Investment Tips: निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो सकता है नुकसान
निवेश जितनी जल्दी शुरू करें उतना अच्छा रहता है. जिस दिन से आपकी इनकम शुरू हो जाए उस दिन से ही आपको निवेश करना भी आरंभ कर देना चाहिए.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 05 Jun 2021 03:49 PM (IST)
मुश्किल वक्त में सेविंग ही काम आती है. इसलिए निवेश कर अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहिए. निवेश करते वक्त कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. निवेश जितनी जल्दी शुरू करें उतना अच्छा रहता है. जिस दिन से आपकी इनकम शुरू हो जाए, उस दिन से ही आपको निवेश करना भी आरंभ कर देना चाहिए. आज हम आपको निवेश के ऐसे गोल्डन रूल्स के बारे में बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप फायदे में रहेंगे.
कर्ज निपटाएं
सबसे पहले अपने सभी कर्जे निपटाने की कोशिश करें. नौकरी की शुरुआत में अगर आप पर कोई कर्ज हैं तो उसे जरूर निपटा दें. हो सकता है आप पर एजुकेशन लोन हो या फिर कोई अन्य लोन जो आपके माता-पिता ने आपकी पढ़ाई के लिए लिया हो. सबसे पहले कर्ज को निपटा दें. ऐसा करने से आप चिंता मुक्त होकर पूरी तरह निवेश पर ध्यान दे पाएंगे.
कम ही सही लेकिन निवेश जरूर करें
अगर आपको लगता है कि आपकी सैलरी कम है या आपके खर्चे ज्यादा हैं तो यह सोचकर निवेश नहीं टालना चाहिए. चाहें कम ही सही निवेश जरूर करना चाहिए.
निवेश अवधि का रखें ध्यान
पैसा निवेश करते वक्त समय निवेश अवधि का ध्यान जरूर रखें. मतलब आप कितने समय के लिए पैसा निवेश करना चाहते हैं यह तय कर लें. याद रखें कि कई सेविंग स्कीम और योजनाएं लॉक इन पीरियड के साथ आती हैं. यानी इस पीरियड में आप अपना निवेश किया हुआ पैसा नहीं निकाल सकेंगे. इसलिए किसी सेविंग स्कीम को चुनते वक्त लॉक इन पीरियड का ध्यान रखें.
News Reels
निवेश के विकल्पों की तुलना करें
कहीं भी पैसा लगाने से पहले निवेश विकल्पों की तुलना ठीक से करनी चाहिए. आपको देखना चाहिए कि किस स्कीम या योजना ने बीते सालों में कितना रिटर्न दिया है और यहां निवेश करना सुरक्षित है या नहीं.
बड़े लक्ष्यों से बचें
निवेश का प्लान करते वक्त बड़े-बड़े लक्ष्य बनाने से बचें. बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटे. इसके दो फायदे होंगे- पहला आप अपने निवेश की सही से निगरानी कर सकेंगे. दूसरा- अगर आपका निवेश सही रिटर्न नहीं दे रहा है तो, आप कुछ समय बाद उसके मैच्योर होने पर उसे कहीं और निवेश कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें:
Published at : 05 Jun 2021 03:49 PM (IST) Tags: Money Investment Interest Debt financial Planning हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
निवेश करने से पहले इन तीन बातों का रखें खास ध्यान
भारत एक साल या पांच साल के आधार पर लगभग सभी उभरते मार्केटों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए सभी प्रमुख बाजारों में एक अलग मुकाम बनाए हुए है।
पिछले एक साल से भारत और ग्लोबल लेवल पर इक्विटी मार्केट अस्थिर (volatile) रहे हैं। लगातार बढ़ती मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए रेट्स में वृद्धि के कारण विश्व के सेंट्रल बैंक एक बार फिर मार्केट को नियंत्रित कर रहे हैं। भारत एक साल या पांच साल के आधार पर लगभग सभी उभरते मार्केटों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए सभी प्रमुख बाजारों में एक अलग मुकाम बनाए हुए है। भारतीय इक्विटी वैल्यूएशन अभी भी उनके लॉंग टर्म एवरेज और दूसरे बाजारों की तुलना में अच्छा रहा है। भारत का सेंट्रल बैंक, भारत सरकार और कॉरपोरेट्स सभी ने मिलकर अब तक स्थिति को बहुत अच्छी तरह से संभाला है। इसके बावजूद, जोखिम के प्रति सचेत रहना समझदारी है क्योंकि मार्केट मूल्यांकन सस्ता नहीं है। ऐसे में निवेशकों के लिए आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान के एमडी और सीईओ निमेश शाह ने तीन बातों पर जोर दिया है।
तीन फ़ैक्टर्स पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है:
(1) डेट म्यूचुअल फंड में इनवेस्टमेंट करें, यह बहुत आकर्षक हो गया है
निवेश के दौरान हायर यील्ड को देखते हुए, एक एसेट क्लास-डेट-जिसे अब तक लोकप्रियता हासिल नहीं हुई है (पिछले 18-20 महीनों से) फिर से आकर्षक (attractive) लग रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाली बैठकों में रेपो दर में बढ़ोतरी होगी क्योंकि उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें ऊंची है और इसने लगभग सभी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत में भी मुद्रास्फीति और आरबीआई के समक्ष चुनौती खड़ी की है। इसलिए भविष्य में ऊंची अक्रूअल स्कीम और डाइनैमिक ड्यूरेशन वाली स्कीम की सिफारिश की जाती है।
(2) समाधान उन्मुख (solution oriented) ऑफर्स से लाभ जो म्यूचुअल फंड प्रदान करते हैं
हम उम्मीद करते हैं कि जब तक यूएस फेड मुद्रास्फीति से निपटने के लिए सभी उपलब्ध सभी उपायों का सहारा लेने के लिए प्रतिबद्ध है, तब तक मार्केट में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इसलिए, इनवेस्टर्स को विशेष रूप से भारत में सावधानी बरतनी चाहिए। आने वाले वर्ष में, निवेशकों को आदर्श रूप से तीन से पांच साल के समय के साथ एसआईपी के माध्यम से इनवेस्टमेंट करना चाहिए।
1 पर 2 बोनस शेयर मिलते ही निवेशकों की भरी झोली, एक ही दिन में 20% उछला स्टॉक, 52-वीक हाई पर भाव
(3) गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ और फंड ऑफ फंड्स में इन्वेस्टमेंट करें
एसेट क्लास में एक विविध (diversified) पोर्टफोलियो यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी एक ही जगह की जोखिम (concentration risk) को कम किया जाए। अनिश्चितता को देखते हुए सोने और चांदी में इन्वेस्टमेंट करने का एक दिलचस्प मौका सामने होता है। वे न केवल मुद्रास्फीति के खिलाफ, बल्कि मुद्रा मूल्यह्रास (currency depreciation) के खिलाफ भी बचाव के रूप में काम करते हैं। इनवेस्टर्स इसमें ईटीएफ के जरिए इनवेस्टमेंट करने पर विचार कर सकते हैं। जिनके पास डीमैट खाता नहीं है, उनके लिए गोल्ड या सिल्वर फंड ऑफ फंड एक इनवेस्टमेंट विकल्प है।
Investment Tips: पहली बार खरीदना चाहते हैं शेयर, इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगा नुकसान
देश में इस वक्त करीब 9 करोड़ डीमैट अकाउंट होल्डर्स हैं. वित्त वर्ष 2018-19 में ये आंकड़ा महज 3.60 करोड़ था. इस आंकड़े से ही पता चलता है कि पिछले तीन साल में कितनी बड़ी संख्या में लोग शेयर बाजार में निवेश करने लगे हैं. अब शेयर मार्केट है, तो उठा-पटक का दौर यहां जारी रहता.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 23 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 23 अगस्त 2022, 1:17 PM IST)
देश में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश को लेकर लोगों के नजरिए में बदलाव आया है. पहले शेयर बाजार के ट्रेडिंग के तरीकों से अनजान लोग इसमें पैसे लगाने को जुआ खेलना समझते थे. लेकिन अब देश की बड़ी आबादी शेयर मार्केट में निवेश (Share Market Investment) के फायदे और नुकसान को समझ रही है. लोग शेयर बाजार में दिलचस्पी लेने लगे हैं. देश में इस वक्त करीब 9 करोड़ डीमैट अकाउंट होल्डर्स हैं. वित्त वर्ष 2018-19 में ये आंकड़ा महज 3.60 करोड़ था.
इस आंकड़े से ही पता चलता है कि पिछले तीन साल में कितनी बड़ी संख्या में लोग शेयर बाजार में निवेश करने लगे हैं. अब शेयर मार्केट है, तो उठा-पटक का दौर यहां जारी रहता. शेयर ग्रीन और रेड में ऊपर-नीचे आते जाते रहते हैं. ऐसे में नए निवेशकों अपने लिए स्टॉक का चुनाव करना मुश्किल हो जाता है.
ऐसी कंपनियों के शेयर में लगाएं पैसा
सम्बंधित ख़बरें
गिरावट के साथ खुला शेयर मार्केट, एशियन पेंट्स-ITC के शेयर्स में तेजी
Parle-G का बड़ा फैसला, अब बिस्किट की कीमतों में होगी इतनी कटौती!
3 दिन छुट्टी-सैलरी कम वाले कानून पर मंत्री का बड़ा बयान, किसे होगा फायदा?
झुनझुनवाला का 'सबसे खराब निवेश', आनंद महिंद्रा बोले- ये अरबों की.
सोने में निवेश के लिए सुनहरा मौका, कल से गोल्ड खरीदने पर मिलेगी छूट!
सम्बंधित ख़बरें
शेयर बाजार के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नए निवेशकों ऐसी कंपनियों के स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए, जिनके प्रोडक्ट का वो इस्तेमाल करते हैं. अगर आप लंबे समय से किसी कंपनी के प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो वो कंपनी निवेश के लिए बेहतर विकल्प हो सकती है. नए निवेशक शुरुआत में FMCG और बैंकिंग निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान सर्विस की कंपनियों के शेयर में पैसा लगा सकते हैं.
कंपनी के रेवेन्यू पर रखें नजर
नए निवेशकों को हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि वो जिस कंपनी के शेयर में निवेश करने जा रहे हैं, उसका रेवेन्यू पिछले एक साल में कैसा रहा है, ये जानना बेहद महत्वपूर्ण है. अगर रेवेन्यू बढ़ रहा है और प्रॉफिट ग्रोथ ऊपर की तरफ जा रहा है, तो अच्छी बात है. साथ ही कंपनी के कर्ज का आंकलन भी करना जरूरी. अगर कंपनी के कर्ज में लगातार गिरावट आ रही है.
कंपनी की वैल्यूएशन उचित हो
निवेश करने से पहले कंपनी की वैल्यूएशन की जानकारी रखनी जरूरी है. इसके लिए प्राइस टू अर्निंग रेशियो और प्राइस अर्निंग टू ग्रोथ रेशियो और प्राइस टू बुक रेशियो का सहारा ले सकते हैं. तमाम तरह के कैलकुलेशन से कंपनी की वैल्यूएशन का पता लगाया जा सकता है.
मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नंस का होना जरूरी
वैल्यूएशन और रेवेन्यू के अलावा कंपनी के कॉर्पोरेट गवर्नंस के बारे में भी जानना जरूरी है. अगर कंपनी की लीडरशिप मजूबत है, तो निवेशकों का नजरिया बदलता है. जैसे मौजूदा समय में टाटा कंपनी के शेयर्स पर निवेशक भरोसा जताते हैं. इसके पीछे की वजह ये है कि कंपनी की लीडरशिप मजूबत है. इन तमाम फैक्टर्स को ध्यान में रखकर कोई भी शेयर बाजार में एंट्री निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान कर सकता है.
एकमुश्त पैसे लगाने से बचें
अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो सारे पैसे एक साथ बिल्कुल शेयर बाजार में नहीं लगाएं. सबसे पहले निर्धारित निवेश राशि का 20 फीसदी इस्तेमाल करें. उसके बाद थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करें. साथ ही एक ही कंपनी में सारा फंड लगाने से बचें. (नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
Investment Tips: निवेश और बचत करते वक्त ध्यान रखें ये बातें, नहीं होगी पैसों की टेंशन!
प्लान बनाकर इन्वेस्ट करने में समझदारी
हर कोई चाहता है कि वो छोटी-बड़ी बचत के जरिए भविष्य के लिए फंड जमा करे, ताकि आगे चलकर वित्तीय परेशानियों का सामना ना करना पड़े. लोग इसके लिए खर्चों में कटौती करते हैं, लेकिन कभी-कभार अचानक आए भारी भरकम खर्च से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है. कोरोना काल में इस बात को शायद हर इंसान समझ चुका है. हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अगर आप निवेश या बचत करते समय अपनाएंगे, तो आपको किसी भी फाइनेंशियल परेशानी से निजात मिल सकती है और आप भविष्य के लिए पैसे जमा कर सकते हैं.
ज्यादा रिटर्न देने वाले विकल्पों में लगाए पैसा
सबसे पहले बात कर लेते हैं निवेश के बारे में. तो अगर आप सिर्फ एफडी या पीपीएफ जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों में निवेश करते हैं, तो ध्यान रखें इन योजनाओं पर आमतौर पर आपको एक ही तरह का रिटर्न मिलता रहता है. ऐसे में आपको निवेश के ऐसे विकल्पों पर ध्यान देना जहां ज्यादा रिटर्न मिले. जैसे म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश से फायदा हो सकता है.
निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल
आपको अपने लिए फंड इकठ्ठा करने के लिए ज्यादातर उन्हीं स्कीम पर अपनी सेविंग्स को खर्च करना होगा, जहां गारंटेड और अच्छे रिटर्न की उम्मीद हो. ऐसे में अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो किसी भी कंपनी या ब्रांड के शेयरों में निवेश से पहले उस कंपनी के कारोबार के बारे में जांच-पड़ताल कर लें. उसके रिटर्न के डाटा पर एक नजर जरूर डालें.
समय पर और नियमित निवेश करें
अगर आपको आर्थिक रूप से समृद्ध होना है, तो इसके लिए महंगाई को ध्यान में रखते हुए फंड जुटाने के बारे में सोचना होगा. इस बात का ध्यान रखें कि जिस तेजी से महंगाई बढ़ रही है, आपके निवेश का जरिया उसी हिसाब से या फिर उससे अधिक का रिटर्न देने में सक्षम हो. यहां एक बात और गांठ बांध लें कि निवेश के बारे में सिर्फ सोच-विचार ना करते रहें. जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना अधिक रिटर्न पाएंगे. इस तरह, आप फंड जुटाने और फाइनेंशियली फिट रहने में सक्षम होंगे.
लक्ष्य बनाकर करें पैसों का इन्वेस्ट
वेल्थ क्रिएट करने का सबसे अच्छा फंडा ये है कि आप एक लक्ष्य निर्धारित करके निवेश और बचत के बारे में कदम आगे बढ़ाएं. कोशिश करें कि किसी भी परिस्थिति में आप इस लक्ष्य से डगमगाएं नहीं. इसके अलावा अपने किए गए सभी तरह के निवेशों की समय-समय पर जांच करते रहना भी जरूरी है कि उनसे आपके लक्ष्य के मुताबिक रिटर्न मिल पा रहा है या नहीं. ऐसा ना होने पर विकल्प बदलने पर भी ध्यान देना चाहिए.
खर्च की लिमिट तय करें
विशेषज्ञों की मानें तो खर्च की लिमिट तय करना भी बेहद जरूरी है. कभी-कभी देखने को मिलता है कि अचानक आए किसी खर्च या फिर त्योहार पर ज्यादा खर्च होने से बजट गड़बड़ा जाता है. ऐसे में जरूरी है कि अपनी सैलरी का एक हिस्सा बचत करके रखना जरूरी है. विशेषज्ञ इस बात की सलाह देते हैं कि अगर आप पेशेवर हैं तो सैलरी का 60 से 70 फीसदी हिस्सा ही विभिन्न खर्चों में लगाएं. बाकी के पैसे निवेश करें, ताकि जरूरत के समय ये बचत आपके काम आ सके.
कर्ज के जाल में फंसने से बचें
आज तकनीकी युग में जैसे-जैसे आमदनी में इजाफा हुआ है, खर्चे भी बढ़ते जा रहे हैं. लोग अपने कई कामों के लिए बैंक या क्रेडिट कार्ड के जरिए कर्ज या लोन लेकर जरूरतें पूरा करते हैं. आपका वित्तीय लक्ष्य प्रभावित ना हो इसके लिए उतना ही कर्ज लें, जिसे आप तय समय में आसानी से चुका सकें. यह आपकी वित्तीय सेहत के लिए बेहद जरूरी है. इसके अलावा निवेश के साथ अपने पास कुछ इमरजेंसी फंड जरूर रखें.
Mutual Fund में निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, पोर्टफोलियो बनाने में होगी आसानी
म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) एक ऐसा फंड है जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती हैं। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे इन्वेस्टमेंट करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा पैसों को बॉन्ड शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर इन्वेस्टमेंट किया जाता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आप शेयर बाजार (Stock Market) की बारीकियों की बहुत अच्छी जानकारी नहीं रखते हैं, लेकिन इसमें इन्वेस्टमेंट करके फायदा कमाना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) आपके लिए बेहतर ऑप्शन में से एक है। लेकिन अक्सर फर्स्ट टाइम इन्वेस्टर्स को ये समझने में परेशानी आती है कि म्यूचुअल फंड कैसे काम करते हैं और म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए?
5paisa के साथ शुरू करें निवेश का सफर, विजिट करें- https://bit.ly/3n7jRhX
क्या है म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे इन्वेस्टमेंट करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा पैसों को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर इन्वेस्टमेंट किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड होता है। यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
इससे पहले कि आप म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में इन्वेस्टमेंट करने का फैसला करें, नीचे दी गई बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। जिससे आपको निवेश करने के लिए सही तरीका से फंड चुनने में मदद मिलेगी और आपको समय के साथ काफी पैसा सेव कर सकते है।
1. रिस्क कैपेसिटी एनालाइज करें
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से सबसे पहले आप अपनी रिस्क कैपसिटी और रिटर्न गोल्स को एनालाइज कर लें। यानी कि अगर आपका आगे के 10 सालों के लिए किसी निश्चित अमाउंट का गोल है, और आप रिस्क भी उठा सकते हैं। तो ऐसे में आप ऐसी स्कीम का चयन करें जहां आपके दोनों पर्पज फुलफिल हो रहे हैं। इसके अलावा यह समझें कि रिस्क उठाने के बेसिस पर, और फाइनेंशियल गोल उपलब्धि करने के बेसिस पर म्यूचुअल फंड स्कीम में कितना निवेश जरूरी है।
2. निवेश को करें डाइवर्सिफाई
एक ही एसेट में सारा इन्वेस्टमेंट करने से बेहतर है कि आप इसे डाइवर्सिफाई करें और अलग अलग स्कीम में इन्वेस्ट करें। इसके लिए इन्वेस्टर्स को समझना चाहिए कि एसेट एलोकेशन कैसे किया जाए। एसेट एलोकेशन का बेनिफिट ये होता है कि अगर एक एसेट क्लास में उतार चढ़ाव होता है तो जरूरी नहीं दूसरे में भी हो।
3. स्कीम सेलेक्शन में सावधानी
निवेशकों को कई म्यूचुअल फंड स्कीम ऑप्शन मिलते हैं। इनमें से आप जरूरत के हिसाब से स्कीम का सिलेक्शन कर सकते हैं। किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्टमेंट से पहले कुछ खास बातें जैसे कि उसका प्रीवियस परफॉरमेंस, मैनेजमेंट एफिशिएंसी और एक्सपेंस रेश्यो की जांच कर लें। अलग-अलग स्कीम को निवेशक ऑनलाइन भी तुलना कर सकते हैं.
4. SIP में इन्वेस्टमेंट
अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट करते हुए फंड तैयार करना चाहते हैं तो आप इक्विटी फंड में SIP के जरिए इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। SIP यानी कि Systematic Investment Plan जिसकी मदद से आपको मार्केट के उतार चढाव के बीच बढ़िया रिटर्न हासिल करने में हेल्प मिलती है।
5. पोर्टफोलियो एनालाइज करें
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करते से आपको अपने पोर्टफोलियो की एनालाइज करते रहना चाहिए। इससे ये पता चलता है कि कौन सा इन्वेस्टमेंट आपके गोल के मुताबिक बेहतर परफॉर्म कर रहा है और कौन सा नहीं। फिर आप खराब परफॉर्म करने वाले इन्वेस्टमेंट को अच्छे फंड में बदल सकते है।वहीं, अगर आपकी उम्मीद से बेहतर परफॉर्म होता है तो आप हाई रिस्क वाली म्यूचुअल फंड स्कीम से कम रिस्क वाली स्कीम में स्विच कर सकते हैं।
6. फंड मैनेजर का अनुभव
फंड मैनेजर निवेशक के तौर पर म्यूचुअल फंड में पैसा लगाता है और पैसे को मैनेज करता है। निवेशकों को ऐसी स्कीम में निवेश करना चाहिए, जहां फंड मैनेजर का अनुभव 5-7 साल का हो।
7. शार्प रेश्यो
शार्प रेश्यो का इस्तेमाल किसी म्यूचुअल फंड के रिस्क परफॉर्मेंस का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। इस रेश्यो से पता चलता है कि किसी स्कीम में पैसा लगाने पर कितना रिटर्न मिल सकता है और कितना रिस्क है। ज्यादा शार्प रेश्यो वाले फंड को चुनना सही फैसला हो सकता है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 639