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वित्त बाजार

सेंसेक्स हो, निफ्टी हो या हो म्यूचुअल फंड, जोखिम से जुड़े हुए इन बाजार आधारित निवेश विकल्पों ने इस साल जून से ही दिल गार्डन-गार्डन कर रखा है। अब आगे बाजार क्या रुख ले रहा है, इसकी खलबली, भविष्यवाणी सब चल रही है एक साथ। अगले कुछ महीनों में बाजार क्या रहेगा? खलबली क्यों है, बाजार आधारित इस जोखिम भरे स्टॉक या शेयर बाज़ार में निवेश के सुखद अवसर बना रहे कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करतेऔर और भी

कौन काटता चांदी, किनका होता डब्बा गोल!

अगर आप शेयरों की ट्रेडिंग में दिलचस्पी रखते हैं तो डब्बा ट्रेडिंग का नाम ज़रूर सुना होगा। हर गैर-कानूनी काम की तरह यह भी हल्के-फुल्के मुंगेरीलाल टाइप लोगों को खूब खींचता है। कोई लिखा-पढ़ी नहीं, रिकॉर्ड नहीं, सारा लेनदेन कैश में, सारी कमाई काली। फिर इनकम टैक्स देने या रिटर्न भरने का सवाल ही नहीं। सारे सौदे स्टॉक एक्सचेंज के बाहर होते हैं तो सिक्यूरिटी ट्रांजैक्शन का सवाल ही नहीं उठता। साथ ही कोई दिक्कत आने याऔर और भी

आस किसान, स्वास्थ्य, उद्यमशीलता की

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 में देश का जीडीपी कितना रह सकता है, इसका पहला अग्रिम अनुमान पेश कर दिया है। आपकी उंगलियों पर पूरा बाजार उसका कहना है कि मौजूदा मूल्य पर हमारी अर्थव्यवस्था का आकार पिछले साल के 203.40 लाख करोड़ रुपए से घटकर इस बार 194.82 करोड़ रुपए रह सकता है, जबकि बजट अनुमान 224.89 लाख करोड़ रुपए का था। यानी, पिछले साल से 8.58 लाख करोड़ रुपए और इस साल के बजट अनुमान सेऔर और भी

हाथों में इतना दम, गरीबी हो जाए बेदम

इंसान के हाथों में इतनी बरकत है कि वह मिट्टी को सोना और पत्थर को हीरा बना सकता है। यही नहीं, अरबों साल पहले वह बंदर से इंसान बनना ही तब शुरू हुआ, जब उसने औजार बनाए, उन्हें इस्तेमाल करने का हुनर विकसित किया और आपसी संवाद के लिए भाषा ईजाद की। आज भी उसे हुनर, औजार या साधन दे दिए जाएं और उसकी भाषा में उससे सही संवाद किया जाए, महज लफ्फाज़ी न की जाए तो वह सब कुछ हासिल कर सकता है जो उसे चाहिए। फिर गरीबी क्या चीज़ है! आखिर कौन गरीब रहना चाहता है? वैसे भी गरीबी नैसर्गिक नहीं, बल्कि समाज की देन है। इंसान को हुनर, अवसर, साधन व काम करने की आज़ादी मिले तो गरीबी किसी दिन इतिहास और भी

दही जमाने के लिए क्या करना चाहिए? हिंदी में 2022 | बाजार जैसा दही कैसे जमाते हैं?

दही हम बनाते हैं तो हमारा दही टेस्टी नहीं बनता। कभी खट्टा हो जाता है, कभी पानी ज्यादा हो जाता है, कभी बिल्कुल खराब हो जाता है। यह क्या कारण है? तो आज के इस पूरे आर्टिकल में देखिए कि कैसे आप दही जमाए?

और नीचे आपको एक ट्रिक बताएंगे जहां पर आप का दही 6 घंटे के बजाय 4 घंटे 3 घंटे और 2 घंटे तक आपकी उंगलियों पर पूरा बाजार में जमने लगेगा, आखिर कैसे? यह पूरा आर्टिकल पढ़िए आप को बहुत मजा आएगा।

दही जमाने के लिए क्या करना चाहिए?

सबसे पहले आप अपना दूध ले लीजिए एक लीटर या आधा लीटर। आप मार्केट वाला दूध भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन क्वालिटी में अच्छा होना चाहिए। इसके बाद आपको एक छोटा बरतन लेना है जिसमें सारा दूध आसानी से बन जाए। उस बर्तन में थोड़ा सा पानी डाल दीजिए लगभग आधे कप के करीब। और फिर इसे गैस पर उबलने के लिए चढ़ा दीजिए लगभग 4 से 5 मिनट के लिए।

जब आपका दूध अच्छी तरह से उबल जाए फिर उसको एक बार और 4 से 5 मिनट के लिए धीमी आंच में उबालें है। इससे क्या होगा कि आपका दूध थोड़ा गाढ़ा हो जाएगा और दही पर्फेक्ट बनेगा।

दही कौन से बर्तन में जमाना चाहिए?

मिट्टी के बर्तन में दही जमाने का तरीका

आप ऊपर फोटो पर देख सकते हैं मिट्टी का बर्तन रखा हुआ है। (खासतौर पर गर्मी के मौसम में हमें मिट्टी के बर्तन में ही दही जमाना चाहिए।) आप एक नया मिट्टी का बरतन मार्केट से खरीद कर ले आएं। नए मिट्टी के बर्तन को यूज करने से पहले रात भर इसमें पानी डालकर रखें। इससे होता क्या है कि आपका जो यह मिट्टी का बर्तन है वह इतना मजबूत हो जाता है कि यह टूटता भी नहीं है।

अब आप अपना उबला हुआ दूध ले और दूध में उंगली डालकर देखें कि ज्यादा गर्म ना हो, इतना गरम हो कि आपकी उंगली सहन कर पाए। मतलब नॉर्मल करम हो।

अब उस दूध में एक चम्मच जामन लगाएं और जामन को अच्छी तरह मिक्स कर लें दूध के साथ। जब दूध में अच्छी तरह मिक्स हो जाए फिर उसे आप मिट्टी के बर्तन में डाल दें। अब इसे इस तरह से ढक कर रखना है कि थोड़ा सा हवा आने की जगह हो। इसके लिए आप जालीदार छन्नी का यूज कर सकते हैं।

इससे क्या होगा कि उसमें हवा लगेगी तो थोड़ी-थोड़ी मलाई जम जाएगी और आपका दही बहुत ही बढ़िया मलाईदार बनेगा बिल्कुल हलवाई के जैसा। और इसके ऊपर से एक बड़ा सा बर्तन रख दीजिए ताकि चारों तरफ से परफेक्ट ढँक जाए।

अब आप जब पहली बार मिट्टी के नए बर्तन में दही जमाएंगे तो कम से कम इसे 6 घंटे लगेंगे। क्योंकि मिट्टी बहुत ही अच्छी ठंडक पहुंचाती है पहली आपकी उंगलियों पर पूरा बाजार बार में थोड़ा ज्यादा टाइम लगेगा। तो इसे 6 घंटे के लिए ऐसे ही ढक कर रख दें।

6 घंटे के बाद
अब आप देखेंगे कि आपका दही बहुत ही अच्छा बढ़िया तरीके से जम गया है। अब आप किस खाने में यूज करें या फिर कुछ टाइम के लिए फ्रिज में स्टोर करके रख दे। फ्रिज में रखने के बाद दही अच्छी तरीके से ठंडा चिल्ड हो जाएगा आप देखेंगे आपका दिल बहुत ही बेहतरीन बना हुआ है एकदम गाढ़ा गाढ़ा। अब आप इससे एंजॉय कर सकते हैं।

तो देखा ना अपने कितना बढ़िया तरीके से हमारा दही जमा हुआ है बिल्कुल हलवाई के जैसा मलाईदार। दही हमेशा ऐसे ही जमी हुई अच्छी लगती है।

अब इससे आप जो भी रेसिपी बनाएंगे तो पानी निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जैसे इप रायता बनाएंगे या मीठी लस्सी मनाएंगे यि कोई भी आइटम बनाएंगे तो बहुत ही बढ़िया बनेगा।

दही को अक्सर हम रात में जमाते हैं लेकिन सुबह कई बार क्या होता है कि जब हम लेट उठते हैं या फिर फ्रिज में रखने में लेट हो जाते है तो सुबह हमें नाश्ते के लिए दही चाहिए होता है उसमें थोड़ा पानी पानी हो जाता है।

तो इसके लिए क्या करें कि शाम को 4 - 5 बजे दही जमा दीजिए और रात में 10 - 11 बजे तक आपका दही जम जाएगा फिर उसे फ्रिज में उठा कर रख दीजिए। सुबह आप देखेंगे कि बहुत ही मस्त तरीके से दही हमारा जम गया है और बिल्कुल भी कोई पानी पानी नहीं है। फिर आप कहेंगे कि यह ट्रिक हमको बहुत पसंद आई।

मिट्टी के बर्तन को साफ कैसे करें?

जब मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के बाद उसमें थोड़ा दही लगा रहता है तो उसको साफ करने के लिए कुछ खास तरीका अपनाना पड़ता है जो हम आपको बताने वाले हैं।

एक, दूसरे बर्तन में थोड़ा पानी गर्म कर लीजिए। पानी गर्म होने के बाद उसमें मीठा सोडा ऐड कर दीजिए थोड़ा सा। अबे उस गर्म पानी को मिट्टी के बर्तन में डालिए और एक साफ प्लास्टिक का ब्रश लेकर उस बर्तन को धीरे-धीरे साफ कीजिए। आप देखेंगे कि आपका बर्तन बिल्कुल नए जैसा साफ हो गया है।

अब यह बर्तन आपका बैक्टीरिया फ्री है इसमें किसी प्रकार का कोई बैक्टीरिया नहीं है ना इसमें फफूँद नहीं है, बिल्कुल साफ सुथरा है। आप इसे दोबारा यूज कर सकते हैं।

मिट्टी के बर्तन का रखरखाव कैसे करें?

मिट्टी के बर्तन का रखरखाव करने के लिए उसमें थोड़ा ऑयल लगा कर रख दीजिए। आपका बर्तन काफी समय तक बिल्कुल वैसा ही रखा रहेगा कोई उसमें फफूँद नहीं जमेगी आप इसे फिर से एक बार पानी से धोकर दोबारा यूज कर सकते हैं।

3 घंटे 4 घंटे में दही कैसे जमेगा?

जब आप मिट्टी के बर्तन में एक बार दही जमा देंगे तो उस मिट्टी के बर्तन में दही का कुछ रस उसमें सोख जाता है जिससे वह अच्छा दही का बर्तन बन जाता है। बार-बार उसी बर्तन में दही जमाने से दही जमाने का टाइम कम लगता है।

तो दोस्तों उम्मीद करते हैं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा आप अच्छी तरीके से दही जमाना सीख गए होंगे तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और यह आर्टिकल अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

Faster Sleeping Tips:बिस्तर पर करवटें बदलते आपकी उंगलियों पर पूरा बाजार हैं तो इन नुस्खों को अपनाएं जल्दी नींद आएगी

नींद नहीं आना अनिंद्रा की बीमारी के लक्षण है, इसलिए तुरंत सतर्क हो जाएं।

Faster Sleeping Tips लोगों में स्लीप सिंड्रोम की समस्या बढ़ती जा रही है। अगर आपको भी रात को नींद नहीं आती तो परेशान नहीं होइए। बिस्तर पर लेटकर कुछ उपायों को अपनाएंगे तो आपको चंद मिनटों में ही नींद आ जाएगी।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हम लोगों की जिंदगी में तनाव इतना ज्यादा बढ़ गया है कि थकान होने के बावजूद भी हम बिस्तर पर करवटें बदलते रहते है। घंटों दिमाग में परेशानियों का सिलसिला चलता रहता है और नींद छूमंतर हो जाती है। आमतौर पर हर तंदुरुस्त आदमी को 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है, लेकिन हमारी नींद का सिस्टम ही बदल गया है। कभी हम चार घंटे सोते है तो कभी 10-12 घंटे सोते है, जिसका साफ असर हमारी सेहत पर पड़ता है।

आज कल लोग अनिंद्रा की बीमारी से पीड़ित होते जा रहे है, जिसकी वजह से आपकी उंगलियों पर पूरा बाजार रात को नींद की गोलियों तक का सेवन करते है जिसका सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। लोगों में स्लीप सिंड्रोम की समस्या बढ़ती जा रही है। अगर आपको भी रात को नींद नहीं आती तो परेशान नहीं होइए हम आपको कुछ उपाय बताते हैं जिन्हें अपना कर आपको बिस्तर पर लेटते ही नींद आ जाएगी।

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