अब ‘अल्गो ट्रेडिंग’ को रेगुलेट करने की तैयारी, SEBI लाया नए नियम, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें
भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.
अल्गो ट्रेडिंग का नाम भले नया हो, लेकिन ट्रेडिंग के कद्रदान इसका फायदा बहुत पहले से उठा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया या SEBI अब इसे रेगुलेट करने की तैयारी में है. एक आंकड़ा बताता है कि भारत में होने वाली ट्रेडिंग का तकरीबन 50 फीसदी हिस्सा अल्गो ट्रेडिंग से ही संपन्न हो रहा है. ऐसे में सेबी की निगाह पड़ना लाजिमी है. दरअसल, अल्गो ट्रेडिंग का मतलब अल्गोरिदम से जुड़ा है जो पूरी तरह से कंप्यूटर से जरिये पूरा किया जाता है. अल्गो ट्रेडिंग में भी यही काम होता है. इसमें कंप्यूटर के जरिये ही स्टॉक की खरीद-बेच की जाती है. इसका दूसरा नाम ऑटोमेटेड या प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग भी है. आइए इस नए प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानते हैं.
अल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से की जाती है. कंप्यूटर में पहले से पैरामीटर्स, स्टॉक खरीद-बिक्री के निर्देश, मार्केट का पैटर्न और शर्तें फीड की गई रहती हैं. बस आपको स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए कंप्यूटर का बटन दबाना होता है और काम पूरा हो जाता है. भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.
कैसे होती है अल्गो ट्रेडिंग
अल्गो ट्रेडिंग शुरू करने के पीछे मकसद ये था कि ट्रेडिंग में समय बचे और अधिक तेजी से बिजनेस हो. अगर आप खुद किसी स्टॉक को सेलेक्ट करें और खरीदें या बेचें तो उसमें अधिक समय लगेगा जबकि कंप्यूटर यह काम कुछ ही सेकंड में पूरा कर देता है. अल्गो ट्रेडिंग में कोई ब्रोकर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये शेयर पहले ही सेलेक्ट कर लेता है और बाजार खुलते ही ट्रेडिंग शुरू हो जाती है. अल्गो ट्रेडिंग का लिंक स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर से जुड़ा होता है. इसलिए ट्रेडिंग की हर जानकारी स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपडेट होती रहती है.
अल्गो से ट्रेडिंग पूरी होने के पहले रिटेल ट्रेडर का या तो अपने ब्रोकर को फोन करना होता है मोबाइल ट्रेडिंग या ब्रोकर के ऑफिस में जाना होता है. अल्गो ट्रेडिंग में ही मोबाइल ट्रेडिंग का प्रोसेस भी आता है जिसमें मोबाइल के जरिये स्टॉक खरीदे या बेचे जाते हैं. इसमें मोबाइल ऐप के द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं. अल्गो ट्रेडिंग का एक एडवांस्ड वर्जन भी है जिसमें बिना किसी इंसानी दखलंदाजी के काम होता है.
सेबी की क्यों लगी निगाह
सेबी ही स्टॉक एक्सचेंज का रेगुलेटर है और यही सभी ब्रोकर टर्मिनल को मॉनिटर करता है. लेकिन ट्रेडर्स के अल्गो प्रोग्राम के लिए एक्सचेंज की कोई मंजूरी नहीं चाहिए होती है. अल्गो की मॉनिटरिंग के लिए कोई रूल भी नहीं है. लेकिन सेबी को अब यह लगता है कि बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज को खतरा हो सकता है.
बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट में छेड़छाड़ की भी आशंका है. यह भी हो सकता है कि जिन अल्गो की मॉनिटरिंग नहीं होती, वे ग्राहकों को भारी मुनाफा या रिटर्न का झांसा देकर फंसा दें. ट्रेडिंग फेल होने पर ग्राहकों का भारी नुकसान हो सकता है. 2015 में ऐसा एक विवाद हो चुका है जिसमें पता चला कि एनएसई ने कुछ चुनिंदा अल्गो ट्रेडर्स को बिजनेस में तरजीह दी थी. इन वजहों को देखते हुए सेबी अल्गो ट्रेडिंग को रेगुलेट करने की तैयारी में है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें, जानिए भारत के बेस्ट मोबाइल ट्रेडिंग एप्स के बारे में
भारत में ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे एप (Online Trading App in India) उपलब्ध हैं आप इन एप्स का उपयोग करके बहुत ही आसानी से शेयर मार्केट में निवेश (Investment in Share Market) कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं.
By विभूू गोयल On Aug 5, 2020 5,088 0
पैसा कमाने के कई मोबाइल ट्रेडिंग रास्ते हैं और उन्हीं रास्तों में से एक है शेयर मार्केट (Share Market). शेयर मार्केट काफी रिस्की है ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन फिर भी लोग इसमें काफी मुनाफा कमा लेते हैं. शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए आपको पता होना चाहिए की शेयर मार्केट में कैसे मोबाइल ट्रेडिंग निवेश करें? (How to Invest in Share Market?) शेयर मार्केट में आप मोबाइल एप (Online Trading App) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं. ये काफी आसान और फास्ट होता है.
भारत में ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे एप (Online Trading App in India) उपलब्ध हैं आप इन एप्स का उपयोग करके बहुत ही आसानी से शेयर मार्केट में निवेश (Investment in Share Market) कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं. इन ट्रेडिंग एप (Trading App) पर आप कम ब्रोकरेज रेट (Low Brokerage Rate) एवं बहुत सारी सुविधाओं के साथ जब चाहे तब ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) कर सकते हैं.
जेरोधा एप (Zerodha KITE App)
ऑनलाइन ट्रेडिंग की दुनिया का बेहतरीन एप (Online Trading best app) है Zerodha KITE App. भारत में मोबाइल ट्रेडिंग ये ट्रेडिंग एप काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. Zerodha KITE App Download आप प्ले स्टोर से कर सकते हैं. Zerodha पर Investment पूरी तरह free है. Investment के लिए आपसे कोई कमीशन नहीं लिया जाएगा. Zerodha पर अगर आप Trading करते हैं यानी कुछ खरीदते हैं या बेचते हैं तो प्रति खरीद एवं बिक्री पर 20 रुपये का कमीशन लिया जाता है. आप चाहे जितने उतने ज्यादा पैसे की खरीद एवं बिक्री कर सकते हैं.
अपस्टॉक्स एप (Upstox Pro App)
Zerodha के बाद जिस एप का नाम आता है वो Upstox है. Upstox से रतन टाटा खुद जुड़े मोबाइल ट्रेडिंग हैं. ये भी भारत का लीडिंग ट्रेडिंग एप है. Upstox पर ब्रोकरेज चार्जेस काफी हद तक Zerodha की तरह ही है. इस पर आपको पल-पल की खबर और प्राइस के ऊपर नीचे होने की खबर मिलती रहती है.
5पैसा एप (5Paisa Mobile App)
5Paisa Mobile App कुछ हद तक Zerodha एवं Upstox से बेहतर है. 5Paisa पर आप सिर्फ 10 रुपये के कमीशन के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं. इसका सबसे बेहतरीन फीचर Guest मोबाइल ट्रेडिंग login का है जहां आप बिना अकाउंट ओपन किए इसके फीचर्स को चेक कर सकते हैं. इसकी सबसे बड़ी दिक्कत ये है की इसे चलाने के लिए आपको High Speed Internet चाहिए होता है.
फेयर्स मार्केट एप (FYERS Market App)
FYERS बेंगलोर की एक ट्रेडिंग एप (Trading App) है. ये एप ज्यादा पुरानी तो नहीं है लेकिन फेमस है. इस पर आपको 20 से ज्यादा सालों के EOD Charts का डाटा मिल जाता है. 9 महीने पुरानी Intraday Charts History मिल जाती है. इसके अलावा भी कई सारे फीचर्स हैं जो आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग को शानदार बनाते हैं.
एंजेल ब्रोकिंग मोबाइल एप (Angel Broking Mobile App)
अगर आप बिजनेस, शेयर मार्केट जैसी चीजों से जुड़े हैं तो आप Angel Broking के बारे में जरूर जानते होंगे. इनकी Trading app है Angel Broking Mobile App. ये कंपनी 30 से ज्यादा साल पुरानी है और अपने कस्टमर को तरह-तरह की सर्विस देती आई है. इनकी एप काफी लाइट और फास्ट है. इस पर आप Multiple Index Real-time पर देख सकते हैं. इस पर आपको मोबाइल ट्रेडिंग Intraday Charts, News, Live Updates, Top Gainer, Top Looser के बारे में जान सकते हैं.
इनके अलावा भी कई सारे ऑनलाइन ट्रेडिंग एप है लेकिन मोबाइल ट्रेडिंग मोबाइल ट्रेडिंग बात आपके भरोसे और सुविधा की होती है. आप जिस भी एप पर या जिस कंपनी पर भरोसा करते हैं आप उस एप के जरिये ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं.
ऐसे करते हैं Options Trading, बाजार गिरे या चढ़े, आप बनें ऑप्शन्स के खिलाड़ी
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। बाजार में कमाई के लिए एक नहीं, कई बातें अहम होती हैं। इसमें सबसे अहम होता है कि आपका निवेश का फैसला. क्योंकि इसी से तय होता है कि आप कमाएंगे या गवाएंगे। वहीं दूसरी सबसे बड़ी बात होती है कि आप कितनी तेजी से ऑप्शन से जुड़े फैसले लेते हैं। इससे तय होता है कि आप किसी मौके का फायदा उठा सकते हैं या नहीं और तीसरी सबसे अहम बात होती है कि आप सौदे करने के बदले कितना पैसा चुका रहें हैं, क्योंकि इससे तय होता है कि आप वास्तव में कितना मुनाफा घर ले जाएंगे।
ट्रेडिंग में इतनी शर्तों के साथ संभव है कि आपका ट्रेडिंग करने का जोश ही खत्म जाए। लेकिन टेंशन न लें, हम आपको बताते हैं 5paisa की दो खास पेशकश के बारे में, जहां आपको इन सभी बातों के कारगर हल मिल जाएंगे।
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5paisa से जितनी ट्रेड उतनी बचत
5paisa का अल्ट्रा ट्रेडर पैक आपकी ट्रेडिंग की लागत घटाता है और इससे आपका रिटर्न और बेहतर बन जाता है। पैक के जरिए सब्सक्रिप्शन लेने पर आपको सिर्फ 999 रुपये में 1000 रुपये के ब्रोकरेज रिवर्सल का फायदा मिलता है. वहीं कितना भी बड़ा ऑर्डर हो हर ऑर्डर पर सिर्फ 10 रुपये प्रति ऑर्डर का एक समान ब्रोकरेज लगता है. यही नहीं फ्री इक्विटी डिलीवरी सहित कई और फायदे मिलते हैं। यानी 5 Paisa मोबाइल ट्रेडिंग के साथ जितना ज्यादा ट्रेड करते हैं उतनी ही सेविंग होती है।
5paisa के ये फीचर्स हैं ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए खास, देखें वीडियो-
बाजार गिरे या चढ़े आप बनें खिलाड़ी
5paisa के 'क्विक ऑप्शन ट्रेड' फीचर के साथ अब आपकी ऑप्शन ट्रेडिंग बेहद आसान हो जाती है। भले ही बाजार गिर रहा हो या चढ़ रहा हो, इसके साथ आपको 3 ऑप्शन ट्रेड की सलाह मिलती है। इसकी मदद से आप सिर्फ राइट या लेफ्ट स्वाइप की मदद से ही अपने ट्रेड पूरे कर सकते हैं। साथ ही पूरे समय ट्रेड पर नजर रखने की भी जरूरत नहीं है। पहले से ही टार्गेट प्राइस और स्टॉप लॉस रखकर आप इस टेंशन से भी मुक्त हो जाते हैं।
आपको बता दें कि ऑप्शन्स दो तरह के होते हैं, कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन। इंडेक्स या शेयर में तेजी का रुख रखने वाले निवेशक कॉल ऑप्शन्स खरीदते हैं। इंडेक्स या शेयर में मंदी का रुख़ रखने वाले निवेशक 5paisa के साथ पुट ऑप्शन्स ख़रीदते हैं और कमाई करते है। स्ट्राइक रेट के हिसाब से कॉल, पुट के भाव अलग-अलग होते है। स्ट्राइक रेट यानी वो भाव जिस पर आप शेयर या इंडेक्स को छोटी अवधि में पहुंचता हुआ देखते हैं।
शराब पीकर घर आया, पत्नी से विवाद के बाद एसिड पीया, मौत
इंदौर। शराब पीकर घर पहुंचे एक शख्स ने पत्नी से विवाद के बाद आत्महत्या कर ली। जाफर पिता साबुद्दीन निवासी चंदन नगर को एसिड पीने के चलते एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि वह शराब पीने का आदी था। शराब में मोबाइल ट्रेडिंग ही वह अपनी कमाई उड़ाता था। कल शराब पीकर घर पहुंचा तो इसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हुआ और उसने यह कदम उठा लिया।
प्रेम प्रसंग में जान दी
एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह प्रेम प्रसंग में उसने यह कदम उठाया। हीरानगर थाना क्षेत्र के गौरी नगर में रहने वाले आशीष पिता रमेश को फांसी के फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया। परिजन का कहना है कि कल आशीष की बहन की प्रसूति हुई, जिसके चलते सभी अस्पताल गए हुए थे। लौटकर देखा तो आशीष फंदे पर लटका था। आत्महत्या के पीछे की वजह प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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बेटे को विदेश भेजना था
एक शख्स ने बेटे को विदेश भेजने के लिए कई सपने संजोए थे, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। उसकी मौत हो गई। 50 वर्षीय संदीप पिता भागचंद जैन निवासी शिवशक्ति नगर की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया है। बताया जा रहा है कि घर पर ही उसे अटैक आया था। वह पहले आईसीआईसीआई बैंक में नौकरी करता था। बाद में खुद ने शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया। परिजन ने बताया कि बेटे को लेकर वह काफी सोचते थे। बेटे को विदेश पहुंचाने वाले थे, लेकिन यह हादसा हो गया।
पारिवारिक कलह में फांसी लगाई, बची जान
पारिवारिक कलह में एक शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन समय रहते उसकी जान बचा ली गई। रावजी बाजार पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय विलिन पिता ओमप्रकाश को फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि पारिवारिक कलह के चलते उसने यह कदम उठाया, लेकिन समय रहते परिजन और पड़ोसियों ने उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया।
मोबाइल ट्रेडिंग
ताप विद्युत
देश की जलविद्युत क्षमता का दोहन करने में प्राप्त अनुभव के बाद, एसजेवीएन ने थर्मल पावर के उत्पादन में कदम रखा। निष्पादन के लिए शुरू की गई पहली परियोजना जिले में 1320 मेगावाट क्षमता का बक्सर थर्मल पावर प्लांट है। एसजेवीएन ने 04.07.2013 को बक्सर बिजली कंपनी का अधिग्रहण किया और 17.10.2013 को इसका नाम बदलकर एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड कर दिया (एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी).
हाइड्रो पावर
एसजेवीएन ने एकल जलविद्युत परियोजना कंपनी से प्रारंभ करके आज हिमाचल प्रदेश उत्तराखण्ड तथा पड़ोसी देशों नेपाल और भूटान में जलविद्युत परियोजनाओं के कार्यान्वयन में प्रवेश किया है।एसजेवीएन देश के सबसे बड़े 1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन का सफलतापूर्वक प्रचालन कर रहा है तथा भूमिगत टरबाईनों के हिस्सों में सिल्ट मोबाइल ट्रेडिंग क्षरण की समस्या से निपटने के पश्चात वर्ष-दर-वर्ष विद्युत उत्पादन और रखरखाव में नए बेंचमार्क स्थापित कर रहा है।
पवन विद्युत
एसजेवीएन ने महाराष्ट्र में इसकी पहली परियोजना की कमीशनिंग के साथ पवन विद्युत उत्पादन में विविधीकरण किया है। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में खिरवीरे तथा कोंभालने गांव में 47.6 मेगावाट की खिरवीरे पवन विद्युत परियोजना स्थापित की गई है। सभी 56 पवन विद्युत टरबाईनों से 85.65 मिलियन यूनिट वार्षिक अक्षय ऊर्जा उत्पादित होगी। प्रत्येक पवन विद्युत टरबाईन की 850 केवी ऊर्जा उत्पादित करने की क्षमता है। इन पवन ऊर्जा फार्म से उत्पादित विद्युत को 132 केवी पारेषण लाईन
सौर ऊर्जा
एसजेवीएन ने दिनांक 31.03.2017 को गुजरात के चारंका सौर पार्क में अपनी पहली परियोजना की कमीशनिंग के साथ सौर ऊर्जा उत्पादन में विविधीकरण किया है I आज की तारीख में, कुल 81.3 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाली 3 सौर परियोजनाएं प्रचालन में हैं।
विद्युत पारेषण
एक विद्युत उत्पादन कंपनी से एसजेवीएन ने अन्य कंपनियों के साथ भागीदारी में क्रॉस बार्डर इंडो-नेपाल पारेषण लाईन डालने के साथ विद्युत पारेषण के क्षेत्र में भी प्रवेश किया है। ट्रांसमिशन लाईन के भारतीय किनारे की ओर मुजफ्फरपुर से टीएलपी नेपाल कनेक्शन बिन्दु तक 128 कि.मी. लंबी टि्वन मूस 400 केवी की डी/सी लाईन की स्थापना के लिए इस उद्देश्य हेतु गठित क्रॉस बार्डर ट्रांसमिशन लाईन के भारतीय भाग (89 कि.मी. लंबी) के निष्पादन के लिए एसजेवीएन एक भागीदार तथा परामर्शक है। यह म
परामर्श कार्य
एसजेवीएन एक सुस्थापित आईएसओः9001 एवं आईएसओः14001 सत्यापित कंपनी है I यह एक बहुविधा संगठन है और इसने जलविद्युत परियोजनाओं की प्लानिंग और निष्पादनार्थ पर्याप्त अनुभव अर्जित कर लिया है I समय बीतने के साथ जैसे-जैसे एसजेवीएन द्वारा अपनी विद्युत परियोजनाओं के निष्पादन में हासिल की गई सफलताओं की खबर फैलती गई इसे उनकी टेक्नीकल विशेषज्ञता ओर गहन अनुभव के लिए भारत और विदेशों की कई कंपनियों से अनुरोध मिलना शुरू हो गए I
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