Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता

Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता

बैंकों में खाता खुलवाने के तरीके तो लगभग सभी जानते हैं लेकिन म्‍यूचुअल फंडों के फायदे जानने के बावजूद लोग इसमें सिर्फ इसलिए निवेश नहीं कर पाते क्‍योंकि उन्‍हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्रक्रिया क्‍या है। आज, हम आपको बताएंगे कि म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की प्रक्रिया कितनी सरल है।

Edited by: Manish Mishra डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं
Updated on: May 13, 2018 14:08 IST

Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता- India TV Hindi

Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता

नई दिल्‍ली। चाहे आप किसी भी जानकार से मिलें, वे आपको यही सलाह देंगे कि निवेश से सबसे अधिक लाभ कमाने का बेहतरीन विकल्‍प म्‍यूचुअल फंड है। आप बैंकों के बचत खाते या फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट या लाइफ इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स में निवेश की तुलना में म्‍यूचुअल फंडों से कहीं अधिक रिटर्न पा सकते हैं। हां, किस फंड में निवेश किया जाए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और आप अधिक रिटर्न पाने के लिए किस स्‍तर तक का रिस्‍क उठा सकते हैं।

बैंकों में खाता खुलवाने के तरीके तो लगभग सभी जानते हैं लेकिन म्‍यूचुअल फंडों के फायदे जानने के बावजूद लोग इसमें सिर्फ इसलिए निवेश नहीं कर पाते क्‍योंकि उन्‍हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्रक्रिया क्‍या है। आज, हम आपको डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं बताएंगे कि म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की प्रक्रिया कितनी सरल है।

फंडों में निवेश की शुरुआत के लिए आवश्‍यक दस्‍तावेज

बैंकों में खाता खुलवाने की तरह ही म्‍यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करने के लिए कुछ दस्‍तावेजों की जरूरत होती है। इसके लिए आपके पास पैन, एक बैंक खाता और अपने ग्राहक को जानें (KYC) प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। बैंक खाता निवेशक के नाम का होना चाहिए। इसके अलावा चेक पर लिखे MICR (मैग्‍नेटिक इंक कैरेक्‍टर रिकॉग्निशन) और IFSC जैसी जानकारियों की जरूरत भी होती है।

ऐसे करें KYC प्रक्रिया पूरी

KYC के लिए आपको पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड या आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस और पते के प्रमाण के तौर पर पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस या राशन कार्ड या घर का लीज या सेल एग्रीमेंट या बैंक खाते का स्‍टेटमेंट (पता सहित) या पासबुक या हालिया टेलीफोन या बिजली का बिल चाहिए। ये दस्‍तावेज तीन महीने से अधिक पुराने डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं नहीं होने चाहिए। इन दस्‍तावेजों का सेल्‍फ अटेस्‍टेशन करें और KYC फॉर्म के साथ ओरिजिनल डॉक्‍यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए दें।

अगर आपने KYC दस्‍तावेज जमा करवा दिए हैं तो अपने पैन नंबर के जरिए निम्‍नलिखित वेबसाइट्स पर उसकी स्थिति देख सकते हैं-

ऐसे करें म्‍यूचुअल फंडों में निवेश

पहली जनवरी 2013 से सभी म्‍यूचुअल फंड कंपनियों ने अपने मौजूदा फंडों का डायरेक्‍ट प्‍लान लॉन्‍च कर दिया है। यह प्‍लान उन निवेशकों के लिए है जो किसी डिस्ट्रिब्‍यूटर या एजेंट के बिना म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं। अगर आपकी KYC हो चुकी है तो आप किसी भी म्‍यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंदीदा फंड में निवेश कर सकते हैं। डायरेक्‍ट प्‍लान का एक्‍सपेंस रेशियो कम होता है। बता दें कि निवेश की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आपको एक बार म्‍यूचुअल फंड कंपनी के ऑफिस जाना होगा।

मध्‍यस्‍थों के जरिए निवेश

अगर आप खुद डायरेक्‍ट प्‍लान के जरिए म्‍यूचुअल फंडों में निवेश नहीं कर सकते हैं तो फिर विभिन्‍न इंटरमीडियरीज की सहायता ले सकते हैं। इनमें ज्‍यादातर बैंक, डिस्ट्रिब्‍यूटर कंपनियां, स्‍टॉक ब्रोकर्स और एजेंट्स शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे इंटरमीडियरी आपको निवेश के लिए जरूरी म्‍यूचुअल फंड का आवदेन पत्र उपलब्‍ध कराने से लेकर फॉर्म भरवाना और आवश्‍यक दस्‍तावेजों के साथ उसे जमा करवाने तक का काम करते हैं। हालांकि, ऐसे एजेंट्स या इंटरमीडियरी अपनी सेवाओं के लिए आपसे शुल्‍क लेते हैं।

ऑनलाइन पोर्टल्‍स के जरिए फंडों में निवेश

कई ऐसे ऑनलाइन पोर्टल हैं जो आपके पसंदीदा म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने की सुविधा उपलब्‍ध कराते हैं। ऐसे पोर्टल्‍स का बैंकों के साथ भी समझौता होता है ताकि निवेश के समय फंड ट्रांसफर में आसानी हो। इसके लिए आप fundsindia.com जैसी वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं।

डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए फंडों में निवेश

अगर आपके पास डीमैट अकाउंट हैं तो आप बिना किसी झंझट के इसके जरिए म्‍यूचुअल फंडों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं।

डीमैट अकाउंट demat account का क्या मतलब होता है?

आज हम बात करेंगे डीमेट अकाउंट demat account होता क्या है,डिमैट अकाउंट demat account हम कैसे खोल सकते हैं. डिमैट अकाउंट demat account खोलने के क्या फायदे हो सकते हैं इसके बारे में हम विस्तारपूर्वक जानेंगे। आपको बता दें कि आप लोगों ने इसके बारे में एक नेट पर बहुत से पोस्ट पढ़े होंगे। पर कोई भी वेबसाइट आपको हिंदी में जानकारी नहीं बताएगी लेकिन डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं हम आपको इसके बारे में हिंदी में अच्छे से समझाएंगे।

डिमैट अकाउंट demat account के जरिए ही लोग शेयर बाजार में शेयर खरीदे और बेच सकते हैं। इस अकाउंट को खुलवाने के डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं लिए आपके पास पैन कार्ड का होना जरूरी है बिना पैन कार्ड के आप डीमेट अकाउंट demat account नहीं खोल सकते। कुछ साल पहले जब भी आप किसी कंपनी के शेयर खरीदे थे. तो कंपनी आपको उनसे जुड़े कुछ कागज भेजती थी वह कागज इस बात का सबूत होते थे कि आपने उस कंपनी में निवेश किया है, और उस कंपनी में शेयर खरीद रखे हैं पर डिमैट अकाउंट के आने के बाद सब बदल गया है ,इसके बारे में चलिए आपको बताते हैं.

डीमैट अकाउंट क्या है

आपको बता दें कि डिमैट अकाउंट Demat account में लोगों द्वारा शेयर खरीदने और बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जिस प्रकार हम अपने पैसे बैंक अकाउंट में रखते हैं उसी प्रकार से लोग डिमैट Demat account खाते में अपने शेयर रखते हैं. जब भी हम अपने बैंक खाते से पैसा निकालते हैं, तो वह हमें भौतिक रूप में मिलता है, लेकिन जब तक यह बैंक में है, वह डिजिटल मुद्रा डिजिटल मुद्रा है। जब भी हम डेबिट कार्ड debit card से कहीं पर पेमेंट करते हैं, तो किया भी डिजिटल पेमेंट digital payment यानी कि इलेक्ट्रॉनिक Money Transfer का एक रूप होती है. इसी तरह जब हमारे पास डिमैट अकाउंट Demat account में शेयर होते हैं तो हम उनको किसी दूसरे व्यक्ति के लिए Demat account में digitally ट्रान्सफर कर सकते हैं .

आसान शब्दों में बात की जाए तो शेयरों को Digitally यानी कि इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखने की सुविधा को डिमैट कहते हैं. डीमैट का पूरा नाम “डिमैटरियलाइज़” सिक्योरिटी है यानी शेयरों को भौतिक रूप से बदलने की प्रक्रिया को डीमैटरियलाइज़ेशन कहा जाता है।

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पुराने समय में जब भी कोई शेयर खरीदा थे। तो कंपनी आपको उस शेयर से जुड़े सारे दस्तावेज भेज दी थी वह इस बात का सबूत होते कि थे कि आपने शेयर में निवेश किया है, लेकिन जब भी आप उस शेयर को बेचते थे, तो पहले और दस्तावेज कंपनी के कार्यालय में जाते थे, वहां कंपनी देखती थी कि जब आप शेयर बेचते थे तो उसकी कीमत क्या थी, और उसके अनुसार आपको पैसे मिलते थे, इस प्रक्रिया में लंबा समय लगता था समय। यह जटिल होने के साथ-साथ खराब भी था, इसलिए ज्यादातर लोग शेयरों में निवेश करने से बचते रहे।

अपने जैसे ही शेयर खरीदा होगा कुछ ही समय के बाद आपके अकाउंट में आ जाएगा, और आप अगर कोई शेयर बेचते हैं, तो उसका पैसा उसी समय आपके अकाउंट में दे दिया जाएगा। आजकल तो शेयर खरीदने या बेचने के लिए कंप्यूटर की भी आवश्यकता नहीं पड़ती .

डीमैट खातों तक पहुंचने के लिए आपको एक पासवर्ड की आवश्यकता होती है और transaction के लिए आपको transaction password दर्ज करना होता है।

Documents जिनकी जरुरत होती हैं : –

Pan Card / Pan Card

Aadhar Card / Aadhar Card

2 passport size photographs

Canceled Check / Savings Bank Account Passbook

Demat Account खोलने में कितने रुपये लगते है?

अगर आप सोच रहे हैं कि डीमेट अकाउंट demat account को खोलने में आपको ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे तो आप गलत सोच रहे हैं आपको एक डिमैट अकाउंट खोलने में आप300 से 700 ₹ आसानी से demat account खोल सकते हैं, और आप शेयरों में निवेश शुरू कर सकते हैं।demat account अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको वैसे तो मात्र ₹300 या उससे कुछ ज्यादा रुपए खर्च करने पड़ते हैं पर डीमेट अकाउंट को चलाने के लिए डीपी आपसे कई तरह की फीस लेती है, हर चीज के लिए अलग फीस होती है.यह फिर अलग-अलग कंपनी डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं में अलग-अलग हो सकती है.

आपको बता दें कि इसमें सबसे पहले जो फीस ली जाती है वह होती है अकाउंट ओपनिंग फीस opening fee इसके बाद अकाउंट को मैनेज करने के लिए जो फीस ली जाती है वह होती है एनुअल मैनेजमेंट annual management फीस या फिर कंपनी शुरुआत में ही ले लेती है और साल भर खाते को मैनेज करके फिर डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं उसे रखा जाता है.

Transaction fees: इसका मतलब है जब भी कोई शेयर कर दो डिमैट अकाउंट में आदान-प्रदान किया जाता है तो उसके लिए कंपनी एक अलग से शुल्क चार्ज करती है वह शुल्क शेयर के नंबर और उनकी कीमत के अनुसार हो सकता है अगर आप बाजार में नए-नए हैं तो आपको यह सलाह दी जाएगी कि आप निवेश करने से पहले किसी ब्रोकर से अवश्य सहायता ले।

डीमैट खाता कौन खोलेगा

आपको बता दें कि यदि आप भारत में डीमेट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो भारत में 2 संस्थाएं कार्य करती हैं पहली NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी CDSL (central securities depository limited). इनके करीबन 500 से अधिक एजेंट है, जिनको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंटdepository participants कहा जाता है. इनका काम खाता खुलवाना होता है और इन्हें आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. ऐसा जरूरी नहीं है कि डीपी कोई बैंक ही हो और सिर्फ वही डिमांड अकाउंट खोल सकती है इसके अलावा कोई भी कई संस्थाएं हैं जो कि डिमैट अकाउंट खोल सकती है इनमें से कुछ मुख्य संस्थाएं जैसे कि sharekhan,india infoline आदि है.

आप इनके दफ्तर जाकर भी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं या फिर आप अपने घर बैठे ही डिमैट अकाउंट ऑनलाइन इन ट्रेंड की मदद से खोल सकते हैं यह क्रिया बहुत ही सरल है और इसको खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड का होना बहुत ही जरूरी है.

Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता

बैंकों में खाता खुलवाने के तरीके तो लगभग सभी जानते हैं लेकिन म्‍यूचुअल फंडों के फायदे जानने के बावजूद लोग इसमें सिर्फ इसलिए निवेश नहीं कर पाते क्‍योंकि उन्‍हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्रक्रिया क्‍या है। आज, हम आपको बताएंगे कि म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की प्रक्रिया कितनी सरल है।

Edited by: Manish Mishra
Updated on: May 13, 2018 14:08 IST

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Step by Step Guide : ये है म्‍यूचुअल फंडों में निवेश शुरू करने का आसान तरीका, जानिए कैसे खुलता है खाता

नई दिल्‍ली। चाहे आप किसी भी जानकार से मिलें, वे आपको यही सलाह देंगे कि निवेश से सबसे अधिक लाभ कमाने का बेहतरीन विकल्‍प म्‍यूचुअल फंड है। आप बैंकों के बचत खाते या फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट या लाइफ इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट्स में निवेश की तुलना में म्‍यूचुअल फंडों से कहीं अधिक रिटर्न पा सकते हैं। हां, किस फंड में निवेश किया जाए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और आप अधिक रिटर्न पाने के लिए किस स्‍तर तक का रिस्‍क उठा सकते हैं।

बैंकों में खाता खुलवाने के तरीके तो लगभग सभी जानते हैं लेकिन म्‍यूचुअल फंडों के फायदे जानने के बावजूद लोग इसमें सिर्फ इसलिए निवेश नहीं कर पाते क्‍योंकि उन्‍हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्रक्रिया क्‍या है। आज, हम आपको बताएंगे कि म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की प्रक्रिया कितनी सरल है।

फंडों में निवेश की शुरुआत के लिए आवश्‍यक दस्‍तावेज

बैंकों में खाता खुलवाने की तरह ही म्‍यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करने के लिए कुछ दस्‍तावेजों की जरूरत होती है। इसके लिए आपके पास पैन, एक बैंक खाता और अपने ग्राहक को जानें (KYC) प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। बैंक खाता निवेशक के नाम का होना चाहिए। इसके अलावा चेक पर लिखे MICR (मैग्‍नेटिक इंक कैरेक्‍टर रिकॉग्निशन) और IFSC जैसी जानकारियों की जरूरत भी होती है।

ऐसे करें KYC प्रक्रिया पूरी

KYC के लिए आपको पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड या आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस और पते के प्रमाण के तौर पर पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस या राशन कार्ड या घर का लीज या सेल एग्रीमेंट या बैंक खाते का स्‍टेटमेंट (पता सहित) या पासबुक या हालिया टेलीफोन या बिजली का बिल चाहिए। ये दस्‍तावेज तीन महीने से अधिक पुराने नहीं होने चाहिए। इन दस्‍तावेजों का सेल्‍फ अटेस्‍टेशन करें और KYC फॉर्म के साथ डीमैट अकाउंट कहाँ खुलवाएं ओरिजिनल डॉक्‍यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए दें।

अगर आपने KYC दस्‍तावेज जमा करवा दिए हैं तो अपने पैन नंबर के जरिए निम्‍नलिखित वेबसाइट्स पर उसकी स्थिति देख सकते हैं-

ऐसे करें म्‍यूचुअल फंडों में निवेश

पहली जनवरी 2013 से सभी म्‍यूचुअल फंड कंपनियों ने अपने मौजूदा फंडों का डायरेक्‍ट प्‍लान लॉन्‍च कर दिया है। यह प्‍लान उन निवेशकों के लिए है जो किसी डिस्ट्रिब्‍यूटर या एजेंट के बिना म्‍यूचुअल फंडों में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं। अगर आपकी KYC हो चुकी है तो आप किसी भी म्‍यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंदीदा फंड में निवेश कर सकते हैं। डायरेक्‍ट प्‍लान का एक्‍सपेंस रेशियो कम होता है। बता दें कि निवेश की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आपको एक बार म्‍यूचुअल फंड कंपनी के ऑफिस जाना होगा।

मध्‍यस्‍थों के जरिए निवेश

अगर आप खुद डायरेक्‍ट प्‍लान के जरिए म्‍यूचुअल फंडों में निवेश नहीं कर सकते हैं तो फिर विभिन्‍न इंटरमीडियरीज की सहायता ले सकते हैं। इनमें ज्‍यादातर बैंक, डिस्ट्रिब्‍यूटर कंपनियां, स्‍टॉक ब्रोकर्स और एजेंट्स शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे इंटरमीडियरी आपको निवेश के लिए जरूरी म्‍यूचुअल फंड का आवदेन पत्र उपलब्‍ध कराने से लेकर फॉर्म भरवाना और आवश्‍यक दस्‍तावेजों के साथ उसे जमा करवाने तक का काम करते हैं। हालांकि, ऐसे एजेंट्स या इंटरमीडियरी अपनी सेवाओं के लिए आपसे शुल्‍क लेते हैं।

ऑनलाइन पोर्टल्‍स के जरिए फंडों में निवेश

कई ऐसे ऑनलाइन पोर्टल हैं जो आपके पसंदीदा म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने की सुविधा उपलब्‍ध कराते हैं। ऐसे पोर्टल्‍स का बैंकों के साथ भी समझौता होता है ताकि निवेश के समय फंड ट्रांसफर में आसानी हो। इसके लिए आप fundsindia.com जैसी वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं।

डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए फंडों में निवेश

अगर आपके पास डीमैट अकाउंट हैं तो आप बिना किसी झंझट के इसके जरिए म्‍यूचुअल फंडों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं।

शेयरों से कमाई को धड़ाधड़ खुल रहे डीमैट अकाउंट, आपको खुलवाना है? ऐसे खुलवाएं

लॉकडाउन में घर बैठे-बैठे लोग कमाई के जरिया तलाश रहे हैं। कई लोग शेयर बाजार में निवेश कर कमाई कर रहे हैं। शेयरों में निवेश में लोग कितनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि बीते दो महीनों में करीब 12 लाख डीमैट अकाउंट खुले हैं। अप्रैल का पूरा महीना लॉक्ड था और अब 31 मई तक लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।

know how to open demat account for trading in shares amid lockdown

शेयरों से कमाई को धड़ाधड़ खुल रहे डीमैट अकाउंट, आपको खुलवाना है? ऐसे खुलवाएं

ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं Demat अकाउंट

-demat-

शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए डीमैट खाते की जरूरत होती है। इसे एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, ऐक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं।

कैसे खुलता है डीमैट खाता?

निवेशक को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनें। CSDL(सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड ) और NSDL( नैशनल सिक्यॉरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड), दोनों के पास DPs की लिस्ट होती है। DP की वेबसाइट पर जाकर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरें और KYC करवाएं। इसके लिए आपको पहचान प्रमाण, अड्रेस प्रूफ आदि की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद होगा इन-पर्सन वेरिफिकेशन। इसके लिए संभव है कि आपका DP आपको अपनेपास के सर्विस प्रवाइडर ऑफिस बुलाएं, लेकिन इन दिनों IPV स्मार्टफोन और वेब कैम के जरिए ऑनलाइन ही ज्यादा किए जा रहे हैं। इसके बाद DP के साथ टर्म ऑफ अग्रीमेंट पर साइन करने होते हैं।

क्लाइंट आईडी

जैसे ही आपका आवेदन प्रॉसेस हो जाएग, आपको एक डीमैट नंबर और क्लाइंट आईडी दी जाएगी। आपको 16 डिजिट की क्लाइंट आईडी मिलेगी, जिसमें पहले 8 डिजिट डिपॉजिटरी को रिप्रजेंट करेंगे और बाकी 8 यूनीक होंगे। आप जीरो शेयरों के साथ भी खाता खोल सकते हैं और इसमें मिनिमम बैलंस की भी जरूरत नहीं।

. लेकिन काफी नहीं है डीमैट खाता

शेयरों में डायरेक्ट निवेश के लिए आपके पास तीन तरह के खाते होने जरूरी हैं। बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता शामिल। ट्रेडिंग अकाउंच के बिना डीमैट खाता अधूरा है। डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, IPO, म्यूचुअल फंड और गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DPs) करते हैं।

कैसे ट्रांसफर होती है रकम?

-डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है।

-सबसे पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है।

-ट्रेडिंग अकाउंट की एक आईडी होती है, इस
अकाउंट के जरिए शेयरों को खरीदा-बेचा जा सकता है।

-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखाई देता है।

ब्रोकरेज हाउस की फीस जरूर देखें

डीमैट खाते से जुड़ी तमाम तरह की फीस के बारे में जानकारी जरूर रखें। इसके साथ कई चार्ज जुड़े होते हैं। मसलन आपको इस खाते की ऐनुअल मेन्टिनेंस फईस के तौर पर कुछ अमाउंट देना होता है और जैसे ही डीमैट खाता ऐक्टिव होता है ट्रांजैक्शन फीस देनी होती है। अगर साल के बीच में यह खाता बंद हो जाता है तो मेन्टिंनेंस फीस क्वॉर्टर के आधआर पर प्रपोर्शनेटली ली जाती है। बहरहाल DP अकाउंट बंद करने या एक से दूसरे DP को होल्डिंग्स ट्रांसफर करने पर भी कोई चार्ज नहीं लगता।

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काम की बात: अब 30 जून तक करा सकेंगे डिमैट अकाउंट की KYC, पहले 31 मार्च थी आखिरी तारीख

नहीं कराने पर डिएक्टिवेट हो जाएगा अकाउंट
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने नया ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खुलवाने के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। इसके अनुसार अगर आपका डीमैट अकाउंट है तो आपको 30 जून 2022 तक उसकी KYC करनी होगी। अगर KYC नहीं होती है तो डीमैट अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा।

इससे आप स्टॉक मार्केट में ट्रेड नहीं कर पाएंगे। अगर कोई व्‍यक्ति किसी कंपनी का शेयर खरीद भी लेता है तो ये शेयर्स अकाउंट तक ट्रांसफर नहीं हो सकेंगे। KYC पूरा होने और वैरिफाई होने के बाद ही यह पूरा हो सकेगा।

चाहिए होंगी ये 6 जानकारियां
हर डिमैट अकाउंट को छह जानकारियों के साथ केवाईसी करना जरुरी है। लेकिन सभी डीमैट खातों को अभी तक छह KYC मानदंडों के साथ अपडेट नहीं किया गया है। एक डीमैट, ट्रेडिंग खाता धारक को इन छह KYC विशेषताओं को अपडेट करना जरुरी है।

जिसमें नाम, पता, पैन, मोबाइल नंबर, वैध ईमेल आईडी, आय सीमा शामिल है। 1 जून, 2021 से खोले गए नए डिमैट खातों के लिए सभी 6-केवाईसी विशेषताएं अनिवार्य कर दी गई हैं।

आधार-पैन लिंक नहीं होने पर अब लगेगी पेनाल्टी
पैन को आधार से लिंक करने पर अब पेनाल्टी लगेगी। यह 30 जून 2022 तक 500 रुपए रहेगी। इसके बाद 1000 रुपए पेनाल्टी देनी होगी। 31 मार्च 2023 के बाद भी लिंक न करवाने पर पैन नंबर निष्क्रिय हो जाएगा।

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