लिमिट ऑर्डर (Limit Order) क्या है? | Meaning of Limit Order in Hindi Reviewed by Thakur Lal on जनवरी 27, 2021 Rating: 5

ऑर्डर के प्रकार क्या हैं

पिछले ब्लॉग पोस्ट में हमने अम्बुश की पार्टी को ब्रीफिंग देने के बारे मे जानकारी हासिल की और इस पोस्ट में हम फायर कण्ट्रोल आर्डर और फायर डिसिप्लिन का बारे(Fire Control Order aur Fire Discipline ki jankari) में जानकरी शेयर करेंगे !

  • फायर यूनिट कमांडर(Fire Unit Commander) की कैसुअलिटी(Causality) होने पर कोई भी जवान उसकी जगह काम कर सके !
  • अगर ग्रुप कमांडर की कमी हो तो जवानों को ही यह ड्यूटी करनी पड़ेगी !

2. फायर कण्ट्रोल ऑर्डरों का फ़ायदा उठाने के लिए टारगेटों का सही बयान और उनको पहचानने की सिखलाई निहायत ऊँचे दर्जे की होनी चाहिए !

  • फायर यूनिट क्या होता है (Fire Unit kya Hota hai?): उस हथियार बंद टोली को कहते है जो एक कमांडर के हुकुम से ऑर्डर के प्रकार क्या हैं फायर करती है ! यह आमतौर पर एक सेक्शन की टोली होती है !
  • फायर यूनिट कमांडर(Fire Unit Commander kaun Hota Hai?): वह कमांडर जो फायर यूनिट को फायर का हुकुम देता है और उसके फायर पर कण्ट्रोल रखता है !
  • फायर डायरेक्शन आर्डर क्या होता है ?(Fire Direction order kya hota hai?) : यह वह आर्डर होते है जो फायर यूनिट कमांडर को अपने से ऊपर वाले कमांडर से मिलती है ! इन हुकमों में यह बताया जाता है किह किस वक्त किन किन टारगेट पर किस हथियार और कितने तादाद का फायर डाला जाए!सेक्शन कमांडर को फायर डायरेक्शन आर्डर अपने पलटन कमांडर से मिलता है !
  • फायर कण्ट्रोल ऑर्डर्स क्या होता है ?(Fire control order kya hota hai?):- यह वह हुकुम होता है जो एक फायर यूनिट कमांडर फायर डलवाने और उस पर काबू रखने के लिए फायर यूनिट को देता है !
  • आर्क ऑफ़ फायर क्या होता है ?(Arc of fire kya hota hai?):- यह वह इलाका होता है जिस के अंदर टारगेटों को बर्बाद करने की जिम्मेवारी एक फायर यूनिट को दी जाती है! यह इलाका बाएं और दाहिने हदो से ज़ाहिर किया जाता है !
  • फील्ड ऑफ़ फायर क्या होता है ?(Field of fire kya hota hai?) उस इलाके को कहते है जिस पर किसी भी दिशा में किसी हथियार का कारगर फायर डाला जा सकता है !
  • फायर हमेशा दुश्मन को मर डालने खोल जाये नहीं उसको डराने के लिए
  • अम्मुनिशन की बचत का ख्याल रखना चाहिए
  • फायर डिसिप्लिन का खास ध्यान रखा जाए !

5. फायर खोलने से पाहिले ध्यान में रखने वाली बातें (Fire kholne se pahle kin kin bate pe dhyan rakhna chahiye): आर्डर देने से पहल;इ फायर यूनिट कमांडर को नींम बातो पर सोच विचार कर फायर का आर्डर देना चाहिए !

  • क्या रेंज और दिखाई और फायर डालने के लिए ठीक है !
  • क्या सरप्राइज हासिल करने के लिए और दुश्मन पर अचानक फायर से ज्यादा नुकशान पहुचने के लिए फायर को थोड़ी देर के बाद खोला जाए !
  • फायर की रफ़्तार क्या होनी चाहिए ? आमतौर पर रैपिड फायर सिर्फ इन मौकों पर खोल जाता है :
  • फायर पर खुद काबू रखा जाए , या की जिम्मेवारी ग्रुप कमांडर को दी जाए, या हर एक जवान को अपने पर काबू रखने का हुकुम दिया जाए !
  • हुकुम साफ , धीरे और काम लफ्जो में देने चाहिए
  • आवाज़ इतनी उची हो की आसानी से सुनाई दे
  • हुकुम हुकुम के तौर पे देने चाहिए
  • हुकुम ठहर ठहर के देनई चाहिए ताकि जवान उसपर साथ साथ अमल कर सके

7 . फायर कण्ट्रोल ऑर्डर्स की तरतीब और फायर पर काबू रखने के तरीके(Firre control order ki taritib aur fire pe kabu rakhne ke tarike kaun kaun se hai) :हुकुम हमेशा मुकर्रर किये हुए तरतीब से दिए जाने चाहिए ताकीद कोई बात छूट न जाए और समझने में आसानी हो ! तरतीब को यद् रखने के लिए जो कोडवर्ड है उसे "GRIT " से जाहिर करते है

  • G-ग्रुप (Group)
  • R- रेंज (Range)
  • I-इंडिकेशन ऑफ़ टारगेट(indication of Target
  • T-टाइप ऑफ़ फायर (Type of fire)
  • फुल फायर आर्डर :- इन आर्डर में पूरी तरतीब द्वारा आर्डर दी जाती है ! यह दो प्रकार की होती है (i) पॉइंट या नुक्ता टारगेट (ii) फैला हुवा टारगेट
  • डिलेड फायर आर्डर : इन ऑर्डरों में और बातें बता दी जाती है लेकिंग फायर खोलने के लिए हुकुम का इन्तेजार करना होता है ! फायर यूनिट कमांडर बोलता है की फायर मेरे हुकुम से होगा !
  • अपॉरचुनिटी फायर आर्डर : इस किस्म से फायर आर्डर में जवानों को खुद फायर खोलने की ज़िम्मेवारी दी जाती है !
  • ब्रीफ फायर आर्डर :यह फायर आर्डर उस वक्त दी जाती है जब टारगेट साफ और अचानक नज़दीक ही दिखलाई दे और एक डैम ही फायर करने की ज़रूरत हो ! जैसे फायर किसी टारगेट पर हो रहा है और नज़दीक किसी दूसरे दिशा से दुश्मन निकल आये !

9 . फायर डिसिप्लिन(Fire discipline kya hota hai?) : चाहे फायर कण्ट्रोल आर्डर कितने ही अच्छे हो लेकिन फायर डिसिप्लिन ऑर्डर के प्रकार क्या हैं के बगैर कामयाबी नहीं मिलती है ! फायर डिसिप्लिन को मेन्टेन रखने के लिए निचे लिखी बातों का ध्यान रखना चाहिए !

  • बगैर हुकुम के फायर न खोल जाए !
  • फायर दुश्मन को मर डालने के लिए ही खोल जाए !
  • अँधा धुंध फायर न किया जाए !
  • रात के वक्त फायर डिसिप्लिन काफी उचे दर्जे का होना चाहिए !
  • रात के वक्त दुश्मन हमारी पोजीशन और नफरी मालूम करने के लिए तरह तरह के चालाकियां करेगा ! इस लिए रत के वक्त फायर तभी खोलना चाहिए जब तक यह यकीं न हो जाए की दुश्मन का कोई भी जवान बच कर नहीं जा सकेगा , दूसरे जब दुश्मन ने अपना काम कर लिया हो तो फायर बौछार के तरह करनी चाहिए !

इस प्रकार से फायर कण्ट्रोल आर्डर और फायर डिसिप्लिन से सम्बंधित एक संक्षिप्त पोस्ट समाप्त हुई ! उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पर लाइक थक शेयर करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !

सबसे आम स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार

ट्रेडिंग, एक पूरी प्रक्रिया के रूप में, केवल खरीद और बिक्री की जटिलताओं को पार कर जाती है। अलग-अलग ऑर्डर प्रकारों के साथ, जब खरीदने और बेचने की बात आती है, तो इसे लागू करने के कई तरीके हैं। और, बेशक, इस पद्धति में से प्रत्येक एक अलग उद्देश्य की सेवा करता है।

मूल रूप से, प्रत्येक व्यापार में अलग-अलग ऑर्डर होते हैं जो एक पूर्ण व्यापार बनाने के लिए संयुक्त होते हैं। प्रत्येक व्यापार में कम से कम दो आदेश होते हैं; जबकि एक व्यक्ति सुरक्षा खरीदने का आदेश देता है, और दूसरा उस सुरक्षा को बेचने का आदेश देता है।

तो, जो स्टॉक से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैंमंडी आदेश प्रकार, यह पोस्ट विशेष रूप से उनके लिए है, कार्यप्रणाली में गहराई से खुदाई करने की कोशिश कर रहा है।

Stock Market Order Types

स्टॉक मार्केट ऑर्डर क्या है?

एक आदेश एक निर्देश है कि एकइन्वेस्टर स्टॉक खरीदने या बेचने का प्रावधान करता है। यह निर्देश या तो स्टॉक ब्रोकर को या किसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर दिया जा सकता है। विचार करें कि विभिन्न स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार हैं; ये निर्देश तदनुसार भिन्न हो सकते हैं।

ऑर्डर देने की अनिवार्यता

एक एकल आदेश या तो एक बिक्री आदेश या एक खरीद आदेश होता है, और इसे निर्दिष्ट किया जाना चाहिए, भले ही ऑर्डर प्रकार दिया जा रहा हो। अनिवार्य रूप से, प्रत्येक ऑर्डर प्रकार का उपयोग प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, ऑर्डर खरीदने और बेचने दोनों का उपयोग या तो किसी ट्रेड में प्रवेश करने या उससे बाहर निकलने के लिए किया जा सकता है।

यदि आप एक खरीद आदेश के साथ व्यापार में प्रवेश कर रहे हैं, तो आपको इसे बेचने के आदेश से बाहर निकलना होगा और इसके विपरीत। उदाहरण के लिए, एक साधारण व्यापार तब होता है जब आप स्टॉक की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। आप व्यापार में कदम रखने के लिए एक खरीद आदेश दे सकते हैं और फिर, उस व्यापार से बाहर निकलने के लिए एक बिक्री आदेश दे सकते हैं।

यदि इन दो आदेशों के बीच स्टॉक की कीमतों में वृद्धि होती है, तो आपको बेचने पर लाभ होगा। इसके विपरीत, यदि आप स्टॉक की कीमतों में कमी की उम्मीद कर रहे हैं, तो आपको एक व्यापार में प्रवेश करने के लिए एक बिक्री आदेश और बाहर निकलने के लिए एक खरीद आदेश देना होगा। आमतौर पर, इसे स्टॉक को छोटा करने या शॉर्टिंग के रूप में जाना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक पहले बेचा जाता है और फिर बाद में खरीदा जाता है।

स्टॉक मार्केट ऑर्डर के प्रकार

कुछ सबसे सामान्य स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार नीचे सूचीबद्ध हैं:

बाजार आदेश

यह तुरंत प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का एक आदेश है। यह आदेश प्रकार गारंटी देता है कि आदेश निष्पादित किया जाएगा; हालांकि, यह निष्पादन की कीमत की गारंटी नहीं देता है। आम तौर पर, एक मार्केट ऑर्डर मौजूदा बोली पर या उसके आसपास निष्पादित होता है या कीमत मांगता है।

लेकिन, व्यापारियों के लिए यह याद रखना आवश्यक है कि अंतिम-व्यापार मूल्य विशेष रूप से वह मूल्य नहीं होगा जिस पर अगला ऑर्डर निष्पादित किया जाएगा।

सीमा आदेश

एक सीमा आदेश एक निश्चित कीमत पर प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का आदेश है। एक खरीद सीमा आदेश केवल सीमा मूल्य या उससे कम पर रखा जा सकता है। और, एक विक्रय आदेश को सीमा मूल्य या उससे अधिक पर रखा जा सकता है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप किसी शेयर के शेयर खरीदना चाहते हैं, लेकिन कहीं भी रुपये से अधिक खर्च नहीं करना चाहते हैं। 1000.

फिर आप उस राशि के लिए एक लिमिट ऑर्डर सबमिट कर सकते हैं, और यदि स्टॉक की कीमत रु. 1000 या उससे कम है।

स्टॉप लॉस ऑर्डर

यह आदेश प्रकार प्रतिभूतियों में स्थिति पर निवेशकों के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि यदि आप किसी विशिष्ट कंपनी के 100 शेयर रुपये पर रखते हैं। 30 प्रति शेयर। और, शेयर रुपये की कीमत पर कारोबार कर रहा है। 38 प्रति शेयर।

आप स्पष्ट रूप से अपने शेयरों को अधिक उछाल के लिए जारी रखना चाहेंगे। हालाँकि, साथ ही, आप अवास्तविक लाभों को भी खोना नहीं चाहेंगे, है ना? इस प्रकार, आप शेयरों को रखना जारी रखते हैं लेकिन अगर उनकी कीमत रुपये से कम हो जाती है तो उन्हें बेच दें। 35.

निष्कर्ष

सबसे पहले, ट्रेडिंग ऑर्डर के लिए अभ्यस्त होना काफी भ्रमित करने वाला हो सकता है। और, वहाँ कई अन्य स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार मौजूद हैं। जब आपका पैसा दांव पर लगा हो तो गलत ऑर्डर देने से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन ऑर्डर प्रकारों पर अपना हाथ पाने का सबसे अच्छा तरीका उनका अभ्यास करना होगा। आप चाहें तो डेमो अकाउंट खोल सकते हैं और देख सकते हैं कि कामकाज कैसे होता है। और फिर, आप इसे अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों में शामिल कर सकते हैं।

कार्य ऑर्डर प्रकार बनाएँ (Field Service)

Dynamics 365 Field Service में मौजूद कार्य ऑर्डर प्रकार विभिन्न प्रकार के कार्य ऑर्डर, जैसे स्थापना, निरोधक रखरखाव, मरम्मत, विक्रय, कोट, आदि को वर्गीकृत करने और उनका निर्माण करने में आपकी मदद करता है. जब आप कोई कार्य ऑर्डर प्रकार बनाते हैं, तो वह कार्य ऑर्डर जानकारी को दृश्यों, रिपोर्ट्स और शेड्यूल बोर्ड पर डैशबोर्ड्स में अलग करने में भी मदद करता है.

मुख्य मेनू से, Field Service > व्यवस्थापन चुनें और उसके बाद कार्य ऑर्डर प्रकार का चयन करें.

कार्य ऑर्डर प्रकार स्क्रीन पर, ऊपरी बाएँ कोने में स्थित नया चुनें.

जानकारी को भरने में सहायता के लिए टूलटिप्स का उपयोग करें और उसके बाद सहेजें और बंद करें चुनें.

क्या आप हमें अपनी दस्तावेज़ीकरण भाषा वरीयताओं के बारे में बता सकते हैं? एक छोटा सर्वेक्षण पूरा करें. (कृपया ध्यान दें कि यह सर्वेक्षण अंग्रेज़ी में है)

सर्वेक्षण में लगभग सात मिनट लगेंगे. कोई भी व्यक्तिगत डेटा एकत्र नहीं किया जाता है (गोपनीयता कथन).

ऑर्डर के प्रकार क्या हैं

Iceberg एक प्रकार का आर्डर होता है, जो ज़्यादा क्वांटिटी (या ज़्यादा वैल्यू) वाले ऑर्डर को छोटे ऑर्डर में डिवाइड करता है। पिछला (प्रीवियस) आर्डर जब भर जाता है, तब ही हर छोटा आर्डर या लेग, एक्सचेंज को भेजे जातें है।

यह मार्केट डेप्थ के बिड्स और ऑफर्स में बड़े ऑर्डर्स (large orders) के बारे में नहीं बताता। इसके अलावा यह एक्सेक्यूशन के इम्पैक्ट कॉस्ट को कम करने में मदद भी करता है। Icebergs इंस्टीटूशनल ट्रेडर्स (institutional traders) के बीच एक बहुत लोकप्रिय ऑर्डर टाइप माना जाता है। भारत में रिटेल ट्रेडर्स को इससे परिचय कराने के लिए हम बहुत उत्साहित हैं।

ऑर्डर प्लेस करते समय, ऐक्चूअल ट्रेडेड प्राइस को जब इंस्ट्रूमेंट के प्राइस से तुलना करते हैं, तब उनमें जो अंतर होता है उसे इम्पैक्ट कॉस्ट कहतें है। उदाहरण के लिए, जब स्टॉक ₹100 पर ट्रेड हो रहा था, तब अगर 1000 शेयर्स को खरीदने के लिए मार्केट ऑर्डर प्लेस किया गया था, और अगर ऐक्चूअल एक्सेक्यूशन प्राइस ₹100.5 था, तब इस आर्डर के लिए इम्पैक्ट कॉस्ट ₹0.5 x 1000 = ₹500 होगा। इसी तरह, जब स्टॉक ₹100 पर ट्रेड हो रहा था, तब अगर 1000 शेयर्स को खरीदने के लिए ₹100 पर एक लिमिट ऑर्डर प्लेस किया गया था, और बाद में इसे भरने के लिए 100.3 में बदला दिया गया था, तब तकनीकी रूप से इम्पैक्ट कॉस्ट 0.3 x 1000 = ₹300 होगा।

जैसे-जैसे ऑर्डर का साइज बढ़ता है, वैसे-वैसे इम्पैक्ट कॉस्ट भी बढ़ता रहता है। जिन ट्रेडर्स के ऑर्डर्स वैल्यू ज़्यादा होते हैं उन्हें दूसरे सभी चार्जेस (STT, ब्रोकरेज, एक्सचेंज ट्रांजैक्शन, आदि) की तुलना में इम्पैक्ट कॉस्ट के लिए बहुत ज़्यादा पैसा गंवाना पड़ता है।

Icebergs कैसे काम करता है?

जैसा कि नाम से पता चलता है, जब एक बड़ा ऑर्डर प्लेस किया जाता है, तब इसे छोटे ऑर्डर या लेग में डिवाइड किया जाता है। सबसे पहले केवल पेहले लेग (first leg) को ही एक्सचेंज पर प्लेस किया जाता है। यह केवल iceberg के टिप के बारे में बताता है। जब यह लेग एक्सेक्यूट हो जाता है, तब उसके बाद प्रमुख ऑर्डर का अगला लेग प्लेस किया जाता है। यह तब तक चलता रहेगा, जब तब की वांछित (desired) क्वांटिटी ट्रेड नहीं हो जातें। लेग्स की संख्या कस्टमर द्वारा तय की जाती है।

Iceberg ऑर्डर प्लेस करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें :

  1. ऑर्डर विंडो पर Iceberg पर क्लिक करें।
  2. Intraday या Overnight को सेलेक्ट करें।
  3. Quantity और Price एंटर करें।
  4. Market या Limit को सेलेक्ट करें।
  5. लेग्स के नंबर्स को एंटर करें और Buy या Sell पर क्लिक करें। Iceberg के प्रति लेग्स के लिए मैक्सिमम संख्या 10 होती है।

उदाहरण सिनेरियो

Nifty CE के 3000 क्वांटिटी (60 लॉट्स) के लिए आर्डर को 5 ऑर्डर्स में डिवाइड किया जा सकता है, जहाँ हर एक आर्डर में 600 क्वांटिटी होगा। लेग्स की संख्या को सेलेक्ट करके ऐसा किया जा सकता है। इस तरह, 600 के बाद जो भी आर्डर प्लेस होता है, वह तभी एक्सेक्यूट होगा जब पिछले ऑर्डर्स एक्सेक्यूट हो चुके होंगे।

क्या आप जानते है?

  • चूंकि हर एक लेग को एक अलग आर्डर माना जाता है, ब्रोकरेज को अलग से चार्ज किया जाता है। यानी, अगर ऑर्डर को 5 लेग्स में डिवाइड किया जाता है, तब ब्रोकरेज ये 5 एक्सेक्यूटेड ऑर्डर्स पर लागू होंगे और वो भी अलग से। देखिए list of all charges and taxes ।
  • अगर आप एक्सचेंज पर प्लेस किये गए Iceberg ऑर्डर के किसी भी लेग को कैंसिल करते हैं, तब बाक़ी बचे सभी पेंडिंग लेग जिन्हें अभी तक प्लेस नहीं किया गया हैं, उसे खुद भ खुद कैंसिल कर दिए जाते हैं। इसी तरह, अगर आप एक्सचेंज पर प्लेस किये गए Iceberg के किसी भी लेग के प्राइस को मॉडिफाई करते हैं, तब सभी पेंडिंग लेग्स का प्राइस, नए प्राइस में मॉडिफाई हो जाएगा।
  • इक्विटी के लिए मिनिमम ऑर्डर वैल्यू ₹1,00,000 है और F&O के लिए 5 लॉट है।
  • Iceberg ऑर्डर केवल NSE इक्विटी, F&O, करेंसी और BSE इक्विटी के लिए उपलब्ध हैं। Iceberg ऑर्डर टाइप MCX के लिए अभी उपलब्ध नहीं है।
  • Iceberg का इस्तेमाल करके BSE में मार्केट और SL-M ऑर्डर को प्लेस नहीं किया जा सकता है।
  • प्री-ओपन और पोस्ट-मार्केट सेशंस, Iceberg ऑर्डर और मिनट वैलिडिटी को सपोर्ट नहीं करते हैं।
  • आप इक्विटी ट्रेड्स के लिए डिस्क्लोज़्ड (disclosed) क्वांटिटी फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि Icebergs के तरह ही काम करेगा। डिस्क्लोज़्ड (disclosed) क्वांटिटी फीचर बहुत सारे ऑर्डर्स को नहीं बनाती है और इसलिए ऑर्डर के प्रकार क्या हैं कोई अलग से चार्ज इसके लिए नहीं लगता है। F&O ट्रेड्स के लिए डिस्क्लोज़्ड (disclosed) क्वांटिटी फीचर उपलब्ध नहीं है। देखिए What is disclosed quantity feature and how to use it?

मिनट्स में ऑर्डर की वैलिडिटी।

DAY (जब तक भर ना जाए तब तक पूरे ट्रेडिंग दिन के लिए वैलिड रहता है) और IOC (इमीडियेट या कैंसिल) ऑर्डर्स के साथ, हम एक नई मिनट वैलिडिटी फीचर की शुरुआत करने जा रहे हैं। अगर आर्डर दिए गए समय में पूरा नहीं होता है, तब आर्डर खुद ही कैंसिल हो जाए, वैसा सेट किया जा सकता है। इस पीरियड को मिनटों में सेट किया जाता है। Iceberg ऑर्डर को रेगुलर ऑर्डर के साथ मिनटों में वैलिडिटी के साथ भी प्लेस किया जा सकता है।

ऑर्डर फ्रीज़ लिमिट्स की समस्या को Icebergs दूर कर सकता है ।

एक्सचैंजेस में इक्विटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए maximum order (मैक्सिमम ऑर्डर) लिमिट सेट होता है। देखिए Quantity freeze limits उदाहरण के लिए, एक ऑर्डर में Nifty के लॉट के लिए ज़्यादा से ज़्यादा 36 लॉट (1800 Qty) प्लेस किया जा सकता है, Bank Nifty के लिए, यह 48 लॉट (1200 Qty) होता है। यह उन ट्रेडर्स के लिए फ़ायदेमंद नहीं होता है जो बड़ी क्वांटिटी में एक्सेक्यूट करना चाहते हैं। इसके चलते उन्हें कई ऑर्डर प्लेस करना पड़ता है। Iceberg ऑर्डर के साथ, अब आप एक ही समय में 10000 या 200 लॉट या उससे ज़्यादा का Nifty के बाय आर्डर प्लेस कर सकतें है। इसका मतलब यह है की बड़े ऑर्डर के केस में कई ऑर्डर्स प्लेस करने की ज़रुरत नहीं होगी और साथ ही इम्पैक्ट कॉस्ट को भी कम करेगा।

लिमिट ऑर्डर (Limit Order) क्या है ? | Limit order meaning in Hindi

एक सीमा ऑर्डर एक प्रकार का आदेश है जो किसी निर्धारित मूल्य या बेहतर पर सुरक्षा की खरीद या बिक्री करता है। लिमिट ऑर्डर खरीदने के लिए, ऑर्डर को केवल सीमा ऑर्डर के प्रकार क्या हैं मूल्य या कम कीमत पर निष्पादित किया जाएगा, जबकि लिमिट ऑर्डर बेचने के लिए, ऑर्डर केवल सीमा मूल्य या उच्चतर पर निष्पादित किया जाएगा। यह वजीफा व्यापारियों को उन कीमतों पर बेहतर नियंत्रण करने की अनुमति देता है जो वे व्यापार करते हैं।

एक खरीद सीमा आदेश का उपयोग करके, निवेशक को उस कीमत या उससे कम का भुगतान करने की गारंटी है। जबकि मूल्य की गारंटी दी जाती है, आदेश को भरना नहीं है, और जब तक सुरक्षा मूल्य आदेश की योग्यता को पूरा नहीं करता है तब तक सीमा आदेशों को निष्पादित नहीं किया जाएगा। यदि परिसंपत्ति निर्दिष्ट मूल्य तक नहीं पहुंचती है, तो आदेश नहीं भरा जाता है और निवेशक ट्रेडिंग अवसर पर चूक सकता है।

यह एक बाजार आदेश के साथ विपरीत हो सकता है, जिसके तहत किसी भी मूल्य सीमा के बिना प्रचलित बाजार मूल्य पर एक व्यापार निष्पादित किया जाता है।

प्रमुख बिंदु | Key Points)

एक सीमा आदेश गारंटी देता है कि एक विशिष्ट मूल्य स्तर की तुलना में एक ऑर्डर भरा हुआ है या बेहतर है।

एक सीमा आदेश को भरने की गारंटी नहीं है, हालांकि।

सीमा आदेश निष्पादन मूल्य को नियंत्रित करते हैं, लेकिन तेजी से बढ़ते बाजार की स्थितियों में चूक के अवसर पैदा कर सकते हैं।

सीमा आदेशों का उपयोग बड़े डाउनसाइड नुकसान को रोकने के लिए स्टॉप ऑर्डर के साथ संयोजन में किया जा सकता है।

Limits कैसे काम करती हैं | How Does Limit order Works

एक limit आदेश एक सुरक्षा खरीदने या बेचने के लिए पूर्व-निर्दिष्ट मूल्य का उपयोग है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यापारी XYZ के स्टॉक को खरीदना चाहता है, लेकिन उसकी कीमत 14.50 डॉलर है, तो वे केवल 14.50 डॉलर या उससे कम कीमत पर स्टॉक खरीदेंगे। यदि व्यापारी XYZ के स्टॉक के शेयरों को $ 14.50 की सीमा के साथ बेचना चाहता है, तो व्यापारी तब तक कोई शेयर नहीं बेचेगा जब तक कि कीमत 14.50 डॉलर या उससे अधिक न हो।

एक खरीद सीमा आदेश का उपयोग करके निवेशक को खरीद सीमा आदेश मूल्य या बेहतर भुगतान करने की गारंटी है, लेकिन यह गारंटी नहीं है कि आदेश भरा जाएगा। एक सीमा आदेश एक व्यापारी को सुरक्षा के निष्पादन मूल्य पर अधिक नियंत्रण देता है, खासकर अगर वे बढ़े हुए अस्थिरता की अवधि के दौरान बाजार के आदेश का उपयोग करने से डरते हैं।

एक सीमा आदेश का उपयोग करने के लिए कई बार होते हैं जैसे कि जब स्टॉक बढ़ रहा है या बहुत जल्दी गिर रहा है, और एक व्यापारी को बाजार के आदेश से खराब भरण होने का डर है। इसके अतिरिक्त, एक सीमा आदेश उपयोगी हो सकता है यदि कोई व्यापारी स्टॉक नहीं देख रहा है और उसकी एक विशिष्ट कीमत है, जिस पर वे उस सुरक्षा को खरीदने या बेचने में प्रसन्न होंगे। सीमा आदेश भी एक समाप्ति तिथि के साथ खुला छोड़ा जा सकता है।

वास्तविक-विश्व उदाहरण | Real-world example

एक पोर्टफोलियो मैनेजर टेस्ला इंक का (TSLA) स्टॉक खरीदना चाहता है, लेकिन उसका मानना ​​है कि इसका मौजूदा मूल्यांकन $ 325 प्रति शेयर बहुत अधिक है और स्टॉक को खरीदने के लिए इसे एक विशिष्ट कीमत पर गिरना चाहिए। पीएम ने अपने व्यापारियों को निर्देश दिया कि टेस्ला के 10,000 शेयरों को खरीदा जाए, कीमत 250 डॉलर से कम हो जाए, तो अच्छा है। व्यापारी तब $ 250 की सीमा के साथ 10,000 शेयर खरीदने का आदेश देता है। क्या उस कीमत से नीचे स्टॉक गिरना चाहिए, व्यापारी स्टॉक खरीदना शुरू कर सकता है। जब तक स्टॉक पीएम की सीमा तक नहीं पहुंचता या पीएम ऑर्डर को रद्द नहीं कर देता तब तक ऑर्डर खुला रहेगा।

इसके अतिरिक्त, पीएम Amazon.com Inc. (AMZN) के स्टॉक को बेचना चाहेंगे, लेकिन लगता है कि इसकी मौजूदा कीमत $ 1,350 बहुत कम है। पीएम ने अपने व्यापारी को 5,000 शेयरों को बेचने का निर्देश दिया, जिसकी कीमत 2,500 डॉलर से ऊपर होनी चाहिए, अच्छा 'टीएस रद्द'। तब व्यापारी $ 2,500 की सीमा के साथ 5,000 शेयरों को बेचने का आदेश देगा।

सीमा आदेश बनाम बाजार आदेश | Limit order vs market order

जब कोई निवेशक स्टॉक खरीदने या बेचने का आदेश देता है, तो कीमत के मामले में दो मुख्य निष्पादन विकल्प होते हैं: ऑर्डर को "बाजार में" या "सीमा पर" रखें। बाजार के आदेश लेनदेन वर्तमान या बाजार मूल्य पर जितनी जल्दी हो सके निष्पादित करने के लिए होते हैं। इसके विपरीत, एक सीमा आदेश अधिकतम या न्यूनतम मूल्य निर्धारित करता है जिस पर आप खरीदने या बेचने के इच्छुक हैं।

कार खरीदने के लिए सादृश्य के साथ स्टॉक खरीदना सोचा जा सकता है। एक कार के साथ, आप डीलर के स्टिकर मूल्य का भुगतान कर सकते हैं और कार प्राप्त कर सकते हैं। या आप एक मूल्य पर बातचीत कर सकते हैं और सौदे को अंतिम रूप देने से इंकार कर सकते हैं जब तक कि डीलर आपकी कीमत पूरी नहीं करता। शेयर बाजार को एक समान तरीके से काम करने के लिए सोचा जा सकता है।

एक बाजार ऑर्डर ऑर्डर के निष्पादन से संबंधित है; सुरक्षा की कीमत व्यापार को पूरा करने की गति के लिए माध्यमिक है। सीमा आदेश मुख्य रूप से कीमत के साथ सौदा करते हैं; यदि सुरक्षा का मान वर्तमान में सीमा क्रम में निर्धारित मापदंडों के बाहर विश्राम कर रहा है, तो लेनदेन नहीं होता है।


लिमिट ऑर्डर (Limit Order) क्या है?
लिमिट ऑर्डर (Limit Order) क्या है?

 लिमिट ऑर्डर (Limit Order) क्या है? | Meaning of Limit Order in Hindi

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