पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट से जुड़े हुवे जानिए फायदों के बारे में
पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट से जुड़े हुवे जानिए फायदों के बारे में:-हेल्लो दोस्तों आज हम आपको बता दे की पोस्ट ऑफिस से जुड़े हुवे कुछ फायदों के बारे में बतायेगे वैसे हम आपको बता दे की जिस तरह आप बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाते हैं उसी तरह आप आसानी से पोस्ट ऑफिस में अपना सेविंग्स अकाउंट खुलवा सकते है साथ ही सेविंग्स अकाउंट के मामले में ज्यादातर लोगों की पहली पसंद बैंक होती है लेकिन हम आपको बता दे की बैंक की तुलना में पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खुलवाने में भी बहुत सारे फायदे है तो चलिए अब हम इसके बारे में विस्तार से जानते है
पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट से जुड़े यह फायदे
पोस्ट ऑफिस में अगर आप सेविंग्स अकाउंट खुलवाते हैं, तो ये 500 रुपए से खुल जाता है साथ ही मिनिमम बैलेंस के तौर पर सिर्फ 500 रुपए का बैलेंस बनाए रखने की जरूरत होती है जबकि अन्य किसी भी बैंक में ये लिमिट ज्यादा होती है अगर आपके अकाउंट का बैलेंस मिनिमिम बैलेंस से कम हो जाता है तो पेनाल्टी भी चार्ज की जाती है
हम आपको बता दे की भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक के बचत खाते पर इस समय सिर्फ 2.70% की ब्याज मिल रहा है और ICICI और HDFC बैंकों के सामान्य सेविंग अकाउंट पर भी सिर्फ 3 % ब्याज मिल रहा है साथ ही लेकिन पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट पर 4% सालाना ब्याज मिल रहा है
बैंक सेविंग्स अकाउंट में जमा पैसों पर 10000 रुपए तक का ब्याज टैक्स फ्री है ये छूट इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 TTA के तहत मिलती है
आपको बैंक की तरह ही चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग की सुविधा पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट पर भी दी जाती है साथ ही पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट पर फोन बैंकिंग और UPI ट्रांसफर जैसी सुविधाएं मिलने लगी हैं
अगर आप पोसट ऑफिस में खाता खुलवाते हैं तो खाते में अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं होती है लेकिन नकद जमा करने और निकालने की सीमा जरूर निर्धारित है
नोट :- हम आपको बता दे की रिजर्व बैंक के नए नियमों के मुताबिक आप सेविंग अकाउंट में एक बार में 1 लाख से ज्यादा नकद जमा नहीं कर सकते और एक साल में 10 लाख से ज्यादा नकद जमा नहीं कर सकते हैं लेकिन आप इन सीमाओं से अधिक जमा करने के लिए आपको डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल कर सकते है
Read Also
- अगर आपने पैसे गलती से किसी दुसरे बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर कर दिए, तो इन तरीको से मिलेगा रिफंड
- क्या आप भी भूल जाते है Gmail ID कहाँ-कहाँ Login हैं, इस तरीके से लागाये पता
Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट से जुड़े हुवे जानिए फायदों के बारे में के बारे में विस्तार जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? से जानकारी दी है। इसलिए हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
अगर परिवार के किसी सदस्य के 2 या इससे ज्यादा बैंक अकाउंट हैं, तो यह खबर आप के लिए है जल्दी पढ़ें
डिजिटल युग में जिनके पास अधिक बैंक खाते हैं उन्हें भी अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंक खाते और यूपीआई को जोड़ना जितना आसान है, बैंक की शर्त को पूरा करना उतना ही मुश्किल है। इस समय बैंक खातों के लिए सबसे बड़ी समस्या अधिक लेन-देन जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? की है। ज्यादा ट्रांजैक्शन के चलते खुद आईसीआईसीआई बैंक भी अकाउंट होल्ड कर रहा है।
कई लोगों के पास UPI और अकाउंट सबके पास होने लगे हैं, लेकिन इससे कितना नुकसान हो सकता है, इसका अंदाजा किसी को नहीं है। एक से अधिक बैंक खाते होने से शुल्क सहित बहुत सारी परेशानियाँ होती हैं। कई खाते बैंकों की योजना के तहत या ऋण सुविधा के नाम पर खोले जाते हैं। बैंकों में ग्राहक को यह भी नहीं पता होता है कि इतने पेज पर साइन क्यों किए गए हैं और उनमें क्या लिखा है।
लेकिन शायद ही कोई बैंक के नियम और शर्तें पढ़कर एक से ज्यादा अकाउंट खोलता हो। आइए जानते हैं एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होने के नुकसान। अगर आप लोन, पीएफ या म्यूचुअल फंड लेने की सोच रहे हैं या फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए अलग-अलग खातों में जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? खाता खुलवाना चाहते हैं। तो जानिए आप इन्हें कैसे बैलेंस कर सकते हैं।
विभिन्न ऑफर का लाभ लें
बैंकों को अपने ग्राहकों को बढ़ाना होता है, जिसके चलते वे कई तरह के ऑफर निकालते हैं, जैसे ब्याज दरें, डेबिट कार्ड, बीमा, बैंक लॉकर लोन और भी बहुत कुछ। इसे देखकर आप अलग-अलग बैंकों में खाता खोलकर इसका लाभ उठा सकते हैं। एक से ज्यादा अकाउंट होने से ट्रेन या फ्लाइट टिकट बुक करना आसान हो जाता है।
पहले खाता खोलो, फिर मिलेगा जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? योजना का लाभ
राजस्व विभाग के एक फरमान ने उन किसानों की नींद उड़ा दी है, जिनके खाते राष्ट्रीयकृत बैंकों में नहीं हैं। इन किसानों को शासन की उन योजनाओं का लाभ तभी मिलेगा, जब उनके खाता राष्ट्रीयकृत बैंकों में होगा। इन बैंकों में खाते नहीं होने की स्थिति किसानों को किसी भी प्रकार की राशि मिलना मुश्किल हो जाएगा, जबकि जिले के अधिकांश किसानों के खाते जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हैं और वे इसी बैंक से अपना लेन देने करते हैं। राजस्व विभाग के इस नए फरमान ने किसानों को राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाता खुलवाने के लिए मजबूर कर दिया है।
बड़ी संख्या में किसान रोजाना राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाते खुलवाने के लिए पहुंच रहे हैं। नए खाते खोलने के लिए इन बैंकों के नियम कायदे और मापदंडों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। खाते खुलवाने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों में कई प्रकार के कागजात मांगे जा रहे है। बैंकों में कागजात उपलब्ध कराने के बाद भी किसानों को कई प्रकार मापदंड बताकर उनके खाते नहीं खोले जा रहे हैं, जिस कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।
१६ डिजिट का खाता हुआ अनिवार्य : राजस्व विभाग द्वारा योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए किसानों से राष्ट्रीयकृत बैंकों के १६ डिजिट का खाता क्रमंाक मांगा जा रहा है। इस प्रकार का खाता क्रमांक उपलब्ध कराने पर ही किसानों को मुआवजा राशि या फिर अन्य योजनाओं की राशि को उन खातों में ट्रांसफर की जाएगी। जिन किसानों के खाते राष्ट्रीयकृत बैंकों में नहीं होंगे, उन्हें योजनाओं से वंचित होना पड़ सकता है।
किसानों को होगी दिक्कत
॥जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखाओं को नेट बैंकिंग से जोड़ा जा रहा है। दो माह बाद सभी प्रकार का लेन देन नेट बैंकिंग के माध्यम से होने लगेगा। लाखों किसान सहकारी बैंक से जुड़े हैं। यदि किसानों को राष्ट्रीयकृत बैंकों में जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? खाते खोलने के लिए मजबूर किया जाता है तो सहकारी बैंक में किसानों के खाते बंद होने से कारोबार प्रभावित होगा।
इमरान जाफरी, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक एमई रायसेन
आसानी से हो सके भुगतान
॥ किसानों को ई-पेमेंट के माध्यम से भुगतान होना है, इस कारण किसानों से ऐसे खाते मांगे गए है, ताकि ई-पेमेंट के माध्यम से राशि आसानी से जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? किसानों के खातों में पहुंच जाए। जिले भर में संचालित राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा खाते आसानी से खोले जा रहे हैं।
दीपक पांडे, तहसीलदार रायसेन
ज्वाइंट खाते खोलने में आ रही परेशानी
जिले के अधिकांश किसानों के ज्वाइंट खाते जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में हंै। सहकारी बैंक के ज्वाइंट खाते में ५ से ६ लोगों के नाम जुड़े हुए हैं, लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंकों में तीन से अधिक लोगों के नाम से ज्वाइंट खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार के नियम कायदों ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वे राजस्व अधिकारियों को इस समस्या से अवगत भी करा चुके हंै, लेकिन उनकी इस समस्या से अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है।
क्या कहते हैं किसान
ग्राम इंडोल के किसान रामकृष्ण यादव ने बताया कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खुलवाने के लिए कहा गया है। नया खाता खुलवाने में दिक्कत आने के कारण बड़े भाई का खाता क्रमांक तहसील कार्यालय में जमा करा दिया है। जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? मुरैलकला के किसान मनीराम का कहना है कि अब योजनाओं का पैसा ऑन लाइन खाते में आने वाला है। इस कारण राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खुलवाना पड़ेगा।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की जिले भर में १८ शाखाएं और ११४ सहकारी सोसायटी है। बैंक की इन शाखाओं और सहकारी सोसायटियों से करीब डेढ़ लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की सभी शाखाओं में ऑन लाइन बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रकिया चल रही है। कई शाखाओं में कंप्यूटर लगने के बाद वहां पर ऑन लाइन भुगतान की व्यवस्था भी लागू हो चुकी है, लेकिन सभी शाखाओं में दो माह यह सुविधा मिलने लगेगी। इसके बाद भी राजस्व विभाग ने सहकारी बैंक की अपेक्षा राष्ट्रीयकृत बैंकों में ही किसानों को खाता खोलने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सिर्फ एक बार करें निवेश, हर महीने मिलेंगे पैसे, जानिए कैसे उठाएं फायदा
पोस्ट ऑफिस की स्माल सेविंग्स स्कीम में मंथली इनकम स्कीम (MIS) आपको हर महीने तय इनकम का मौका देता है। इसमें 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का है
पोस्ट ऑफिस (Post Office) में कई तरह की सेविंग स्कीम (Saving Schemes) चल रही हैं। निवेश के लिहाज से पोस्ट ऑफिस सबसे सुरक्षित जगह है। यहां किसी भी प्रकार का कोई जोखिम नहीं होता है। ज्यादातर लोग वहीं पैसा निवेश करना चाहते हैं, जहां रिटर्न बढ़िया मिलता है। अगर आप भी निवेश करने के लिए प्लान बना रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (Monthly Income Scheme) को चुन सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की यह एक स्मॉल सेविंग स्कीम है। इस स्कीम में निवेश करने पर आपको सालाना या महीने पैसे मिलेंगे।
मंथली इनकम स्कीम (Monthly Income Scheme) एक तरह की पेंशन स्कीम है। इसमें एकमुश्त पैसा जमा कर के हर महीने अपने लिए इनकम का इंतजाम किया जा सकता है। पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम पांच साल के लिए है। हालांकि, आप अपनी सुविधानुसार इसे 5-5 साल के लिए आगे बढ़ा सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? है। 5 साल बाद आपको गारंटीड मंथली इनकम होने लगेगी। अगर आप एकमुश्त 4.5 लाख रुपये जमा कर देते हैं तो 5 साल बाद आपको हर साल 29,700 रुपये मिलेंगे। अगर आप हर महीने इनकम चाहते हैं तो आपको 2475 रुपये हर महीने की कमाई होगी। अगर आप जॉइंट अकाउंट खुलवाते हैं तो 9 लाख रुपये जमा करना होगा। इसमें ब्याज की राशि 59,400 रुपये होगी। अगर आप हर महीने पैसे लेना चाहते हैं तो 4950 रुपये हर महीने मिलेंगे।
Post Office Scheme: शादी के बाद जीरो रिस्क पर खुलवाएं यह अकाउंट! पोस्ट ऑफिस की स्कीम देगी बढ़िया रिटर्न
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | Post office MIS Scheme: आजकल बाजार का माहौल अस्थिर चल रहा है. ऐसे में निवेश के पहले कई बार सोचना पड़ता है. अगर आप भी बिना जोखिम के मुनाफा और सेविंग्स चाहते हैं तो ये खबर खास आपके लिए है. शेयर बाजार (Share Market) में मुनाफा ज्यादा होता है, लेकिन वहां रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है. ऐसे में, आपको ऐसा निवेश का ऑप्शन चुनना चाहिए जिसमें आपके पैसे सुरक्षित हों और आपको गारंटीड रिटर्न भी मिले.
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम ( Post Office MIS) एक ऐसी ही सुपरहिट स्माल सेविंग्स स्कीम है, जिसमें आपको सिर्फ एक बार पैसा जमा करना पड़ता है. MIS अकाउंट का मैच्योरिटी पीरियड भी बस जॉइंट अकाउंट खुलवाने के फायदे? 5 साल का होता है. यानी, पांच साल बाद से आपको गारंटीड मंथली इनकम मिलने लगेगी. आइए जानते हैं इस स्कीम के बारे में.
पोस्ट ऑफिस (POMIS) स्कीम में सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इसमें मिनिमम 1,000 रुपये के निवेश से अकाउंट खुल सकता है. सिंगल अकाउंट में मैक्सिमम 4.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. वहीं, ज्वाइंट खाते में निवेश की लिमिट 9 लाख रुपये है. आइए जानते हैं इसके फायदे.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 470