फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) कैलकुलेटर

फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करने पर, आपके द्वारा डिपॉजिट की जाने वाली राशि पर मौजूदा एफडी ब्याज दर के अनुसार ब्याज मिलता है. इस ब्याज में समय के साथ कंपाउंडिंग के साथ वृद्धि होती है और इससे आपकी बचत को बढ़ाने में मदद मिलती है. इन सभी विवरणों की मैनुअल रूप से गणना करना एक कठिन और समय लेने वाली प्रक्रिया हो सकती है. एफडी रिटर्न कैलकुलेटर के साथ, अब आप बिना किसी परेशानी के ब्याज लाभ और एफडी मेच्योरिटी राशि का अनुमान लगा सकते हैं.

एफडी कैलकुलेटर से आप यह जान सकते हैं कि निर्धारित अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करके आप कितना ब्याज प्राप्त कर सकते हैं. मेच्योरिटी राशि की गणना ऑनलाइन एफडी कैलकुलेटर का उपयोग करके की जाती है, जिसमें ब्याज वार्षिक रूप से कंपाउंड होती है.

एफडी कैलकुलेटर आपको विभिन्न इन्वेस्टमेंट राशियों के लिए उपलब्ध एफडी की मेच्योरिटी राशि और ब्याज दरों की तुलना करने की सुविधा देता है.

संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?

जब आप संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा में इन्वेस्ट करते हैं, तो आपका ब्याज़ कंपाउंड हो जाता है और इसका भुगतान मेच्योरिटी पर किया जाता है. आप ऑनलाइन एफडी ब्याज़ कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने रिटर्न का विश्लेषण कर सकते हैं.

गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?

जब आप गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करते हैं, तो आप समय-समय पर अपने ब्याज़ भुगतान का लाभ उठा सकते हैं. आप मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक रूप से ब्याज भुगतान प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं. अपने इन्वेस्टमेंट के अनुसार भुगतान राशि निर्धारित करने के लिए एफडी ब्याज़ कैलकुलेटर का उपयोग करके अपनी ब्याज़ की गणना करें.

बजाज फाइनेंस द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट पर प्रदान की जाने वाली विशेषताओं और लाभों को यहां देखें.

बैंक ग्राहकों को मिलेगी राहत? मिनिमम बैलेंस पर नियम बदलने के मिले संकेत

कराड से पूछा गया था कि क्या केंद्र बैंकों को इस बारे में निर्देश देने पर विचार कर रहा है कि जिन खातों में जमा राशि न्यूनतम निर्धारित स्तर से नीचे चली जाती है उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाए।

बैंक ग्राहकों को मिलेगी राहत? मिनिमम बैलेंस पर नियम बदलने के मिले संकेत

अगर सबकुछ ठीक रहा तो बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेंन करने की जरूरत नहीं होगी। इस संबंध में वित्त राज्यमंत्री भगवंत किशनराव कराड ने एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बैंकों के निदेशक मंडल मिनिमम बैलेंस मेंटेंन रखने की अनिवार्यता को हटा सकते हैं। आपको बता दें कि अभी मिनिमम बैलेंस मेंटेंन नहीं करने वाले खाताधारकों को जुर्माना आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा देना पड़ता है।

किशनराव कराड ने कहा-बैंक स्वतंत्र निकाय होते हैं। उनके निदेशक मंडल जुर्माने को खत्म करने के बारे में निर्णय ले सकते हैं। दरअसल, कराड से पूछा गया था कि क्या केंद्र बैंकों को इस बारे में निर्देश देने पर विचार कर रहा है कि जिन खातों में जमा राशि न्यूनतम निर्धारित स्तर से नीचे चली जाती है उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाए।

जम्मू-कश्मीर के बैंकों पर क्या बोले: किशनराव कराड ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बैंकों ने पिछले वर्षों में अच्छा काम किया है और उन्हें निर्देश दिया कि वे उन मानकों पर अपने प्रदर्शन में सुधार करें जहां वे राष्ट्रीय औसत से पीछे हैं।

उन्होंने बताया कि जम्मू और कश्मीर के सभी गांवों के पांच किलोमीटर के दायरे में एक बैंक संवाददाता है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने सार्वजनिक और निजी दोनों बैंकों से जम्मू-कश्मीर में अपनी उपस्थिति बढ़ाने को कहा है। कराड ने कहा कि जहां जम्मू-कश्मीर में प्रत्येक एक लाख की आबादी पर बैंक शाखाओं और एटीएम की संख्या अधिक है, वहां अधिक शाखाएं और एटीएम खोलने की आवश्यकता है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश में देश के बाकी हिस्सों की तुलना में जनसंख्या घनत्व कम है।

PPF, SSY, NPS समेत इन योजनाओं हैं अकाउंट? 31 मार्च से पहले निपटा लें ये काम, वरना लग सकती है पेनल्टी

PPF, NPS, SSY: अगर आपका पीपीएम, एनपीएस और एसएसवाई योजनाओं में अकाउंट है और उसमें मिनिमम राशि जमा नहीं है, तो उसे तुरंत मेनटेन कर लें, वरना आपका अकाउंट बंद हो सकता है.

PPF, NPS, SSY: फाइनेंशियल ईयर 2021-22 नजदीक आ गया है. ऐसे में टैक्स, अपनी सरकारी योजनाओं से जुड़े जितने भी काम हैं वो वक्त रहते निपटा लेने चाहिए. बता दें सेविंग्स स्कीम को जारी रखने के लिए आपको अपने अकाउंट में मिनिमम अमाउंट जमा करने की बेहद जरूरत होती है. इन स्कीम्स में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और सुकन्या समृद्धि योजन (SSY) शामिल हैं. अगर आपका इन योजनाओं में अकाउंट है और उसमें मिनिमम राशि जमा नहीं है, तो उसे तुरंत मेनटेन कर लें, वरना आपका अकाउंट बंद हो सकता है.

बता दें इन योजनाओं में अकाउंट खुलवाने की कुछ शर्ते होती हैं. अगर ग्राहक इनमें अकाउंट ओपन करा रहा है, तो उसे मिनिमम अमाउंट मेनटेन करके चलना पड़ेगा. वरना उस अकाउंट को निष्क्रिय कर दिया जाता है. वहीं नया निवेश करने से पहले इसे नियमित या अनफ्रीम करना होगा. इसके अलावा इन अकाउंट को दोबारा से एक्टिव करने की प्रक्रिया समय लेने वाली होगी, जिसमें पेनल्टी भी शामिल होगी.ऐसे में लंबे प्रोसेस से बचने के लिए ग्राहकों को 31 मार्च से पहले-पहले इन अकाउंट में मिनिमम राशि जमा करनी होगी.

Zee Business Hindi Live आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा TV यहां देखें

सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)

एक फाइनेंशियल ईयर PPF अकाउंट के लिए मिनिमम वार्षिक जमा 500 रुपये है और जमा करने की आखिरी तारीख 31 मार्च, 2022 है. अगर ग्राहक इस डेट तक योगदान करने में असफल रहते हैं, तो उन्हें हर साल 50 रुपये की पेनल्टी देनी होगी. इसके अलावा, अगर वित्तीय वर्ष में न्यूनतम योगदान नहीं किया जाता है, तो पीपीएफ अकाउंट को बंद कर दिया जाएगा.

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS)

एनपीएस अकाउंटहोल्डर्स के लिए, ये सुनिश्चित करने के लिए कि अकाउंट एक्टिव रहे, एक फाइनेंशियल में मिनिमम 1,000 रुपये जमा करना अनिवार्य है. अकाउमंट में न्यूनतम राशि जमा नहीं करने पर खाता निष्क्रिय हो जाएगा. और इसे पुनर्जीवित करने के लिए, आपको न्यूनतम योगदान के साथ हर साल 100 रुपये का जुर्माना देना होगा.

सुकन्या समृद्धि योजन (SSY)

खाताधारक को ध्यान रखना चाहिए कि सुकन्या समृद्धि खाते को सक्रिय रखने के लिए जमा की आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा जाने वाली न्यूनतम राशि एक वित्तीय वर्ष में 250 रुपये है. अगर किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम जमा नहीं किया जाता है, तो इसे एक चूक खाते के रूप में माना जाएगा. हालांकि, इस खाते को नियमित किया जा सकता है और इसके लिए आपको प्रत्येक चूक वर्ष के लिए 50 रुपये के जुर्माने के साथ न्यूनतम 250 रुपये का योगदान देना होगा.

रोजाना 35 रुपए बचाकर बेटी के लिए जोड़ सकते हैं 5 लाख, जानें सरकार की इस स्कीम के बारे में

अगर आप भी अपनी बेटी की पढ़ाई, करियर और शादी के लिए अभी से निवेश प्लान कर रहे हैं, तो सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेहतर विकल्प है। इस योजना के तहत सालाना 12,000 रुपये जमा कर करीब 5 लाख रुपये.

रोजाना 35 रुपए बचाकर बेटी के लिए जोड़ सकते हैं 5 लाख, जानें सरकार की इस स्कीम के बारे में

अगर आप भी अपनी बेटी की पढ़ाई, करियर और शादी के लिए अभी से निवेश प्लान कर रहे हैं, तो सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेहतर विकल्प है। इस योजना के तहत सालाना 12,000 रुपये जमा कर करीब 5 लाख रुपये जोड़ सकते हैं। यानी अगर आप रोजाना करीब 35 रुपये बचाकर बेटी के लिए 5 लाख का फंड तैयार कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना में 14 साल तक पैसा निवेश करना होता है। आइए जानते हैं सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में..

10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए खोल सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बैंक और पोस्ट ऑफिस में जाकर कोई भी व्यक्ति या कानूनी अभिभावक 10 साल से कम उम्र की बेटियों के लिए यह अकाउंट खुलवा सकता है। 1 जनवरी 2019 से इस योजना में 8.5 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि ब्याज मिल रहा है। इस योजना में निवेश करने पर 80सी के तहत टैक्स छूट का भी फायदा उठा सकते हैं। स्कीम पूरी होने पर पूरा फंड उस लड़की को मिलेगा, जिसके नाम पर ये खाता खुलवाया गया हो।

सिर्फ 250 रुपये से कर सकते हैं शुरू
सुकन्या समृद्धि योजना में न्यूनतम 250 रुपये सालाना जमा करना होगा। पहले यह 1000 रुपये सालाना निवेश की अनिवार्यता थी। योजना के तहत अधिकतम 1.50 लाख रुपये सालाना जमा किया जा सकता है।

21 साल बाद मिलेगा पैसा
फाइनेंशियल प्लानर और टैक्स एक्सपर्ट एमकेजी कंसल्टेंसी के आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा हेड एम के गांधी ने लाइव हिन्दुस्तान को बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलने के दिन से 14 साल पूरा होने तक निवेश करना होता है। लेकिन यह खाता 21 साल पूरा होने पर मेच्योर होता है। खाते के 14 साल पूरा होने के बाद से 21 साल तक खाते में उस समय के तय ब्याज दर के हिसाब से पैसा जुड़ता रहेगा।

1,000 जमा करने पर मिलेंगे करीब 5 लाख रुपये
गांधी ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना 20,000 रुपये जमा करने पर 14 साल तक सालाना 2,80,000 रुपये जमा होंगे और 21 साल बाद मेच्योर होने पर 9,36,429 लाख मिलेंगे यानी करीब 10 लाख का फंड बन जाएगा। वहीं रोजाना के 35 रुपये यानी महीने में करीब 1,000 रुपये जो सालाना 12,000 रुपये हो जाएंगे, जमा करने पर आपको मैच्योरिटी पर 5 लाख रुपये से अधिक मिल जाएंगे।

मासिक किश्त (रुपये में) 14 साल में इन्वेस्टमेंट अमाउंट (रुपये में) 21 साल बाद मेच्योरिटी पर मिलेगा (रुपये में)
1,000 1,68,000 5,42,122
2,000 3,36,000 10,84,243
3,000 5,04,000 16,26,365
4,000 6,72,000 21,68,486
5,000 8,40,000 27,10,608
6,000 10,08,000 32,52,730
7,000 11,76,000 37,94,851
8,000 13,44,000 43,36,973
9,000 15,12,000 48,79,095
10,000 16,80,000 54,21,216
12,500 21,00,000 67,76,520

मिल सकते हैं 50 लाख रुपये
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अगर आप हर साल 1 लाख रुपये निवेश करते हैं तो आपको कुल 14 लाख रुपये निवेश करना होगा। इस खाते पर सरकार अभी 8.5 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से ब्याज दे रही है। ऐसे में 21 साल बाद जब खाता मेच्योर होगा तो आपका निवेश करीब 46 लाख रुपये के आस-पास हो जाएगा। सालाना 1.50 लाख जमा करने पर 70,23,219 रुपये मिलेंगे।

बेटी के 18 साल होने पर निकाल सकते हैं पैसा
अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरूरत है तो आप जमा राशि की 50 फीसदी तक अमाउंट निकाल सकते हैं।

यहां खोल सकते हैं अकाउंट
यह खाता आप अपने किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं। यह खाता किसी प्राइवेट या पब्लिक सेक्टर बैंक में भी खुलवाया जा सकता है।

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कोरोना संकट में इस समय जहां सभी लोगों की जिंदगी धीरे-धीरे संभल रही है. वहीं, दूसरी ओर अगर आप अपनी सेविंग को लेकर परेशान हैं तो SBI का रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposite) आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है. इसमें आप सिर्फ 100 रुपए बचाकर भीअच्छी बचत कर सकते आपको अपनी न्यूनतम जमा राशि के लिए क्या मिलेगा हैं. इंवेस्टमेंट करने का यह एक बेहतर और सेफ ऑप्शन है. RD में आपको फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह एक बार इकट्ठा पैसा जमा करने की भी जरूरत नहीं होती है. आप इसमें मंथली पैसा जमा कर सकते हैं.

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