दिल्ली में सोना चमका
वायदा अनुबंध - Forward contract
वित्त में, एक फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट दो पार्टियों के बीच एक गैर-मानकीकृत अनुबंध है जो एक निश्चित भविष्य में एक संपत्ति खरीदने या वायदा अनुबंध बेचने के लिए आज एक मूल्य पर आधारित है, जिससे इसे एक प्रकार का व्युत्पन्न साधन बना दिया जाता है। भविष्य में अंतर्निहित संपत्ति खरीदने के लिए सहमत पार्टी एक लंबी स्थिति मानती है, और भविष्य में संपत्ति बेचने के लिए सहमत पार्टी एक छोटी स्थिति मानती है। जिस पर सहमति हुई है उसे डिलीवरी मूल्य कहा जाता है, जो कि अनुबंध के प्रवेश के समय आगे की कीमत के बराबर होता है।
अंतर्निहित साधन की कीमत, जो भी रूप में, उपकरण परिवर्तनों के नियंत्रण से पहले भुगतान की जाती है। यह खरीद / बिक्री आदेशों के कई रूपों में से एक है
जहां व्यापार का समय और तिथि वैल्यू तिथि के समान नहीं है जहां प्रतिभूतियों का आदान-प्रदान किया जाता है। आगे, अन्य व्युत्पन्न प्रतिभूतियों की तरह, अटकलों के साधन के रूप में जोखिम (आमतौर पर मुद्रा या विनिमय दर जोखिम) को संभालने के लिए उपयोग किया जा सकता है, या पार्टी को अंतर्निहित साधन की गुणवत्ता का लाभ उठाने की अनुमति देने के लिए समय-संवेदी होता है।
सेबी का आदेश : पांच जिंसों में एक साल तक वायदा कारोबार पर रोक, महंगाई थामने के लिए पहली बार उठाया कदम
खाद्य महंगाई के बढ़ते दबाव से निपटने के लिए सरकार ने वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है। बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को बताया कि पाम, मूंग, गेहू सहित पांच कमोडिटी के वायदा कारोबार को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नोटिफिकेशन के मुताबिक, 2003 में इन खाद्य उत्पादों में वायदा कारोबार शुरू किए जाने के बाद पहली बार इस पर रोक लगाई है।
इसका मकसद खुदरा बाजार में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाना है। आदेश के तहत धान (गैर बासमती), गेहूं, सोयाबीन और इसके डेरिवेटिव, कच्चे पाम तेल व मूंग का वायदा कारोबार एक साल तक प्रतिबंधित रहेगा। नए फैसले के बाद वायदा कारोबार से बाहर रहने वाले कुल नौ उत्पाद हो जाएंगे।
विस्तार
खाद्य महंगाई के बढ़ते दबाव वायदा अनुबंध से निपटने के लिए सरकार ने वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है। बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को बताया कि पाम, मूंग, गेहू सहित पांच कमोडिटी के वायदा कारोबार को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नोटिफिकेशन के मुताबिक, 2003 में इन खाद्य उत्पादों में वायदा कारोबार शुरू किए जाने के बाद पहली बार इस पर रोक लगाई है।
इसका मकसद खुदरा बाजार में खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाना है। आदेश के वायदा अनुबंध तहत धान (गैर बासमती), गेहूं, सोयाबीन और इसके डेरिवेटिव, कच्चे पाम तेल व मूंग का वायदा कारोबार एक साल तक प्रतिबंधित रहेगा। नए फैसले के बाद वायदा कारोबार से बाहर रहने वाले कुल नौ उत्पाद हो जाएंगे।
साल की शुरुआत में भी सरकार ने चना और सरसों के बीच में वायदा कारोबार पर रोक लगा दी थी। फैसले के बाद नेशनल कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज ने कहा कि अगले आदेश तक इन वायदा अनुबंध जिंसों में कोई भी नया अनुबंध जारी नहीं किया जाएगा। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर भी कारोबार प्रतिबंधित रहेगा।
चांदी और सोने ने बनाया नया हाई, इस स्तर पर पहली बार पहुंचे भाव
घरेलू वायदा बाजार (Commodity market) में शुक्रवार को दो नए रिकॉर्ड बने. चांदी का भाव (Silver price today) रिकॉर्ड 77,949 रुपये प्रति किलो पर चला गया. जबकि सोने (Gold price today) ने भी 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम की रिकॉर्ड उंचाई को छुआ. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी में तेजी के कारण वायदा अनुबंध भारतीय बाजार में महंगी धातुएं लगातार नई ऊंचाई छू रही हैं. हालांकि ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली का भी दबाव है.
Gold Price May 4: फिर गिरी सोने की कीमतें, वायदा बाजार में ये है आज का भाव
नई दिल्ली । Gold Price today । सोने की कीमतों में मंगलवार को फिर गिरावट दर्ज की गई। सुबह कारोबार के दौरान Multi commodity Exchange पर 10 ग्राम सोने का भाव 70 रुपए घटकर 47248 रुपए चल रहा था। साथ ही चांदी के भाव में 27 रुपए की बढ़त देखी गई, जिसके बाद चांदी 69,898 रुपए प्रति किलो के लेवल पर पहुंच गई है।
MCX पर सोने चांदी के भाव का ये रहा ट्रेंड
एक दिन पहले सोमवार को मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे स्थानीय वायदा बाजार में Gold rate 424 रुपए की तेजी के साथ 47,161 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में जून महीने की डिलिवरी के लिए सोने का भाव 424 रुपए यानि 0.91 प्रतिशत की तेजी के साथ 47,161 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 10,558 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
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