?
  3. क्या कंपनी अपने नुकसान में डिविडेंड देती हे ?
  4. डिविडेंड के क्या क्या प्रकार होते हे ?
  5. डिविडेंड की तारीख कहा जमा होता हे ?

Dividend kya hota he / what is dividend ?

डिविडेंड क्या होता हे?-

डिविडेंड को लाभांश कहते हे। उसका मतलब होता हे की ,अगर हमारा किसी कंपनी में इन्वेस्ट हे। और हमने उस कंपनी के शेयर्स ख़रीद रखे हे। और अगर उस कंपनी को अपने व्यापर में फायदा होता हे । तो वो कंपनी अपने फायदे में का कुच हिस्सा (प्रॉफिट) पैसा अपने शेयर होल्डर्स के देती हे।

और उस पैसे को या प्रॉफिट को हम डिविडेंट कहते हे। और वो डिविडेंड कितना देना हे कंपनी तय कराती हे। वो डिविडेंड कंपनी अपने मन से देती हे। क्युकी वो कंपनी के लिए एक खर्च्या होता हे और हम शेयर होडर के लिए इनकम।

kya dividend dena compalsory (अनिवार्य ) he ?

क्या डिविडेंड देना अनिवार्य हे।

बहुत लोग सोचते होंगे की ,क्या कंपनी ने डिविडेंट देना ये अनिवार्य डिविडेंड के फायदे और नुकसान हे। या सरकार का नियम हे। जी ऐसा कुछ नहीं हे आपको बता दू ,कंपनी अपने मन से चाहे तो डिविडेंट दे सकती डिविडेंड के फायदे और नुकसान डिविडेंड के फायदे और नुकसान हे। या तो वो नहीं भी दे सकती हे। कंपनी पर ऐसी कोई पाबन्दी नहीं हे की डिविडेंड देना ही चाहिए।

डिविडेंट देना या न देना कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स तय करते हे। अगर कंपनी अच्छे प्रॉफिट में चल रही हे. तो कंपनी डिविडेंट दे सकती हे। या फिर कंपनी वही पैसा अपने बिज़नेस को बढ़ने के लिए भी लगा सकती हे।

kya company loss me dividend de shakti he ?

आपको बता दू ,कंपनी अपने नुकसान में भी डिविडेंट दे सकती हे। क्युकी वो एक कंपनी की प्रतिष्ठा या रुतबा रहता हे। क्युकी ब्रैंड वल्यू रहती हे। अगर कंपनी पिछले कई सालो से डिविडेंट दे रही हे। और इस साल कंपनी को नुकसान हुआ। तो कंपनी शेयर होल्डर्स का भरोसा रहने नियमित के लिए वो उनको डिविडेंट दे सकती हे।वो अपने कॅश रिज़र्व से शेयर होडर्स को डिविडेंट दे सकती हे। लेकिन कितना देगी ये पहिले ही बताया। वो कंपनी के डिरेक्टर्स तय करते हे।

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types of dividend

dividend ke prakar

डिविडेंड के दो प्रकार होते हे। जैसे की एक होता हे फाइनल डिविडेंड (final Dividend ).और दूसरा होता हे इंटर्न डिविडेंड (Intern Dividend ).ये दोनों डिविडेंड अलग अलग होते हे। पहले देखते हे फाइनल डिविडेंट -ये डिविडेंट साल में एकबार दिया जाता हे।

जो सीधा आपके खाते में जमा किया जाता हे। और दूसरा हे इंटर्न डिविडेंड -जो साल में कितनी बार भी दे सकते हे। विदेश में तो इंटर्न डिविडेंट हर डिविडेंड के फायदे और नुकसान तीन महीने में दिया जाता हे। अगर किसी कंपनी को अपने क़्वार्टर रिजल्ट में प्रॉफिट हुआ। तो कंपनी इंटर्न डिविडेंड देती हे।

dividend ki dates

डिविडेंट की तारीख तय की जाती हे उनके भी अलग अलग प्रकार होते हे जैसे की -dividend annoucement date,record date,ex date.

  1. dividend announced date -इसमें कंपनी डिविडेंड देना का फैसला सुनाती हे। की हम डिविडेंट देने वाले हे।
  2. record date – कंपनी तय डिविडेंड के फायदे और नुकसान डिविडेंड के फायदे और नुकसान करती हे की इस तारीख को आपके डीमेट खाते में शेयर्स होने चाहिए।
  3. ex date ये तारीख सबसे महत्वपृर्ण होती हे। शेयर्स होल्डर के लिए। क्युकी इस तारीख का मतलब होता हे की ,इस तारीख से पहले आपके पास शेयर होने चाहिए। इसके १ दिन भी पहले आपने शेयर्स खरीद लिए। तो भी आपको डिविडेंड मिलेगा। सिर्फ ex date से पाहिले आपके डीमेट खाते में ये शेयर्स होने चाहिए।

लेटेस्ट डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स देखने है टी आप moneycontrol वेबसाइट पर जाकर देखा सकते है।

dividend ka paisa kaha jama hota he ?

डिविडेंट का पैसा कहा जमा होता हे ?

डिविडेंट का पैसा सीधे शेयर्स होल्डर के बैंक खाते में जमा होता हे। पहले आपको मेल आ जाता हे ,की आपके बैंक खाते में हमने डिविडेंड जमा कर दिया हे।और ये डिविडेंडी तारीख घोषित होने के एक महीने के अंदर अंदर आपको मिल जाता हे।

और अगर फाइनल डिविडेंड रहा तो ,१ महीने के अंदर ही मिल जाता हे।अगर ऐसा नहीं हुआ तो कंपनी को इसकी पैनल्टी पड़ती हे। पर ऐसा कभी नहीं होता डिविडेंड घोषित होने के बाद तुरंत आपको डिविडेंड का पैसा मिल जाता हे।

अभी आप सोच रहे होंगे की ये डिविडेंड यील्ड (dividend eield )क्या होता हे ?

dividend eield = cash dividend per share/market prize per share * 100

डिविडेंड यील्ड = कॅश डिविडेंड पर शेयर्स / मार्किट प्राइज पर शेयर्स * १००

डिविडेंड यील्ड मतलब एक कंपनी के डिविडेंड का परसेंटेज होता हे। उसको कंपनी के फेस वैल्यू से तय किया जाता हे।

आज हनमे क्या सीखा –

तो आज हमने dividend kya hota he के बारे में पूरी जानकारी समझी। और यकीन हे आपको हमारी ये आजकी पोस्ट पसंद आयी होगी। ये पोस्ट अछि लगे तो कृपया इसे आप शेयर जरूर करे। और अगर आपके मन में कुछ सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे। धन्यवाद !

इस सरकारी कंपनी के शेयर ने निवेशकों को किया मालामाल, 1 लाख के बन गए 2.65 करोड़ रुपये

शेयर में निवेश करना जुआ खेलना नहीं है. इसलिए शेयर बाजार में निवेश करने वालों को यह सुझाव दिया जाता है कि वह छोटी अवधि में फायदे को लेकर न सोचें.डिविडेंड के फायदे और नुकसान

इस सरकारी कंपनी के शेयर ने निवेशकों को किया मालामाल, 1 लाख के बन गए 2.65 करोड़ रुपये

शेयर में निवेश करना जुआ खेलना नहीं है. इसलिए शेयर बाजार में निवेश करने वालों को यह सुझाव दिया जाता है कि वह छोटी अवधि में फायदे को लेकर न सोचें. और लंबे समय को ध्यान में रखें, जिससे उन्हें अपने लिए सही शेयर चुनने में मदद मिल सके. एक लंबी अवधि के निवेशक को न केवल शेयर में तेजी से कमाई होती है. बल्कि वे कंपनी के जनरल रिजर्व से भी कमाता है. समय-समय पर लिस्टेड कंपनियां अपने जनरल रिजर्व को डिविडेंड, बोनस शेयर और शेयर बायबैक के जरिए अपने विश्वसनीय लंबे समय के निवेशकों को बांटती हैं.

तो, एक लंबी अवधि के निवेशक के पास आय के कई अलग-अलग जरिये होते हैं, जिनसे उन्हें किसी सामान्य छोटी अवधि के व्यापारी की तुलना में कहीं ज्यादा कमाई करने में मदद मिलती है.

शेयर में आया जबरदस्त उछाल

यह समझने के लिए कि कैसे एक लंबी अवधि के निवेशक का रिटर्न सिंपल बोनस शेयर को इश्यू करने से बदल जाता है, आप भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड या BPCL के बोनस शेयर को देख सकते हैं. दिसंबर 2000 से, सरकारी कंपनी ने चार मौकों पर बोनस शेयर का ऐलान किया है. पिछले 23 सालों में, BPCL के शेयरों ने दिसंबर 2000, जुलाई 2012, जुलाई 2016 और जुलाई 2017 में एक्स बोनस ट्रे़ड किया. पहले तीन मौकों पर, उसने 1:1 बोनस शेयर का ऐलान किया. जबकि, 2017 में, बीपीसीएस ने 1:2 बोनस शेयर्स डिविडेंड के फायदे और नुकसान को घोषित किया.

अगर एक बीपीसीएल शेयर के पास उसके पोर्टफोलियो में एक शेयर मौजूद था, तो उसका एक शेयर दिसंबर 2000 में 1:1 बोनस शेयर इश्यू के बाद 2 हो जाता. इसके बाद जुलाई 2012 में 1:1 बोनस शेयर इश्यूएंस की वजह से यह 4 (2 x 2) हो जाता. ये चार बीपीसीएल के शेयर जुलाई 2016 में 1:2 बोनस शेयर इश्यूएंस की वजह से 8 (4 x 2) हो जाते. इसी तरह आठ बीपीसीएल शेयर 2017 में 12 (8 x 1.5) हो जाते. तो, निवेशक की शेयरहोल्डिंग BPCL द्वारा 2000 से घोषित इन चार बोनस शेयर इश्यू की वजह से बढ़कर 12 गुना हो गई है.

यहां समझें कैलकुलेशन

इस डिविडेंड के फायदे और नुकसान तरह अगर हम शेयरधारकों पर बोनस शेयरों का असर देखें, तो अगर एक निवेशक ने अगस्त 2000 की शुरुआत में, शेयर में 1 लाख रुपये का निवेश किया था, तो उसकी एक शेयर की कीमत करीब 15 रुपये प्रति शेयर होती. तो, निवेश को अगस्त 2000 में बीपीसीएल शेयरों में एक लाख रुपये का निवेश करने के बाद 6,667 बीपीसीएल के शेयर मिलते. ये 6,667 बीपीसीएल शेयर 2000 में इश्यू होने के बाद से आज की तारीख तक करीब 8,000 बीपीसीएल शेयर हो जाते.

बीपीसीएल के शेयर की कीमत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर आज 331.80 रुपये प्रति शेयर है. इसलिए निवेशकों की एक लाख रुपये की नेटवर्थ करीब 2,65,45,327 रुपये या 2.65 करोड़ रुपये हो सकती है. अगर कोई बोनस शेयर इश्यू नहीं हुए होते, तो निवेशक का पैसा 15 रुपये से बढ़कर 331.80 रुपये हो जाता, जो करीब 22.12 गुना है. इसका मतलब है कि 1 लाख रुपये बढ़कर 22.12 लाख रुपये हो गए होते. तो, बोनस शेयर के असर की वजह से 1 लाख रुपये के 2.65 करोड़ रुपये बन गए हैं.

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