इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है कैसे करें (Intraday Trading in Hindi)
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है हिंदी में: आज के समय में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे एप्प मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं. मोबाइल एप्प के द्वारा ट्रेडिंग करने के कारण भारत में भी ट्रेडिंग धीरे – धीरे लोकप्रिय होती जा रही है. ट्रेडिंग के द्वारा बहुत सारे लोग पैसे कमाकर अमीर बन रहे हैं.
लेकिन जो लोग ट्रेडिंग में अभी नए हैं या फिर ट्रेडिंग सीख रहें हैं तो उन्हें ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. ट्रेडिंग भी अनेक प्रकार के होती है जिसमें से एक सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग का प्रकार है Intraday Trading.
यदि आपको पैसे से पैसे कमाना है तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
अगर जो लोग नहीं जानते हैं Intraday Trading क्या है, Intraday Trading किसमें की जाती है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाए और Intraday Trading के फायदे तथा नुकसान क्या है, उनके लिए इस लेख से बहुत मदद मिलने वाली है.
इस लेख में आपको Intraday Trading के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और साथ में ही Intraday Trading करने के लिए कुछ जरुरी Tips भी आपको मिलेंगे, जो कि आपको इस लेख को अंत तक पढने से प्राप्त होंगे. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Intraday Trading क्या होता है.
अगर आप नौसीखिए हैं तो जानिए शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? | How to Start Online Trading in Hindi
How to Start your Trading Journey: अगर आप भी एक नौसीखिए है और शेयर मार्केट की दुनिया में ट्रेडिंग करना चाहते है तो यहां कुछ पॉइंट्स दिए गए है, जो आपको यह समझाने में मदद करेंगे कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)
How to do Share Trading: मिलेनियल्स शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश की ओर रुचि बढ़ा रहे हैं। यह युवा लोगों के बीच भी अधिक लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि बाजार में निवेश करने से पहले किसी को इस बारे में संक्षिप्त जानकारी होनी चाहिए कि बाजार में चीजें कैसे काम करती हैं। शेयर मार्केट एक बहुत ही जटिल संरचना है। लेकिन ज्ञान के द्वारा एक जटिल संरचना को भी सरल बनाया जा सकता है। यहां कुछ पॉइंट दिए गए हैं जो आपके ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने में मदद कर सकते हैं। तो आइए जानते है कि शेयरों में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? (How to Start Online Trading in Hindi)
1) एक रणनीति सीखें
निवेश रणनीतियों से निवेशकों को यह तय करने में मदद मिलती है कि जोखिम, अवधि, रिटायरमेंट, उद्योग की पसंद आदि के अनुसार कहां और कैसे निवेश करना है। निवेशक उद्देश्य के अनुसार अपनी निवेश योजनाओं को सीख और तैयार कर सकते हैं। इनमें से कोई भी रणनीति अपनी ट्रेडिंग यात्रा को शुरू करने के लिए शुरुआत के रूप में सीख सकती है।
2) एक सेल्फ कन्फर्मेशन सिस्टम विकसित करें
किसी भी राशि का निवेश करने से पहले सेल्फ कन्फर्मेशन का अर्थ है खुद को आश्वस्त करना। लागू रणनीति पर लाभ अर्जित करने के लिए आत्मविश्वास और आत्मविश्वास के साथ अपनी ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए सेल्फ कन्फर्मेशन एक ट्रिगर है।
3) रिस्क मैनेजमेंट
हर रणनीति रिस्क और अनिश्चितताओं के साथ आती है। रिस्क हर निवेश में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि कोई भी निवेशक अनावश्यक जोखिम नहीं लेना चाहता और नुकसान में डूबना नहीं चाहेगा। कुछ प्रकार के रिस्क लेने वाले निवेशक हाई रिस्क लेने वाले, मध्यम रिस्क लेने वाले और लो रिस्क लेने वाले निवेशक हैं। रिस्क मैनेजमेंट का अर्थ है न्यूनतम जोखिम लेना और लाभ अर्जित करना। एक बार जब निवेशक जोखिम का प्रबंधन करना जानता है, तो अपने वांछित व्यापार और लाभ के करीब एक कदम आगे बढ़ना आसान हो जाता है। कोई भी चुन सकता है कि हाई रिस्क लेना है, मीडियम रिस्क लेना है या कम रिस्क पर काम करना है।
बाजार में व्यापार शुरू करने से पहले नियमों को जानना बहुत जरूरी है। ट्रेड के नियमों को लिखने से निवेशक को ट्रेडिंग का सहज अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी। बाजार में बने रहने के लिए रूल्स और रेगुलेशन का पालन करना अनिवार्य है।
5) बैक टेस्ट
ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का मूल्यांकन करने में ट्रेडर बैक टेस्टिंग का उपयोग करते हैं। बैक टेस्टिंग सिमुलेशन के लिए रीयल-टाइम डेटा का उपयोग करने के बजाय हिस्टोरिकल डेटा का उपयोग करके लेनदेन का पुनर्निर्माण करता है, जैसा कि व्यापारी पेपर ट्रेडिंग के लिए उपयोग करेंगे। यह देखना है कि अतीत में कोई रणनीति सफल होती है या नहीं। परीक्षण का पूरा उद्देश्य व्यापारियों के लिए यह समझना है कि ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? उनके व्यापारिक जोखिमों को कैसे कम किया जा सकता है और लाभ बढ़ाने के लिए काम किया जा सकता है।
अगर यह सही तरीके से किया जाता है, तो पॉजिटिव बैक टेस्टिंग रिजल्ट यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि भविष्य में एक निश्चित रणनीति सफल हो सकती है जो आपको एक ट्रेडिंग मॉडल में अधिक विश्वास दिलाएगी। लेकिन अगर रिजल्ट पॉजिटिव नहीं हैं, तो आप या तो रणनीति को बदल सकते हैं या इसे खत्म कर सकते हैं।
6) नियम को मॉडिफाई करें
निवेशक बाजार में बदलाव के अनुसार नियमों या तैयार की गई रणनीतियों में बदलाव कर सकता है। यहां तक कि अगर कोई विशेष शेयर मौलिक रूप से महान है, तो संभावना है कि यह बाजार के प्रवाह के अनुसार अपनी प्रकृति को बदल सकता है। बाजार के रुझान के अनुसार नियमों को मॉडिफाई करना जरूरी है।
7) फिर से करें बैक टेस्ट
एक बार जब निवेशक नियमों को मॉडिफाई करता है तो निवेशक को फिर से टेस्ट करना पड़ता है। इससे निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने और अपने निवेश को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
8) छोटी पूंजी के साथ लाइव ट्रेडिंग
निवेशक छोटी पूंजी के साथ व्यापार करना शुरू कर सकता है जब वह पर्याप्त रूप से आश्वस्त हो और बाजार में काम करने के लिए हर संभव चीज को जानता हो। छोटी पूंजी के साथ व्यापार करने से निवेशक को लाइव ट्रेडिंग का अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी और आत्मविश्वास बढ़ेगा जो अंततः भविष्य की ट्रेडिंग एक्टिविटीज के लिए मदद करेगा।
9) बड़ी पूंजी के साथ ट्रेडिंग शुरू करें
एक बार जब निवेशक ने छोटे पूंजी निवेश के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है, तो वह बाजार में बड़ी पूंजी निवेश करने और व्यापार का विश्लेषण करने की ओर देख सकता है।
ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
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Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)
ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.
Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.
उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.
ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.
शेयर मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
स्विंग ट्रेडिंग मे शेयर्स को खरीदकर कुछ दिनो या कुछ हप्तो के अंदर बेचा जाता है इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही होती है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर नुकसान और फायदे को आसानी से झेल सकते है, स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्कैलपिंग ट्रेडिंग से काफी अलग होता है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए भी करते हैं.
शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग (Short term trading)
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो की होती है उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होता है इसमें आपको अपने स्टॉक पर नजर रखनी होती है तभी आप अपने स्टॉक को मिनीमाइज कर सकते है.
लॉंग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
जब कोई ट्रेडिंग एक साल या उससे ज्यादा समय में की जाती है तो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहते है.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.
ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
This article will introduce you to the MetaTrader 4/5 platform, developed for online trading in the Forex market. The platform provides tools for technical analysis, as well as placing and managing trades. We'll explain the platform's interface and teach you how to manage a trade.
1. Once you open the application, you'll see a login form, which you need to complete using your login and password. Choose the Real server to log into your real account and the Demo server for your demo account.
MetaTrader 4 Real account choice
2. Please note that every time you open a new account, we'll send you an email containing that account's login (account number) and password.
MetaTrader 4 login from OctaFX
After logging in, you'll be redirected to the MetaTrader platform. You'll see a big chart representing a particular currency pair.
3. At the top of the screen, you'll find a menu and a toolbar. Use the toolbar to create an order, change time frames and access indicators.
MetaTrader 4 Menu Panel
4. Market Watch can be found on the left side, which lists different currency pairs with their bid and ask prices.
MetaTrader 4 Market Watch
5. The ask price is used to buy a currency, and the bid is for selling. Below the ask price, you'll see the Navigator, where you can manage your accounts and add indicators, expert advisors, and scripts.
MetaTrader 4 Navigator for ask and bid lines
6. At the bottom of the screen can be found the Terminal, which has several tabs to help you keep track of the most recent activities, including Trade, Account History, Alerts, Mailbox, Experts, Journal, and so forth. For instance, you can see your opened orders in the Trade tab, including the symbol, trade entry price, stop loss levels, take profit levels, closing price, and profit or loss. The Account History tab collects data from activities that have happened, including closed orders.
MetaTrader 4 Terminal window
7. The chart window indicates the current state of the market and the ask and bid lines. To open an order, you need to press the New Order button in the toolbar or press the Market Watch pair and select New Order.
MetaTrader 4 New Order creation
In the window that opens, you’ll see:
- Symbol, automatically set to the trading asset presented on the chart. To choose another asset, you need to select one from the drop-down list. Learn more about Forex trading sessions.
- Volume, which represents the lot size. 1.0 is equal to 1 lot or 100,000 units—profit Calculator from OctaFX.
- You can set Stop Loss and Take Profit at once or modify the trade later.
- The type of order can be either Market Execution (a market order) or Pending Order, where the trader can specify the desired entry price.
- To open a trade you need to click on either the Sell by Market or Buy by Market buttons.
MetaTrader 4 Sell and Buy window
- Buy orders open by the ask price (red line) and close by the bid price (blue line). Traders buy for less and want to sell for more. Sell orders open by the bid price and close by the ask price. You sell for more and want to buy for less. You can view the opened order in the Terminal window by pressing on the Trade tab. To close the order, you need to press the order and select Close Order. You can view your closed orders under the Account History tab.
MetaTrader 4 close order with Terminal
This way, you can open a trade on MetaTrader 4. Once you know each button's purpose, it'll be easy for you to trade on the platform. MetaTrader 4 offers you plenty of technical analysis tools that help you trade like an expert on the Forex market.
Check out this article on how to start trading in 4 easy steps:
Trading Tips: ट्रेडिंग करते समय इन पांच बातों का रखें ख्याल, नहीं डूबेगा शेयर मार्केट में पैसा
Trading Tips: किसी भी तरीके से आप फैसले लें, ट्रेडिंग करते समय कुछ चीजों का आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए.
Trading Tips: बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रूझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें. (Image- Pixabay)
Trading Tips: बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रूझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें. चाहे आप मार्केट में ट्रेड करें या इंवेस्टमेंट, बाजार की इस उतार-चढ़ाव के बीच बेहतर फैसला लेना होता है ताकि रिस्क को घटा सकें और अपने रिटर्न को बढ़ा सकें. हालांकि किसी भी तरीके से आप फैसले लें, ट्रेडिंग करते समय कुछ चीजों का आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए.
अफोर्डेबल रिल्क
अगर सब कुछ आपकी रणनीति के मुताबिक ही रहा तो शेयरों की ट्रेडिंग से आप शानदार मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन शेयर मार्केट में उतना ही रिस्क लेना चाहिए जितनी आपकी क्षमता हो. रिस्क का मतलब है कि आप कितनी पूंजी गंवाने की क्षमता रखते हैं. कभी भी ऐसे पैसे को निवेश करें जिसे आप गंवाना नहीं अफोर्ड कर सकते हैं. कोशिश करें कि शेयर मार्केट में ट्रेडि्ंग पिरामिड अप्रोच के साथ करें. रिस्क पिरामिड का मतलब है कि रिस्क के हिसाब से अपनी पूंजी को बांटकर ट्रेडिंग करना.
‘स्टॉप लॉस’ और ‘टेक प्रॉफिट’ के साथ करें ट्रे़डिंग
ट्रेडिंग के दौरान भाव में उतार-चढ़ाव को लगातार ट्रैक करना लगभग असंभव है. चूकने पर भारी नुकसान भी हो सकता है और बंपर मुनाफा ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? भी. हालांकि रिस्क मैनेज करने के लिए जरूरी है कि आप स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें और बाजार की विपरीत परिस्थितियों में अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करें. स्टॉप लॉस का मतलब सौदा शुरू करने से पहले ऐसा प्राइस लेवल तय करना है जिसके नीचे आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ टेक प्रॉफिट एक लिमिट ऑर्डर है जिसका इस्तेमाल एक खास भाव पहुंचने पर मुनाफा कमाने के लिए किया जाता है.
तकनीकी का करें इस्तेमाल
ट्रेडिंग में संभवतः टाइम फैक्टर सबसे महत्वपूर्ण टूल है. बाजार को लेकर सटीक अनुमान से आप बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. काफी समय पहले फॉरेक्स ट्रेडर्स को स्टॉक एक्सचेंज ऑफिसों से फॉरेक्स मार्केट के उतार-चढ़ाव की जानकारी लेनी होती थी लेकिन अब तकनीक का जमाना आ गया है जिससे ट्रेडर्स को रीयल टाइम में मार्केट डेटा मिल जाता है.
अपना रिसर्च करें
शेयरों की खरीद-बिक्री से पहले रिसर्च जरूर करना चाहिए. इससे आपको यह तय करने में आसानी होगी कि किस भाव पर आपको अपनी पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना है. शेयर मार्केट से पैसे बनाने के लिए हमेशा किस्मत ही नहीं, एनालिसिस भी बहुत महत्पूर्ण भूमिका निभाती है. बाजार के रूझानों की बजाय स्पष्ट संकेत मिलने पर ही ट्रेडिंग करें. फंडामेंटल रूप से मजबूत कंपनी में निवेश कपना बेहतर फैसला है.
स्ट्रेटजी के साथ करें ट्रेडिंग
अगर आप शेयरों की खरीद-बिक्री यानी ट्रेडिंग करते हैं तो आपको एक स्ट्रेटजी के साथ मार्केट में प्रवेश करना चाहिए. इससे आपको यह स्पष्ट रूप से पता रहेगा कि आप किस तरह से ट्रेड करना चाहिए. जब आप स्ट्रेटजी के हिसाब से चलेंगे तो न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि आप बड़े स्तर पर चीजों को देख-समझ सकेंगे जो समय, इकनॉमिक ट्रेंड और मार्केट एक्सपेक्ट्स के हिसाब से बदलती रहती हैं.
(Article: Marc Despallieres, Chief Strategy & Trading Officer at Vantage)
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