Share Bazaar Update: जो बाइडेन के पदभार संभालने से झूम उठा भारतीय शेयर बाजार, Sensex पहली बार 50 हजार के पार, Nifty भी हरे निशान पर
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के पदभार संभालते ही निवेशकों में कोरोना महामारी से उपजी दहशत कम हुई है. इसका स्पष्ट संकेत विदेशी बाजारों के साथ ही घरेलू शेयर बाजार की जोरदार बढ़त के साथ मिल रहा है. गुरुवार को विदेशी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से घरेलू शेयर भी झूम उठा है.
मुंबई: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के पदभार संभालते ही निवेशकों में कोरोना महामारी से उपजी दहशत कम हुई है. इसका स्पष्ट संकेत विदेशी बाजारों के साथ ही घरेलू शेयर बाजार की जोरदार बढ़त के साथ मिल रहा है. गुरुवार को विदेशी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से घरेलू शेयर भी झूम उठा है. सेंसेक्स ने ऐतिहासिक बढ़त बनाते हुए पहली बार 50 हजार के आंकड़े को पार किया. शेयर बाजारों में दो दिन से जारी गिरावट पर लगा ब्रेक, तेजड़िया लिवाली से सेंसेक्स 834 अंक उछला
कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए भारतीय शेयर बाजार (Share Market) ने आज भी हरे निशान के साथ कारोबार शुरू किया है. सुबह से ही सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में उछाल देखी जा रही है. दरअसल ऐसा अच्छा वैश्विक संकेत के चलते हो रहा है.
दरअसल कोरोना वायरस महामारी के चलते एशियाई बाजार समेत अमेरिकी वायदा बाजार को बीते साल काफी नुकसान हुआ था. लेकिन बुधवार को जो बाइडेन के अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने से निवेशकों में एक नई उम्मीद जग गई है. परिणामस्वरूप विदेशों के साथ ही भारतीय शेयर बाजार भी हरे निशान पर आ गया.
आज सुबह 9 बजकर 23 मिनट पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 282.35 अंकों यानी 0.55 फीसदी की बढ़त के साथ 50,074.47 पर पहुंच गया. इसी समय नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र से 85.65 अंकों यानि 0.58 फीसदी की बढ़त के साथ शेयर बाजार में दहशत 14,730.35 पर कारोबार कर रहा था.
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कोरोना संकट के बीच महंगाई की मार, खाद्य तेलों की कीमतें आसमान पर
भोपाल। कोरोना (Corona) संक्रमण के संकट में लोगों को महंगाई की मार भी झेलनी पड़ रही है। खाद्य तेलों ( Edible oils ) की कीमतों में पिछले एक वर्ष के दौरान भारी इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा खपत वाले सोयाबीन तेल ( soybean oil ) की कीमत तो एक साल में लगभग दोगुना हो गई है। वहीं सरसों ( Mustard ), मूंगफली ( Peanut ), सूरजमुखी तेल ( Sunflower Oil ) के दाम भी खूब बढ़े हैं।
जानकारों की मानें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में खाद्य तेल की कीमत बढ़ने की वजह से देश में यह तेजी आई है। पिछले वर्ष मई सोयाबीन तेल की खुदरा कीमत 90-95 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब 170 रुपये प्रति लीटर तक मिल रहा है। सरसों तेल की कीमत 135 रुपये बढ़कर 220 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है। सोयाबीन तेल के दामों में भले ही वृृद्धि हो रही है, लेकिन मध्य प्रदेश समेत (Madhya Pradesh) देश के अन्य हिस्सों में सोयाबीन उत्पादक किसानों को इसका फायदा कम ही मिला है। इस बार येलो मोजेक बीमारी की वजह से पैदावार कम हुई। सीहोर के किसान एमएस मेवाड़ा बताते हैं एक साल पहले सोयाबीन 2,900 रुपये प्रति क्विंटल (29 रुपये प्रति किलो) बिका था, लेकिन इस साल यह 20 रुपये प्रति किलो बिका। किसान स्वरूप सिंह कहते हैं कि कुछ व्यापारी और किसान अच्छी गुणवत्ता का सोयाबीन उसकी कटाई के वक्त नहीं बेचकर अब 70 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रहे हैं। इस समय उन्हें फायदा हो रहा है। हालांकि इस बार सरसों उत्पादकों को अच्छी कीमत मिली।
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पिछले साल सरसों उत्पादकों को 40 रुपये प्रति किलो का भाव मिला था जबकि इस साल उन्हें 70 रुपये प्रति किलो तक का भाव मिला है। वहीं, भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल का कहना है कि खाद्य तेल के दाम अंतराष्ट्रीय बाजार में बढ़ रहे हैं। पिछले एक साल में पेट्रोल-डीजल के दाम भी काफी बढ़ गए हैं। इससे परिवहन का खर्च बढ़ा है। इसका असर भी उपभोक्ताओं की जेब पर दिख रहा है।खाद्य तेलों के मामले में भारत (India) अपनी आधी से लेकर तीन-चौथाई तक जरूर विदेश से आने वाले कधो खाद्य तेल से पूरी करता है। भारत में खाद्य तेल की मांग का बहुत कम हिस्सा घरेलू आपूर्ति से पूरा हो पाता है। रिफाइंड तेल में मिलाए जाने वाले कई जरूरी रसायनों की आपूर्ति प्रभावित होने से भी दामों में इजाफा हुआ है।
इन कारणों से महंगा हो रहा तेल
– भारत सहित कई देशों में सोयाबीन उत्पादन में कमी
– मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे प्रमुख पाम ऑयल उत्पादकों की तरफ से शेयर बाजार में दहशत आपूर्ति में बाधा
– मांग-आपूर्ति का गणित बिगड़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमत में इजाफा
गुटखा-पान मसाला और सर्राफा कारोबारियों ने गिराए शटर
एसजीएसटी टीम के ताबड़तोड़ सर्वे से बढ़ी बाजार में दहशत, सर्राफा कारोबारियों पर केंद्रित रहा अभियान
अयोध्या। कर चोरी और व्यापार में अनियमितता को लेकर प्रदेश सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे सर्वे अभियान से बाजारों में दहशत बढ़ गई है। एसजीएसटी टीम के ताबड़तोड़ सर्वे के चलते शहर की पान मसाला व गुटखा तथा सर्राफा कारोबारियों के शटर गिर गए। टीम का सर्वे सर्राफा पर केंद्रित रहा। बाजार में लोग अपनी दुकानों पर बस इसी अभियान और सर्वे की चर्चा करते दिखे। देहात क्षेत्रों में भी एसजीएसटी टीम के आगमन की चर्चा मात्र से शटर उठ और गिर रहे हैं।
शासन के निर्देश पर पूरे प्रदेश में व्यापार कर चोरी पर लगाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत मंडल मुख्यालय स्थित प्रदेश वस्तु एवं सेवा कर कार्यालय के अधीन कुल 19 टीमों को सर्वे के लिए लगाया गया ह, जिसमें 13 देवीपाटन मंडल और 6 अयोध्या मंडल में सर्वे में जुटी हैं। इनमें से दो टीमों के जिम्मे जिले में अभियान की कमान है। शनिवार को एसजीएसटी की टीम सर्वे के लिए चौक से गुदड़ी बाजार की ओर जाने वाले मार्ग के बगल स्थित सपा नेता के प्रतिष्ठान मोबीन राईन जैलर्स समेत दो सर्राफा प्रतिष्ठानों पर सर्वे की कार्रवाई की।
विभाग का कहना है कि दो सराफ पर की गई कारवाई में 25 लाख का करापवंचन मिला शेयर बाजार में दहशत है ,जिसके चलते मौके पर एक लाख 58 हजार रुपये अग्रिम कर जमा कराया गया है।
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एडिशनल कमिश्नर को दिया ज्ञापन
आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल व समस्त पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में चल रही छापेमारी सर्वे के नाम पर व्यापारियों का उतपीड़न हो रहा है. इसका लेकर एक ज्ञापन जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1- अजयकुमार सिंह को उनके कार्यालय पर जाकर सौंपा. व्यापारियों ने कहा कि अगर उनका उत्पीड़ल हुआ तो प्रदेश में विरोध किया जायेगा कारोबार बंद कर दियें जायेगें.
मीडिया प्रभारी जय पुरसनानी नें बताया कि सर्वे के नाम पर 8-10 गाड़ियों में अधिकारी और पुलिस कर्मी बाजार पहुचेंगे तो बाजारों में दहशत फैलेगी. व्यापारियों में भय का माहौल बनेगा, ऐसा करके विभाग सही नहीं कर रहा है. व्यापारी टैक्स देता है, जिससे देश का विकास होता है. वह कोई अपराधी नहीं जो इतनी संख्या में बाजारों में जाकर कार्यवाही के नाम पर उतपीड़न हो.
गागनदास रामानी ने भी कहा कि अधिकारियों एवं व्यापारियों से संयम से काम ले. अधिकारी किसी का बेवजह उतपीड़न ना करें. तरून सिंह और मुकेश अग्रवाल ने भी कहा कि लोहामंडी बाजार में आज आई जीएसटी विभाग की गाड़ियों से दहशत व्यापत हो गयी और बाजार बंद हो गये. राजेश सिंघल ने बालूगंज का मामला उठाया.
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