Passing of the historic #IndAusECTA by Australian Parliament is a huge endorsement of PM @NarendraModi ji’s leadership. Unanimous support from stakeholders, reinforces the trust people & industry repose in him for prioritising their well being. 📹 https://t.co/JmYMlBqkgw pic.twitter.com/gUfZlOuPxc — Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 22, 2022
व्यापार में सफलता के लिए आसान उपाय
अपने व्यवसाय को लेकर अकसर लोगों को यह शिकायत रहती है कि पूरी मेहनत और प्रयास के बाद भी सुनिश्चित सफलता नहीं मिल रही है। यदि आपको भी अपने व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो फिर किसी सर्टिफाइड वास्तु कंसल्टेंट से संपर्क करें क्योंकि बिजनेस में
अपने व्यवसाय को लेकर अकसर लोगों को यह शिकायत रहती है कि पूरी मेहनत और प्रयास के बाद भी सुनिश्चित सफलता नहीं मिल रही है। यदि आपको भी अपने व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो फिर किसी सर्टिफाइड वास्तु कंसल्टेंट से संपर्क करें क्योंकि बिजनेस में अपेक्षित सफलता ना मिलने का कारण आपके घर या ऑफिस में वास्तु असंतुलन भी हो सकता है।
किसी भी व्यवसाय में सफलता के लिए कुछ बातें बहुत महत्वपूर्ण होती हैं मसलन - प्रॉपर प्लानिंग, धन या फाइनेंस, योजना को किस तरह से क्रियान्वित करना है, टीम मैनेजमेंट आदि।
इन सारी चीजों में पैसा या फाइनेंस सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर आपके पास समुचित धन नहीं होगा तो आप चाहे कितनी भी योजनाएं क्यों ना बना लें उसे क्रियान्वित नहीं कर पायेंगे। हम बताते हैं कि वास्तु के किन उपायों का उपयोग करके आप अपने एक व्यापारी के लिए अवसर व्यवसाय में लाभ कमा सकते हैं।
व्यापार 20 (बी20) संवाद समूह भारत की जी20 अध्यक्षता, व्यवसायों के लिए एक अनूठा अवसर है
पिछले महीने बाली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राजनेताओं की घोषणा में 'अद्वितीय बहुआयामी संकट' के बारे में बात की गई थी, जिसका वर्तमान में दुनिया सामना कर रही है। इसमें सार्वजनिक निवेश में वृद्धि करने के साथ-साथ निजी निवेश एक व्यापारी के लिए अवसर को बढ़ावा देने और बहुपक्षीय व्यापार को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। वैश्विक अर्थव्यवस्था, सतत विकास और डिजिटलीकरण से संबंधित इसकी कई नीतिगत कार्रवाइयां; जी20 के व्ययसाय संवाद समूह, व्यापार 20 (बी20) द्वारा की गई सिफारिशों के अनुरूप थीं।
भू-राजनीतिक संबंधों के प्रत्यक्ष बदलाव के समय में, जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत की भूमिका वैश्विक स्थिरता और व्यापक आर्थिक समन्वय एक व्यापारी के लिए अवसर पर केन्द्रित होगी, क्योंकि राष्ट्र महामारी के बाद, यूक्रेन संघर्ष और जलवायु परिवर्तन से निपटने का प्रयास कर रहे हैं।
वसुधैव कुटुम्बकम या “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” की थीम समसामयिक चुनौतियों को देखते हुए पूरी तरह उपयुक्त है और यह सामान्य वैश्विक मुद्दों का सामना करने के सन्दर्भ में, पूरी दुनिया को साथ मिलकर काम करने के लिए एक मंच देती है। बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देते हुए कहा था, "भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई-उन्मुख होगी।"
भारत ने शेरपा ट्रैक के तहत 13 कार्य समूहों का गठन किया है, जो रोजगार, डिजिटल अर्थव्यवस्था और व्यापार तथा निवेश समेत अन्य क्षेत्रों पर सिफारिशें प्रदान करेंगे। वित्त ट्रैक के तहत, जी20 के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक व्यापक आर्थिक विकास, आर्थिक जोखिम और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना तथा अन्य बातों पर चर्चा करेंगे।
भारत द्वारा रेखांकित की गयी प्राथमिकताएं, दुनिया के सामने मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों का प्रतिनिधित्व करती हैं। जी20 देशों के बीच सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में, भारत ने व्यापार और निवेश, जलवायु परिवर्तन शमन तथा डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों को उल्लेखनीय रूप से प्रभावित किया है और देश आने वाले वर्ष में जी20 के नीतिगत निर्णयों को अंतिम स्वरूप देने के क्रम में एक बड़े विकासशील राष्ट्र के रूप में अपनी अंतर्दृष्टि का उपयोग कर सकता है।
वैश्विक व्यापार, 2022 की अपेक्षित विकास दर 3.5 प्रतिशत की तुलना में धीमा होकर 2023 में केवल 1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। भारत आज उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) जैसी प्रगतिशील नीतियों, कारोबार में आसानी मिशन तथा अवसंरचना निर्माण, जिसने इसे वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के विविधीकरण में योगदान देने में सक्षम बनाया है, की मदद से एक वैश्विक विनिर्माण और व्यापार केंद्र के रूप में उभरा है।
सतत विकास के सन्दर्भ में, भारत 2023 के जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक में शीर्ष 5 पायदान वाले राष्ट्र के रूप में उभरा है, जो जी20 के बीच सबसे बेहतर है। भारत ने प्रमुख क्षेत्रों के लिए अपनी दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीति पेश की है और नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, ई-गतिशीलता और मिश्रित ईंधन में महत्वपूर्ण पहल कीं हैं, जो इसे अपने राष्ट्रीय निर्धारित योगदान के मार्ग पर आगे बढ़ाते हैं।
भारत में तेजी से डिजिटलीकरण हो रहा है, जो खुदरा, फिनटेक, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा दे रहा है। 1.17 बिलियन मोबाइल फोन ग्राहकों और 700 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ, भारत में अक्टूबर 2022 के दौरान यूपीआई पर 7 बिलियन लेन-देन हुए। देश ने अपने वैक्सीन मिशन के लिए भी डिजिटल तकनीक को सफलतापूर्वक लागू किया है।
इन क्षेत्रों में भारत का नेतृत्व, आने वाले वर्ष में जी20 को अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। इसे दुनिया के व्यवसायों के सुझावों का समर्थन मिलेगा, जो जी20 संवाद समूहों के सबसे बड़े समूह, बी20 के तहत विचारों को विकसित करेगा। नामित बी20 सचिवालय के रूप में, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने सरकार सहित अन्य हितधारकों के परामर्श से, परिचर्चा के लिए नौ प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को रेखांकित किया है।
व्यापार के लिए बी20 भारत की प्राथमिकताएं- विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एकीकरण, सेवा व व्यापार का विविधीकरण और अफ्रीकी साझा बाजार के अवसरों का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। वित्तीय समावेशन के विस्तार के साथ वित्तपोषण व अवसंरचना के विकास की भी पहचान की गई है। प्रौद्योगिकी के तहत नवाचार और आरएंडडी, डिजिटल बदलाव और कार्य का भविष्य, कौशल निर्माण तथा मोबिलिटी जैसी प्राथमिकताओं एक व्यापारी के लिए अवसर पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बी20 के विचार-विमर्श से ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और संसाधन दक्षता आदि क्षेत्रों को भी बहुत लाभ मिलने की उम्मीद है।
भारत की जी20 अध्यक्षता के एक भाग के रूप में, भारतीय व्यवसायों के पास इस वर्ष अपने दृष्टिकोण को साझा करने और वैश्विक आर्थिक विकास एवं स्थिरता को बढ़ावा देने का एक अनूठा अवसर है। अपनी उद्यमशील प्रतिभा, नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ, हम दुनिया को अपनी ताकत दिखा सकते हैं, क्योंकि बी20 भारत संवाद को अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है।
भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को ऑस्ट्रेलियाई संसद ने दी मंजूरी, द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि के साथ सेवा क्षेत्र के लिए खुलेंगे नए अवसर, 10 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करने के लिए मंगलवार (22 नवंबर) को एक बड़ा कदम उठाया गया। ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को मंजूरी दे दी। अब दोनों देश आपसी सहमति से फैसला करेंगे कि यह समझौता किस तारीख से लागू होगा। इस समझौते से जहां भारत-ऑस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी, वहीं भारत में कम से कम 10 लाख अतिरिक्त नौकरियां मिल सकती हैं। इसके अलावा इससे निवेश के लिए पर्याप्त अवसर पैदा होंगे और स्टार्ट-अप को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार के लिए ऐतिहासिक क्षण एक व्यापारी के लिए अवसर
ऑस्ट्रेलियाई संसद द्वारा एफटीए को मंजूरी देने के बाद वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को बधाई देना चाहता हूं। ये विश्व मंच पर साझा हितों वाले दो लोकतंत्र हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ”खुशी है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते को ऑस्ट्रेलियाई संसद ने पारित कर दिया है।” उन्होंने आगे लिखा, ”हमारी गहरी दोस्ती के चलते, यह हमारे लिए व्यापार संबंधों को पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ाने और बड़े पैमाने पर आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए मंच तैयार करता है।”
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— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 22, 2022
45-50 बिलियन डॉलर तक द्विपक्षीय व्यापार की उम्मीद
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार अगले पांच-छह वर्षों में लगभग 45-50 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक जा सकता है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि इस सौदे के तहत ऑस्ट्रेलिया द्वारा कुछ टैरिफ लाइनों पर 100 प्रतिशत शुल्क समाप्त कर दिया जाएगा। वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एफटीए लागू होने के बाद कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित भारत के 6,000 से अधिक उत्पादों को ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी।
निवेश में वृद्धि के साथ 10 लाख अतिरिक्त नौकरियां मिलेंगी
पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच होने वाला आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता कपड़ा, रत्न और आभूषण और फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र को बढ़ावा देगा। इससे भारत में कम से कम 10 लाख अतिरिक्त नौकरियां मिल सकती हैं। इससे स्टार्ट-अप को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है। यह भारतीयों के लिए रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगा। इस समझौते से उन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होगा जो श्रम प्रधान हैं, यानी जहां अधिक लोगों को काम करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के अलावा इस समझौते से निवेश के लिए पर्याप्त अवसर पैदा होंगे।
समझौते से भारत में सेवा क्षेत्र के लिए नए अवसर भी खुलेंगे
गोयल ने कहा कि यह समझौता भारत में सेवा क्षेत्र के लिए नए अवसर भी खोलेगा और छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में काम करने का अवसर प्रदान करके उन्हें अत्यधिक लाभ पहुंचाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय योग शिक्षकों और रसोइयों के लिए 1,800 का वार्षिक वीजा कोटा स्थापित किया जाना है। ईसीटीए दोनों देशों के बीच व्यापार को प्रोत्साहित करने और सुधारने के लिए एक संस्थागत तंत्र प्रदान करता है। साल 2026-27 तक भारत का व्यापारिक निर्यात 10 अरब डॉलर बढ़ने की संभावना है।
किसी विकसित एक व्यापारी के लिए अवसर देश के साथ एक दशक बाद होने वाला पहला व्यापार समझौता
गौरतलब है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया मुक्त व्यापार समझौते पर 2 अप्रैल, 2022 को हस्तक्षर किए गए थे। फिलहाल दोनों पक्ष अपनी घरेलू प्रक्रियाएं पूरी करने में व्यस्त हैं। यह आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता किसी विकसित देश के साथ एक दशक से अधिक समय के बाद किया जाने वाला भारत का पहला व्यापार समझौता है। इस के तहत ऑस्ट्रेलिया लगभग 96.4 प्रतिशत निर्यात (मूल्य के आधार पर) के लिए भारत को शून्य सीमा शुल्क पहुंच की पेशकश कर रहा है। इसमें कई उत्पाद ऐसे हैं, जिस पर वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में चार से पांच प्रतिशत का सीमा शुल्क लगता है। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8.3 अरब डॉलर का माल निर्यात और 16.75 अरब डॉलर का आयात किया था।
करियर राशिफल 30 नवंबर: इन राशियों के लोगों को मिलेंगे नौकरी के नए अवसर, ये लोग एक ही काम पर दें ध्यान
Today career horoscope 30 November: आज कई राशि वालों को करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, जबकि कुछ राशि वालों को करियर में तरक्की मिल सकती है। एक व्यापारी के लिए अवसर जानें सभी 12 राशियों का हाल-
मेष: हो सकता है कि आप अपने कामकाजी जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए तैयार हों। ज्ञान के लिए आपकी अतृप्त भूख के कारण, जब आपको एक साथ कई कार्य और प्रोजेक्ट दिए जाते हैं तो आप सबसे अच्छा करते हैं। हालांकि आपको पता चल सकता है कि किसी एक व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने से आपको अपने करियर में ज्यादा तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। अध्ययन या करियर के क्षेत्र की तलाश करें जो आपको संतुष्टि और गर्व प्रदान करे।
वृष: आज आप कॉर्पोरेट जगत में शीर्ष पर पहुंचने की कल्पना करेंगे। इसे इच्छाधारी सोच के रूप में खारिज न करें। आपको जो काम दिए गए हैं, उन्हें समय पर करें। आपको कुछ विचार करना चाहिए कि आप अपने प्रबंधकीय कौशल को विकसित करने के लिए क्या कर सकते हैं। ऐसी स्थिति लेने पर विचार करें जो आपको अपनी जिम्मेदारी का विस्तार करने की अनुमति देगी। वास्तव में मन ही मन अपनी यात्रा की योजना बनाना लाभदायक रहेगा।
मिथुन: अगर आप सफलता और समृद्धि चाहते हैं तो अपने घमंड को एक तरफ रख दें। अपने मूल कार्यों और व्यक्तिगत गतिविधियों के मूल्य में विश्वास होना आवश्यक है। अगर आप संभावित सीमाओं से मुक्त होने के लिए तैयार हैं, तो आप अपने पारिश्रमिक और सुरक्षा में भारी सुधार कर सकते हैं। अगर आप अपने कौशल द्वारा कार्यस्थल को प्रदान किए जाने वाले मूल्य में विश्वास रखते हैं, तो अब वित्तीय और करियर स्थिरता की दिशा में कदम उठाने का समय है।
कर्क: अगर आप आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं और अपनी स्थिति में सुधार करना चाहते हैं तो आज का दिन वेतन वृद्धि के लिए अपने मैनेजर से संपर्क करने का है। अगर आप तर्कसंगत रूप से अपने बॉस को अपना अनुरोध समझा सकते हैं, तो संभावना है कि वे इसे स्वीकार कर लेंगे। जैसा कि आपका पर्यवेक्षक इस समय उदार मनोदशा में है, आपको वित्तीय सहायता मांगने में शर्माना नहीं चाहिए। प्रयास अंत में सार्थक होगा।
सिंह: सीखने के प्रति आपके प्रेम के कारण कार्यक्षेत्र में आपको जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उनका समाधान आपको तुरंत मिल जाएगा। अगर आप अपने कार्यों को करने के बेहतर तरीके खोजना चाहते हैं, तो आपको अपनी कल्पनाशक्ति का उपयोग करने की आवश्यकता होगी। आपकी समस्या को सुलझाने के कौशल और समझने में आसानी आपकी पेशेवर सफलता के लिए आवश्यक है। यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो आपको समस्या के सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए और अपने सहयोगियों की सिफारिशों को सुनना चाहिए।
कन्या राशि: इतना अमूर्त सोचना बंद करें। आप एक उत्साहित व्यक्ति हैं जो आपकी अगली एक व्यापारी के लिए अवसर नौकरी के मौके को लेकर लगभग कभी दुखी नहीं होते। बहरहाल, इस समय आप कुछ तनाव महसूस कर सकते हैं। बोलने के अपने डर पर काबू पाएं और सभी संभावित परिणामों के बारे में सोचना बंद करें। अपने व्यक्तित्व को अपनाएं और अपने अपरंपरागत दृष्टिकोण और विचारों को अपने सहकर्मियों के साथ साझा करने से न डरें।
तुला: दूसरे लोगों के आंतरिक कामकाज को समझने में आपकी अक्षमता के कारण, आप उनके चरित्र पर आरोप लगाने में तेज हो सकते हैं। विशेष ध्यान दें। आज लोग भुलक्कड़ हो सकते हैं और आसानी से नाराज हो सकते हैं। यह अपेक्षा करना कि दूसरे आपके लिए उस तरह से आएंगे जैसा आप चाहते हैं, अवास्तविक है। आपके पास किसी को फटकारने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि वे व्यवहार के आपके व्यक्तिगत मानकों का पालन नहीं करते हैं।
वृश्चिक: अगर आप दिमाग खुला रखते हैं, तो आपको ऐसे मौके मिल सकते हैं, जिनके बारे में आपने सोचा भी नहीं था। अपनी पसंद पर एक साथ विचार करें। आप दुर्लभ अवसरों पर बैठे हो सकते हैं जो अच्छी तरह से तलाशने योग्य हैं, लेकिन जब तक आप लोगों को अपनी आशाओं, भय और बाधाओं पर भरोसा नहीं करते, तब तक आप निश्चित रूप से पता नहीं लगा सकते। बिना यह पता लगाए कि आपको क्या चाहिए और क्या चाहिए, बस अंदर न जाएं। अगर आप बातचीत करने जा रहे हैं, तो कम से कम अपने प्रति ईमानदार रहें।
धनु: आज नए विचारों और सीखने के लिए खुले रहें। आज आप किसी निपुण व्यक्ति के साथ चल सकते हैं जो आपको प्रेरणा देने की आशा में अपना कुछ ज्ञान प्रदान करने को तैयार है। उत्साहजनक संकेत हैं कि वह आपके साथ अपनी खुद की करियर यात्रा से अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा। इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाकर आपका सर्वोत्तम हित पूरा किया जाएगा।
मकर: अपने गतिशील कामकाजी माहौल की लय के साथ तालमेल बिठाने के एक व्यापारी के लिए अवसर लिए आपको अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है। फिर भी अपने दृष्टिकोण पर नजर रखना महत्वपूर्ण है। एक विकल्प काम करने के लिए एक निराशावादी दृष्टिकोण लाना है, जो कुछ भी नया करने की कोशिश करने के उत्साह को कम कर सकता है। दूसरी ओर आप इन बदलावों को लाभकारी के रूप में देख सकते हैं, क्योंकि आपकी नई स्वतंत्रता से नौकरी की सुरक्षा में सुधार हो सकता है।
कुंभ: किनारे पर न बैठें क्योंकि दूसरे आपके इनपुट की पेशकश करने से पहले कुछ तय करते हैं। आपको बोलने और कहने की ज़रूरत है क्योंकि आपको जो कहना है वह महत्वपूर्ण है। जब एक सहकर्मी आपकी ऊर्जा को ऐसी जानकारी के साथ बहा देता है जो मायने नहीं रखती है, तो गुस्सा भड़क उठता है। अपने आप को डेटा से अभिभूत न होने दें। ध्यान रखें कि मानसिक अव्यवस्था ही आपको बाधा देने का काम करेगी।
मीन राशि: महत्वपूर्ण प्रभाव डालने और अपने पेशेवर मूल्य को बढ़ाने के अवसरों की लगातार ताक में रहें। हालांकि यह चिंता का कारण हो सकता है, लेकिन इसमें आपको निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करने की क्षमता भी है। अगर आप अपने सामाजिक नेटवर्क, कार्यस्थल और इंटरैक्शन के बारे में एक विहंगम दृश्य प्राप्त कर सकते हैं, तो यह निर्धारित करना आसान हो सकता है कि कौन सी संभावनाएं अनुसरण करने योग्य हैं।
मुंबई के एक व्यापारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया
मुंबई. भारत में धर्म के चढ़ावे के लिए दानदताओं की कमी नहीं है। उनकी आस्था मंदिर में विराजमान भगवान से इस कदर जुड़ी हुई है कि वो अपनी श्रद्धा और भक्ति के लिए लाखों रुपए, सोना, चांदी आदि दान करते हैं। अब मुंबई के एक कारोबारी ने केदारनाथ मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान किया है। इसी सोने से श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर की दीवार अब सोने की बनाई जाएगी।
दरअसल, दीवाली के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ मंदिर में गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परतें चढ़ाई गई। इतना ही नहीं इस दीवार पर गोल्ड प्लेट से भगवान शंकर के प्रतीक रहे शंख, त्रिशूल, डमरू जैसे चिन्ह उकेरे गए हैं। इसके साथ ही सोने से ही जय केदारनाथ धम और हर हर महादेव भी लिखवाया गया है। अब यहां एक व्यापारी के लिए अवसर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह आकर्षण का केंद्र होगा। इससे पहले केदारनाथ धाम के गर्भगृह की यह दीवार चांदी की थी।
मंदिर के लिए 230 किलो सोना दान करने वाले मुंबई के कारोबारी ने बताया कि वे जब भी भगवान केदरानाथ के दर्शन के लिए आते थे तो यही सोचते थे कि ये गर्भगृह की चांदी की दीवारें क्यों ना सोने की हो जाएं। इसके लिए मैंने यह सोना दान करने का मन बनाया। फिर करोड़ों रुपए खर्च कर यह सोने की दीवार तैयार की गईं। इसके बाद मंदिर समीति ने दिवाली के मुहूर्त पर यह सोने परत दीवार पर चढ़वाई। वहीं सरकार और मंदिर समिति ने मुंबई के व्यापारी का आभार व्यक्त किया।
बता दें कि मंदिर के स्थानीय पुजारी गर्भगृह की दीवारों को सोने की करवाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि मंदिर की चारों ओर की दीवारों पर सोने के पतरे चढ़ाए जाने से मंदिर के गर्भगृह की पौराणिकता को आघात लग रहा है। इतना ही नहीं पुजारियों ने इसके लिए अनशन करने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन मंदिर समिती और उत्तराखंड सरकार ने सोने के जड़वाने की अनुमति दे दी।
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