अब दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड
तीनों नगर निगमों के एक होने पर अब दिल्ली में 250 वार्ड हो गए हैं। पहले पूर्वी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कुल 272 वार्ड थे। ताजा परिसीमन में 22 वार्ड घटाए गए हैं। चुनाव आयोग ने अक्टूबर में 250 वार्ड की लिस्ट जारी की है, जिसमें 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। 50 प्रतिशत सीटों पर महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगी। एमसीडी के सभी जोन के सहायक आयुक्त जोन में चुनाव के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त हो चुके हैं।
क्या हवा और जानवरों से भी कोरोना संक्रमण फैलता है? सरकार ने दिया ये जवाब
सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा कि तीसरी लहर को नकारा नहीं जा सकता है, लेकिन यह स्पष्ट फैलता है और आयोग नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी. हमें तैयार रहना चाहिए.
By: ABP News Bureau | Updated at : 05 May 2021 07:15 PM (IST)
कोरोना टेस्टिंग किट (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: कोरोना का कहर जारी है. इस बीच केंद्र सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर जरूर आएगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगी और किस स्तर की होगी. हमें तैयार रहना चाहिए.
विजय राघवन ने कहा कि इतनी भीषण और लंबी कोविड लहर, जिसका हम सामना कर रहे हैं, के बारे में पूर्वानुमान नहीं लगाया था.
साथ फैलता है और आयोग ही उन्होंने कहा हवा से कोरोना नहीं फैलता है. वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि यह बीमारी जानवरों से नहीं फैल रही है. यह इंसानों से इंसानों के बीच का ट्रांसमिशन है.
वीके पॉल ने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित होकर घर में क्वॉरंटीन में रह रहे लोगों और परिवारों को टेलीफोन पर परामर्श देने के लिए आगे आएं. डॉ पॉल ने कहा, “बदलते वायरस की प्रतिक्रिया समान रहती है. हमें कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाने की जरूरत है, जैसे मास्क लगाना, दूरी बनाना, स्वच्छता, गैर जरूरी मुलाकातें नहीं करना और घर में ही रहना.”
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देश में एक दिन में कोरोना वायरस से रिकॉर्ड 3,780 लोगों की मौत के बाद इस बीमारी से जान गंवाने फैलता है और आयोग वालों की संख्या 2,26,188 हो गई है. जबकि एक दिन में संक्रमण के 3,82,315 नये मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन नये मामलों के बाद कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 2,06,65,फैलता है और आयोग 148 हो गए हैं.
लगातार बढ़ते मामलों के बाद देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 34,87,229 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे के दौरान सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों फैलता है और आयोग में से 71 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत 10 राज्यों से आए हैं.
Published at : 05 May 2021 06:14 PM (IST) Tags: Covid-19 Coronavirus NITI Aayog Dr. VK Paul animal हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
प्रकोष्ठ की सफलता की कहानियां तथा उपलब्धियां
राष्ट्रीय महिला आयोग को अनिवासी भारतीय पतियों फैलता है और आयोग द्वारा परित्यक्त भारतीय महिला की ‘दुर्दशा’ विषय पर महिला सशक्तिकरण संबंधी संसदीय समिति(14वीं लोकसभा) की अनुशंसा के आधार पर प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय के 28 अप्रैल 2009 के आदेश के तहत भारत सरकार द्वारा अनिवासी भारतीय विवाहों से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर समन्वयकर्ता एजेंसी के रूप में नामित किया गया था जिस पर 7 जुलाई, 2008 को आयोजित अंतर मंत्रालयी समिति की बैठक में चर्चा तथा विचार-विमर्श किया गया ।
इसकी सहायता में, अनिवासी भारतीय प्रकोष्ठ का 24 सितम्बर, 2009 को औपचारिक रूप से उद्घाटन किया गया । अनिवासी भारतीय प्रकोष्ठ क्रास कंट्री विवाहों के कारण भारत तथा विेदेश से प्राप्त होने वाली शिकायतों का निपटारा करता है, जिनमें महिलाओं के अधिकारों की कोई वंचना हो अथवा महिलाओं के साथ अत्यधिक अन्याय का कोई मुद्दा शामिल हो । इस प्रकोष्ठ के प्रारंभन से लगभग 330 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
अनिवासी भारतीय प्रकोष्ठ की प्रासंगिकता और उपलब्धियों के मुख्य बिंदु हैं :-
आयोग का मतलब और राशि - Ayog meaning aur rashi in hindi
मंगल ग्रह मेष राशि का स्वामी माना जाता है। मेष राशि का आराध्य देव भगवान श्री गणेश को माना जाता है। आयोग नाम के लड़के सर्दी का मौसम खत्म होने के बाद जन्म लेते हैं। आयोग नाम के लड़कों में सिरदर्द, बुखार, पायरिया, चोट लगने की संभावनाएं, गुस्सैल प्रवृत्ति आदि देखने को मिलती है। मेष राशि के आयोग नाम के लड़कों में चेहरे की फैलता है और आयोग फैलता है और आयोग हड्डियों, मस्तिष्क, पीयूष ग्रंथि (पिट्युटरी ग्लैंड) और जबड़े से सम्बंधित बीमारियां होने का खतरा रहता है। आयोग नाम के लड़के अकसर फैलता है और आयोग खाने पीने में अनियमितता बरतते हैं और पाचन तंत्र के गड़बड़ी का शिकार हो जाते हैं। आयोग नाम के लड़कों में अग्नि तत्व का प्रभाव अधिक होने के कारण ये दिनभर ऊर्जावान रहते हैं और अधिक समय तक काम कर सकते हैं।
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आयोग नाम का मतलब - Ayog ka arth
अगर आप अपने बच्चे का नाम आयोग रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। आपको बता दें कि आयोग का मतलब संस्था होता है। आयोग नाम का खास महत्व है क्योंकि इसका मतलब संस्था है जिसे काफी अच्छा माना जाता है। आयोग नाम रखने से पहले इसका अर्थ जानना जरूरी होता है। जैसे कि आयोग नाम का मतलब संस्था होता है और इस अर्थ का प्रभाव आयोग नाम के व्यक्ति के स्वभाव में भी दिखने लगता है। जैसा कि हमने बताया कि आयोग का अर्थ संस्था होता है और इस अर्थ का प्रभाव आप आयोग नाम के व्यक्ति के व्यव्हार में भी देख सकते हैं। आयोग नाम के अर्थ यानी संस्था का असर आप इनके स्वभाव में साफ़ देख सकते हैं। आगे पढ़ें आयोग नाम की राशि, इसका लकी नंबर क्या है, आयोग नाम के संस्था मतलब के बारे में विस्तार से जानें।
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आयोग नाम का शुभ अंक - Ayog naam ka lucky number
जिनका नाम आयोग होता है, उनका ग्रह स्वामी मंगल और लकी नंबर 9 होता है। जिन लोगों का शुभ अंक 9 है, वे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। किसी भी काम की शुरुआत के पहले भले ही कई अड़चनें आएंं लेकिन आयोग नाम के लोग अपने जुनून से सफलता हासिल जरूर करते हैं। 9 अंक वाले लोगों के मन में भय नहीं होता, जो कई बार इनकी परेशानी का कारण बन जाता है। इनमें नेतृत्व करने का गुण होता है फैलता है और आयोग और आयोग नाम के व्यक्ति अच्छे नेता बन सकते हैं। इन लोगों को दोस्ती ही नहीं, दुश्मनी भी अच्छी तरह निभानी आती है।
MCD क्या है? ये करती क्या है? इसके लिए क्यों होता है महायुद्ध, एमसीडी चुनाव की ABCD जानिए
Delhi MCD Election फैलता है और आयोग 2022: दिल्ली नगर निगम के कुल 250 वार्डों में 4 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। एमसीडी चुनाव 2022 के परिणाम 7 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
एमसीडी चुनाव 2022 में 250 वार्डों पर मतदान
हाइलाइट्स
- दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव 2022 का कार्यक्रम घोषित
- 250 वार्डों में 4 दिसंबर को मतदान, 7 को आएंगे चुनाव परिणाम
- 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व, इनमें 21 महिलाओं की
- दिल्ली में तीन निगमों के एकीकरण के बाद पहली बार हो चुनाव
चुनाव आयोग के अनुसार, MCD के 250 वार्डों में से 42 अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित होंगे। इन 42 में से आधे यानी 21 वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व होंगे। बाकी बचे वार्ड्स में से 104 को महिलाओं के लिए रिजर्व रखा गया है।
दिल्ली में कितने नगर निकाय हैं?
राष्ट्रीय राजधानी के क्षेत्र की देखरेख का जिम्मा तीन अलग-अलग निकायों पर है। एमसीडी के दायरे में दिल्ली का पूरा इलाका नहीं आता। नई दिल्ली जहां प्रमुख सरकारी इमारतें, दफ्तर, आवासीय परिसर और दूतावास/उच्चायोग हैं, वह नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) फैलता है और आयोग के तहत आता है। नगरपालिका परिषद पूरी तरह से केंद्र के मातहत है। परिषद के लिए चुनाव नहीं होते। इसके सदस्यों को केंद्र नामित करता है, राज्य सरकार के साथ चर्चा करके। NDMC के बोर्ड में कुछ विधायकों को भी शामिल किया जाता रहा है।
दिल्ली कैंटोनमेंट एरिया की देखरेख का जिम्मा दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड (DCB) का है। सेना का स्टेशन कमांडर ही DCB का पदेन अध्यक्ष होता है। डिफेंस एस्टेट्स सर्विस कैडर के एक अधिकारी को CEO नियुक्त किया जाता है। इसके बोर्ड में 8 सदस्य होते हैं।
दिल्ली नगर निगम: पहले तीन थे, अब एक
अब बात दिल्ली नगर निगम की। पहले दिल्ली में एक ही नगर निगम था, लेकिन 2011 में इसे तीन भागों में बांटकर दक्षिण, पूर्वी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम का गठन किया गया। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सरकार का तर्क था कि दिल्ली काफी फैल चुकी है। ऐसे में एक ही नगर निगम की बजाय अगर उसे विभाजित कर दिया जाए तो स्थानीय स्तर पर बेहतर कामकाज होगा।
हालांकि विभाजन के बाद पूर्वी और उत्तरी दिल्ली नगर निगमों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा, क्योंकि इन क्षेत्रों में नगर निगमों की होने वाली आमदनी और खर्चों के बीच संतुलन नहीं था। एक को छोड़कर बाकी दोनों नगर निगम वित्तीय रूप से इतने कमजोर हो गए कि इनके कर्मचारियों को वेतन और रिटायरमेंट पर दी जाने वाली राशि देना भी मुश्किल हो गया।
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अब दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड
तीनों नगर निगमों के एक होने पर अब दिल्ली में 250 वार्ड हो गए हैं। पहले पूर्वी दिल्ली नगर निगम, दक्षिणी दिल्ली निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कुल 272 वार्ड थे। ताजा परिसीमन में 22 वार्ड घटाए गए हैं। चुनाव आयोग ने अक्टूबर में 250 वार्ड की लिस्ट जारी की है, जिसमें 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। 50 प्रतिशत सीटों पर महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगी। एमसीडी के सभी जोन के सहायक आयुक्त जोन में चुनाव के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त हो चुके हैं।
एमसीडी चुनाव 2022 कब होंगे? नतीजा कब?
निर्वाचन आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। एमसीडी चुनाव 2022 की नोटिफिकेशन 7 नवंबर को जारी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 नवंबर है। 19 नवंबर तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। एमसीडी के 250 वार्डों पर वोटिंग 4 दिसंबर को होगी। एमसीडी चुनाव का परिणाम 7 दिसंबर को घोषित होगा।
42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहेंगी, जिनमें से 21 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। अन्य सीटें में से 104 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी।
एमसीडी चुनाव कैसे होते हैं?
दिल्ली नगर निगम के चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) के जरिए कराए जाएंगे। राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव ने बताया कि 55 हजार से ज्यादा EVMs का इंतजाम हो गया है। इस बार भी NOTA का विकल्प मिलेगा। एक लाख से ज्यादा स्टाफ एमसीडी चुनाव कराएगा। चुनाव का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो गई है।
नॉमिनेशन तक बनेगा वोटर कार्ड तो दे सकेंगे वोट
चुनाव आयोग ने साफ किया है कि एमसीडी चुनाव में जनवरी में जारी वोटरों की संख्या को सिर्फ आधार माना गया है। जनवरी में पब्लिश फाइनल वोटर लिस्ट के बाद भी जिनका नाम लिस्ट में शामिल किया गया है, वह भी एमसीडी चुनाव में वोट दे सकते हैं। यहां तक नॉमिनेशन से पहले तक जिनका पहचान पत्र बन जाएगा, वे भी वोट दे सकेंगे।
दिल्ली नगर निगम (MCD) का काम क्या है?
एमसीडी भी देश के बाकी नगर निगमों की तरह ही काम करता है। MCD के जिम्मे वाटर सप्लाई, ड्रेनेज सिस्टम, बाजारों की मेंटेनेंस, पार्क, पार्किंग लॉट्स, सड़कें और ओवरब्रिज, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था है। इसके अलावा एमसीडी के प्राइमरी स्कूल, अस्पताल और डिस्पेंसरी भी चलते हैं। प्रॉपर्टी और प्रफेशनल टैक्स जमा करना, टोल टैक्स कलेक्शन सिस्टम चलाना, शवदाह गृहों का प्रबंधन, जन्म-मृत्यु का रिकॉर्ड रखना भी एमसीडी की जिम्मेदारियों के तहत आता है।
MCD को क्यों कहते हैं दिल्ली की 'छोटी सरकार'?
दिल्ली की सरकार और नगर निगम के अधिकार ओवरलैप करते हैं। मसलन, एमसीडी और दिल्ली सरकार दोनों ही सड़कें और नाले मेंटेन करते हैं। अंतर यह है कि 60 फीट से कम चौड़ी ज्यादातर सड़कें एमसीडी संभालता है और उससे चौड़ी वाली दिल्ली सरकार। बड़े मोटराइज्ड वीइकल्स को दिल्ली सरकार लाइसेंस देती है, वहीं एमसीडी साइकिल-रिक्शा, हाथगाड़ी को डील करता है। MCD प्राइमरी स्कूल चलाता है तो दिल्ली सरकार हायर स्कूलिंग, कॉलेज और प्रफेशनल एजुकेशन मुहैया कराती है। एमसीडी कई डिस्पेंसरी और कुछ अस्पताल चलाता है। दिल्ली सरकार बड़े और स्पेशलाइज्ड अस्पताल को मैनेज करती है।
एमसीडी दिल्ली की सीमाओं पर टोल टैक्स, विज्ञापन राजस्व और भू-कर से कमाई करता है। MCD को दिल्ली सरकार और केंद्र से भी मदद मिलती है। दिल्ली सरकार एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स और वैल्यू एडेड टैक्स से कमाई करती है।
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