शेयर बाजार में पीई क्या है
सोना चांदी का भाव
सूचकांक का नजरिया
निफ्टी बॅंक
52 हफ्ता
निफ्टी आइटी
52 हफ्ता
निफ्टी 50
52 हफ्ता
निफ्टी ऑटो
52 हफ्ता
निफ्टी फ़ार्मा
52 हफ्ता
इक्विटी मुनाफेवाले
कंपनी का नाम | लेटेस्ट | बदलाव | बदलाव % में | वाल्यूम(’000) | दिन का ट्रेंड |
---|---|---|---|---|---|
राजदर्शन इंडस्ट्रीज लि. | 58.50 | 9.75 | 20.00 | 117.66 | |
एसआइटीआइ नेटवर्क्स लि. | 2.10 | 0.35 | 20.00 | 39456.94 | |
Palash Securities Ltd. | 116.25 | 19.35 | 19.97 | 20.58 | |
बीजीआर एनर्जी सिस्टम्स लि. | 80.90 | 13.45 | 19.94 | 5714.60 | |
यूको बैंक | 29.05 | 4.80 | 19.79 | 203920.14 | |
इंडबैंक मर्चेन्ट बैंकिंग सर्विसेस लि. | 34.45 | 5.65 | 19.62 | 10701.55 | |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 39.60 | 5.85 | 17.33 | 215850.85 | |
धनलक्ष्मी बैंक लि. | 23.95 | 3.35 | 16.26 | 69486.54 | |
V-Marc India Ltd. | 55.70 | 7.70 | 16.04 | 489.00 | |
इंडियन ओवरसीज बैंक | 30.85 | 4.00 | 14.90 | 178535.40 |
शेयर बाजार
कंपनी का नाम | ऑफर कीमत/सीमा | तिथि सीमा |
---|---|---|
Landmark Cars Ltd. | 481.00-506.00 | 13-12-2022 - 15-12-2022 |
Droneacharya Aerial Innovations Ltd. | 52.00-54.00 | 13-12-2022 - 15-12-2022 |
Abans Holdings Ltd. | 256.00-270.00 | 12-12-2022 - 15-12-2022 |
Sula Vineyards Ltd. | 340.00-357.00 | 12-12-2022 - 14-12-2022 |
All E Technologies Ltd. | 87.00-90.00 | 09-12-2022 - 13-12-2022 |
PNGS Gargi Fashion Jewellery Ltd. | 30.00 | 08-12-2022 - 13-12-2022 |
कंपनी शेयर बाजार में पीई क्या है का नाम | ऑफर कीमत/सीमा | तिथि सीमा |
---|---|---|
Uma Converter Ltd. | 33.00 | 15-12-2022 - 21-12-2022 |
Arihant Academy Ltd. | 90.00 | 16-12-2022 - 21-12-2022 |
Uma Converter Ltd. | 33.00 | 15-12-2022 - 15-12-2022 |
टॉप म्यूचुअल फंड्स
कमोडिटीज (एमसीएक्स )
कमोडिटी | समापन | कीमत/यूनिट | बदलाव | % बदलाव | वोल्यूम |
---|---|---|---|---|---|
प्राकृतिक गैस | 27-Dec-2022 | 579.0/1 एमएमबीटीयू | 20.50 | 3.67 | 40513 |
प्राकृतिक गैस | 25-Jan-2023 | 563.4/1 एमएमबीटीयू | 18.30 | 3.36 | 5213 |
चांदी | 03-Mar-2023 | 69516.0/1 किलो ग्राम | 1730.00 | 2.55 | 13326 |
चांदी मिनी | 28-Feb-2023 | 69488.0/1 किलो ग्राम | 1720.00 | 2.54 | 42732 |
प्राकृतिक गैस | 23-Feb-2023 | 510.1/1 एमएमबीटीयू | 12.60 | 2.53 | 448 |
चांदी माइक्रो | 28-Feb-2023 | 69454.0/1 किलो ग्राम | 1674.00 | 2.47 | 153138 |
चांदी मिनी | 28-Apr-2023 | 70399.0/1 किलो ग्राम | 1696.00 | 2.47 | 3392 |
चांदी | 05-May-2023 | 70446.0/1 किलो ग्राम | 1692.00 | 2.46 | 441 |
चांदी माइक्रो | 28-Apr-2023 | 70374.0/1 किलो ग्राम | 1641.00 | 2.39 | 21126 |
तांबा | 30-Dec-2022 | 716.8/1 किलो ग्राम | 16.60 | 2.37 | 9767 |
Trending Topics
मुद्रा कन्वर्टर
Top Mutual Funds
From our network
Other Useful links
Copyright © Bennett, Coleman & Co. Ltd. All rights reserved. For reprint rights: Times Syndication Service
शेयर मार्केट में pe ratio क्या होता है
नमस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले है की pe ratio क्या होता है। और pe retio का फुल फॉर्म क्या होता है। और किस तरह pe ratio को समझा जा सकता है। और pe ratio का कैलकुलेशन यानिकी हिसाब कैसे करते है। और pe ratio का इस्तेमाल करके कंपनी में निवेश कैसे किया जाता है। इन सब के बारे में हम आज जानने वाले है।
pe ratio kya hota hai
pe ratio kya hota hai
pe ratio का मतलब होता है की price to ernings ratio . यानि की किसी भी कंपनी की स्टॉक की प्राइज निवेश करने के बाद हमें १ रूपया के लिए कितना प्राइज देना पड़ेगा। ये समझ आता है। और pe ratio से ये पता चलता हे की कंपनी की स्टॉक प्राइज सस्ती है या महँगी। उसेही pe ratio कहा जाता है।
pe ratio हर कंपनी का अलग अलग हो सकता है। ज्यादा pe ratio वाले कंपनी की शेयर प्रीज़र महँगी होती है। और काम pe retio वाली कंपनी की शेयर प्राइज सस्ती होती है। लेकिन pe retio की तुलना हमेश सेम सेक्टर की कंपनी के साथ ही करनी चाहिए। एक उदहरण के तौर पर समझते है।
उदाहरण
एक xyz कंपनी हैउसका pe १० रुपये है। औ एक abc कंपनी है उसका pe १५ रुपये है। इसका मतलब xyz कंपनी से abc कंपनी का शेयर महंगा है। तो इसका मतलब ये नहीं की xyz कंपनी सस्ती है तो उसमे निवेश (इन्वेस्ट ) करना चाहिए। हो सकता है की। abc कंपनी अच्छे ग्रोथ में हो। यानि उसका हर साल प्रॉफिट २० % से ग्रो हो रहा हो।
xyz कंपनी का pe कम हे। तो हो सकता है की कंपनी घाटे में हो। और उसका pe भी घटता रहा हो। सिर्फ किसीभी कंपनी का pe retio देखकर आप उस कंपनी में निवेश नहीं कर सकते। आप को उसके साथ कंपनी का fundamental analysis भी समझना चाहिए।
pe retio kaise nikalte hai
किसी भी कंपनी का pe retio निकलना है।तो आपको उसका शेयर प्राइज मालूम होना चाहिए। और कंपनी हे साल कितने पर्सेंट से ग्रो कर रही है ये मालूम होना चाहिए ,तब ही आपको कंपनी का pe retio पता चलता है।
जैसे की pe retio = share per share / erning per share (eps)
xyz कंपनी का शेयर प्राइज है १५० रुपये। और उसका हर साल का इनकम मतलब eps है १० रुपये। यानि उसका pe हो गया १५०/१० = १५ रुपये। अब ये कैसे पता करे की ये pe सस्ता है या महंगा। तो आपको उसी सेक्टर की कंपनी के साथ xyz कंपनी के pe retio की तुलना करनी होगी। यानि xyz कंपनी एक ऑटो सेक्टर कंपनी है.तो हमें ऑटो सेक्टर की दूसरी कंपनी के साथ xyz कंपनी के pe retio की तुलना करनी होगी।
abc कंपनी की शेयर प्राइज है ३०० रुपये। और उसका eps १५ रुपये है। तो उसका pe retio आएगा ३००/१५ =२० शेयर बाजार में पीई क्या है रुपये। अब abc कंपनी का pe retio है २० रुपये। यानि xyz कंपनी का शेयर इस कंपनी से सस्ता है। और abc कंपनी का शेयर महंगा है। ये कहा जायेगा।
लेकिन xyz कंपनी के मुकाबले abc कंपनी की ग्रोथ काफी अच्छी है। और उसका pe हर साल बढ़ रहा है। लेकिन उसका प्रॉफिट भी हर साल १५ % से ग्रो हो रहा है। लेकिन xyz कंपनी की ग्रोथ काफी धीमी है। इसकी वजह से उसका pe retio भी कम है। इसका मतलब ये हुआ की सिर्फ pe retio देखकर आप इन्वेस्ट न करे। कंपनी का ग्रोथ भी देखे।
pe retio ka use
pe retio का इस्तेमाल करके ही बड़े बड़े इन्वेस्टर शेयर बाजार में निवेश करते है। pe retio से ही पता चलता है की किसी कंपनी की शेयर प्राइज महँगी है या सस्ती। जितना काम किसी कंपनी का pe होता है। उतनीही उस कपोनि की शेयर की प्राइज सस्ती होती है।
यकीं है की आपको आज की ये हमारी पोस्ट काफी पसन्द आयी हो। और अगर हमारी पोस्ट आपको अच्छी लगे तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा। ताकि उन लोगो को भी शेयर बाजार में निवेश करने के लिए pe retio कितना महत्पूर्ण है। ये समज सके।
अगर आपको शेयर बाजार के विषय में कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते है। धन्यवाद।
१.PE Ratio कैसे निकाले?
जवाब-pe retio = share per share / erning per share (eps) xyz कंपनी का शेयर प्राइज है १५० रुपये। और उसका हर साल का इनकम मतलब eps है १० रुपये। यानि उसका pe हो गया १५०/१० = १५ रुपये।
शेयर मार्किट में CE और PE क्या है? 5 मिनट में समझें [2022] | What is CE & PE Stock Market Example in Hindi?
जो लोग वित्तीय पृष्ठभूमि से नहीं हैं, उनके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग भ्रम से भरी है। बहुत सारे शब्द हैं जिन्हें समझना मुश्किल है। अगर आप शेयर मार्किट में CE और PE को अच्छे से समझना चाहते हो तो यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ आपके लिए है। पहली बार जब कोई ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना शुरू करते हैं हर किसी के मन में यह सवाल आता है कि Stock Market में CE और PE क्या है?
तो लेख में हम इन शर्तों के बारे में आपके भ्रम को दूर करने के लिए उदाहरण के साथ सीई और पीई पर विवरण में चर्चा करेंगे। तो चलिए चर्चा करना शुरू करते हैं कि CE और PE क्या है?
Table of Contents
CE और PE क्या है? – What is CE & PE Share Market Example in Hindi?
CE क्या है?
CE कॉल ऑप्शन (Call Option) का शॉर्ट फॉर्म है, हालांकि वास्तव में इसका पूरा नाम कॉल यूरोपियन (Call European) है। CE निवेश अनुबंध (Contracts) हैं जो निवेशक को एक निश्चित समय सीमा के भीतर एक निश्चित लागत पर स्टॉक, बॉन्ड, उत्पाद, या अन्य संपत्ति या साधन खरीदने का अधिकार प्रदान करते हैं, वो भी बिना प्रतिबद्धता के।
मूल संपत्ति एक शेयर, बांड या कमोडिटी है। जब मूल संपत्ति का मूल्य बढ़ता है, तो कॉल खरीदार को लाभ होता है।
प्रतिभूतियों पर कॉल विकल्प (Call Option) निवेशक को एक निश्चित तिथि (समाप्ति तिथि) से पहले एक निश्चित कीमत (शेयर बाजार में पीई क्या है स्ट्राइक प्राइस) पर फर्म के शेयरों की निश्चित संख्या हासिल करने का विकल्प प्रदान करते हैं।
कॉल ऑप्शन (CE) कब खरीदें? – When to Buy Call Option in Hindi?
मान शेयर बाजार में पीई क्या है लें कि रिलायंस की वार्षिक आम बैठक (AGM) आ रही है, और आप उम्मीद करते हैं कि बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा। हालाँकि स्टॉक वर्तमान में INR 1950 पर कारोबार कर रहा है, आप मानते हैं कि यह समाचार कीमत को अधिक बढ़ा देगा, संभवतः INR 1950 से ऊपर।
हालांकि, आप कैश सेगमेंट में रिलायंस को खरीदने से सावधान हैं क्योंकि यह बहुत जोखिम भरा है, और आप इसे फ्यूचर्स मार्केट में नहीं खरीदना चाहेंगे क्योंकि फ्यूचर्स आपको असीमित जोखिम के लिए उजागर करता है।
आप घोषणा के परिणामस्वरूप दर में वृद्धि से चूकना नहीं चाहते हैं, और आप अस्थिरता को खत्म करने के लिए थोड़ी सी राशि का जोखिम उठाने को तैयार हैं। आपके लिए, एक कॉल विकल्प एकदम सही है।
उदाहरण:
आप विकल्प बाजार में तरलता के आधार पर, एक ऐसे समय में जब मौजूदा कीमत INR 1950 है, एक रिलायंस कॉल ऑप्शन में INR 1970 की स्ट्राइक लागत के साथ व्यापार करने में रुचि हो सकती है।
चूंकि उस कॉल विकल्प को 10 रुपये पर उद्धृत किया गया था, आपको प्रति स्टॉक INR 10, या INR 2,500 का प्रीमियम खर्च करना होगा (रु 10 x 250 यूनिट)।
यदि रिलायंस का नकद बाजार मूल्य INR 1980 प्रति शेयर तक पहुंच जाता है (यानी, आपकी स्ट्राइक लागत रु 1970 + प्रीमियम 10 रुपये का शुल्क लिया गया) तो आपका मुनाफा शुरू हो जाता है।
PE का क्या अर्थ है? – What is PE in Stock Market in Hindi?
PE, Put Option का संक्षिप्त रूप है, हालाँकि, वास्तविक पूर्ण रूप पुट यूरोपियन है। पुट विकल्प (Put Option) एक अनुबंध है जो धारक को एक निश्चित समय अवधि के भीतर एक विशिष्ट लागत पर वास्तविक सुरक्षा के मूल्य से पहले बेचने या बेचने की प्रतिबद्धता नहीं बल्कि विशेषाधिकार देता है।
स्ट्राइक रेट वह निश्चित मूल्य है जिस पर पुट ऑप्शन का ट्रेडर बेचेगा। शेयरों, मुद्राओं, बांडों, वस्तुओं, वायदा और सूचकांकों को पुट विकल्प के लिए मूल संपत्ति के रूप में आदान-प्रदान किया जाता है।
कॉल ऑप्शन पुट ऑप्शन के बिल्कुल विपरीत है। किसी भी बाजार में विक्रेता के बिना बोली लगाने वाला कभी नहीं हो सकता। समान रूप से, आप विकल्प खंड में पुट विकल्प के बिना कॉल विकल्प प्राप्त नहीं कर सकते।
शेयर पुट ऑप्शन उसी तरह से काम करते हैं जैसे स्टॉक कॉल ऑप्शन करते हैं। इस स्थिति में, फिर भी, विकल्प निवेशक शेयर के मूल्य पर मंदी की स्थिति में है और गिरावट से लाभ की उम्मीद करता है।
पुट ऑप्शन खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें?
पुट ऑप्शन शेयर उसी तरह से काम करते हैं जैसे स्टॉक कॉल ऑप्शन करते हैं। इस स्थिति में, फिर भी, विकल्प निवेशक शेयर के मूल्य पर मंदी की स्थिति में शेयर बाजार में पीई क्या है है और गिरावट से लाभ की उम्मीद करता है।
आपको स्टॉक की चाल पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। यह संभव है कि शेयर की कीमत गिरती है, लेकिन फिर समाप्ति से ठीक पहले फिर से बढ़ जाती है। इसका मतलब यह होगा कि आप लाभ का मौका चूक गए हैं।
उदाहरण:
मान लें कि आप ABC स्टॉक के मालिक हैं और अनुमान लगाते हैं कि कंपनी का तिमाही प्रदर्शन विश्लेषकों की अपेक्षाओं से कम होगा। यह INR 1950 के मौजूदा स्टॉक मूल्य प्रति स्टॉक में गिरावट का कारण हो सकता है।
आप मूल्य में गिरावट से लाभ के लिए प्रति शेयर 10 रुपये के बाजार द्वारा निर्धारित प्रीमियम पर INR 1930 के स्ट्राइक मूल्य पर ABC पर एक पुट विकल्प (Put Option) खरीद सकते हैं। मान लें कि अनुबंध लॉट में 250 शेयर हैं। एबीसी पर एक पुट ऑप्शन खरीदने के लिए, आपको 2,500 रुपये (250 स्टॉक x 10 रुपये प्रति इक्विटी) का प्रीमियम देना होगा।
फायदा क्या होगा?
यदि शेयर की कीमत 1930 रुपये तक गिरती है, तो आप अपने पुट विकल्प का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं। फिर भी, यह आपके 10 रुपये/स्टॉक प्रीमियम को कवर नहीं करता है। नतीजतन, आप स्टॉक की कीमत कम से कम 1920 रुपये तक गिरने तक इंतजार करना चाह सकते हैं।
तब तक देखें जब तक कि स्टॉक 1910 रुपये या 1900 के स्तर तक न गिर जाए, अगर कोई संकेत है कि यह होगा। यदि नहीं, तो अवसर का लाभ उठाएं और जितनी जल्दी हो सके विकल्प का उपयोग करें। प्रीमियम लागत घटाने के बाद, आप प्रति शेयर 10 रुपये का लाभ अर्जित करेंगे।
नुकसान क्या हो सकता है?
हालाँकि, आप विकल्प की अवहेलना कर सकते हैं यदि शेयर की लागत पूर्वानुमान के अनुसार गिरने के बजाय बढ़ती है। आपका नुकसान 2,500 रुपये या 10 रुपये प्रति शेयर तक सीमित रहेगा।
ऑप्शंस एंड पुट को भारतीय बाजार में किसी भी सिक्योरिटीज पर बेचा या खरीदा नहीं जा सकता है। सेबी के सख्त विनिर्देशों को पूरा करने वाले केवल उन शेयरों को विकल्प व्यापार करने की अनुमति है। इन शेयरों को शीर्ष 500 शेयरों में से चुना गया था, जिसमें पिछले 6 महीनों में औसत दैनिक बाजार मूल्यांकन और औसत नियमित कारोबार की मात्रा जैसे मापदंडों को ध्यान में रखा गया था।
हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके सवाल Stock Market में CE और PE क्या है? (What is CE & PE Share Market Example in Hindi इसका जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा। हालांकि, हम अनुशंसा करते हैं कि आप F&O सेगमेंट में प्रवेश करने से पहले एक संरक्षक से भविष्य और विकल्पों को ठीक से सीख लें।
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
Good P/E Ratio: पीई रेशियो क्या होता है, शेयर मार्केट में क्यों जरूरी है पीई रेशियो?
पीई रेशियो एक ऐसा अनुपात होता है जिसका इस्तेमाल शेयर से आय का अनुपात निकालने के लिए किया जाता है. कोई शेयर सस्ता है या महंगा ये बात पीई रेशियो के जरिये ही पता लगाई जाती है.
By इंडिया रिव्यूज डेस्क On Sep 13, 2021 3,434 0
Share Market में पैसा निवेश करना एक रिस्क वाला काम है. इस बात को हम सभी जानते हैं. लेकिन हम सभी ये भी जानते हैं कि काफी सारे लोग शेयर मार्केट से करोड़ों रुपये कमा चुके हैं. इसी के चलते लोग शेयर मार्केट में निवेश करने की चाह रखते हैं. कई समझदार लोगों के मुंह से आपने p/e ratio के बारे में भी सुना होगा. उन्होने कहा होगा कि किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसका p/e ratio देखो.
अगर अभी तक आप p/e ratio के बारे में नहीं जानते हैं और शेयर मार्केट में निवेश करने वाले हैं तो आपको p/e ratio क्या है? इस बारे में जरूर जानना चाहिए.
पीई रेशियो क्या है? | What is P/E Ratio?
पीई रेशियो एक ऐसा अनुपात होता है जिसका इस्तेमाल शेयर से आय का अनुपात निकालने के लिए किया जाता है. कोई शेयर सस्ता है या महंगा ये बात पीई रेशियो के जरिये ही पता लगाई जाती है. शेयर से होने वाली आय को शेयर बाजार की डिक्शनरी में ईपीएस यानि Earning Per Share कहा जाता है. पीई रेशियो को निकालने के लिए शेयर की कीमत को एक शेयर से की हुई कमाई से भाग दिया शेयर बाजार में पीई क्या है जाता है.
जैसे किसी शेयर की कीमत 100 रुपये है. उस शेयर से 10 रुपये की कमाई हुई. उस शेयर का पीई रेशियो 100/10=10 होगा. इस तरह पीई रेशियो 10 हुआ. हम किसी भी शेयर की कीमत और उसकी आय का पता करके पीई रेशिओ के बारे में पता कर सकते हैं.
P/E Ratio के प्रकार | Types of P/E Ratio
पीई रेशियो दो तरह के होते हैं. 1) ट्रेलिंग 2) फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग
1) ट्रेलिंग पीई रेशियो | Trailing P/E Ratio
ट्रेलिंग पीई रेशिओ का संबंध कंपनी के पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन पर आधारित होता है. इसमें पिछले वर्ष के कुल ईपीएस आय द्वारा हाल के स्टॉक मूल्य को विभाजित करके ट्रेलिंग मूल्य निकाला जाता है. इसे सबसे विश्वसनीय और फेमस पीई मेट्रिक माना जाता है क्योंकि ये कंपनी के मुनाफे के रियल डाटा को यूज करता है. अधिकतर निवेशक इसी तरीके का इस्तेमाल करके पीई रेशियो का पता लगाते हैं और निवेश करते हैं. लेकिन निवेशकों को ये याद रखना चाहिए कि कंपनी के पिछले कुछ सालों का प्रदर्शन उसके भविष्य की गारंटी नहीं है.
2) फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग | Forward Price to Earning
पीई रेशिओ निकालने का दूसरा सबसे फेमस तरीका फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग शेयर बाजार में पीई क्या है है. ये ट्रेलिंग पीई रेशिओ के विपरीत होता है. इसमें पीई रेशिओ निकालने के लिए भविष्य की आय का इस्तेमाल किया जात आ है जो अनुमानित होती हैं. इसे कमाई की अनुमानित लागत के रूप में भी जाना जाता है.
यह संकेतक यह वर्तमान आय और भविष्य की आय के बीच तुलना का आधार प्रदान करने के शेयर बाजार में पीई क्या है लिए महत्वपूर्ण होता है. इसमें कंपनी में क्या मुनाफा होगा, क्या नुकसान होगा, कैसे नुकसान होगा ये सारी बातों की स्पष्टता मिलती है. इसे किसी कंपनी की भविष्य की कमाई का आंकलन करने का विश्वसनीय तरीका माना जाता है.
अच्छा पीई रेशियो कितना होता है? | What is good p/e ratio
पीई रेशियो के बारे में जानने के बाद आपके दिमाग में एक सवाल ये भी आ रहा होगा कि एक अच्छा पीई रेशियो कितना होता है. तो इसका जवाब ये है कि पीई रेशियो जितना कम होगा उतना अच्छा है. बहुत ज्यादा पीई रेशियो होना किसी भी शेयर के लिए अच्छी बात नहीं है. मार्केट के हिसाब से देखा जाए तो 20 से 25 पीई रेशियो अच्छा माना जाता है.
किसी शेयर को खरीदने के बाद कंपनी घाटे में जाती है या मुनाफे में. इस बात के बारे में कहा नहीं जा सकता. इसके बारे में बस अनुमान लगाया जा सकता है. यदि आप निवेश कर रहे हैं तो खुद बहुत सोच-समझकर, बहुत रिसर्च करने के बाद ही किसी शेयर में निवेश करें.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 334