म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है?

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बच्चों की शिक्षा के लिए निवेश म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? का बेहतर विकल्प है Mutual Funds, जानिए कौन सा है सही

बच्चों की शिक्षा के लिए निवेश (Investment for Education) करने जा रहे हैं। आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता तथा लक्ष्य अवधि के अनुसार फंड्स का चयन करना चाहिए। म्यूचुअल फंड्‌स ( Mutual Funds)बेहतर विकल्प हो सकता है। यहां जानिए यह कैसे चुनें। तीन शीर्ष इक्विटी फंड्स का उल्लेख किया गया है जिन पर आप विचार कर सकते हैं।

Updated Nov 11, 2022 | 08:14 PM IST

Investment for Education-istock

बच्चों की शिक्षा के लिए म्यूचुअल फंड्‌स में भी निवेश कर सकते हैं।

बच्चों की शिक्षा मंहगी होती है। भारत तथा विदेश में शिक्षा की उच्च लागत के कारण परिवार की बचतों पर चोट पहुंच सकती है। कई माता-पिता अपने बच्चे की शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण (एजुकेशन लोन) लेते हैं। लोन के अलावा, म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) ऐसा अन्य क्षेत्र है जिस पर अपने बच्चे की शिक्षा की फंडिंग करने के लिए विचार कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड्स में एक अच्छी निवेश योजना से आपको अपने बच्चे को सर्वश्रेष्ठ संभावित शिक्षा दिलाने के जीवन के महत्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है। बच्चों की शिक्षा के उद्देश्य से निवेश के लिए (Investment for Education) सही म्यूचुअल फंड कैसे चुने, आइये आपको यह जानकारी देते हैं।

जब बात म्यूचुअल फंड के बारे म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? में की जाती है, तो विविध विकल्प उपलब्ध होते हैं। लेकिन, आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता तथा लक्ष्य अवधि के अनुसार फंड्स का चयन करना चाहिए। बच्चों की शिक्षा एक दीर्घकालिक लक्ष्य (15-18 वर्ष) होता है जिसके लिए आदर्श रूप से आपके बच्चे की छोटी आयु से ही प्लानिंग की शुरूआत की जानी चाहिए। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए इक्विटी फंड्स निवेश के लिए आदर्श विकल्प होते हैं। यहां पर उन तीन शीर्ष इक्विटी फंड्स का उल्लेख किया गया है जिन पर आप विचार कर सकते हैं।

डायवर्सिफाइड ब्लूचिप इक्विटी फंड्स

डायवर्सिफाइड ब्लूचिप इक्विटी फंड अनेक दीर्घकालिक लक्ष्यों जैसे बच्चों की शिक्षा और सेवा निवृत्ति के लिए आदर्श हो सकते हैं। इस निवेश स्कीम के अंतर्गत ऐसी कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाता है जो संबंधित सेक्टर्स में म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? अग्रणी हैं, और इस प्रकार से आपको विकासशील अर्थव्यवस्था के लाभ मिल जाते हैं। किसी खास उद्योग पर फोकस करने वाली स्कीमों की तुलना में डायवर्सिफाइड फंड्स में जोखिम एलिमेंट कम होते हैं। इक्विटी स्कीमों के ऐतिहासिक परफॉर्मेंस के आधार पर, आप अपने निवेश पर लगभग 12% दीर्घकालिक सीएजीआर की उम्मीद कर सकते हैं।

फ्लेक्सीकैप इक्विटी फंड्स

जैसा कि नाम से पता लगता है, इन स्कीमों में अग्रणी लार्ज, मिड तथा स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश किया जाता है। मार्केट कैप साइज के अनुसार, इन फंड्स के अंतर्गत निवेश अनुपातों को एडजस्ट किया जा सकता है, और इस प्रकार आप मार्केट की स्थिति के अनुसार सर्वश्रेष्ठ संभावित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इस फंड की दीर्घकालिक सीईएजीआर 9% और अधिक की है।

बैलेंस्ड एडवेंटेज फंड्स

ये फंड हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स होते हैं जो जारी मार्केट दशाओं के आधार पर इक्विटी और डेट में आवंटन को परिवर्तित करने में समर्थ होते हैं। साथ ही इन्हें डायनामिक एसेट एलोकेशन फंड्स भी कहा जाता है, और इनसे दोनो एसेट श्रेणियों के सर्वश्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं। उनके ऐतिहासिक परफॉर्मेंस को देखते हुए, आप स्कीमों की इस श्रेणी से दीर्घकालिक 8-12% की सीएजीआर की उम्मीद कर सकते हैं।

फंड्स को चुनते समय विचारणीय फैक्टर्स

उपयुक्त फंड्स को चुनते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखने से सहायता मिलेगी। सही फंड को चुनने में सहायता करने के लिए आइये कुछ महत्वपूर्ण पैरामीटर्स पर विचार करते हैं।

परफॉर्मेंस ट्रैक रिकार्ड:-

फंड्स को चुनते समय, कम से कम 5 वर्ष के ट्रैक रिकार्ड पर विचार करें। लेकिन, दीर्घकालिक ट्रैक रिकार्ड और भी अच्छा रहता है क्योंकि इससे निवेशकों को रिटर्न की भावी दर का अंदाजा लगाने में और पिछले मार्केट चक्रों के दौरान इसमें फेरबदल करने की योग्यता में सहायता मिलती है।

व्यय अनुपात

यह प्रशासनिक तथा प्रचालन लागतों को कवर करने के लिए फंड द्वारा निवेशकों से वसूली जाने वाली प्रतिशत-आधारित फीस है। किसी फंड का व्यय अनुपात इसके नेट रिटर्न्स को प्रभावित करता है। निम्न व्यय अनुपात से आपके पोर्टफोलियो में अधिक यूनिट्स आ सकेंगे जिससे आपके रिटर्न्स में बढ़ोतरी होगी। दीर्घकाल में, इन अतिरिक्त यूनिट्स से संबंधित कम्पाउंडिंग लाभ से आपके रिटर्न्स में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोतरी हो सकती है।

फंड मैनेजर की निवेश शैली

फंड के मैनेजमेंट के लिए फंड मैनेजर्स उत्तरदायी होते हैं तथा इसकी परफॉर्मेंस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कीम को चुनने से पहले, अपने फंड मैनेजर और उसकी निवेश विचार प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर लें। आप मार्केट तथा उम्मीदों के संबंध में उनकी सामान्य कमेंट्री को जानने के लिए फंड हाउस की फैक्टशीट्स को भी देख सकते हैं। इंटरव्यूज़ तथा न्यूज पोर्टल्स अन्य साधन हैं जिनसे आप फंड मैनेजर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

हर मां-बाप अपने बच्चे को हर सर्वश्रेष्ठ चीज को, विशेष रूप से शिक्षा प्रदान करने की कोशिश करते हैं। सिस्टेमैटिक निवेश योजना (एसआईपी) के माध्यम से निरन्तर निवेश करना उस सम्पदा का सृजन करने का आदर्श तरीका है जिससे शिक्षा लागतों को कवर किया जा सकता है। जैसे जैसे हर वर्ष आपकी आय बढ़ती है, अपने निवेश को भी बढ़ाने पर विचार करें। इससे आपको समय पर अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और साथ ही भावी जीवन के लक्ष्यों के लिए प्रारम्भिक बढ़त भी प्राप्त हो जाएगी।

(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स क्या होते हैं और इसमें निवेश करने के फायदे क्या हैं, जानिए यहां

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स में निवेश सबसे अधिक सुरक्षित और गारंटी तौर पर रिटर्न देने वाला माना जाता है.

Published: November 12, 2021 2:06 PM IST

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स क्या होते हैं और इसमें निवेश करने के फायदे क्या हैं, जानिए यहां

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड (Hybrid Fund) एक म्यूचुअल फंड स्कीम है जो इक्विटी (Equity) और डेब्ट (Debt) दोनों में निवेश करती है. यदि आप निश्चित नहीं हैं और बाजार में जोखिम नहीं लेना चाहते हैं तो हाइब्रिड फंड आपके लिए हैं, क्योंकि यह कम जोखिम और अधिक रिटर्न प्रदान करता है. म्यूचुअल फंड मार्केट में सबसे सुरक्षित निवेश साधनों में से एक है जो सुरक्षित रिटर्न की गारंटी देता है. म्यूचुअल फंड के अलावा, जो लोग निवेश करना पसंद करते हैं, वे भी हाइब्रिड फंड में निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं.

Also Read:

जानें- क्यों चुनें हाइब्रिड फंड?

  • हाइब्रिड फंड इक्विटी, डेब्ट एसेट्स और गोल्ड में पैसा लगाते हैं. चूंकि यह विभिन्न वर्गों की संपत्तियों में निवेश करता है, इसलिए जोखिम न्यूनतम होता है और निवेशक को विविधीकरण से लाभ मिलता है.
  • यदि आपने इक्विटी में निवेश किया है और पैसा कम हो जाता है तो फंड बैलेंस डेब्ट और गोल्ड में निवेश किए गए पैसे के माध्यम से किया जाता है. अगर सोने की कीमत घटती है तो इक्विटी और डेट के बीच बैलेंस किया जाता है.

हाइब्रिड फंड 6 प्रकार के होते हैं-

  • एग्रेसिव हाइब्रिड फंड: यह इक्विटी में 60-80%, डेट में 20-30% निवेश पांच साल की अवधि के लिए करता है.
  • कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड: यह स्थिर या नियमित आय के लिए इक्विटी में 10-25% और शेष राशि डेब्ट एसेट्स में निवेश करता है.
  • डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड: यह सभी परिसंपत्ति वर्गों में गतिशील तरीके का उपयोग करता है और इक्विटी या डेब्ट में 100% निवेश करता है.
  • मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड: यह फंड इक्विटी में 65%, डेब्ट एसेट में 20-30% और सोने में 10-15% निवेश करता है.
  • आर्बिट्रेज फंड: आर्बिट्रेज फंड दो अलग-अलग एक्सचेंजों पर या दो अलग-अलग बाजारों (नकद और व्युत्पन्न बाजार) के बीच स्टॉक के मूल्य अंतर का लाभ उठाते हैं.
  • इक्विटी सेविंग्स फंड: यह फंड इक्विटी, डेब्ट और आर्बिट्रेज का विवेकपूर्ण मिश्रण है. यह इक्विटी और आर्बिट्रेज पोजीशन में न्यूनतम 65% और निश्चित आय के साधनों में शेष राशि का निवेश करता है.

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Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स क्या होते हैं और इसमें निवेश करने के फायदे क्या हैं, जानिए यहां

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स में निवेश सबसे अधिक सुरक्षित और गारंटी तौर पर रिटर्न देने वाला माना जाता है.

Published: November 12, 2021 2:06 PM IST

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड्स क्या होते हैं और इसमें निवेश करने के फायदे क्या हैं, जानिए यहां

Hybrid Fund Investment: हाइब्रिड फंड (Hybrid Fund) एक म्यूचुअल फंड स्कीम है जो इक्विटी (Equity) और डेब्ट (Debt) दोनों में निवेश करती है. यदि आप निश्चित नहीं हैं और बाजार में जोखिम नहीं लेना चाहते हैं तो हाइब्रिड फंड आपके लिए हैं, क्योंकि यह कम जोखिम और अधिक रिटर्न प्रदान करता है. म्यूचुअल फंड मार्केट में सबसे सुरक्षित निवेश साधनों में से एक है जो सुरक्षित रिटर्न की गारंटी देता है. म्यूचुअल फंड के अलावा, जो लोग निवेश करना पसंद करते हैं, वे भी हाइब्रिड फंड में निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं.

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जानें- क्यों चुनें हाइब्रिड फंड?

  • हाइब्रिड फंड इक्विटी, डेब्ट एसेट्स और गोल्ड में पैसा लगाते हैं. चूंकि यह विभिन्न वर्गों की संपत्तियों में निवेश करता है, इसलिए जोखिम न्यूनतम होता है और निवेशक म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? को विविधीकरण से लाभ मिलता है.
  • यदि आपने इक्विटी में निवेश किया है और पैसा कम हो जाता है तो फंड बैलेंस डेब्ट और गोल्ड में निवेश किए गए पैसे के माध्यम से किया जाता है. अगर सोने की कीमत घटती है तो इक्विटी और डेट के बीच बैलेंस किया जाता है.

हाइब्रिड फंड 6 प्रकार के होते हैं-

  • एग्रेसिव हाइब्रिड फंड: यह इक्विटी में 60-80%, डेट में 20-30% निवेश पांच साल की अवधि के लिए करता है.
  • कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड: यह स्थिर या नियमित आय के लिए इक्विटी में 10-25% और शेष राशि डेब्ट एसेट्स में निवेश करता है.
  • डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड: यह सभी परिसंपत्ति वर्गों में गतिशील तरीके का उपयोग करता है और इक्विटी या डेब्ट में 100% निवेश करता है.
  • मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड: यह फंड इक्विटी में 65%, डेब्ट एसेट में 20-30% और सोने में 10-15% निवेश करता है.
  • आर्बिट्रेज फंड: आर्बिट्रेज फंड दो अलग-अलग एक्सचेंजों पर या दो अलग-अलग बाजारों (नकद और व्युत्पन्न बाजार) के बीच स्टॉक के मूल्य अंतर का लाभ उठाते हैं.
  • इक्विटी सेविंग्स फंड: यह फंड इक्विटी, डेब्ट और आर्बिट्रेज का विवेकपूर्ण मिश्रण है. यह इक्विटी और आर्बिट्रेज पोजीशन में न्यूनतम 65% और निश्चित आय के साधनों में शेष राशि का निवेश करता है.

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आपके ट्रेंड को खोजिए: क्या है थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स और क्यों हो रहे हैं इतने लोकप्रिय?

Themed Investment: थीमैटिक फंड को अक्सर सेक्टोरल फंड समझ लिया जाता है. लेकिन वे काफी अलग हैं. सेक्टोरल फंड में आप केवल एक विशेष सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों में निवेश करते हैं.

Themed Investment: ज़ी बिज़नेस का इन्वेस्टर एजुकेशन प्रोग्राम एक नए विषय- थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स पर प्रकाश डालता है. हम जानते हैं कि कई ऐसे लोगों के लिए, विशेष रूप से ऐसे लोग जो जो निवेश में नहीं हैं, यह विषय पूरी तरह से नया होगा. लेकिन इसीलिए हम हैं, निवेश के नए विषयों से आपका परिचय कराने के लिए.

थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स क्या है?

थीमैटिक फंड का अर्थ है ऐसी इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाएं जो विभिन्न विचारों या रणनीतियों में निवेश करने पर केंद्रित होती हैं. ये योजनाएं एक विशिष्ट प्रकार के मौजूदा मैक्रो-ट्रेंड की पहचान करके सही समय पर उनमें निवेश करती हैं. साथ ही, ये निवेश लंबी अवधि के लिए किए जाते हैं.

अर्थव्यवस्था में मैक्रो-ट्रेंड या संरचनात्मक ट्रेंड विभिन्न क्षेत्रों से हो सकते हैं, जैसे कि उपभोक्ता क्षेत्र, जैसे ऑटोमोबाइल, उत्पादन, एफएमजीसी, आदि. इस तरह के ट्रेंड्स का एक और बड़ा उदाहरण 'मेक इन इंडिया' को कहा जा सकता है.

क्या थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स लोकप्रिय हो रहे हैं?

इसका जवाब है हां. इस प्रकार के निवेश ने पिछले कुछ वर्षों में भारी लोकप्रियता हासिल की है, और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. इसका कारण है इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली संभावनाएं. उद्योगों के काम करने के तरीकों और ट्रेंड्स में कई बदलाव हुए हैं. इसलिए, ये आने वाले ट्रेंड्स को पहचानने के लिए या वर्तमान ट्रेंड्स में भागीदारी के लिए और उस कंपनी के रिटर्न से लाभ उठाने का एक शानदार अवसर प्रदान करती है.म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है?

उदाहरण के लिए, पेट्रोल या डीजल कारों से इलेक्ट्रिक कारों में लोगों की रूचि के परिणामस्वरूप इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में निवेश में वृद्धि हुई है.

थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स को दूसरों से क्या चीज अलग करती है?

थीमैटिक फंड को अक्सर सेक्टोरल फंड समझ लिया जाता है. लेकिन वे काफी अलग हैं. सेक्टोरल फंड में आप केवल एक विशेष सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों में निवेश करते हैं. उदाहरण के लिए, बैंकिंग, आईटी, या ऑटोमोबाइल क्षेत्र. जबकि, थीमैटिक फंड में आप विभिन्न सेक्टर्स के ट्रेंड्स में निवेश करते हैं. यहां, उद्योग में सही ट्रेंड खोजना और लंबी अवधि के लिए निवेश करना सफलता की चाबी है.

थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स कैसे काम करते हैं?

प्रचलित बॉटम अप स्टॉक पिकिंग रणनीति के विपरीत इसमें टॉप डाउन इन्वेस्टमेंट पालिसी का पालन किया जाता है. इसमें तत्काल रिटर्न हासिल करने की उम्मीद नहीं होती बल्कि यह बात कुछ बड़ा सोचने की हैं. निवेशक या फंड मैनेजर संबंधित सेक्टर्स के साथ एक निवेश ट्रेंड या थीम की पहचान करते हैं और फिर अपने शेयरों को चुनते हैं.

थीमैटिक फंड मार्किट कैपिटलाइजेशन के सेग्मेंट्स उदाहरणार्थ, लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल कैप में निवेश करते हैं, जब तक कि दस्तावेज़ में एक सेग्मेंट का विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया गया हो. ये फंड विविध विकल्पों और डाईवर्सीफिकेशन की एक बड़ी रेंज प्रदान करते हैं, लेकिन इसमें जोखिम दूसरों की तुलना में अधिक है.

थीमेटिक इन्वेस्टमेंट ट्रेंड या थीम को देखते हुए लंबी अवधि के लिए किया जाता है. लेकिन, यदि चुना गया थीमेटिक फंड गलत है या ट्रेंड बदल गया है, तो इससे भी भारी नुकसान हो सकता है. इसलिए किसी भी दिए गए सेक्टर में सही ट्रेंड का पता लगाना जरूरी है.

थीमैटिक इन्वेस्टमेंट्स के अंतर्गत आने वाले लोकप्रिय सेक्टर कौनसे हैं?

हालांकि इस पैटर्न में सेक्टर्स से ज्यादा ट्रेंड्स या थीम्स पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, थीमेटिक इन्वेस्टमेंट में निवेश के लिए सबसे लोकप्रिय सेक्टर हैं:

उपभोक्ता सेक्टर- यह मध्यम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है क्योंकि ये ऐग्रेसिव हाइब्रिड फंड की तुलना में कम जोखिम वाले होते हैं. साथ ही वे कम म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? अस्थिरता और अधिक आय प्रदान करते हैं.

स्वास्थ्य सेवा सेक्टर- स्वास्थ्य सेवा सेक्टर में हमेशा बढ़िया अवसर होते हैं, खासकर कोविड जैसी महामारी के बाद. इसमें इक्विटी या संबंधित प्रतिभूतियों में अधिक आवंटन वाली योजनाएं शामिल हैं.

बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं- बैंकिंग और वित्तीय सेवा सेक्टर के फंड मुख्य रूप से बैंकों और वित्तीय सेवा कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं.

सारांश

थीमैटिक फंड आपको डाईवर्सिफिकेशन प्रदान करते हैं जो आपको बाजार में उपलब्ध म्यूच्यूअल फंड स्कीम किस प्रकार के व्यय उठाती है? अन्य वित्तीय साधनों से नहीं मिल सकता है, यह इनका सबसे बड़ा फायदा है. जैसा कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, इसमें भी, एक नकारात्मक पहलू है. इन फंडों में अधिक जोखिम शामिल है. लेकिन जैसा कि हमने ऊपर बताया है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पहले सही ट्रेंड या थीम को वर्गीकृत किया जाए.

आशा है कि यह लेख वित्तीय निवेश के बारे में आपके ज्ञान को बढ़ाने में सहायक साबित हुआ है!

Disclaimer- Above mentioned article is a sponsored feature, This article is a paid publication and does not have journalistic/editorial involvement of IDPL, and IDPL claims no responsibility whatsoever.

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